Noida News : नोएडा के सेक्टर-94 के सुपरटेक की सुपरनोवा परियोजना और सेक्टर-16 बी के बुलेवार्ड प्रोजेक्ट मामले में नोएडा प्राधिकरण की समाधान की कोशिशों पर पानी फिर गया है। जहां सुपरटेक के मामले में बैंक आफ महाराष्ट्र के कोटक समूह के प्रस्ताव को नहीं मानने से मामला बिगड़ गया, वहीं, दूसरी ओर बुलेवार्ड प्रोजेक्ट के मामले में हाईकोर्ट में याचिका दाखिल हो गई है। इस वजह से प्राधिकरण ने समाधान प्रक्रिया को रोक दिया है। दोनों परियोजनाओं के समाधान की कोशिशें काफी हद तक बढ़ गई थीं। अब मामला ठंडे बस्ते में चला गया है।
बैंक आफ महाराष्ट्र कोटक समूह के प्रस्ताव को नहीं मान रहा
दरअसल, सुपरनोवा परियोजना मामले में कोटक समूह ने काम पूरे करने को लेकर प्रस्ताव दिया था कि कोटक समूह बैंक व अन्यों को करीब 310 करोड़ के बकाये की राशि को चुकाएंगे। परियोजना को पूरा करने के लिए करीब 450 करोड़ रुपये का निवेश भी करेंगे। अब बताया जा रहा है कि बैंक आॅफ महाराष्ट्र कोटक समूह के प्रस्ताव को नहीं मान रहा है। इस वजह से कोटक समूह पीछे हट गया। कहा जा रहा है कि अब सुपरटेक किसी बड़े बिल्डर को इस परियोजना में लाने की कोशिश कर रहा है, ताकि अधूरे काम पूरे हो सके। बकाये की वापसी और फ्लैट खरीदारों की रजिस्ट्री हो सके। बुलेवार्ड प्रोजेक्ट मामला मैक्स एस्टेट लिमिटेड को पैसे देने थे।
प्राधिकरण ने सदस्यों को कर लिया था राजी
प्राधिकरण ने बोर्ड के माध्यम से सदस्यों राजी भी कर लिया था। पहले प्रयास में मैक्स कम पैसे दे रहा था। इस पर प्राधिकरण ने आपत्ति जाहिर की थी। दूसरे प्रयास में मैक्स ने और अधिक पैसे देने का वादा किया। अब बताया जा रहा है कि इस मामले में हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि प्राधिकरण घाटे में इसका सौदा कर रहा है। इसलिए प्राधिकरण ने अपना हाथ फिलहाल समेट लिया है। Noida News
बुलेवार्ड बिल्डर परियोजना
सेक्टर-16बी में 16 जून 2010 को बिल्डर विस्तार कंस्ट्रक्शन प्रा.लि. (कंसोशियम) को प्राधिकरण ने 50,056.72 वर्गमीटर जमीन आवंटित की थी। इसमें से बिल्डर ने 34,696.72 वर्गमीटर जमीन बुलेवर्ड प्रोजेक्ट के पास है, लेकिन पैसों का भुगतान कंपनी की ओर से नहीं किया गया। ऐसे में इसके समाधान प्रक्रिया के तहत मैक्स एस्टेट लिमिटेड बकाया पैसे के भुगतान के लिए तैयार हुआ। तय हुआ कि कुल ब्याज के साथ 613 करोड़ रुपये चुकाने होंगे। कुल बकाया 932.68 करोड़ रुपये है। पैसा जमा करने के बाद बिल्डर को तीन साल का टाइम एक्सटेंशन निशुल्क देने को कहा गया था। मामला नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल होते हुए यहां तक आया था। Noida News
सुपरनोवा बिल्डर परियोजना
नोएडा प्राधिकरण ने 28 मार्च 2011 को भूखंड संख्या-03, सेक्टर-94 का आवंटन मैसर्स सुपरटेक रियल्टर्स प्रा.लि. को किया था। बिल्डर पर 31 मई 2024 तक किश्त व लीज रेंट के रूप में करीब 2245 करोड़ और समय वृद्धि शुल्क करीब 1073 करोड़ रुपये का बकाया है। काफी प्रयासों के बाद इस परियोजना को कोटक समूह टेकओवर कर रहा था। जो अब हाथ पीछे खींच रहा है। लोकेश एम, सीईओ, नोएडा ने बताया कि प्राधिकरण ने सुपरनोवा और बुलेवार्ड परियोजना के समाधान की कोशिशें कीं, आफ महाराष्ट्र के प्रस्ताव पर सहमति नहीं देने से कोटक पीछे हटा है, जिससे सुपरटेक का मामला बिगड़ गया। मैक्स के मामले में हाईकोर्ट में याचिका दायर हो गई है। इस वजह से प्रक्रिया रोक दी गई है।
नोएडा में दुनिया के प्रमुख आटोमोटिव और मोबिलिटी दिग्गजों का संगम
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।