शंभू बॉर्डर से आगे बढ़ा किसानों का जत्था, फिर होगा किसान V/S जवान

KISAN AANDOLAN min
Haryana News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar14 Dec 2024 06:52 PM
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Haryana News : शंभू बॉर्डर (हरियाणा-पंजाब बॉर्डर) पर आज एक बार फिर संग्राम छिड़ सकता है। किसान शंभू बॉर्डर से दिल्ली जाने पर अड़े हुए हैं। 101 किसानों का जत्था दिल्ली कूच करने जा रहा है। इस बीच हरियाणा सरकार ने अंबाला के कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद करने के आदेश दिए हैं। आज 14 दिसंबर से 17 दिसंबर (रात 12 बजे) तक इंटरनेट बंद रहेगा।

अंबाला में इंटरनेट और SMS सेवाओं बंद

शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए किसानों के विरोध मार्च के फिर से शुरू होने से कुछ घंटे पहले, हरियाणा सरकार ने शनिवार को ‘सार्वजनिक शांति’ बनाए रखने के लिए अंबाला जिले के 12 गांवों में मोबाइल इंटरनेट और SMS सेवाओं को बंद कर दिया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सुमिता मिश्रा द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यह निलंबन 17 दिसंबर तक लागू रहेगा। आदेश में कहा गया कि, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, सीआईडी, हरियाणा और डिप्टी कमिश्नर, अंबाला द्वारा यह मेरे संज्ञान में लाया गया है कि कुछ किसान संगठनों द्वारा दिए गए दिल्ली कूच के अपील के मद्देनजर, अंबाला जिले के क्षेत्र में तनाव, आंदोलन, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सार्वजनिक शांति और सौहार्द बिगाडने की आशंका है।

101 किसानों का जत्था दिल्ली की ओर होगा रवाना

किसानों ने शंभू बॉर्डर पर ही प्रेस कांफ्रेंस कर बताया है कि 101 किसानों का जत्था दोपहर 12 बजे दिल्ली की तरफ रवाना होगा। इसी बीच पहलवान बजरंग पूनिया का बयान भी सामने आया है। शंभू बॉर्डर रवाना होने से पहले बजरंग पूनिया ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर बोलते हुए कहा कि देश में अगर वन नेशन, वन इलेक्शन की बात हो सकती है, तो वन नेशन, वन एमएसपी भी लागू होना चाहिए। कांग्रेस नेता और पहलवान बजरंग पूनिया किसानों के समर्थन में खुलकर सामने आए हैं। वह युवाओं और किसानों के काफिले के साथ सोनीपत से शंभू बॉर्डर के लिए रवाना हुए, जहां किसान लंबे समय से अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं।

मैं पहले भी किसानों के साथ था, अब भी हूं-बजरंग पुनिया

शंभू बॉर्डर रवाना होने से पहले बजरंग पूनिया ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर बोलते हुए कहा कि देश में अगर वन नेशन, वन इलेक्शन की बात हो सकती है, तो वन नेशन, वन एमएसपी भी लागू होना चाहिए। बजरंग पूनिया ने कहा कि मैं पहले भी किसानों के साथ था, अब भी हूं और आगे भी किसानों के साथ खड़ा रहूंगा। उन्होंने सभी किसान संगठनों से एकजुट होकर आंदोलन को मजबूत करने की अपील की। पूनिया ने कहा कि किसान नेताओं से बातचीत कर सभी संगठनों को एक मंच पर लाने का प्रयास करेंगे। बजरंग पूनिया ने किसान नेता जगजीत सिंह डालेवाल की तारीफ करते हुए कहा कि उनका कोई स्वार्थ नहीं है। वह देश के किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं। Haryana News

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हरियाणा सरकार का बड़ा आदेश, अंबाला में आज से इंटरनेट सेवाएं बंद

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Haryana News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Nov 2025 09:58 PM
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Haryana News : हरियाणा सरकार ने आगामी विरोध प्रदर्शनों और किसान संगठनों द्वारा "दिल्ली कूच" के आह्वान के मद्देनजर 14 दिसंबर से लेकर 17 दिसंबर तक अंबाला जिले में मोबाइल इंटरनेट, SMS और डोंगल सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित करने का आदेश दिया है। बता दें कि हरियाणा सरकार द्वारा दिए गए इस आदेश का उद्देश्य सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की गलत सूचना फैलाने से बचना और संभावित कानून-व्यवस्था की समस्याओं को रोकना है। आपको बता दें कि 101 किसानों का जत्था दिल्ली की ओर बढ़ चुका है। ऐसे में शंभू बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।

शांति और व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास

सरकारी आदेश के अनुसार, इंटरनेट सेवाएं 14 दिसंबर, सुबह 6:00 बजे से लेकर 17 दिसंबर, रात 11:59 बजे तक बंद रहेगी। हालांकि, व्यक्तिगत एसएमएस, बैंकिंग संचार, वॉयस कॉल और ब्रॉडबैंड जैसी आवश्यक सेवाओं को प्रभावित किए बिना शांति और व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास किया जाएगा।

क्यों उठाया गया ये कदम?

