बिग ब्रेकिंग : उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से दबे 50 से ज्यादा मजदूर

Chamoli News
Chamoli Breaking
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Nov 2025 08:12 AM
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Chamoli Breaking : उत्तराखंड के चमोली जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से 50 से अधिक मजदूर दब गए। जानकारी के मुताबिक, यह हादसा चमोली जिले के माणा गांव में हुआ। खबरों की मानें तो, इस हादसे में कुल 57 मजदूर बर्फ में फंस गए थे जिनमें से 16 मजदूरों को रेस्क्यू कर लिया गया है। बाकी मजदूरों की तलाश जारी है। घटनास्थल पर प्रशासन, BRO और अन्य बचाव दल राहत कार्यों में जुटे हुए हैं।

कब हुआ हादसा?

यह हादसा उस वक्त हुआ जब प्राइवेट ठेकेदार के मजदूर BRO के तहत सड़क निर्माण कार्य में लगे हुए थे। अचानक ग्लेशियर टूटने से कई मजदूर बर्फ के नीचे दब गए। बर्फबारी और खराब मौसम के कारण बचाव कार्य में कठिनाई आ रही है, लेकिन राहत टीमें हरसंभव प्रयास कर रही हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दर्दनाक घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि, राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। बता दें कि, इस घटना से एक दिन पहले हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश और लैंडस्लाइड के कारण कई इलाकों में तबाही मच गई है। कुल्लू और मंडी जिले में नदियां उफान पर हैं और कई रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि स्थिति और गंभीर हो सकती है।

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आखिर 28 फरवरी को ही क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय विज्ञान दिवस? जानिए इतिहास

History of today
History of Today
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:20 AM
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History of Today : आज के दौर में विज्ञान का महत्व बहुत ज्यादा है जिसे हम चाहकर भी इंकार नहीं कर सकते हैं। आज के दौर में लगभग हर उपयोगी चीज विज्ञान से जुड़ी हुई है या फिर विज्ञान से कोई न कोई जुड़ाव है। भारत में विज्ञान के महत्व को देखते हुए हर साल 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day) मनाया जाता है। इस लेख के माध्यम से हम आपको विज्ञान दिवस के इतिहास (History of Science Day) और इसके महत्त्व से लेकर आखिर विज्ञान दिवस क्यों मनाया जाता है? इस  बारे में विस्तार से बताएंगे।

क्या है राष्ट्रीय विज्ञान दिवस से जुड़ा इतिहास?

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस हर साल भारत में 28 फरवरी को मनाया जाता है। क्योंकि आज ही के दिन (28 फरवरी 1928) भारत के भौतिकी वैज्ञानिक डॉ. सीवी रमन द्वारा रमन इफ़ेक्ट की खोज की गई थी। आगे चलकर इस खोज को लेकर ही डॉ. सीवी रमन को 1930 में भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। बता दें कि, विज्ञान दिवस की शुरूआत 1986 में राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद (NCSTC) के सुझाव पर हुई थी, जिसके बाद भारत सरकार द्वारा इसे मान्यता दे दी गई। पहला राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28 फरवरी 1987 को मनाया गया था। इसी अवसर पर NCSTC द्वारा विज्ञान और संचार के क्षेत्र में अहम योगदान देने वाले वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रीय विज्ञान लोकप्रियकरण पुरस्कार  देने की घोषणा भी की गई थी ।

धूमधाम से मनाया जाता है राष्ट्रीय विज्ञान दिवस

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस को पूरे देश के स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और वैज्ञानिक तकनीकी, चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थानों में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दौरान विज्ञान प्रदर्शनियों, सेमिनारों, संगोष्ठियों और अन्य शैक्षणिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है, जिससे युवाओं में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा मिल सके। History of Today ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। 

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ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर हो रही सट्टाबाजी की पेशकश, केंद्र सरकार कर रही बड़ी तैयारी

