Noida News : घर की मरम्मत, पेंटिंग या अन्य निर्माण कार्य के लिए अब आपको लेबर चौक पर मजदूर ढूंढने नहीं जाना पड़ेगा। शहर के छात्र ने एक मोबाइल एप तैयार किया है, जो मजदूरों और राजमिस्त्रियों की जानकारी देगा। एप का नाम क्विक मिस्त्री रखा है। सेक्टर-62 स्थित उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट आॅफ डिजाइन (यूपीआइडी) के छात्र शाहिद रजा ने सहायक प्रो. डॉ. गुरमीत सिंह अरोड़ा के निर्देशन में एप तैयार किया है। एप उपयोगकर्ता को उनके आसपास के 2 किलोमीटर के दायरे में उपलब्ध राजमिस्त्री, पेंटर और अन्य दिहाड़ी मजदूरों की जानकारी देगा।
उपभोक्ताओं को समय बचाने में मदद मिलेगी
एप में मौजूद प्रोफाइल के जरिये ग्राहक मजदूरों के कौशल और अनुभव के अनुसार सीधे संपर्क कर सकते हैं। डॉ. गुरमीत ने बताया कि यह सुविधा न केवल उपभोक्ताओं को समय बचाने में मदद करेगी, बल्कि मजदूरों को बेहतर रोजगार दिलाएगी। शाहिद रजा का कहना है कि उन्होंने देखा कि दिहाड़ी मजदूर हर दिन काम की तलाश में घंटों लेबर चौक पर इंतजार करते हैं और कई बार उन्हें काम नहीं मिल पाता। वहीं, दूसरी ओर ग्राहक भी अच्छे और भरोसेमंद मजदूरों की तलाश में परेशान रहते हैं। इसी समस्या के समाधान के लिए उन्हें एप तैयार करने का विचार आया। बता दें कि, शहर में सेक्टर-62, 49 और 5 स्थित हरौला में लेबर चौक बना है। Noida News
रियल टाइम हायरिंग, उचित दाम की सुविधा
शाहिद के अनुसार एप के जरिये लोग अपनी जरूरत के हिसाब से मजदूरों को तुरंत चुन सकते हैं। एप में रियल टाइम हायरिंग, उचित मजदूरी और जॉब ट्रैकिंग जैसे फीचर्स शामिल किए गए हैं। छात्र शाहिद ने बताया कि एप में बहुभाषाओं का विकल्प दिया है, जिससे यह सभी वर्गों के लिए उपयोगी है। 13 जून को संस्थान की प्रदर्शनी के साथ ही एप प्लेस्टोर पर मौजूद होगा। Noida News