हरियाणा सरकार ने यह कदम किसानों के "दिल्ली कूच" आह्वान के संदर्भ में उठाया है, क्योंकि इस आह्वान के कारण अंबाला जिले में सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, शांति व्यवस्था में विघ्न डालने और सार्वजनिक कानून व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंका थी। प्रशासन का कहना है कि सोशल मीडिया और मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के माध्यम से भड़काऊ सामग्री और गलत सूचना से माहौल और बिगड़ सकता है, जिससे हिंसा और अन्य अव्यवस्था फैलने की संभावना है।

हरियाणा सरकार ने जारी किए निर्देश

इसके अलावा, अंबाला जिले के कुछ खास गांवों जैसे डांगडेहरी, लोहगढ़, सद्दोपुर, मानकपुर, बारी घेल, छोटी घेल, लहारसा, कालू माजरा, देवी नगर और काकरू में यह इंटरनेट सेवा निलंबित की जाएगी। यह आदेश इन गांवों में शांति और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए जारी किया गया है। हरियाणा सरकार ने दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए निर्देश भी जारी किए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या हिंसा को रोका जा सके। Haryana News

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भगवान गौतम बुद्ध ने इशारों ही इशारों में दे दी बड़ी शिक्षा

Lord Gautam Buddha 2 min
Bhagwan Gautam Buddha
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 12:59 AM
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Bhagwan Gautam Buddha : भगवान गौतम बुद्ध 2500 साल पहले हुए थे। पिछले 2500 सालों से भगवान गौतम बुद्ध की दी गई शिक्षा पूरी दुनिया में फैली हुई है। भगवान गौतम बुद्ध की शिक्षा को मानने वाले करोड़ों लोग पृथ्वी के हर कोने पर मौजूद हैं। भगवान गौतम बुद्ध के मानने वालों का स्पष्ट मत है कि दुनिया में पूरी वैज्ञानिकता के साथ आध्यात्मिक ज्ञान देने वाले भगवान गौतम बुद्ध अकेले महापुरुष हुए हैं। भगवान गौतम बुद्ध ने इशारों ही इशारों में जो शिक्षा पूरी मानवता को प्रदान की है वह शिक्षा सदैव मौजूद रहेगी।

भगवान गौतम बुद्ध ने लौटाया अनोख गिफ्ट

भगवान गौतम बुद्ध के जीवन परिचय को जानने से पहले हमें उनकी शिक्षा को जान लेना चाहिए। बुद्धत्व प्राप्त होने के बाद भगवान गौतम बुद्ध घूम-घूमकर परम ज्ञान तथा परम सत्य का संदेश देते थे। भगवान गौतम बुद्ध भिक्षा ग्रहण करके अपना जीवन यापन करते थे। भिक्षा ग्रहण करने को मिश्राटन कहा जाता है। एक दिन भगवान गौतम बुद्ध एक गांव में मिश्राटन कर रहे थे। तभी एक व्यक्ति ने उनका घनघोर अपमान किया। उस व्यक्ति ने भगवान गौतम बुद्ध को ढोंगी, पाखंडी, झूठा और ना जाने क्या-क्या कहा। इतने अपमानजनक शब्द सुनकर भी भगवान गौतम बुद्ध जरा भी विचलित नहीं हुए। उनके विचलित ना होते देखकर अपमान करने वाले को भी आश्चर्य हुआ। उसने भगवान गौतम बुद्ध से पूछा कि मैं आपका अपमान कर रहा हूं। आपके ऊपर कोई प्रभाव क्यों नहीं पड़ रहा है ? इस भगवान गौतम बुद्ध ने कहा कि यह बताओ कि यदि कोई व्यक्ति किसी को उपहार (गिफ्ट) दे। सामने वाला व्यक्ति उस गिफ्ट को लेने की बजाय कहे कि यह गिफ्ट आप ही रख लो तो वह गिफ्ट किसका हुआ? उस पर वह व्यक्ति बोला कि इस प्रकार तो वह गिफ्ट उस देने वाला का ही हुआ। बुद्ध बोले कि बस इतनी सी ही बात है कि आप मुझे गिफ्ट पर गिफ्ट दे रहे थे किन्तु मैंने आपका वह गिफ्ट (अपमानजनक शब्द) लिया ही नहीं। यह शिक्षा सुनकर वह व्यक्ति भगवान गौतम बुद्ध के चरणों में गिर गया और भगवान गौतम बुद्ध का भिक्षुक बन गया। इस प्रकार एक छोटे से संकेत से भगवान बुद्ध ने बहुत बड़ी शिक्षा दे दी थी।