Online Gaming
Online Gaming
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 08:46 PM
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Online Gaming : आज का दौर ऑनलाइन गेमिंग का दौर है। दुनिया के हर कोने में ऑनलाइन गेमिंग प्रचलित है। ऑनलाइन गेमिंग में ऑनलाइन स्ट्रीमिंग, लाइव गेम्स, गेमिंग चैनल, ऑनलाइन वीडियोज का प्रसार आम बात हैं।  ऑनलाइन गेमिंग को लेकर भारत की मौजूदा केंद्र सरकार इस क्षेत्र में कुछ अहम बदलाव करने की तैयारी में है। अब देशभर में सभी ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों को एक ढांचे में लाने की योजना है। जिससे कि राज्यों में बने अलग-अलग नियमों और कानूनों को खत्म किया जा सके। बता दें कि, इस मामले से जुड़े दो लोगो ने बताया कि गृह मंत्रालय द्वारा इस विषय पर चर्चा के लिए एक समिति का भी गठन किया गया है। शुरुआत में गृह मंत्रालय के अधिकारी और कानूनी विशेषज्ञों ने इस मुद्दे पर भी चर्चा कि, क्या कानून बनने चाहिए या नहीं? यह लम्बे समय से एक विवाद का भी विषय है। हलाकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा पहले ही ऑनलाइन गेमिंग को जहां कौशल का खेल तो वहीं जुआ को संयोग का खेल करार दिया जा चुका है।

निवेश बढ़ने की है आशंका

ऑनलाइन गेमिंग में राज्य स्तरीय नियम असमंजस की स्तिथि पैदा करते है, क्योंकि ऑनलाइन गेम खेलने वाले सिर्फ एक राज्य के नहीं बल्कि अलग-अलग राज्यों के होते हैं और यह एक दूसरे से ऑनलाइन गेमिंग में प्रतिष्पर्धा करते हैं। अगर पूरे देश में ऑनलाइन गेमिंग को लेकर एक कानून आता है तो यह विदेशी निवेशकों की वापसी का दरवाजा खोल सकता है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में नियामक अनिश्चिताओं के कारण ऑनलाइन गेमिंग के क्षेत्र में काफी गिरावट आई है।

नए कानून की क्यों है जरूरत?

भारत में ऑनलाइन गेमिंग उद्योग के लिए एकीकृत और स्पष्ट कानूनी ढांचे की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है। भारत सरकार का मानना है कि इस क्षेत्र में विदेशी निवेश आकर्षित करने और अवैध गतिविधियों पर काबू पाने के लिए एक सशक्त कानून की आवश्यकता है। एक अधिकारी के अनुसार, विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कई प्रस्ताव दिए गए हैं, जिनमें एकल कानून को महत्वपूर्ण माना गया है। इस नए कानून के तहत भारत की वित्तीय खुफिया इकाई (FIU) को विदेशी कंपनियों पर सख्ती से कार्रवाई करने का अवसर मिलेगा, जो अब तक इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा प्रस्तावित स्व-नियामक निकायों के ढांचे के कारण संभव नहीं हो सका था।

क्या है विशेषज्ञों की राय?

तकनीकी और गेमिंग कानून विशेषज्ञ जय सयता ने बताया कि एकीकृत कानून गेमिंग उद्योग के लिए राहत की बात होगी, जो अब तक कई कानूनी चुनौतियों का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा है कि सख्त नियमों के माध्यम से भारत का गेमिंग उद्योग अवैध ऑनलाइन जुआ संचालकों पर नियंत्रण पा सकता है, हालांकि यह इस बात पर निर्भर करेगा कि सरकार इस नियामक प्रक्रिया को किस हद तक स्पष्ट और प्रभावी रूप से लागू करती है।

सट्टेबाजी को लेकर बढ़ी चिंताएं

सरकार के लिए एकीकृत ढांचा लागू करने के दो प्रमुख कारण हैं। पहले, ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों पर कराधान की स्पष्टता की आवश्यकता है, क्योंकि इन कंपनियों ने 1.12 लाख करोड़ रुपये के जीएसटी नोटिस को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। इस पर 18 मार्च से सुनवाई शुरू होगी। दूसरा, सरकार को विदेशी कंपनियों की गतिविधियों पर चिंता है, जो ऑनलाइन गेमिंग के साथ-साथ सट्टेबाजी की भी पेशकश कर रही हैं। Online Gaming

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