भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए जर्मनी बना बढ़िया ठिकाना! अमेरिका की नीति पर ली चुटकी

तेल अवीब, चेतना मंच। इज़राइल हमास के बीच युद्धविराम के बाद पुनः शुरू हुई जंग अब भीषण रूप ले रही है



आज का युग सूचना का युग है। तेजी से बदलती दुनिया में हर व्यक्ति चाहता है कि उसे दुनिया भर की बड़ी और ताजा खबरें तुरंत, सीधे और अपनी भाषा में मिलें। अब सोचिए, अगर सारी महत्वपूर्ण खबरें, हर पल की हलचल और अहम अपडेट्स सिर्फ एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हों, तो यह खबरों की असली क्रांति नहीं तो और क्या होगी। चेतना मंच आपके लिए लाया है यही सुविधा—विश्वभर की ताजा घटनाओं और महत्वपूर्ण समाचारों का संपूर्ण संग्रह, अब पूरी तरह हिंदी में। International News
मंगलवार को बलोचिस्तान की राजधानी क्वेटा के पास जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को निशाना बनाकर किए गए धमाके की जिम्मेदारी बलोच रिपब्लिकन गार्ड्स (बीआरजीएस) ने ली है। संगठन ने दावा किया कि इस हमले में पाकिस्तान सेना के कई जवान मारे गए और कई घायल हुए। फिलहाल संघीय सरकार ने इस दावे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। International News
बीआरजीएस के प्रवक्ता दोस्तिन बलोच ने मीडिया को बताया कि मंगलवार शाम मस्तुंग के रेगिस्तान में उनके लड़ाकों ने आईईडी लगाकर रिमोट कंट्रोल के जरिए जाफर एक्सप्रेस को निशाना बनाया। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि ट्रेन के पांच डिब्बे पटरी से उतरकर पलट गए। प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान सेना अक्सर अपने सैनिकों और परिवहन के लिए यात्री रेलगाड़ियों का उपयोग करती है, और इसी को निशाना बनाया गया। International News
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, विस्फोट मस्तुंग जिले के दश्त इलाके में हुआ। विस्फोट में एक दर्जन यात्री घायल हुए, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। घायलों को क्वेटा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जिनमें कुछ की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पटरी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है, जिसके कारण रेल सेवाएं फिलहाल स्थगित कर दी गई हैं। रेलमंत्री हनीफ अब्बासी ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं और अधिकारियों को 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। मामले की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है।
11 मार्च को आतंकवादियों ने नौ बोगियों में सवार 400 से अधिक यात्रियों को ले जा रही जाफर एक्सप्रेस का अपहरण किया था। निकासी अभियान शुरू होने से पहले ही 21 यात्रियों की हत्या कर दी गई थी। पाकिस्तान सेना ने सभी 33 हमलावरों को मार गिराने का दावा किया। उस समय की जांच में सामने आया था कि हमलावर अफगानिस्तान में अपने आकाओं के संपर्क में थे। International News
प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के आत्मघाती दस्ते मजीद ब्रिगेड से जुड़े गुल रहमान उर्फ़ उस्ताद मुरीद ने ट्रेन के अपहरण की साजिश रची थी। मजीद ब्रिगेड ने उस समय जाफर एक्सप्रेस, कराची स्थित चीनी वाणिज्य दूतावास और ग्वादर स्थित पर्ल कॉन्टिनेंटल होटल पर हमलों की जिम्मेदारी भी ली थी। International News
डबलिन स्थित भारतीय दूतावास ने पहली बार असम राज्य को समर्पित विशेष सांस्कृतिक संध्या का आयोजन कर एक यादगार अनुभव प्रस्तुत किया। ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के संदेश से प्रेरित यह कार्यक्रम दूतावास की राज्य-सांस्कृतिक-कार्यक्रम-शृंखला का हिस्सा था और उपस्थित दर्शकों के लिए असम की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जीवंत प्रदर्शन साबित हुआ। International News
