Cyclone Biparjoy : 1000 गांवों में बिजली ठप, 800 पेड़ और 500 घर गिरे

Cyclone Biparjoy
विनाश के निशान छोड़ गया बिपारजॉय अरब सागर से उठा चक्रवात कच्छ और गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के कुछ हिस्सों में विनाश का निशान छोड़ गया। चक्रवात के जखां बंदरगाह के पास गुरुवार शाम साढ़े छह बजे से दस्तक देने के बाद से समूचे कच्छ जिले में भारी बारिश हुई और यह तड़के ढाई बजे तक जारी रही। करवाल ने कहा कि दुर्भाग्य से लैंडफॉल से पहले दो लोगों की जान चली गई। गुजरात में लैंडफॉल के बाद एक भी इंसान की जान नहीं गई। उन्होंने कहा कि यह गुजरात प्रशासन और अन्य एजेंसियों के प्रयासों के कारण है, जिन्होंने जान-माल का कम से कम नुकसान सुनिश्चित करने के लिए काम किया।Gorakhpur News : काल बनकर आई आंधी, दो बहनें उड़ीं, तीन की मौत
Cyclone Biparjoy
राजकोट को छोड़कर गुजरात में कहीं भी भारी बारिश नहीं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक (डीजी) ने कहा कि चक्रवाती प्रभाव के कारण कम से कम 23 लोग घायल हुए हैं। राज्य में लगभग 1,000 गांव बिजली संकट का सामना कर रहे हैं। लगभग 500 कच्चे या फूस के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। 800 पेड़ उखड़ गए हैं या गिर गए हैं। एनडीआरएफ की टीमें और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के लोग स्थिति को सामान्य करने और प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजकोट को छोड़कर गुजरात में कहीं भी भारी बारिश नहीं हो रही है।MP News : चक्का जाम कर रहे बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज, 11 गिरफ्तार
दक्षिण राजस्थान की ओर बढ़ रहा है चक्रवात डीजी ने कहा कि चक्रवात अब दक्षिण राजस्थान की ओर बढ़ रहा है। एनडीआरएफ ने राज्य सरकार से परामर्श के बाद पहले ही जालोर में एक टीम तैनात कर दी है। वहां भारी बारिश से बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है और लोग फंस सकते हैं। बचाव और राहत कार्यों के लिए गुजरात में एनडीआरएफ की कुल 18 टीमें, पोल और पेड़ काटने वाले और हवा वाली नावों से लैस हैं। मुंबई में पांच और कर्नाटक में चार टीमों को शुक्रवार को चक्रवात के कारण विकसित होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सक्रिय रूप से तैनात किया गया है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।अगली खबर पढ़ें
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विनाश के निशान छोड़ गया बिपारजॉय अरब सागर से उठा चक्रवात कच्छ और गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के कुछ हिस्सों में विनाश का निशान छोड़ गया। चक्रवात के जखां बंदरगाह के पास गुरुवार शाम साढ़े छह बजे से दस्तक देने के बाद से समूचे कच्छ जिले में भारी बारिश हुई और यह तड़के ढाई बजे तक जारी रही। करवाल ने कहा कि दुर्भाग्य से लैंडफॉल से पहले दो लोगों की जान चली गई। गुजरात में लैंडफॉल के बाद एक भी इंसान की जान नहीं गई। उन्होंने कहा कि यह गुजरात प्रशासन और अन्य एजेंसियों के प्रयासों के कारण है, जिन्होंने जान-माल का कम से कम नुकसान सुनिश्चित करने के लिए काम किया।Gorakhpur News : काल बनकर आई आंधी, दो बहनें उड़ीं, तीन की मौत
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राजकोट को छोड़कर गुजरात में कहीं भी भारी बारिश नहीं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक (डीजी) ने कहा कि चक्रवाती प्रभाव के कारण कम से कम 23 लोग घायल हुए हैं। राज्य में लगभग 1,000 गांव बिजली संकट का सामना कर रहे हैं। लगभग 500 कच्चे या फूस के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। 800 पेड़ उखड़ गए हैं या गिर गए हैं। एनडीआरएफ की टीमें और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के लोग स्थिति को सामान्य करने और प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजकोट को छोड़कर गुजरात में कहीं भी भारी बारिश नहीं हो रही है।MP News : चक्का जाम कर रहे बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज, 11 गिरफ्तार
दक्षिण राजस्थान की ओर बढ़ रहा है चक्रवात डीजी ने कहा कि चक्रवात अब दक्षिण राजस्थान की ओर बढ़ रहा है। एनडीआरएफ ने राज्य सरकार से परामर्श के बाद पहले ही जालोर में एक टीम तैनात कर दी है। वहां भारी बारिश से बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है और लोग फंस सकते हैं। बचाव और राहत कार्यों के लिए गुजरात में एनडीआरएफ की कुल 18 टीमें, पोल और पेड़ काटने वाले और हवा वाली नावों से लैस हैं। मुंबई में पांच और कर्नाटक में चार टीमों को शुक्रवार को चक्रवात के कारण विकसित होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सक्रिय रूप से तैनात किया गया है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।संबंधित खबरें
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