IPL 2026 नीलामी: ये 5 खिलाड़ी बदल सकते हैं ऑक्शन का पूरा गेम

रसेल केकेआर से रिलीज़ होने के बाद आईपीएल को अलविदा कह चुके हैं, वहीं मैक्सवेल ने इस बार अपना नाम ही रजिस्टर नहीं कराया है। ऐसे में ऑलराउंड विकल्पों और पावर–हिटर बल्लेबाजों की तलाश कर रहीं टीमें कुछ चुने हुए चेहरों पर पैसा उड़ाने को तैयार नजर आ रही हैं।

IPL 2026 मेगा ऑक्शन से पहले सुर्खियों में ये 5 विदेशी सितारे, बदल सकते हैं पूरा गेम प्लान।
IPL 2026 मेगा ऑक्शन से पहले सुर्खियों में ये 5 विदेशी सितारे, बदल सकते हैं पूरा गेम प्लान।
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar02 Dec 2025 11:39 AM
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IPL 2026 Auction: इंडियन प्रीमियर लीग 2026 के मेगा ऑक्शन में इस बार पैसों की बारिश तय मानी जा रही है। अगले सीजन के लिए कुल 1355 से अधिक क्रिकेटरों ने अपना नाम रजिस्टर कराया है, लेकिन इनमें से पांच ऐसे खिलाड़ी हैं जो फ्रेंचाइजियों के लिए “सबसे बड़े जैकपॉट” साबित हो सकते हैं। अंदाजा है कि सिर्फ इन पांच खिलाड़ियों पर ही मिलाकर 60 -70 करोड़ रुपये तक की बोली लग सकती है। आंद्रे रसेल और ग्लेन मैक्सवेल जैसे बड़े नामों की गैरमौजूदगी ने भी इन खिलाड़ियों की मांग और बढ़ा दी है। रसेल केकेआर से रिलीज़ होने के बाद आईपीएल को अलविदा कह चुके हैं, वहीं मैक्सवेल ने इस बार अपना नाम ही रजिस्टर नहीं कराया है। ऐसे में ऑलराउंड विकल्पों और पावर–हिटर बल्लेबाज़ों की तलाश कर रहीं टीमें कुछ चुने हुए चेहरों पर पैसा उड़ाने को तैयार नजर आ रही हैं।

1. कैमरन ग्रीन

ऑस्ट्रेलिया के युवा ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन इस ऑक्शन में फ्रेंचाइजियों की पहली पसंद बन सकते हैं। ग्रीन न सिर्फ टॉप और मिडिल ऑर्डर दोनों में लचीले तौर पर बल्लेबाज़ी कर सकते हैं, बल्कि नई और पुरानी गेंद से उपयोगी ओवर भी निकालते हैं। इसके साथ ही उनकी फील्डिंग एक अलग ही स्तर पर है, जो किसी भी टी20 टीम के लिए बोनस साबित होती है। चोट की वजह से वह पिछला आईपीएल सीजन मिस कर गए थे, लेकिन इससे पहले दो सीजन में खेले गए 29 मैचों में उन्होंने 41.5 की औसत से 707 रन बनाए हैं। इनमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं। ऐसे ऑलराउंड पैकेज के लिए फ्रेंचाइजियां पर्स खोलने में बिल्कुल हिचकेंगी नहीं।

2. डेविड मिलर

दक्षिण अफ्रीका के धुआंधार बल्लेबाज़ डेविड मिलर पर भी नज़रें टिकी रहेंगी। बाएं हाथ के इस विस्फोटक बल्लेबाज को लखनऊ सुपर जायंट्स ने रिलीज़ कर दिया है, लेकिन बतौर फिनिशर उनकी कीमत में कोई कमी नहीं आई है। आईपीएल में मिलर अब तक 141 मैच खेल चुके हैं और 35.7 की औसत से 3077 रन बना चुके हैं। उनके खाते में एक शतक और 13 अर्धशतक दर्ज हैं। आख़िरी ओवरों में मैच का रुख बदल देने की उनकी क्षमता को देखते हुए, यह लगभग तय माना जा रहा है कि उन पर फिर से मोटी बोली लगेगी।

3. लियम लिविंगस्टन

इंग्लैंड के लियम लिविंगस्टन, जिन्होंने पिछले सीजन आरसीबी की ओर से खेला था, इस बार भी ऑक्शन की हॉट प्रॉपर्टी रहने वाले हैं। मिडिल ऑर्डर में आकर लगातार बड़े शॉट खेलने की उनकी क्षमता उन्हें टी20 फॉर्मेट में बेहद खतरनाक बनाती है। लिविंगस्टन की खासियत सिर्फ बैटिंग तक सीमित नहीं है। वह ऑफ स्पिन और लेग स्पिन दोनों तरह की गेंदबाज़ी कर सकते हैं, यानी एक खिलाड़ी में दो स्पिन विकल्प। आईपीएल में अब तक 49 मैचों में उन्होंने 26.27 की औसत से 1051 रन बनाए हैं और उनका स्ट्राइक रेट 160 के आसपास रहा है, जो किसी भी फ्रेंचाइज़ी के लिए बड़ा आकर्षण है।

4. जेमी स्मिथ

इंग्लैंड के विकेटकीपर–बल्लेबाज जेमी स्मिथ को भी इस बार ऑक्शन में विशेष तवज्जो मिल सकती है। हाल के दिनों में उन्होंने इंग्लैंड के लिए कई तेज़तर्रार पारियां खेलकर अपनी प्रतिभा का साफ सबूत दिया है। स्मिथ मिडिल ऑर्डर में आकर बड़े–बड़े शॉट खेलने का दम रखते हैं और सबसे अहम बात यह है कि वह स्पिन के खिलाफ भी काफी सहज नज़र आते हैं। विकेटकीपिंग के साथ बेखौफ बल्लेबाजी की यह डबल वैल्यू उन्हें कई टीमों के रडार पर लेकर आई है।

5. बेन डकेट

इंग्लैंड के ही ओपनर बेन डकेट भी उन चेहरों में शामिल हैं जिन पर इस बार फ्रेंचाइज़ियां बड़ी बोली लगा सकती हैं। डकेट अपनी तेज शुरुआत और नए–नए शॉट्स के लिए जाने जाते हैं। पावरप्ले में वे मैदान के हर कोने में गेंद भेजने की काबिलियत रखते हैं, जिससे टीम को आक्रामक शुरुआत मिलती है। आधुनिक टी20 क्रिकेट में ऐसे ओपनर की कीमत और भी बढ़ जाती है, जो शुरुआती छह ओवरों को अधिकतम भुना सके। यही कारण है कि डकेट का नाम भी इस ऑक्शन में चर्चा के केंद्र में रहने वाला है। IPL 2026 Auction

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जब कप्तान के सामने फीके पड़े फैसले, टीम इंडिया ने बदल दिया था पूरा थिंक–टैंक

इसी संदर्भ में दो बड़े उदाहरण हमेशा याद किए जाते हैं महेंद्र सिंह धोनी और चयनकर्ता मोहिंदर अमरनाथ के बीच विवाद, और फिर कप्तान विराट कोहली तथा कोच अनिल कुंबले के बीच तनातनी। दोनों ही मामलों ने भारतीय क्रिकेट टीम के सेट–अप को हिला कर रख दिया था।

ड्रेसिंग रूम से बोर्डरूम तक, जब कप्तान बनाम थिंक–टैंक की जंग ने बदला टीम इंडिया का चेहरा
ड्रेसिंग रूम से बोर्डरूम तक, जब कप्तान बनाम थिंक–टैंक की जंग ने बदला टीम इंडिया का चेहरा
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar02 Dec 2025 10:39 AM
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Indian cricket Team : भारतीय क्रिकेट टीम इस समय फिर से सुर्खियों में है। मौजूदा मुख्य कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर के फैसलों पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। घर की सरजमीं पर भारतीय क्रिकेट टीम को मिली हारों के बाद फैंस सोशल मीडिया पर दोनों को हटाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन टीम इंडिया के इतिहास में ये पहला मौका नहीं है, जब कप्तान और टीम मैनेजमेंट के बीच टकराव ने कोच या चयनकर्ताओं की कुर्सी हिला दी हो। इससे पहले भी एक बार ऐसा हुआ था, जब विवाद बढ़ने पर कोच और चीफ सेलेक्टर दोनों को ही हटना पड़ा और कप्तान अपनी जगह पर बने रहे।

जब कप्तान से उलझने की सजा कोच–सेलेक्टर ने भुगती

क्रिकेट के गलियारों में लंबे समय से ये चर्चा रहती आई है कि भारतीय क्रिकेट टीम में कप्तान मजबूत हो तो अक्सर निशाने पर कोच या चयनकर्ता ही आते हैं। कई बार ऐसा भी हुआ है कि ड्रेसिंग रूम की अंदरूनी खींचतान बोर्ड की मीटिंग तक जा पहुंची और आखिर में फैसला उन चेहरों के खिलाफ गया, जिन्होंने टीम चुनने या उसे सख्ती से चलाने की कोशिश की थी। इसी संदर्भ में दो बड़े उदाहरण हमेशा याद किए जाते हैं महेंद्र सिंह धोनी और चयनकर्ता मोहिंदर अमरनाथ के बीच विवाद, और फिर कप्तान विराट कोहली तथा कोच अनिल कुंबले के बीच तनातनी। दोनों ही मामलों ने भारतीय क्रिकेट टीम के सेट–अप को हिला कर रख दिया था।

2012: जब धोनी हटे नहीं, चीफ सेलेक्टर ही चले गए

2011 में भारतीय क्रिकेट टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में वनडे वर्ल्ड कप जीता और पूरी दुनिया ने टीम इंडिया की ताकत को महसूस किया। लेकिन इसके बाद धोनी के प्रदर्शन और कप्तानी दोनों पर सवाल उठने लगे। 2012 में स्थिति यहां तक पहुंच गई कि चयन समिति ने तय किया कि अब भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी बदली जानी चाहिए। उस समय के चीफ सेलेक्टर मोहिंदर अमरनाथ और उनकी टीम इस बात के पक्ष में बताए जाते हैं कि धोनी को वनडे कप्तानी से हटाया जाए। लेकिन कहानी यहीं पलट गई। उस दौर के बीसीसीआई अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन ने अपने विशेष अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए चयनकर्ताओं के प्रस्ताव को ही खारिज कर दिया। नतीजा यह हुआ कि भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी पर कोई आंच नहीं आई, उल्टा अमरनाथ को ही सेलेक्टर पद से हटना पड़ा। यह फैसला इस बात की मिसाल बन गया कि जब बोर्ड के शीर्ष स्तर पर कप्तान के पक्ष में माहौल हो, तो भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ताओं की कुर्सी कितनी असुरक्षित हो सकती है।

2017: कुंबले की सख्ती और विराट से टकराव

साल 2017 में एक बार फिर भारतीय क्रिकेट टीम के ड्रेसिंग रूम की खामोश लड़ाई सुर्खियों में आ गई। पाकिस्तान के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में हार के बाद ये खबरें तेज हो गईं कि कप्तान विराट कोहली और मुख्य कोच अनिल कुंबले के बीच रिश्ते सामान्य नहीं रहे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुंबले की सख्त और अनुशासनप्रिय शैली से कई खिलाड़ी असहज महसूस करने लगे थे। माना जाता है कि भारतीय क्रिकेट टीम में वे फिटनेस, ड्रेसिंग रूम अनुशासन और रणनीति पर बेहद कड़ा रुख अपनाए हुए थे। कोहली ने इस पूरे माहौल को लेकर बीसीसीआई के सामने अपनी आपत्तियां रखीं। हालात इस कदर बिगड़े कि अंततः कुंबले ने ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस तरह भारतीय क्रिकेट टीम के इतिहास में एक और ऐसा अध्याय जुड़ गया, जहां कप्तान और कोच के बीच टकराव का अंत कोच की विदाई के रूप में हुआ। Indian cricket Team

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रांची जीत के बावजूद BCCI नाराज, गंभीर–अगरकर के साथ हाई–प्रोफाइल मीटिंग आज

इस मीटिंग का मुख्य फोकस सभी फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए साफ–सुथरा रोडमैप तैयार करना, चयन प्रक्रिया में स्थिरता लाना और खिलाड़ियों व टीम मैनेजमेंट के बीच कम्युनिकेशन गैप को कम करना बताया जा रहा है।

टेस्ट सीरीज हार के बाद रणनीति पर चर्चा करते कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर
टेस्ट सीरीज हार के बाद रणनीति पर चर्चा करते कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar01 Dec 2025 11:43 AM
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BCCI High Level Meeting : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 0–2 की करारी हार के बाद टीम इंडिया मैनेजमेंट और चयनकर्ताओं पर उठ रहे सवाल अब सीधे बोर्ड की टेबल तक पहुंच गए हैं। BCCI ने वनडे सीरीज के बीच ही एक हाई–लेवल मीटिंग बुलाने का फैसला लिया है, जिसमें कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर भी मौजूद रहेंगे। माना जा रहा है कि इस बैठक में टेस्ट सीरीज की विफलता से लेकर टीम के भविष्य के रोडमैप तक, कई संवेदनशील मुद्दों पर खुलकर चर्चा होगी।

रांची वनडे की जीत के बाद भी चिंताएं बरकरार

रांची में रविवार (30 नवंबर) को टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 17 रन से हराकर वनडे सीरीज में बढ़त जरूर बनाई, लेकिन रेड–बॉल क्रिकेट में मिल रही लगातार निराशाजनक नतीजों ने बीसीसीआई की चिंता कम नहीं होने दी है। इसी पृष्ठभूमि में 3 दिसंबर को रायपुर वनडे के दिन ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अधिकारियों और टीम मैनेजमेंट की अहम बैठक तय की है। इस मीटिंग का मुख्य फोकस सभी फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए साफ–सुथरा रोडमैप तैयार करना, चयन प्रक्रिया में स्थिरता लाना और खिलाड़ियों व टीम मैनेजमेंट के बीच कम्युनिकेशन गैप को कम करना बताया जा रहा है।

कौन–कौन रहेगा मीटिंग में शामिल?

रिपोर्ट्स के अनुसार, बैठक में बीसीसीआई के सचिव देवजीत सैकिया, संयुक्त सचिव प्रभतेज सिंह भाटिया, टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर शामिल होंगे। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि बोर्ड अध्यक्ष मिथुन मन्हास इस मीटिंग में मौजूद रहेंगे या नहीं। क्योंकि मीटिंग का दिन और समय दूसरे वनडे मैच के साथ ही तय किया गया है, ऐसे में उम्मीद यही है कि सीनियर खिलाड़ी इस चर्चा का हिस्सा नहीं बन पाएंगे। इसके बावजूद माना जा रहा है कि कई मुद्दों पर उनके रोल और भविष्य की योजना पर विस्तार से बात होगी।

टेस्ट क्रिकेट में गड़बड़ रणनीति पर सवाल

बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि हाल के टेस्ट मैचों में मैदान के अंदर और बाहर दोनों स्तर पर रणनीतियों को लेकर जो भ्रम दिखा, उसने बोर्ड को गंभीर रूप से चिंतित किया है। अधिकारी के मुताबिक, घरेलू टेस्ट सीजन में कई ऐसे मौके आए जब टीम की प्लानिंग और निर्णय बिल्कुल स्पष्ट नहीं दिखे। इसी वजह से बोर्ड अब अगली टेस्ट सीरीज से पहले ही पूरी योजना को दुरुस्त करना चाहता है। लक्ष्य साफ है – चयन में निरंतरता, खिलाड़ियों को स्पष्ट रोल और टीम मैनेजमेंट की सोच में एकरूपता।

कोहली–रोहित और मैनेजमेंट के रिश्तों पर भी रहेगी नजर

सूत्रों के मुताबिक बोर्ड यह समझ रहा है कि मौजूदा टीम मैनेजमेंट और सीनियर खिलाड़ियों के बीच संवाद की सहजता पहले जैसी नहीं रह गई है। रिपोर्ट में किसी खिलाड़ी का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया गया, लेकिन चर्चा लगातार इस बात की हो रही है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दो बड़े नाम और नई टीम मैनेजमेंट के बीच बातचीत की रफ्तार धीमी पड़ गई है।पिछले साल टी20 इंटरनेशनल से संन्यास लेने के बाद इस साल कोहली और रोहित ने टेस्ट क्रिकेट से भी विदाई ले ली। उनके अंतरराष्ट्रीय करियर के इस मोड़ के बाद से ही दोनों और टीम मैनेजमेंट के बीच कम्युनिकेशन गैप की खबरें समय–समय पर सामने आती रही हैं।

T20 और वनडे वर्ल्ड कप से पहले सुलझाए जाएंगे सारे मसले

भारत अगले साल टी20 वर्ल्ड कप में बतौर डिफेंडिंग चैंपियन उतरेगा और 2027 में वनडे वर्ल्ड कप भी खेला जाना है। ऐसे में बीसीसीआई नहीं चाहता कि टीम के भीतर किसी भी तरह की अनिश्चितता या खींचतान बरकरार रहे। टेस्ट क्रिकेट की उलझी हुई रणनीतियां, आने वाले ICC टूर्नामेंट्स का दबाव और टीम के दो महान खिलाड़ियों के साथ संबंधों में जमी ठंडक ये सभी फैक्टर इस मीटिंग को बेहद अहम बना रहे हैं। BCCI High Level Meeting