कार्यक्रम में असम की ऐतिहासिक धरोहर, सांस्कृतिक परंपरा, पाक कला और पर्यटन की झलक पेश की गई। पारंपरिक नृत्य, असमिया कविता पाठ और असम की खूबसूरत वस्त्र एवं शिल्प प्रदर्शनी ने शाम को और भी आकर्षक बना दिया। मल्टीमीडिया प्रस्तुति के माध्यम से उपस्थित लोगों को असम की विविधताओं से परिचित कराया गया। इस आयोजन को असम एसोसिएशन ऑफ आयरलैंड के अध्यक्ष दिगंत मालाकार और उनके सदस्यों के उत्साही समर्थन से सफल बनाया गया।
आयरलैंड में भारत के राजदूत अखिलेश मिश्र ने कार्यक्रम की मेजबानी करते हुए इसकी सफलता पर प्रसन्नता जताई। उन्होंने बताया कि यह आयोजन आयरलैंड में सक्रिय, लेकिन अपेक्षाकृत छोटे असमिया समुदाय (लगभग 200 सदस्य) की भागीदारी और ऊर्जा के कारण ही संभव हुआ। राजदूत ने यह भी कहा कि भारत के प्रत्येक राज्य की अपनी विशिष्ट भाषायी, सांस्कृतिक और प्राकृतिक पहचान है। इस तरह के कार्यक्रम भारतीयों को अपने विभिन्न राज्यों में रहने वाले भाइयों और बहनों की सांस्कृतिक समृद्धि से परिचित कराते हैं और पारस्परिक सीख और सहयोग को बढ़ावा देते हैं।
अखिलेश मिश्र ने याद दिलाया कि दूतावास की राज्य-सांस्कृतिक-कार्यक्रम-शृंखला के माध्यम से अब तक 16 राज्यों को प्रस्तुत किया जा चुका है। इसका मुख्य उद्देश्य आयरलैंड में प्रवासी भारतीयों और स्थानीय लोगों को भारत की विविधता में विद्यमान एकता का अनुभव कराना है। असम पर यह पहली प्रस्तुति निश्चित ही भारतीय संस्कृति के अंतरराष्ट्रीय प्रसार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। International News
भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 80वें उच्चस्तरीय सत्र के अवसर पर आज न्यूयॉर्क में समान विचारधारा वाले वैश्विक दक्षिण देशों की बैठक का आयोजन किया। उन्होंने बैठक की तस्वीरें और विवरण अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा करते हुए कहा कि सभी प्रतिनिधियों का स्वागत कर उन्हें खुशी हुई। International News
जयशंकर ने कहा कि बढ़ती वैश्विक चुनौतियों और जोखिमों के बीच, यह आवश्यक है कि वैश्विक दक्षिण बहुपक्षवाद के माध्यम से समाधान खोजे। उन्होंने बैठक में चार प्रमुख प्रस्ताव रखे:
संपर्क और सहयोग को मजबूत करना: वैश्विक दक्षिण के देशों के बीच परामर्श और सहयोग को बढ़ाने के लिए मौजूदा मंचों का अधिकतम उपयोग।
विशेष क्षमताओं और उपलब्धियों को साझा करना: डिजिटल, शिक्षा, कृषि, लघु एवं मध्यम उद्यम जैसे क्षेत्रों में विकसित अनुभव और तकनीकों को साझा करना, जिससे अन्य देशों को लाभ मिल सके।
जलवायु कार्रवाई और न्याय: जलवायु बदलाव और जलवायु न्याय के लिए ऐसी पहल जो वैश्विक दक्षिण के हित में हों।
भविष्य की तकनीक और बहुपक्षवाद: कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसी उभरती तकनीकों के अवसरों पर चर्चा करना और संयुक्त राष्ट्र और बहुपक्षवाद के ढांचे को और मजबूत करना। International News
बैठक के दौरान जयशंकर ने नीदरलैंड के विदेश मंत्री डेविड वैन वील, जमैका की विदेश मंत्री, सेंट लूसिया के विदेश मंत्री अल्वा बैप्टिस्ट, मॉरीशस के विदेश मंत्री रितेश रामफूल, सूरीनाम के विदेश मंत्री मेल्विन बौवा, डेनमार्क के विदेश मंत्री और श्रीलंका के विदेश मंत्री से भी द्विपक्षीय चर्चा की। विदेशमंत्री जयशंकर ने कल अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से भी अहम बातचीत की थी। उन्होंने पुष्टि की कि 27 सितंबर को वे यूएनजीए के मंच से भारत का वक्तव्य देंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि यूक्रेन रूस के आक्रमण से पहले की अपनी सीमाओं को दोबारा प्राप्त कर सकता है। उन्होंने नाटो सदस्य देशों की हवाई सीमा में किसी भी रूसी विमान की घुसपैठ पर उन्हें मार गिराने की वकालत की। International News
संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान और बाद में ट्रुथ सोशल पर अपनी पोस्ट में ट्रंप ने यूक्रेन की सीमाओं और रूस के खिलाफ सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि यूक्रेन 2014 से रूस द्वारा कब्जाए गए क्षेत्रों को जीतने में सक्षम है। इससे पहले ट्रंप शांति समझौते के तहत कुछ क्षेत्रों को छोड़ने का सुझाव दे चुके थे, लेकिन अब उनका बयान नाटो को रूस के साथ सीधे संघर्ष में शामिल करने की दिशा में एक निर्णायक संकेत देता है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान नाटो के हमलों के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा, "हां, मैं ऐसा चाहता हूं।" ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा कि यूरोपीय संघ के समर्थन से यूक्रेन पूरे देश को मूल स्वरूप में वापस लाने में सक्षम है। उन्होंने रूस को "कागज़ी शेर" बताते हुए कहा कि मॉस्को को भारी आर्थिक हानि हो रही है और उसे पेट्रोल की आपूर्ति भी मुश्किल हो रही है। International News
ट्रंप ने लिखा, "समय, धैर्य और नाटो के वित्तीय सहयोग से यूक्रेन अपने देश की मूल सीमाएं वापस पा सकता है। पुतिन और रूस बड़े आर्थिक संकट में हैं और यही समय है कि यूक्रेन निर्णायक कदम उठाए। जेलेंस्की ने कहा कि ट्रंप के विचार में "एक बड़ा बदलाव" आया है और उन्होंने अमेरिकी नेता को "गेमचेंजर" करार दिया। उन्होंने मीडिया को बताया कि ट्रंप पूरी स्थिति से अवगत हैं और यह उनके लिए सकारात्मक संकेत है।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने ट्रंप की पोस्ट के कुछ घंटे बाद स्पष्ट किया कि युद्ध का समाधान सैन्य नहीं बल्कि कूटनीतिक माध्यमों से ही संभव है। उन्होंने कहा, "यह युद्ध बातचीत की मेज पर समाप्त होगा। अमेरिका शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। International News
पोलैंड, एस्टोनिया और अन्य देशों में रूसी विमानों की हालिया घुसपैठ ने नाटो और मॉस्को के बीच सीधे टकराव की संभावना बढ़ा दी है। नाटो महासचिव जेन्स स्टोल्टनबर्ग ने कहा कि किसी भी विमान को मार गिराने का निर्णय केवल खुफिया जानकारी और खतरे के मूल्यांकन के बाद ही लिया जाना चाहिए। International News
आज का युग सूचना का युग है। तेजी से बदलती दुनिया में हर व्यक्ति चाहता है कि उसे दुनिया भर की बड़ी और ताजा खबरें तुरंत, सीधे और अपनी भाषा में मिलें। अब सोचिए, अगर सारी महत्वपूर्ण खबरें, हर पल की हलचल और अहम अपडेट्स सिर्फ एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हों, तो यह खबरों की असली क्रांति नहीं तो और क्या होगी। चेतना मंच आपके लिए लाया है यही सुविधा—विश्वभर की ताजा घटनाओं और महत्वपूर्ण समाचारों का संपूर्ण संग्रह, अब पूरी तरह हिंदी में। International News
मंगलवार को बलोचिस्तान की राजधानी क्वेटा के पास जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को निशाना बनाकर किए गए धमाके की जिम्मेदारी बलोच रिपब्लिकन गार्ड्स (बीआरजीएस) ने ली है। संगठन ने दावा किया कि इस हमले में पाकिस्तान सेना के कई जवान मारे गए और कई घायल हुए। फिलहाल संघीय सरकार ने इस दावे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। International News
बीआरजीएस के प्रवक्ता दोस्तिन बलोच ने मीडिया को बताया कि मंगलवार शाम मस्तुंग के रेगिस्तान में उनके लड़ाकों ने आईईडी लगाकर रिमोट कंट्रोल के जरिए जाफर एक्सप्रेस को निशाना बनाया। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि ट्रेन के पांच डिब्बे पटरी से उतरकर पलट गए। प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान सेना अक्सर अपने सैनिकों और परिवहन के लिए यात्री रेलगाड़ियों का उपयोग करती है, और इसी को निशाना बनाया गया। International News