पूरे गांव ने दी भगवान गौतम बुद्ध को गालियां

एक बार भगवान गौतम बुद्ध अपने सैकड़ों भिक्षुकों के साथ गांव दर गांव भ्रमण कर रहे थे। मार्ग में ब्राहमणों का एक गांव पड़ता था। भगवान गौतम बुद्ध के भिक्षुक आनंद ने उनसे कहा कि हमें इस गांव के अंदर से ना जाकर बाहर ही बाहर आगे जाना चाहिए। आनंद जानते थे कि वह गांव भगवान गौतम बुद्ध के घोर विरोधियों का गांव था। भगवान गौतम बुद्ध ने कहा कि हम इस गांव के लोगों को भी ज्ञान का संदेश जरूर देंगे। भगवान गौतम बुद्ध ने जैसे ही ब्राहमणों के उस गांव में प्रवेश किया तो पूरा गांव उनके पीछे एकत्र हो गया। गांव वालों ने भगवान गौतम बुद्ध को गालियां देनी शुरू कर दी। गांव वालों ने उन्हें इतनी गालियां दी कि गिनी भी नहीं जा सकती थीं। भगवान बुद्ध प्रेम पूर्वक आगे बढ़ते रहे। धीरे-धीरे भगवान गौतम बुद्ध उस गांव से बाहर निकल गए। उस गांव की सीमा ठाकुर समाज के एक गांव से मिलती थी। दोनों गांव में आपस में बैर था। बैर भी इतना था कि एक-दूसरे के गांव की सीमा में जाने वाले की हत्या तक कर दी जाती थी। ब्राहमण समाज के लोग भगवान गौतम बुद्ध को अपने ही गांव की सीमा पर घेरकर खड़े हो गए। उन्होंने पूछा कि हमने आपको इतनी गालियां दी हैं किन्तु आपने एक भी गाली का उत्तर नहीं दिया। इस पर भगवान गौतम बुद्ध ने प्रेम पूर्वक उत्तर दिया कि आप लोगों ने मुझे कुछ देने का प्रयास किया किन्तु मैंने आपके दिए हुए को ग्रहण ही नहीं किया। भगवान बुद्ध की इस सहनशीलता तथा क्रोध पर नियंत्रण के कारण उस गांव के सभी नागरिक भगवान गौतम बुद्ध के अनुयाई हो गए तथा उनसे परम शांति का ज्ञान प्राप्त किया।

भगवान गौतम बुद्ध के ऊपर थूक दिया

भगवान गौतम बुद्ध एक पेड़ के नीचे बैठकर अपने शिष्यों को ज्ञान दे रहे थे। तभी वहां पर उनका एक दुश्मन आया और प्रवचन करते समय ही भगवान गौतम बुद्ध के मुंह पर थूक दिया। भगवान गौतम बुद्ध ने अपने अंगोछे से थूक को साफ किया और दोनों हाथ जोड़कर थूकने वाले व्यक्ति से कहा कि क्या आप कुछ और भी कहना चाहते हैं? इस पर भगवान बुद्ध के शिष्य आनंद से नहीं रहा गया। आनंद बोले कि भगवान आप हमें आज्ञा दें तो हम इस व्यक्ति को उचित दंड देना चाहते हैं। इस पर भगवान बुद्ध ने कहा कि आनंद यह व्यक्ति कुछ कहना चाहता था किन्तु इसकी भाषा कमजोर है। इसी कारण इस व्यक्ति ने ऐसा व्यवहार किया है। यह सुनते ही वह व्यक्ति भगवान गौतम बुद्ध के चरणों में लेटकर माफी मांगने लगा। भगवान गौतम बुद्ध ने आनंद से कहा कि देखों उसकी भाषा अभी भी कमजोर है। फिर भगवान गौतम बुद्ध ने उस व्यक्ति को दीक्षा प्रदान की और परम सत्य का ज्ञान व दिया। इसी प्रकार की अनेक घटनाएं भगवान गौतम बुद्ध के जीवन में घटी। इन घटनाओं के बीच भगवान गौतम बुद्ध ने इशारों ही इशारों में बहुत बड़ा ज्ञान पूरी मानवता को दिया था। यहां तक कि उनकी हत्या का प्रयास करने वालों को भी भगवान गौतम बुद्ध ने ज्ञान दिया था।

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