कट्टरपंथियों ने निकाला तसलीमा नसरीन के 'चुंबन' पर गुस्सा, की तोड़-फोड़

Taslima
Controversial Writer
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 06:28 AM
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Controversial Writer : बांग्लादेश में इस समय कट्टरपंथी पूरी तरह हाबी हैं, ऐसे समय में बांग्लादेश की विवादित लेखिका तसलीमा नसरीन एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार भी तसलीमा नसरीन अपनी नई पुस्तक को लेकर फिर से कट्टरपंथियों की नजर में आ गई हैं। तसलीमा नसरीन ने सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया और लिखा कि अमर एकुशे पुस्तक मेले में उस बुक स्टॉल को कट्टरपंथियों ने निशाना बनाया है, जहां उनकी पुस्तक बिक्री के लिए रखी गई थी। बांग्लादेश में तसलीमा नसरीन पुस्तक प्रतिबंधित है। तसलीमा नसरीन ने लिखा कि जिहादी धार्मिक चरमपंथियों ने प्रकाशक सब्यसाची के स्टॉल पर हमला किया। उनका अपराध केवल इतना था कि उन्होंने हमारी किताब का प्रकाशन किया है। तसलीमा नसरीन ने यह भी आरोप लगाया कि बांग्लादेश की नई सरकार अवैध तरीके से लौटने से रोक रही है। मेरा बांग्लादेशी पासपोर्ट का रिन्यूअल नहीं किया जा रहा है।

वर्तमान सरकार इन चरमपंथियों का समर्थन कर रही

बांग्लादेश में कट्टरपंथी विचारधारा इस तरह हाबी है कि आज भी वहां सच सुनना देखना लोग बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। लेखिका तसलीमा नसरीन ने आगे यह भी लिखा कि पुस्तक मेला अधिकारियों और स्थानीय पुलिस ने मेरी पुस्तक को हटाने का आदेश दिया है। इस आदेश के पालन के बाद भी चरमपंथियों ने बुक स्टॉल पर तोड़फोड़ की और इसे बंद करा दिया। तसलीमा ने इसी के साथ यह भी आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार इन चरमपंथियों का समर्थन कर रही है और देश भर में जिहादी गतिविधियां फैल रही हैं।

यूनुस सरकार ने दिये जांच के आदेश

बांग्लादेश में इस समय कट्टरपंथी इतने हाबी हो गए हैं कि वहां की सरकार भी उन्हें नहीं संभाल पा रही है। हालांकि इस बढ़ावा भी वहां की सरकार ने दिया है। वैसे बांग्लादेश सरकार के मौजूदा मुखिया मोहम्मद यूनुस ने इस हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह बांग्लादेशी नागरिकों के अधिकारों और हमारे देश के कानूनों के प्रति अवमानना है। सरकार ने पुस्तक मेले में हमले की जांच के आदेश दे दिए हैं। मोहम्मद यूनुस ने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की हिंसा एकुशे पुस्तक मेले की खुले विचारों वाली भावना को कमजोर करती है, जो भाषा आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है।

हमला के बाद की तोड़फोड़

बांग्लादेश में तसलीमा नसरीन की पुस्तक पर बैन है और वह खुद निर्वासित जीवन जी रही हैं भारत में रहकर। इस बार जब उनकी पुस्तक चुंबन का प्रकाशन एक प्रकाशक ने किया और उसे पुस्तक मेले में स्टाल पर रखा तो कट््टरपंथियों को इसकी जानकारी हुई और वे उन प्रदर्शनकारियों का एक समूह सब्यसाची प्रकाशन के पास आया और हंगामा शुरू कर दिया कि तसलीमा नसरीन की किताब स्टॉल पर क्यों रखी गई है। इसके बाद हंगामा करने वालों ने प्रकाशक पर हमला किया और तसलीमा की किताब फेंक दी और तोड़फोड़ किया। हालांकि इस समय बांग्लादेश में इस तरह की घटनाएं आम हो गई हैं।

तसलीमा की किस पुस्तक को लेकर हुआ बवाल

मूल बांग्ला में लिखी इस पुस्तक का नाम चुंबन है। इसका हिंदी अनुवाद भी उपलब्ध है। यह पुस्तक तसलीमा की हालिया की कुछ कहानियों का संग्रह है। तसलीमा ने अपनी इन कहानियों के बारे में लिखा है जिन लोगों और जिंदगियों को उन्होंने लंबे समय तक करीब से देखा है, और अब भी देखते हैं, वे इतने वीभत्स हैं कि अगर उन पर साहित्य का आवरण भी डाल दें, तो वह पूरी तरह से अश्लील लगेगा। भले ही उनकी कहानियां विभिन्न परिवेशों और स्थानों मसलन ढाका, कोलकाता, दिल्ली या सऊदी अरब की हैं, लेकिन लोगों के दिलों दिमाग के करीब हैं।

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शेयर बाजार में गिरावट जारी, नहीं ले रहा थमने का नाम

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Share Market
locationभारत
userचेतना मंच
calendar11 Feb 2025 06:45 PM
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Share Market : जबसे ट्रंप ने अमेरिका में सत्ता संभाला है और टैरिफ के बारे में घोषणा की है तभी से अंतरराष्टÑीय शेयर बाजार में हड़कंप मच गया है। निवेशकों में हलचल बढ़ गई है और विदेशी निवेशकों की निरंतर निकासी और अमेरिका के ट्रेड वॉर की आशंकाओं को हवा देने के बीच मंगलवार को शुरुआती कारोबार सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई। कारोबारी हफ्ते के लगातार दूसरे दिन मंगलवार को बाजार की शुरुआत सपाट हुई लेकिन समय के साथ गिरावट बढ़ती जा रही है। मंगलवार को भी घरेलू शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली है।

