Noida News : अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराई गई महिला के पति ने अस्पताल पर धोखाधड़ी व फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाते हुए थाना बीटा-2 में मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़ित का कहना है कि, कंपनी से मेडीक्लेम निरस्त होने पर अस्पताल ने उसके द्वारा जमा कराए गए दस्तावेजों से तीसरे पक्ष से लोन लेकर अपने बिल का भुगतान कर लिया।
कुछ महीनों से छाती में दर्द की शिकायत
गांव चंद्रावल फाजलपुर जनपद गौतमबुद्धनगर निवासी ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि, उसकी पत्नी को पिछले कुछ महीनो से छाती में दर्द की शिकायत थी। इस कारण उसने अपनी पत्नी को स्थानीय अस्पताल के अलावा दिल्ली के एम्स अस्पताल में दिखाया। इलाज के दौरान पता चला कि उसकी पत्नी को गर्भावस्था की वजह से RHD नाम की बीमारी हो गई है जिसका इलाज केवल जल्द ऑपरेशन ही है। एम्स हॉस्पिटल में ऑपरेशन के लिए जल्द तारीख न मिलने के कारण उसने अपनी पत्नी का ऑपरेशन कराने के लिए उसे साइट-4 सूरजपुर इंडस्ट्रियल एरिया ग्रेटर नोएडा स्थित फोर्टिस अस्पताल में दिखाया। अस्पताल के चिकित्सक ने जांच के उपरांत उसकी पत्नी को एक अप्रैल 2023 को ऑपरेशन के लिए अस्पताल में भर्ती कर लिया इस दौरान उसने अपने स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड की हेल्थ पॉलिसी के दस्तावेज आधार कार्ड पैन कार्ड अस्पताल में जमा कराया है।
बनाए गए कई तरह के बहाने
पीड़ित के मुताबिक, अस्पताल प्रशासन ने उसे एक कैंसिल चेक तथा 9292 रुपए भी जमा कर लिए। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि, मेडिक्लेम पास होने पर उसे 9292 रुपये डिस्चार्ज के समय वापस कर दिए जाएंगे। 4 अप्रैल को ऑपरेशन के पश्चात उसकी पत्नी को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया, लेकिन अस्पताल ने भर्ती करते समय जमा कराए गए 9292 रुपए को यह कहकर वापस कर दिया कि उनके अकाउंट की डिटेल उनके पास है, और वह इन पैसों को एक महीने के भीतर उसके खाते में ट्रांसफर कर देंगे। पीड़ित के मुताबिक करीब 6 महीने बाद उसके मोबाइल फोन पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने बताया कि, वह राम तीरथ लीजिंग एंड फाइनेंस कंपनी प्राइवेट लिमिटेड व मोंडो फाइनेंशियल सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से बोल रहा है। उसने अपनी पत्नी के इलाज के लिए जो रकम लोन स्वरूप ली। है उसे जल्द लौटा दे वरना उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
अभद्र व्यवहार करके दिया धक्का
पीड़ित के मुताबिक, इस संबंध में उसने जब फोर्टिस अस्पताल में जाकर पता किया तो मालूम चला कि उसका मेडिक्लेम पॉलिसी से क्लेम कैंसिल हो गया था। जिस कारण अस्पताल द्वारा तीसरे पक्ष राम तीरथ लीजिंग एंड फाइनेंस कंपनी प्राइवेट लिमिटेड वह मोंडो फाइनेंशियल सर्विस प्राइवेट लिमिटेड से लोन लेकर अपने बिल का भुगतान कर लिया था। यह जानकारी मिलने पर वह दंग रह गया और इस धोखाधड़ी के बारे में जब अस्पताल प्रशासन से बात की तो उसके साथ अभद्र व्यवहार किया गया और उसे धक्के देकर भगा दिया गया। पीड़ित का कहना है कि इस दौरान उसे धमकी दी गई कि यदि वह भविष्य में दोबारा इस मामले में बात करने के लिए अस्पताल आया तो उसे जान से मार दिया जाएगा।
अवैध धन की मांग
पीड़ित का कहना है कि बिना उसकी सहमति के अस्पताल कर्मचारी व अन्य लोन कंपनियों ने उसके द्वारा जमा कराए गए दस्तावेजों के साथ कूट रचित व फर्जीवाड़ा कर छल कपट व धोखाधड़ी से अनुचित धन लाभ प्राप्त किया है। अब लोन कंपनियों व अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा उसे अवैध धन की मांग की जा रही है। पीड़ित के अनुसार उसने इसकी शिकायत थाना बीटा पुलिस से की लेकिन उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। इसके बाद उसने न्यायालय में याचिका दायर की। न्यायालय के निर्देश पर अस्पताल व लोन कंपनियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। Noida News
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