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, विस्फोट मस्तुंग जिले के दश्त इलाके में हुआ। विस्फोट में एक दर्जन यात्री घायल हुए, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। घायलों को क्वेटा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जिनमें कुछ की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पटरी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है, जिसके कारण रेल सेवाएं फिलहाल स्थगित कर दी गई हैं। रेलमंत्री हनीफ अब्बासी ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं और अधिकारियों को 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। मामले की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है।
11 मार्च को आतंकवादियों ने नौ बोगियों में सवार 400 से अधिक यात्रियों को ले जा रही जाफर एक्सप्रेस का अपहरण किया था। निकासी अभियान शुरू होने से पहले ही 21 यात्रियों की हत्या कर दी गई थी। पाकिस्तान सेना ने सभी 33 हमलावरों को मार गिराने का दावा किया। उस समय की जांच में सामने आया था कि हमलावर अफगानिस्तान में अपने आकाओं के संपर्क में थे। International News
प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के आत्मघाती दस्ते मजीद ब्रिगेड से जुड़े गुल रहमान उर्फ़ उस्ताद मुरीद ने ट्रेन के अपहरण की साजिश रची थी। मजीद ब्रिगेड ने उस समय जाफर एक्सप्रेस, कराची स्थित चीनी वाणिज्य दूतावास और ग्वादर स्थित पर्ल कॉन्टिनेंटल होटल पर हमलों की जिम्मेदारी भी ली थी। International News
डबलिन स्थित भारतीय दूतावास ने पहली बार असम राज्य को समर्पित विशेष सांस्कृतिक संध्या का आयोजन कर एक यादगार अनुभव प्रस्तुत किया। ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के संदेश से प्रेरित यह कार्यक्रम दूतावास की राज्य-सांस्कृतिक-कार्यक्रम-शृंखला का हिस्सा था और उपस्थित दर्शकों के लिए असम की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जीवंत प्रदर्शन साबित हुआ। International News
कार्यक्रम में असम की ऐतिहासिक धरोहर, सांस्कृतिक परंपरा, पाक कला और पर्यटन की झलक पेश की गई। पारंपरिक नृत्य, असमिया कविता पाठ और असम की खूबसूरत वस्त्र एवं शिल्प प्रदर्शनी ने शाम को और भी आकर्षक बना दिया। मल्टीमीडिया प्रस्तुति के माध्यम से उपस्थित लोगों को असम की विविधताओं से परिचित कराया गया। इस आयोजन को असम एसोसिएशन ऑफ आयरलैंड के अध्यक्ष दिगंत मालाकार और उनके सदस्यों के उत्साही समर्थन से सफल बनाया गया।
आयरलैंड में भारत के राजदूत अखिलेश मिश्र ने कार्यक्रम की मेजबानी करते हुए इसकी सफलता पर प्रसन्नता जताई। उन्होंने बताया कि यह आयोजन आयरलैंड में सक्रिय, लेकिन अपेक्षाकृत छोटे असमिया समुदाय (लगभग 200 सदस्य) की भागीदारी और ऊर्जा के कारण ही संभव हुआ। राजदूत ने यह भी कहा कि भारत के प्रत्येक राज्य की अपनी विशिष्ट भाषायी, सांस्कृतिक और प्राकृतिक पहचान है। इस तरह के कार्यक्रम भारतीयों को अपने विभिन्न राज्यों में रहने वाले भाइयों और बहनों की सांस्कृतिक समृद्धि से परिचित कराते हैं और पारस्परिक सीख और सहयोग को बढ़ावा देते हैं।
अखिलेश मिश्र ने याद दिलाया कि दूतावास की राज्य-सांस्कृतिक-कार्यक्रम-शृंखला के माध्यम से अब तक 16 राज्यों को प्रस्तुत किया जा चुका है। इसका मुख्य उद्देश्य आयरलैंड में प्रवासी भारतीयों और स्थानीय लोगों को भारत की विविधता में विद्यमान एकता का अनुभव कराना है। असम पर यह पहली प्रस्तुति निश्चित ही भारतीय संस्कृति के अंतरराष्ट्रीय प्रसार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। International News
भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 80वें उच्चस्तरीय सत्र के अवसर पर आज न्यूयॉर्क में समान विचारधारा वाले वैश्विक दक्षिण देशों की बैठक का आयोजन किया। उन्होंने बैठक की तस्वीरें और विवरण अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा करते हुए कहा कि सभी प्रतिनिधियों का स्वागत कर उन्हें खुशी हुई। International News
जयशंकर ने कहा कि बढ़ती वैश्विक चुनौतियों और जोखिमों के बीच, यह आवश्यक है कि वैश्विक दक्षिण बहुपक्षवाद के माध्यम से समाधान खोजे। उन्होंने बैठक में चार प्रमुख प्रस्ताव रखे:
संपर्क और सहयोग को मजबूत करना: वैश्विक दक्षिण के देशों के बीच परामर्श और सहयोग को बढ़ाने के लिए मौजूदा मंचों का अधिकतम उपयोग।
विशेष क्षमताओं और उपलब्धियों को साझा करना: डिजिटल, शिक्षा, कृषि, लघु एवं मध्यम उद्यम जैसे क्षेत्रों में विकसित अनुभव और तकनीकों को साझा करना, जिससे अन्य देशों को लाभ मिल सके।
जलवायु कार्रवाई और न्याय: जलवायु बदलाव और जलवायु न्याय के लिए ऐसी पहल जो वैश्विक दक्षिण के हित में हों।
भविष्य की तकनीक और बहुपक्षवाद: कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसी उभरती तकनीकों के अवसरों पर चर्चा करना और संयुक्त राष्ट्र और बहुपक्षवाद के ढांचे को और मजबूत करना। International News
बैठक के दौरान जयशंकर ने नीदरलैंड के विदेश मंत्री डेविड वैन वील, जमैका की विदेश मंत्री, सेंट लूसिया के विदेश मंत्री अल्वा बैप्टिस्ट, मॉरीशस के विदेश मंत्री रितेश रामफूल, सूरीनाम के विदेश मंत्री मेल्विन बौवा, डेनमार्क के विदेश मंत्री और श्रीलंका के विदेश मंत्री से भी द्विपक्षीय चर्चा की। विदेशमंत्री जयशंकर ने कल अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से भी अहम बातचीत की थी। उन्होंने पुष्टि की कि 27 सितंबर को वे यूएनजीए के मंच से भारत का वक्तव्य देंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि यूक्रेन रूस के आक्रमण से पहले की अपनी सीमाओं को दोबारा प्राप्त कर सकता है। उन्होंने नाटो सदस्य देशों की हवाई सीमा में किसी भी रूसी विमान की घुसपैठ पर उन्हें मार गिराने की वकालत की। International News
संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान और बाद में ट्रुथ सोशल पर अपनी पोस्ट में ट्रंप ने यूक्रेन की सीमाओं और रूस के खिलाफ सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि यूक्रेन 2014 से रूस द्वारा कब्जाए गए क्षेत्रों को जीतने में सक्षम है। इससे पहले ट्रंप शांति समझौते के तहत कुछ क्षेत्रों को छोड़ने का सुझाव दे चुके थे, लेकिन अब उनका बयान नाटो को रूस के साथ सीधे संघर्ष में शामिल करने की दिशा में एक निर्णायक संकेत देता है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान नाटो के हमलों के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा, "हां, मैं ऐसा चाहता हूं।" ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा कि यूरोपीय संघ के समर्थन से यूक्रेन पूरे देश को मूल स्वरूप में वापस लाने में सक्षम है। उन्होंने रूस को "कागज़ी शेर" बताते हुए कहा कि मॉस्को को भारी आर्थिक हानि हो रही है और उसे पेट्रोल की आपूर्ति भी मुश्किल हो रही है। International News
ट्रंप ने लिखा, "समय, धैर्य और नाटो के वित्तीय सहयोग से यूक्रेन अपने देश की मूल सीमाएं वापस पा सकता है। पुतिन और रूस बड़े आर्थिक संकट में हैं और यही समय है कि यूक्रेन निर्णायक कदम उठाए। जेलेंस्की ने कहा कि ट्रंप के विचार में "एक बड़ा बदलाव" आया है और उन्होंने अमेरिकी नेता को "गेमचेंजर" करार दिया। उन्होंने मीडिया को बताया कि ट्रंप पूरी स्थिति से अवगत हैं और यह उनके लिए सकारात्मक संकेत है।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने ट्रंप की पोस्ट के कुछ घंटे बाद स्पष्ट किया कि युद्ध का समाधान सैन्य नहीं बल्कि कूटनीतिक माध्यमों से ही संभव है। उन्होंने कहा, "यह युद्ध बातचीत की मेज पर समाप्त होगा। अमेरिका शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। International News
पोलैंड, एस्टोनिया और अन्य देशों में रूसी विमानों की हालिया घुसपैठ ने नाटो और मॉस्को के बीच सीधे टकराव की संभावना बढ़ा दी है। नाटो महासचिव जेन्स स्टोल्टनबर्ग ने कहा कि किसी भी विमान को मार गिराने का निर्णय केवल खुफिया जानकारी और खतरे के मूल्यांकन के बाद ही लिया जाना चाहिए। International News
