Noida News : एमिटी व मलेशिया यूनिवर्सिटी के मध्य समझौता

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calendar08 Apr 2022 06:13 PM
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Noida : नोएडा ।  भारत (India)और मलेशिया (Malasiya) के प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों एमिटी विश्वविद्यालय(Amity University ) और यूनिवर्सिटी मलेशिया पर्लिस (University Malaysia Perlis)के मध्य आकदमिक उत्कृष्टता और शोध को बढ़ावा देने के लिए समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया। इस समझौते पत्र पर मलेशिया की उच्च शिक्षा मंत्री सुश्री नोरैनी अहमद, एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय के चांसलर डा असीम चौहान और एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश कीे वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला की उपस्थिती में एमिटी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा बी एल आर्या और यूनिवर्सिटी मलेशिया पर्लिस के वाइस चांसलर प्रो टीएस डा जालीमान सॉउली ने हस्ताक्षर किये। मलेशिया की उच्च शिक्षा मंत्री सुश्री नोरैनी अहमद ने संबोधित करते हुए कहा कि यह एमओयू हमारी प्रतिब़द्धता और सहयोग को मजबूती प्रदान करेगा और छात्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। मलेशिया का उच्च शिक्षा मंत्रालय, एमिटी विश्वविद्यालय और यूनिवर्सिटी मलेशिया पर्लिस को पूर्ण सहयोग प्रदान करेगा। आपसी ज्ञान और शोध को साझा करके हम विकास को बढ़ावा दे सकते है। हमें छात्रों को भविष्य की चुनौतियों का निवारण करने और अवसरों को पहचानने के लिए तैयार करना होगा और संस्थानों के मध्य आपसी सहयोग इस दिशा में एक बेहतरीन पहल है। एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष व प्रसिद्घ शिक्षाविद डा. अशोक कुमार चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि एमिटी मे ंहम छात्रों को शोध एंव नवाचार के लिए प्रोत्साहित करते है और मलेशिया के संस्थान भी एमिटी की तरह छात्रों के सर्वागीण विकास और राष्ट्र की प्रगति में शोध नवाचार का सहयोग जैसे नीति पर कार्य करते है। एमिटी विश्वविद्यालय के चांसलर डा असीम चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि आज बहुत बड़ा ऐतिहासिक दिन है जब एशिया के दो सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय आपसी सहयोग के लिए आगे आये है। छात्रों का एक दूसरे विश्वविद्यालय में आवागमन और संयुक्त शोध व नवाचार आदि छात्रों को उनके सपनों को पूर्ण करने और उन्हे वैश्विक नेतृत्व करने की क्षमता को विकसित करने में सहायता करेगा। इस अवसर पर एमिटी गु्रप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह, एमिटी सांइस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती ने भी अपने विचार रखे। मलेशिया की उच्च शिक्षा मंत्री सुश्री नोरैनी अहमद के नेतृत्व में आये प्रतिनिधिमंडल में मलेशिया दूतावास के हाई कमीश्नर हिदायत अब्दुल हामिद, यूनिवर्सिटी मलेशिया पर्लिस के डिप्टी वाइस चांसलर डा मोहम्मद युसुफ बिन माशोर, एसोसिएट प्रोफेसर डा सयद जुल्कारनेन सैयद इड्रस, उच्च शिक्षा विभाग के महानिदेशक प्रो हुसैनी बी ओमर, मलेशियन क्वालीफिकेशन एजेंसी के सीईओ प्रो मुहम्मद शतर बिल साबरन, नीति और विशेषज्ञता विकास के वरिष्ठ निदेशक मोहम्मद दजाफिर बिन मुस्तफा, पब्लिक और इंटरनेशनल अफेयर के प्रमुख मुहम्मद हासफारीजल कमालुद्ीन आदि उपस्थित रहे।
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World Health Day 2022- इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम है ये, जाने इस दिन से जुड़ी और भी खास बातें

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विश्व स्वास्थ्य दिवस 2022 थीम (PC- Current affairs)
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userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 02:43 PM
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World Health Day 2022- कोई भी व्यक्ति तब तक स्वस्थ नहीं होता है जब तक वो शारीरिक, मानसिक और सामाजिक तीनों रूप से स्वस्थ न हो। इसी को ध्यान में रखते हुए हर वर्ष 7 अप्रैल को वर्ल्ड हेल्थ डे मनाया जाता है। हर साल लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सचेत करने के उद्देश्य से ही इसको मनाया जाता है।

2022 वर्ल्ड हेल्थ डे की थीम-

हर साल वर्ल्ड हेल्थ डे की अलग- अलग थीम भी डिसाइड की जाती है। इस वर्ष यानी 2022 में वर्ल्ड हेल्थ डे (World Health Day 2022 theme) की थीम होगी 'आवर प्लेनेट, आवर हेल्थ'। इसका मतलब है हमारा ग्रह, हमारा स्वास्थ्य। ये हम सभी जानते हैं कि हमारे स्वास्थ्य में हमारी धरती का बहुत बड़ा योगदान होता है। धरती से ही हमें सब कुछ प्राप्त होता है। ऐसे में हमारी सबसे पहली ज़िम्मेदारी है अपनी धरती को स्वस्थ बनाना। जब हमारी धरती स्वस्थ होगी, तो हमारा ग्रह स्वस्थ होगा और जब यह दोनों स्वस्थ होंगे तो ज़ाहिर सी बात है कि हम खुद भी स्वस्थ होंगे।

