Jiah Khan Case: जिया खान: तीन फिल्म और जीवन का दुखद अंत

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Jiah Khan Case
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Apr 2023 11:22 PM
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Jiah Khan Case / मुंबई। 25 वर्षीय अभिनेत्री के जुहू स्थित अपने घर में फांसी पर लटके पाए जाने के दस साल बाद शुक्रवार को सीबीआई की एक विशेष अदालत ने उनके प्रेमी सूरज पंचोली को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप से बरी कर दिया।

Jiah Khan Case - कौन थीं जिया खान ?

उन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ व्लादिमीर नाबोकोव की ‘लोलिता’ की रीमेक ‘निशब्द’ के साथ अपना फिल्मी सफर शुरू किया और इसके अलावा दो अन्य फिल्मों में अभिनय किया। उनकी दूसरी फिल्म 2008 में आई ‘गजनी’ थी जिसमें उन्होंने आमिर खान के साथ सहायक अभिनेत्री के रूप में काम किया। इसके बाद उन्होंने 2010 में आई कॉमेडी फिल्म ‘हाउसफुल’ में अक्षय कुमार, दीपिका पादुकोण और रितेश देशमुख के साथ काम किया।

जिया अमेरिकी नागरिक थीं और जब उन्हें 2007 में राम गोपाल वर्मा की ‘निशब्द’ में काम करने का मौका मिला तो उस समय उनकी उम्र में 20 साल भी नहीं थी।

फिल्म में उनके प्रदर्शन के लिए उन्हें ‘फिल्मफेयर बेस्ट फीमेल डेब्यू अवार्ड’ के लिए नामांकित किया गया था। भारतीय अमेरिकी व्यवसायी अली रिजवी खान और पूर्व अभिनेत्री राबिया अमीन की बेटी जिया का जन्म न्यूयॉर्क शहर में हुआ था। जब वह दो साल की थीं तब उनके माता-पिता अलग हो गए थे और बॉलीवुड में करियर बनाने के लिए मुंबई पहुंचने से पहले वह लंदन गईं जहां उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की।

बेडरुम में मिली थी मृत अवस्था में

जिया की आखिरी फिल्म 2010 में आई थी और इसके तीन साल बाद तीन जून, 2013 को वह मां राबिया खान को बेडरूम में मृत मिलीं।

मामले में अभियोजन पक्ष की प्रमुख गवाह राबिया खान ने अदालत को बताया कि उनका मानना ​​है कि यह हत्या का मामला है, न कि आत्महत्या का।

राबिया ने अदालत के फैसले के बाद कहा कि मैं लडूंगी। यह फैसला आश्चर्यजनक नहीं है...मुझे इसका अनुमान था। यह आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला नहीं है, यह हत्या का मामला है।

लेटर में सूरज पंचोली से रिश्तों की बात

जिया की मौत के कुछ दिन बाद एक पत्र मिला। अभिनेत्री ने इसमें पंचोली के साथ अपने खराब हुए संबंधों के बारे में लिखा था। सोशल मीडिया पर आए इस पत्र में आरोप लगाया गया था कि पंचोली ने जिया के साथ मारपीट की और उसे गर्भपात कराने के लिए मजबूर किया।

इस पत्र में लिखा था, "मैं पहले ही सबकुछ खो चुकी हूं। जब आप इसे पढ़ रहे हों तो हो सकता है कि मैं पहले ही जा चुकी हूं या जाने वाली हूं। मैं अंदर से टूट चुकी हूं। आप यह नहीं जानते होंगे, लेकिन आपने मुझे इस हद तक प्रभावित किया कि मैं आपसे प्यार करने में खुद को खो बैठी। फिर भी आपने मुझे हर रोज प्रताड़ित किया।

Wrestlers Protest: पहलवानों के लिए खर्चीला साबित हो रहा विरोध प्रदर्शन

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Wrestlers Protest: पहलवानों के लिए खर्चीला साबित हो रहा विरोध प्रदर्शन

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Wrestlers Protest
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 04:33 AM
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Wrestlers Protest / नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को बुनियादी जरूरतों को पूरा करना काफी महंगा साबित हो रहा है। इस खर्च के बावजूद पहलवान दिल्ली के इस प्रसिद्ध विरोध स्थल पर लंबी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई प्रमुख पर यौन उत्पीड़न और धमकाने का आरोप लगाया है।

Wrestlers Protest

पहलवानों ने पांच दिनों में गद्दे, चादर, पंखे, स्पीकर, माइक्रोफोन, पानी और खाने के अलावा एक छोटे जनरेटर की व्यवस्था पर पांच लाख रुपये से अधिक खर्च किए हैं।

उन्होंने शुरुआत में गद्दे, चादर और ‘साउंड सिस्टम’ किराए पर लिए थे जिसके लिए उन्हें हर दिन 27,000 खर्च करने पड़ रहे थे। पहलवानों ने महसूस किया कि अगर उन्हें लंबे समय तक बैठना पड़ा तो छोटी-छोटी चीजों की व्यवस्था करना एक बड़ा वित्तीय बोझ बन जाएगा।

विनेश फोगाट के पति सोमवीर राठी ने बताया कि इसलिए हमने गद्दे खरीदने का फैसला किया। मैंने अपने गांव खरखौदा से 50,000 रुपये देकर 80 गद्दे खरीदे। हमसे प्रतिदिन गद्दे के लिए 12,000 रुपये प्रतिदिन का किराया लिया जा रहा था। यह बहुत बड़ी रकम है।

उन्होंने बताया कि शुरू में, हमने स्पीकर और माइक्रोफोन किराए पर लिए थे, लेकिन एक दिन की लागत 12,000 रुपये थी। यह बहुत अधिक थी। अब हमने चांदनी चौक बाजार से अपना ‘साउंड सिस्टम’ 60,000 रुपये में खरीदा है। दुकानदार पहलवानों के बारे में जानता था इस लिए उसने हमें इसे बिना कोई मुनाफा कमाये बेचा।

अब तक खर्च हो चुके हैं पांच-छह लाख रुपये

पंखे और जेनरेटर अब भी किराये पर है। दोनों के लिए उन्हें हर दिन 10,000 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो हम कूलर खरीद लेंगे। बाहर बहुत गर्मी है। हम अपने साथ दो लाख रुपये नकद लाए थे लेकिन अब तक लगभग पांच-छह लाख रुपये खर्च कर चुके हैं।

विनेश, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया इस विरोध का चेहरा हैं। सोमवीर, उनके दोस्त योगेश (भारत केसरी) और कई अन्य लोग विरोध को जारी रखने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।

सोमवीर ने कहा कि हमने काम आपस में बांट लिया है। कुछ कोच यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि रसोइयों द्वारा गुणवत्तापूर्ण भोजन तैयार किया जाये, जबकि युवा पहलवान विरोध स्थल पर भोजन पहुंचा रहे हैं। कुछ लोग यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि पानी की आपूर्ति निर्बाध हो। किसी को सफाई का ध्यान रखने की जिम्मेदारी दी गयी है। यहां तक कि सुरक्षाकर्मी भी हमारी मदद करते हैं।

अधिक भीड़ संभालना बड़ी चुनौती होगी

सोमवीर इसके साथ ही हरियाणा के विभिन्न अखाड़ों के प्रतिनिधियों को यहां जंतर-मंतर नहीं आने के लिए मना रहे हैं क्योंकि अधिक भीड़ को संभालना काफी चुनौतीपूर्ण होगा। लगभग 80 अखाड़े यहां आकर विरोध प्रदर्शन में साथ देना चाहते हैं लेकिन हमने उन्हें यहां आने से रोक दिया है।

सोमवीर से जब पूछा गया कि क्या उन्हें किसी राजनीतिक दल या प्रभावशाली लोगों से आर्थिक मदद नहीं मिल रही है ? उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता, तो पहलवानों के सिर पर यहां ‘वाटरप्रूफ शेड’ और कुछ अच्छी सुविधाएं होती, लेकिन हम कम से कम संसाधनों में चीजों का प्रबंधन कर रहे हैं।

फिलहाल विनेश, साक्षी और बजरंग के परिवार खर्च चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम अभी किसी से मदद नहीं ले रहे हैं। हम खुद से चीजों का प्रबंधन कर रहे है। हम बहुत सावधानी से पैसा खर्च कर रहे हैं। जो लोग आ रहे हैं वे अपने भोजन की व्यवस्था खुद कर रहे हैं।

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Operation Cauvery सूडान से सकुशल निकाले गये गुजरात के 56 लोग अहमदाबाद पहुंचे

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Operation Cauvery
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Apr 2023 10:44 PM
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Operation Cauvery / अहमदाबाद। केंद्र सरकार के ‘ऑपरेशन कावेरी’ के तहत सूडान से सकुशल निकाले गये गुजरात के 56 लोग शुक्रवार तड़के मुंबई होते हुए अहमदाबाद पहुंचे। इन लोगों ने संकटग्रस्त अफ्रीकी देश से सकुशल स्वदेश वापस लाने के लिए केंद्र सरकार और गुजरात सरकार के प्रति आभार जताया।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि मुंबई हवाई अड्डे पर उतरे इन 56 गुजराती लोगों में से 12 लोग खुद के खर्च से अहमदाबाद पहुंचे, जबकि 44 लोगों को गुजरात सरकार की ओर से मुहैया कराई गई दो बसों के जरिये अहमदाबाद लाया गया।

Operation Cauvery

ये लोग सऊदी अरब के जेद्दा से वायुसेना के विमान से दोपहर मुंबई लाए गए उन 246 भारतीयों में शामिल हैं, जिन्हें सूडान से सकुशल निकाला गया है। मुंबई हवाई अड्डा प्राधिकरण ने कहा कि इन 246 लोगों में बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और तेलंगाना समेत करीब 18 राज्यों के निवासी शाामिल हैं।

गुजरात के निवासियों में से सबसे अधिक लोग राजकोट जिले के हैं, जबकि अन्य लोग गांधीनगर, आनंद और वड़ोदरा के हैं। सुरक्षित निकाले गये एक गुजरात निवासी ने कहा कि सूडान में प्रतिद्वंद्वी बलों के बीच संघर्ष के कारण जीवन बहुत कठिन हो गया था, भोजन और पानी की किल्लत हो गई। चोरी,हत्या और लूटपाट की घटनाएं हो रही थीं। सकुशल निकासी के लिए हम केंद्र और राज्य सरकार को धन्यवाद देते हैं।

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