Death Risk- सावधान! अगर इतनी देर तक एक पैर पर नहीं हो सकते खड़े, तो मंडरा रहा है मौत का खतरा

10 सालों के अध्ययन के बाद पहुंचे हैं इस परिणाम पर -
ब्राजील (Brazil) के वैज्ञानिकों द्वारा इस तथ्य पर 10 सालों तक रिसर्च किया गया है। 10 सालों तक लगातार बैलेंस टेस्ट किए गए और जानने का प्रयास किया गया कि 10 सेकंड तक एक पैर पर खड़े होने के संतुलन के आधार पर, क्या लोगों के जीवन के दिनों के बारे में अनुमान लगाया जा सकता है। इस रिसर्च को करने के लिए 1700 लोगों पर इसका प्रयोग किया गया। 2009 से 2022 तक उनका रूटीन हेल्थ चेकअप किया गया। जिन लोगों पर यह टेस्ट किया गया उनकी उम्र 51 से 75 साल के बीच थी। इसमें 68% लोग पुरुष थे। जब इनकी औसत आयु निकाली गई तो वह 61 वर्ष निकली।17 सौ लोगों पर किए गए परीक्षण की जो रिपोर्ट सामने आई है वह कुछ इस प्रकार है -
इस परीक्षण में 51 से 55 उम्र के 5% लोग टेस्ट को पास नहीं कर पाए। 56 से 60 साल की उम्र में 8% लोग इस टेस्ट को तो को पास नहीं कर पाए। 61 से 65 साल के लोगों में 18% लोग टेस्ट पास करने में सफल नहीं हुए। 66 से 70 साल कि लोगों में से 30% लोग बैलेंस टेस्ट में फेल हो गए, व 71 से 75 साल के लोगों में 54% लोग टेस्ट को पास नहीं कर पाए। शोधकर्ताओं ने 10 साल की अवधि में यह पाया कि बैलेंस टेस्ट में असफल रहने वाले 17.5% लोगों की मौत अगले 10 साल के अंदर हो गई, जबकि बैलेंस टेस्ट पास करने वाले लोगों में से 4.6% लोगों की ही मौत अगले 10 सालों में हुई। रिसर्च में वैज्ञानिकों ने बैलेंस टेस्ट में फेल होने वाले लोगों का बीमारियों से भी गहरा कनेक्शन पाया। जो लोग बैलेंस टेस्ट में फेल हुए थे, उनमें मोटापा, हाइपरटेंशन, डिस्लिपिडेमिया, और कोरोनरी आर्टरी जैसी बीमारियां थी।Health: चित्त एकाग्र और प्रसन्न रहता है ‘सेम की फली’ खाने से!
कैसे करें बैलेंस टेस्ट -
बैलेंस टेस्ट करने के लिए आपको किसी लैब या टेक्निकल जांच की आवश्यकता नहीं है। घर पर बहुत ही आसानी पूर्वक एक टेस्ट किया जा सकता। 1. इस टेस्ट को करने के लिए सबसे पहले आप अपने दाएं अथवा बांए, किसी भी एक पैर पर एक 10 सेकंड के लिए खड़े हो जाएं। 2. ऊपर किए गए पैर को, जमीन पर रखे पैर के पीछे रखे। इस दौरान हाथ दोनों हाथों को साइड में रखें। नजरों के सामने रखें, व दूर तक देखने का प्रयास करें10 सालों के अध्ययन के बाद पहुंचे हैं इस परिणाम पर -
ब्राजील (Brazil) के वैज्ञानिकों द्वारा इस तथ्य पर 10 सालों तक रिसर्च किया गया है। 10 सालों तक लगातार बैलेंस टेस्ट किए गए और जानने का प्रयास किया गया कि 10 सेकंड तक एक पैर पर खड़े होने के संतुलन के आधार पर, क्या लोगों के जीवन के दिनों के बारे में अनुमान लगाया जा सकता है। इस रिसर्च को करने के लिए 1700 लोगों पर इसका प्रयोग किया गया। 2009 से 2022 तक उनका रूटीन हेल्थ चेकअप किया गया। जिन लोगों पर यह टेस्ट किया गया उनकी उम्र 51 से 75 साल के बीच थी। इसमें 68% लोग पुरुष थे। जब इनकी औसत आयु निकाली गई तो वह 61 वर्ष निकली।17 सौ लोगों पर किए गए परीक्षण की जो रिपोर्ट सामने आई है वह कुछ इस प्रकार है -
इस परीक्षण में 51 से 55 उम्र के 5% लोग टेस्ट को पास नहीं कर पाए। 56 से 60 साल की उम्र में 8% लोग इस टेस्ट को तो को पास नहीं कर पाए। 61 से 65 साल के लोगों में 18% लोग टेस्ट पास करने में सफल नहीं हुए। 66 से 70 साल कि लोगों में से 30% लोग बैलेंस टेस्ट में फेल हो गए, व 71 से 75 साल के लोगों में 54% लोग टेस्ट को पास नहीं कर पाए। शोधकर्ताओं ने 10 साल की अवधि में यह पाया कि बैलेंस टेस्ट में असफल रहने वाले 17.5% लोगों की मौत अगले 10 साल के अंदर हो गई, जबकि बैलेंस टेस्ट पास करने वाले लोगों में से 4.6% लोगों की ही मौत अगले 10 सालों में हुई। रिसर्च में वैज्ञानिकों ने बैलेंस टेस्ट में फेल होने वाले लोगों का बीमारियों से भी गहरा कनेक्शन पाया। जो लोग बैलेंस टेस्ट में फेल हुए थे, उनमें मोटापा, हाइपरटेंशन, डिस्लिपिडेमिया, और कोरोनरी आर्टरी जैसी बीमारियां थी।Health: चित्त एकाग्र और प्रसन्न रहता है ‘सेम की फली’ खाने से!







