दूल्हा तथा दुल्हन के लिए एक लाख रुपए का खास पान, खाते ही हो जाते हैं दिवाने

Paan
India Paan
locationभारत
userचेतना मंच
calendar13 Aug 2024 11:36 PM
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India Paan : पान भारत में खूब खाया और खिलाया जाता है। क्या आपको पता है कि भारत के एक शहर में एक लाख रूपए मूल्य में भी पान बेचा जाता है। एक लाख रूपए वाला यह पान खासतौर से शादी की पहली रात दूल्हा तथा दुल्हन खाते हैं। सुहागरात में एक लाख रूपए का यह पान खाते ही दूल्हा तथा दुल्हन दीवाने हो जाते हैं। हम आपको विस्तार से बता रहे हैं एक लाख रूपए वाले पान की विशेषता।

बहुत खास है यह पान

भारत में हर गली मोहल्ले तथा नुक्कड़ में पान मिल जाते हैं। आमतौर पर एक पान की कीमत 10 रूपए के आसपास होती हे। 10 रूपए से लेकर 100 रूपए तक के पान आपने खाए तथा सुने होंगे। कोई एक लाख रूपए का पान बेचे अथवा एक लाख रूपए का पान खरीद ले तो कुछ ना कुछ तो खास होगा इस पान में। भारत की आर्थिक राजधानी के रूप में विख्यात मुंबई में एक पान की दुकान पर एक लाख रूपए का पान मिलता है। मुंबई की पान की इस खास दुकान को MBA पास कर चुके नौशाद शेख नामक सज्जन चलाते हैं। MBA करने के बाद पान की दुकान चलाने का रिस्क लेना भी बड़ी बात है। इससे भी बड़ी यह बात है कि नौशाद एक पान एक लाख रूपए का बेचते हैं। दरअसल नौशाद के पूर्वज भी पान बेचते थे। नौशाद ने अपने पुरखों के कारोबार को आगे बढ़ाया और परंपरागत ‘गद्दी का पान’ को एक शाही अंदाज दिया और अपनी दुकान का नाम रखा ‘द पान स्टोरी’. आज MBA नौशाद एक लाख रुपये का पान बेच रहे हैं। नौशाद बताते हैं कि यह पान खास तौर पर नवविवाहित दूल्हे सुहागरात के मौके पर खरीद कर ले जाते हैं और इसे खाते ही दूल्हा-दुल्हन खुश हो जाते हैं। अगर आप इस पान को ध्यान से देखेंगे तो यह एक आम पान जैसा ही दिखेगा। जब यब बनकर तैयार हो जाती है तो इस पर सोने का वरक चढ़ाया जाता है और यही वजह है कि इसकी कीमत इतनी ज्यादा है। नौशाद ने एक लाख के इस पान को ‘फ्रेग्रेंस ऑफ लव’ नाम दिया है। इसमें प्रिंस और प्रिंसेज नाम के दो बॉक्स होते हैं, जिसमें खुशुबूदार इत्र छिडक़ा जाता है, साथ ही जाफरान भी होता है। इस पैक बॉक्स के साथ यादगार के तौर पर संगमरमर के पत्थर से बनी ताजमहल की प्रतिकृति भी गिफ्ट की जाती है। ‘द पान स्टोरी’ मुंबई के माहिम में स्थित है।

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राष्ट्रीय झंडा लगाने से पहले जान लें जरूरी नियम, कहीं पछताना न पड़े

National flag
National flag
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 05:59 AM
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National flag : भारत की आजादी का एक दिन 15 अगस्त प्रत्येक भारतीय के लिए खास है। 15 अगस्त के मौके पर हर भारतवासी राष्ट्रीय झंडे को सलाम करता है। हर कोई अपने मकान, दुकान तथा वाहन पर राष्ट्रीय झंडा लगाना चाहता है। राष्ट्रीय झंडा लगाना तथा राष्ट्रीय झंडा फहराना अच्छी बात है। राष्ट्रीय झंडे को लगाने से राष्ट्रीयता का अहसास होता है। राष्ट्रीय झंडा लगाने तथा फहराने के कुछ खास नियम बनाए गए हैं। राष्ट्रीय झंडा लगाने से पहले इन नियमों को जान लेना बेहद जरूरी है।