इस हेल्थ डे पर अच्छी सेहत के लिए करें इन चीजों का प्रयोग-

अगर आप भी अपनी सेहत अच्छी रखना चाहते हैं तो आपको इन चीजों का सेवन आज से ही शुरू करना होगा- 1. ब्रोकोली- ये फूलगोभी की ही एक प्रजाति है। देखने में ये आपको फूलगोभी के जैसे ही लगेगी लेकिन खाने में ये उससे काफी अलग होती है। इसमें कैल्शियम, आयरन, जिंक, प्रोटीन, ग्लूकोसाइड, एंटी कैंसर, एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो आपको स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। 2. हल्दी- भारत में तो आपको हर घर में हल्दी ज़रूर मिलेगी। बिना इसके तो रसोई ही अधूरी है। इसके काफी ज्यादा औषधीय गुण भी होते हैं। सर्दी जुकाम laमें अगर आप कच्ची हल्दी को दूध में मिलाकर पीते हैं तो आपका जुकाम सही हो जाता है। हल्दी चोट, घाव और सूजन को दूर करने में भी मदद करती है। हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल तत्व पाए जाते हैं। 3. पालक- अगर आपको अपनी सेहत का खास ख्याल रखना है तो आपको अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करना ही होगा। हरी सब्जियों में से एक है पालक।पालक सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। पालक में कई प्रकार के विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट तत्व मौजूद होते हैं। ये तत्व आपकी शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषण प्रदान करते हैं।
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4. टमाटर- लाल रंग का टमाटर जितना देखने मे अच्छा लगता है, उतना ही ये खाने में भी स्वादिष्ट होता है। टमाटर में आपको भरपूर मात्रा में फॉस्फोरस, कैल्शियम और विटामिन सी मिलता है। इसके सेवन से आप एसिडिटी से भी बच सकते हैं। अगर आपको स्वस्थ रहना है तो आपको टमाटर अवश्य खाना चाहिए।
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New Body Part : वैज्ञानिकों ने खोज ​निकाला इंसानी शरीर का नया अंग

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New Body Part
locationभारत
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calendar06 Apr 2022 08:49 PM
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New Body Part : अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया के वैज्ञानिकों ने इंसानी शरीर के एक नए अंग की खोज की है। मानव शरीर के इस नए अंग को रेस्पिरेटरी एयरवे सेक्रेटरी नाम दिया गया है। मानव शरीर का यह अंग मानव शरीर के खून के भीतर आक्सीजन और कार्बन डाइआक्साइड का आदान प्रदान करते हैं। इनका मुख्य काम है श्वसन प्रणाली को दुरुस्त रखना भी है। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इसकी मदद से वो धूम्रपान संबंधी बीमारियों से लोगों को बचा पाएंगे अथवा ठीक कर पाएंगे।

New Body Part

ट्वीटर हैंडल ScienceAlert पर दी गई जानकारी के अनुसार अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया के वैज्ञानिकों ने शरीर के इस नए अंग को बेहद रोचक नाम दिया है। इसका नाम है रेस्पिरेटरी एयरवे सेक्रेटरी (Respiratory Airway Secretory - RAS)। यह फेफड़ों के अंदर अंदर मौजूद नसों की शाखा ब्रॉन्किओल्स में मौजूद रहते हैं। इनका संबंध एल्वियोली के साथ भी रहता है। ये वहीं अंग है जो खून के अंदर ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का आदान-प्रदान करते हैं।

ये कोशिकाएं किसी स्टेम सेल्स की तरह होती हैं। इन्हें ब्लैंक कैनवास कोशिकाएं कहते हैं, क्योंकि ये शरीर के अंदर किसी भी के नए अंग या कोशिकाओं की पहचान करते हैं। ये क्षतिग्रस्त एल्वियोली को सुधारती हैं। नए एल्वियोली कोशिकाओं का निर्माण करती है। ताकि खून में गैसों का बहाव सही बना रहे।

वैज्ञानिकों ने अपने शोध में पााय कि कि यह कोशिकाएं फेफड़ों पर निर्भर रहने से फ्रस्टेट होने लगती हैं, क्योंकि उनका पूरा काम फेफड़ों से संबंधित प्रणालियों से ही चलता है। लेकिन बदले में उन्हें कुछ नहीं मिलता। असल में इन सभी सवालों के जवाब पाने के लिए वैज्ञानिकों ने एक स्वस्थ इंसान के फेफड़ों का टिश्यू यानी ऊतक लिया। इसके बाद हर कोशिका के अंदर मौजूद जीन्स का विश्लेषण किया, तब इन कोशिकाओं का पता चला।

यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया के पेरेलमैन स्कूल ऑफ मेडिसिन के प्रोफेसर एडवर्ड मॉरिसे के अनुसार यह बात तो पहले से पता थी कि इंसानी फेफड़ों की शाखाएं यानी हवाओं के आने-जाने का मार्ग चूहों के फेफड़ों से अलग होते हैं। नई तकनीकों के विकसित होने से हमें यह फायदा हुआ कि हम इस नई कोशिका को खोज पाए और उसके सैंपल की जांच कर पाए।

फोटो साभार : यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया