Film Festival: अमिताभ की फिल्मे दिखायेंगे कोलकाता फिल्म महोत्सव में

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calendar02 Dec 2025 04:42 AM
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Film Festival: कोलकाता। पश्चिम बंगाल के खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अरूप बिस्वास ने बताया कि 15 से 22 दिसंबर तक होने वाले 28वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (केआईएफएफ) में बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन की जिंदगी और काम की झलक दिखायी जाएगी।

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बिस्वास ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि आठ दिनों में सिनेप्रेमियों के लिए 10 स्थानों पर 42 देशों की 52 लघु और डॉक्यूमेंट्री (वृत्तचित्र) समेत कुल 183 फिल्में दिखायी जाएगी। उन्होंने कार्यक्रम का एक ‘लोगो’ भी जारी किया। मंत्री ने पत्रकारों को बताया कि समारोह में सबसे पहले ऋषिकेश मुखर्जी के निर्देशन वाली बच्चन की 1973 में आयी फिल्म ‘अभिमान’ दिखायी जाएगी। बच्चन के सिने करियर के प्रदर्शन के तौर पर ‘दीवार’ और ‘काला पत्थर’ फिल्में भी दिखायी जाएगी। ‘बिग बी’ के नाम से मशहूर बच्चन अपनी पत्नी जया के साथ नेताजी इनडोर स्टेडियम में समारोह के उद्घाटन में भाग लेंगे। कार्यक्रम में राज्यपाल सी वी आनंद बोस, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान भी उपस्थित रहेंगे। केआईएफएफ इस साल एक नया सेक्शन ‘गेम ऑन’ शुरू करेगा जिसके तहत ‘83’, ‘एमएस धोनी, द अनटोल्ड स्टोरी’ और ‘कोनी’ (1984) समेत खेल पर आधारित सात फिल्में दिखायी जाएगी।

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Dilip Kumar Birthday Special- जब दिलीप कुमार को अंग्रेजों के खिलाफ बोलने पर भेज दिया गया था जेल

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calendar30 Nov 2025 07:13 PM
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Dilip Kumar Birthday Special- हिंदी सिनेमा जगत के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार ने 5 दशक तक सबको अपनी एक्टिंग से एंटरटेन किया है। 98 वर्ष की आयु में वो भले ही दुनिया को छोड़कर चले गए मगर उनकी एक्टिंग आज भी लोगों के दिलों में ज़िंदा है। दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर, 1922 में पाकिस्तान में हुआ था। पाकिस्तान के पेशेवर में जन्मे दिलीप कुमार का असल नाम मोहम्मद युसुफ खान था। 1947 में दिलीप कुमार की एक फ़िल्म आई थी जिसका नाम था 'जुगनू'। इस फ़िल्म ने दिलीप को बहुत सफल बनाया और इसी के बाद दिलीप सफलता की सीढ़ी चढ़ते चले गए और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। दिलीप कुमार (Dilip Kumar) के बारे में एक और प्रमुख बात जो बहुत ही कम लोग जानते हैं वो यह है कि फिल्मों में कदम रखने से पहले वो ब्रिटिश आर्मी कैंटीन में काम किया करते थे। कैंटीन में दिलीप सैंडविच बनाते थे और यही नहीं उनके बनाए सैंडविच काफी ज्यादा मशहूर थे। एक बार कैंटीन में काम करने के दौरान ही उन्होंने भारत के पक्ष में स्पीच दी थी। उन्होंने कहा था कि भारत का लड़ना एकदम जायज है। उन्होंने ये भी कहा था कि ब्रिटिश शासक भारतीयों के साथ बहुत बुरी तरह से बर्ताव करते हैं। इस किस्से का जिक्र दिलीप ने अपनी किताब में भी किया है। उन्होंने बताया कि ऐसा भाषण देने के लिए उन्हें येरवड़ा जेल भेज दिया गया था। फिर अगली सुबह उनकी पहचान के एक मेजर आए तो उन्हें जेल से छुट्टी मिली।

● सायरा बानो से की शादी-

1966 में दिलीप कुमार और सायरा बानो ने एक दूसरे से शादी की। दोनों की उम्र में करीब 20 साल का अंतर था मगर मोहब्बत सच्ची थी। इसीलिए दोनों एक दूसरे के साथ शादी के बंधन में बंधे। दिलीप (Dilip Kumar) को आखिरी बार फ़िल्म 'किला' में अभिनय करते हुए देखा गया था। 1994 में उन्हें दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया था और 2019 में उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
Dharmendra Birthday Special- टैलेंट हंट जीतकर फिल्मों में कदम रखने वाले धर्मेंद आज मना रहे हैं 87वां जन्मदिन
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Blurr Movie Review : सस्पेंस से भरी हुई है नयी फ़िल्म Blurr की कहानी, दोहरे किरदार निभाती नजर आएँगी इसमें तापसी पन्नू

Blurr Movie Review
Blurr Movie Review: The story of the new film Blurr is full of suspense, Taapsee Pannu will be seen playing a double role in it.
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calendar30 Nov 2025 06:04 PM
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  Blurr Movie Review : पिछली कुछ फिल्मों से अपने टैलेंट का ख़ास जादू न चला पाने वाली बॉलीवुड की पॉपुलर एक्ट्रेस तापसी पन्नू की नयी फ़िल्मी कहानी भी अपने नाम के अनुसार ब्लर यानि धुंधली ही दिखायी दे रही है। हालांकि इसमें कोई दोराय नहीं है कि उन्होंने अपने रोल के लिए जीतोड़ मेहनत की है। आइये जानते हैं फ़िल्म की कहानी और उसके कलाकारों के बारे में...

Blurr Movie Review :

  9 दिसंबर को एक डिजिटल प्लेटफार्म zee5 पर लॉन्च हुई तापसी की नयी फ़िल्म ब्लर कुछ ख़ास कमाल करती हुई नहीं नजर आ रही है। इस फ़िल्म से उन्होंने बतौर प्रोडयुसर अपना डेब्यू भी किया है। इससे पहले वे एक स्पेनिश मूवी मिराज के रीमेक "दोबारा" में नजर आयी थीं जिसकी कहानी भी कुछ ऐसी ही कंफ्यूजन से भरी हुई महसूस हो रही थी। क्या है कहानी का सार? बताया जा रहा है कि यह फ़िल्म भी हॉलीवुड की एक कहानी Julia's eyes का रीमेक है जिसमें तापसी ने दो जुड़वाँ बहनों की जिंदगी का किरदार निभाया है। फ़िल्म की कहानी इन्हीं दो बहनों की जिंदगी के आस पास मंडराती है जिसमें से एक बहन गायत्री की मौत हो जाती है और दूसरी बहन गौतमी उसकी मौत के पीछे का कारण ढूंढने में जुट जाती है। हालांकि कहानी में पुलिस के द्वारा गायत्री की मौत को महज एक एक्सीडेंट के तौर पर देखा जाता है लेकिन गौतमी के दिमाग़ में घटना से जुड़े हुए कई सवाल खड़े हो जाते हैं। सच का पता लगाने के दौरान उसे कई अविश्वसनीय बातों का भी पता चलता है और उसका शक गहराता चला जाता है। इस दौरान गौतमी की आँखों की रोशनी भी जाती हुई दिखायी गयी है। ऐसे में क्या गौतमी, गायत्री की मौत की मिस्ट्री सुलझा पाएगी, यह जानने के लिए आपको इस मूवी को पूरा देखना होगा। लोगों को यह कहानी बीच में बोर भी कर सकती है या आप यह कह सकते हैं कि कहानी के अंदर दर्शकों को जोड़े रखने की क्षमता नहीं है। ऐसे में मूवी को. फास्ट फॉरवर्ड करके देखने के अलावा कोई दूसरा रास्ता दिखायी नहीं देता है। कौन है कहानी के मुख्य किरदार? दोनों एक जैसी दिखने वाली बहनों की भूमिका में तापसी पन्नू लीड रोल निभाते हुए देखी जा रहीं हैं। इसके अलावा अभिलाष थापियाल और गुलशन दैवया भी मूवी में अच्छा अभिनय करते हुए देखे जा सकते हैं। सस्पेंस से जुड़ी हुई कहानी में दिलचस्पी रखने वाले लोगों को यह मूवी जरुर देखनी चाहिये।