क्या है राष्ट्रीय झंडा फहराने के नियम

भारत में राष्ट्रीय झंडा फहराने के नियम हमारी संसद ने तय कर रखे हैं। भारत में तिरंगा फहराने से जुड़े सारे नियम-कायदे फ्लैग कोड 2002 के तहत आते हैं. ये फ्लैग कोड 26 जनवरी 2002 से लागू है। 2002 से पहले तिरंगा फहराने के नियम एम्बलेम्स एंड नेम्स (प्रिवेन्शन ऑफ इम्प्रॉपर यूज) एक्ट, 1950 और प्रिवेन्शन ऑफ इंसल्ट्स टू नेशनल ऑनर एक्ट, 1971 के तहत आते थे। इस कोड में कार पर एक तो झंडा लगाने की कुछ लोगों की ही अनुमति है और इसके अलावा वे लोग भी नियमों के हिसाब से झंडा लगा सकते हैं। बता दें कि जिन लोगों को झंडा लगाने की परमिशन है, वो लोग जब कभी आवश्यक समझें तो अपनी कार पर झंडा लगा सकते हैं। कार में झंडा दाईं तरफ लगा होना चाहिए। अगर किसी गणमान्य व्यक्ति के साथ दूसरे देश के भी गणमान्य व्यक्ति होते हैं तो इस स्थिति में कार में दाईं तरफ भारत का झंडा और बाईं तरफ दूसरे गणमान्य व्यक्ति के देश का झंडा लगाना चाहिए।

कौन लगा सकता है राष्ट्रीय झंडा?

अब जानते हैं कौन लोग झंडा लगा सकते हैं। फ्लैग कोड ऑफ इंडिया के नियमों के अनुसार, राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति, राज्यपाल और उप-राज्यपाल, विदेशी दूतावास के अध्यक्ष, प्रधानमंत्री, कैबिनेट मंत्री, केंद्रीय राज्य मंत्री, मुख्यमंत्री, अन्य कैबिनेट मंत्री झंडा लगा सकते हैं। इनके अलावा लोकसभा अध्यक्ष, राज्यसभा के उप-सभापति, राज्य विधानपरिषदों के सभापति, विधानसभा के अध्यक्ष आदि झंडा लगा सकते हैं।

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भारत में तेजी से बढ़ेगी महिलाओं की आबादी, सरकार ने जारी की रिपोर्ट

Women Population
Women's Population in 2036
locationभारत
userचेतना मंच
calendar13 Aug 2024 10:57 PM
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Women's Population in 2036 : भारत में महिलाओं की आबादी तेजी के साथ बढ़ रही है। भारत सरकार ने "भारत में महिला एवं पुरूष 2023" रिपोर्ट जारी की है। भारत सरकार द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक अगले 12 वर्षों के बाद भारत की कुल आबादी 152 करोड़ 20 लाख हो जाएगी। भारत सरकार के सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने भारत में महिला एवं पुरूष 2023 रिपोर्ट जारी की है।

तेजी से बढ़ेगी महिलाओं की जनसंख्या

भारत सरकार की रिपोर्ट में बताया गया है कि अगले 12 वर्षों में भारत में महिलाओं की आबादी तेजी से बढ़ेगी। महिला एवं पुरूष 2023 रिपोर्ट के मुताबिक भारत में लिंगानुपात 2011 के प्रति एक हजार पुरुषों पर 943 महिलाएं के स्तर से बढक़र 2036 में प्रति 1000 पुरुषों पर 952 महिलाएं होने की उम्मीद है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2011 में प्रत्येक एक हजार पुरुषों पर 943 महिलाएं थी जो बढक़र 2036 तक प्रति एक हजार पुरुषों पर 952 हो जाने का अनुमान है, जो लैंगिक समानता में सकारात्मक चलन को दर्शाता है। रिपोर्ट के मुताबिक 2036 तक भारत की जनसंख्या 152.2 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है, जिसमें महिलाओं का प्रतिशत 2011 के 48.5 प्रतिशत की तुलना में थोड़ा बढक़र 48.8 प्रतिशत हो जाएगा। भारत में कुल आबादी 152.2 करोड़ हो जाएगी। महिलाओं की आबादी .3 पर्सेंट बढक़र 48.8 प्रतिशत हो जाएगी2011 की जनगणना में महिलाओं की आबादी 48.5 प्रतिशत थी। रिपोर्ट के मुताबिक 15वें आम चुनाव (1999) तक, 60 प्रतिशत से भी कम महिला मतदाताओं ने भाग लिया, जबकि पुरुषों का मतदान प्रतिशत उनसे आठ प्रतिशत अधिक था। हालांकि, 2014 के चुनावों में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया, जिसमें महिलाओं की भागीदारी बढक़र 65.6 प्रतिशत हो गई, और 2019 के चुनावों में यह और बढक़र 67.2 प्रतिशत हो गई। पहली बार, महिलाओं के लिए मतदान प्रतिशत थोड़ा अधिक था, जो महिलाओं में बढ़ती साक्षरता और राजनीतिक जागरूकता के प्रभाव को दर्शाता है। उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने जनवरी 2016 में अपनी स्थापना के बाद से दिसंबर 2023 तक कुल 1,17,254 स्टार्ट-अप को मान्यता दी है। इनमें से 55,816 स्टार्ट-अप महिलाओं द्वारा संचालित हैं, जो कुल मान्यता प्राप्त स्टार्ट-अप का 47.6 प्रतिशत है। यह महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व भारत के स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी में महिला उद्यमियों के बढ़ते प्रभाव और योगदान को रेखांकित करता है। Women's Population in 2036

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