घरेलू बाजारों में लगातार पांचवें सत्र में भी गिरावट जारी

ट्रंप के ट्रेडवार की आशंकाओं को देखते हुए घरेलू बाजारों में लगातार पांचवें सत्र में भी गिरावट जारी रही। बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 201.06 अंक की गिरावट के साथ 77,110.74 अंक पर आ गया। एनएसई निफ्टी 79.55 अंक फिसलकर 23,302.05 अंक पर रहा। वहीं, खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स में 300 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखी जा रही है। इस तरह शेयर बाजार लगातार अनिश्चितताओं के बीच घूम रहा है।

शेयरों के इन स्टॉक्स में सबसे ज्यादा रही गिरावट

सेंसेक्स में लिस्टेड 30 कंपनियों में से पावर ग्रिड, जोमैटो, टाटा मोटर्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, सन फार्मा, कोटक महिंद्रा बैंक और टाटा स्टील के शेयर सबसे अधिक नुकसान में रहे। इंफोसिस, एचसीएल टेक, मारुति और आईटीसी के शेयर लाभ में रहे। घरेलू बाजारों में लगातार पांचवें सत्र में गिरावट जारी रही। बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 201.06 अंक की गिरावट के साथ 77,110.74 अंक पर आ गया। एनएसई निफ्टी 79.55 अंक फिसलकर 23,302.05 अंक पर रहा। वहीं, सेंसेक्स में अभी तक 300 अंकों से ज्यादा की गिरावट देखी जा रही है।

ग्लोबल बाजार का हाल

कुछ देशों को छोड़कर बाकी के देशों में शेयर बाजारों में गिरावट देखी गई। एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट में रहे, जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी फायदे में रहा। अमेरिकी बाजार सोमवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.26 प्रतिशत चढ़कर 76.07 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) सोमवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 2,463.72 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

डालर के मुकाबले रुपये का हाल

रुपया भी इस ट्रेड कारोबार की आशंकाओं के कारण काफी अस्थिर नजर आ रहा है। रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में 61 पैसे की बढ़त के साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.84 पर पहुंच गया। व्यापार युद्ध की बढ़ती आशंकाओं के कारण व्यापक आर्थिक अनिश्चितता उत्पन्न हो गई है। जिससे वैश्विक मुद्रा बाजारों पर काफी प्रभाव पड़ा है, रुपया इस उठापटक के बीच सोमवार को 88 के स्तर के करीब पहुंच गया था।

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हज में बच्चों को ले जाने पर सऊदी ने उठाया बड़ा कदम, बदले ये नियम

Hajj 1 1
VIP quota abolished in Hajj, Muslim religious leaders welcomed the decision
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 07:38 PM
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Saudi Ban on children's Hajj : सऊदी अरब ने साल 2025 के हज से पहले एक बड़ा फैसला लिया है। दरअसल सऊदी अरब के इस नए बड़े फैसले के मुताबिक अब हज के दौरान बच्चों की एंट्री बैन कर दी गई है। इस बात की जानकारी सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्रालय ने दी है।

आपको बता दें उमरा मंत्रालय ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि हज के दौरान हर साल बढ़ती भीड़ के कारण इस कदम को उठाना पड़ा है। साथ ही बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें हज करने से रोका गया है।

हज और उमरा मंत्रालय का बड़ा बयान

दरअसल इस बारे में सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्रालय का कहना है कि 2025 में उन्हीं लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी, जो पहली बार हज करने आए  हैं। बच्चों पर बैन भी इसी वजह से लगाया है कि उन्हें भीड़ भाड़ में होने वाली परेशानी से बचाया जा सके। हज 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू का दिया गया है। अगर आप इस साल हज करने के लिए जाना चाहते है। तो आपको इसके लिए सबसे पहले रजिस्ट्रेशन करना होगा।

Nusuk app के जरिए करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन

आपको बता दें की सऊदी अरब के नागरिक और वहां रहने वाले Nusuk app के जरिए या ऑफिशियल ऑनलाइन पोर्टल के जरिए अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। आवेदकों को अपनी जानकारी सत्यापित कराने के साथ ही उनके साथ यात्रा करने वाले का भी पंजीकृत करना जरूरी है।

किन-किन देशों पर होगा असर

दरअसल सऊदी अरब वीजा नियम में भी कुछ बदलाव किया है जिसका असर अल्जीरिया, बांग्लादेश, मिस्त्र, इथोपिया, भारत, इंडोनेशिया,इराक, जॉर्डन, मोरक्को, नाइजीरिया, पाकिस्तान, सूडान, ट्यूनीशिया और यमन जैसे देशों पर पड़ेगा। मिली जानकारी के मुताबिक सऊदी अरब की सरकार ने इन देशों के साथ पर्यटन, व्यापार और पारिवारिक यात्राओं के लिए एक साल के बहु-प्रवेश वीजा को अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया है। नए नियमों के तहत, इन देशों के लोग केवल एकल-प्रवेश वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं, जो कि 30 दिनों के लिए वैध माना जाएगा।

सऊदी कई बार कर चुका है बदलाव

बताते चले कि सऊदी अरब हज और उमरा को लेकर अपने नियमों में बदलाव करता रहता है। साल 2024 में सऊदी अरब ने उमरा के दौरान ग्रेट ग्रैंड मस्जिद के पास भीड़ जुटने के कारण फोटोग्राफी से लोगों को बचने की सलाह दी थी। मंत्रालय ने बिना परमिशन किसी की फोटो लेने और ज्यादा देर तक ग्रेट ग्रैंड मस्जिद के पास फोटोग्राफी करने से बचने को कहा था।

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