Noida: महिलाओं में 75 वर्ष बाद कैंसर का खतरा अधिक





Saharanpur : कोरोना की दूसरी लहर की तुलना में अब संक्रमण दर भले ही बढ़ी हो, मगर मृत्यु दर और अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में काफी कमी दर्ज की गई है। वर्तमान में जिले में 427 कोरोना मरीज एक्टिव हैं। अब तक करीब 20 मरीज राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए हैं। जबकि दूसरी लहर में 60 से 70 फीसद मरीज सरकारी और निजी अस्पताल में भर्ती रहे थे।
जिले में कोरोना की तीसरी लहर ने दिसंबर 2021 में दस्तक दी थी। इसके बाद कोरोना के मरीज मिलने का सिलसिला एकाएक जारी है। शुरूआत में तो इक्का-दुक्का केस मिले, लेकिन जनवरी माह में कोरोना ने रोजाना 100 का आंकड़ा पार किया। राहत की बात यह है कि कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमित घर पर ही स्वस्थ हो रहे हैं। अब तक लगभग कोरोना के 20 मरीज ऐसे हैं, जिनको अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। जबकि चार हजार से अधिक मरीज घर पर सही हो गए हैं।
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लेकिन दूसरी लहर में हालात इतने बुरे थे कि काफी मरीजों को तो बेड भी नहीं मिले थे, जिसके कारण उन्हें जान भी गंवानी पड़ी थी। कई सारे मरीज जिले के बाहर दूसरे जिले और राज्यों के अस्पताल में भर्ती होकर उपचार कराया। इससे साफ जाहिर होता है कि अबकी बार संक्रमण दर से बढ़ा लेकिन टीकाकरण के कारण लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से कोरोना घातक नहीं हुआ। जिसके कारण इस बार अस्पताल में बेड खाली पड़े हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी शिवांका गौड का कहना है कि कोरोना के तीसरी लहर में संक्रमित घर पर ही सही हो रहे हैं। चार हजार से अधिक कोरोना के केस मिले हैं, जिनमें करीब 20 संक्रमित ही राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए हैं। बाकी मरीज घर पर स्वस्थ हो गए।
● 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग बूस्टर डोज लगवाएं
● थ्री लेयर मास्क पहनकर ही घर से बाहर जाएं।
● पानी खूब पीएं, बीमारी की दवाएं बंद न करें।
● भीड़ से बचें, अस्पतालों में बेवजह न जाएं।
● दाल, हरी सब्जी, मौसमी फल भरपूर खाएं।
● जिनको अभी टीका नहीं लगा है, वह टीकाकरण करवा लें।
Saharanpur : कोरोना की दूसरी लहर की तुलना में अब संक्रमण दर भले ही बढ़ी हो, मगर मृत्यु दर और अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में काफी कमी दर्ज की गई है। वर्तमान में जिले में 427 कोरोना मरीज एक्टिव हैं। अब तक करीब 20 मरीज राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए हैं। जबकि दूसरी लहर में 60 से 70 फीसद मरीज सरकारी और निजी अस्पताल में भर्ती रहे थे।
जिले में कोरोना की तीसरी लहर ने दिसंबर 2021 में दस्तक दी थी। इसके बाद कोरोना के मरीज मिलने का सिलसिला एकाएक जारी है। शुरूआत में तो इक्का-दुक्का केस मिले, लेकिन जनवरी माह में कोरोना ने रोजाना 100 का आंकड़ा पार किया। राहत की बात यह है कि कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमित घर पर ही स्वस्थ हो रहे हैं। अब तक लगभग कोरोना के 20 मरीज ऐसे हैं, जिनको अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। जबकि चार हजार से अधिक मरीज घर पर सही हो गए हैं।
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लेकिन दूसरी लहर में हालात इतने बुरे थे कि काफी मरीजों को तो बेड भी नहीं मिले थे, जिसके कारण उन्हें जान भी गंवानी पड़ी थी। कई सारे मरीज जिले के बाहर दूसरे जिले और राज्यों के अस्पताल में भर्ती होकर उपचार कराया। इससे साफ जाहिर होता है कि अबकी बार संक्रमण दर से बढ़ा लेकिन टीकाकरण के कारण लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से कोरोना घातक नहीं हुआ। जिसके कारण इस बार अस्पताल में बेड खाली पड़े हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी शिवांका गौड का कहना है कि कोरोना के तीसरी लहर में संक्रमित घर पर ही सही हो रहे हैं। चार हजार से अधिक कोरोना के केस मिले हैं, जिनमें करीब 20 संक्रमित ही राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए हैं। बाकी मरीज घर पर स्वस्थ हो गए।
● 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग बूस्टर डोज लगवाएं
● थ्री लेयर मास्क पहनकर ही घर से बाहर जाएं।
● पानी खूब पीएं, बीमारी की दवाएं बंद न करें।
● भीड़ से बचें, अस्पतालों में बेवजह न जाएं।
● दाल, हरी सब्जी, मौसमी फल भरपूर खाएं।
● जिनको अभी टीका नहीं लगा है, वह टीकाकरण करवा लें।