Jojo Rabbit: जानिए हाॅलीवुड मूवी जोजो रैबिट का भारत से क्या है कनेक्शन

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Dec 2021 10:37 PM
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रवि अरोड़ा। हॉलीवुड (Hollywood) की मशहूर फिल्म है जोजो रैबिट (Jojo Rabbit)। दो साल पहले रिलीज हुई इस फिल्म ने पूरी दुनिया(World) में धूम मचा दी थी और ऑस्कर (Oscar) समेत तमाम बड़े पुरस्कार बटोरे थे। अपने अंत से पूर्व नाजीवाद जर्मनी के बच्चों के दिलों में कितना जहर बो चुका था, यह फिल्म उसी को केंद्र में रख कर बनाई गई है। फिल्म (Jojo Rabbit) दिखाती है कि काल्पनिक नायक और उनके हवा हवाई आदर्श कैसे बच्चों के दिमाग को विषैला बनाते हैं। कैसे वे अपने जैसे ही आसपास के उन लोगों को खत्म करने पर आमादा हो जाते हैं , जिन्होंने उनका कभी कुछ नहीं बिगाड़ा। इस फिल्म का आज जिक्र करने की वजह बड़ी मौजू है। दरअसल देशभर में कई जगहों पर हिन्दू संगठनों ने क्रिसमस (Christmas) के जश्न में बाधा पहुंचाई। गुरुग्राम (Gurugram) के एक स्कूल में भीड़ 'जय श्री राम' के नारे लगाते हुए घुस गई और वहां चल रहे क्रिसमस कार्निवल (Christmas Carnival) को रोक दिया। उधर, कर्नाटक के एक स्कूल में भी दक्षिणपंथी समूह के कार्यकर्ताओं ने घुसकर क्रिसमस के जश्न में बाधा पहुंचाई। इसी तरह असम में भी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एक चर्च में घुसकर क्रिसमस के जश्न को रोक दिया। आप कह सकते हैं कि यह तमाशा अब कोई नई बात नहीं है। आप ठीक कहते हैं मगर मैं तो यह सोच रहा हूं कि बच्चों के सामने हुए इस जहर वमन का उनके कोमल मनों पर क्या प्रभाव पड़ेगा? क्या हम अपने समाज में जोजो रैबिट (Jojo Rabbit) ही तैयार करने पर आमादा हैं ? वो जोजो जो अपने तमाम विरोधियों का खत्म कर देना चाहता है, उन्हे गोली से उड़ा देना चाहता है । उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) समेत पांच प्रमुख राज्यों में चुनाव होने हैं सो राजनैतिक तमाशे तो होंगे ही। नेता लोग अपने हाथ से कोई भी मौका पहले भी कहां जाने देते थे। समाज कितना भी विषैला हो , सौहार्द कितना भी बिगड़े और लोग चाहे कितने भी मरें , उन्हें इसकी कब परवाह रही है ? मगर इस बार कुछ ज्यादा ही नहीं हो रहा ? मुस्लिमो की जुम्मे की नमाज के खिलाफ तो पहले भी खुराफातें होती थीं मगर स्कूलों में बच्चों की मौजूदगी में क्रिसमस पर बवाल तो शायद पहली बार ही हुआ है। कई जगह से तो सेंटा क्लॉज के पुतले फूंके जाने की भी खबरें हैं। अब से पहले कम से कम मैंने तो ऐसा कभी नहीं देखा था। जहां तक मेरी जानकारी है, देश के अधिकांश स्कूलों में सभी धर्मों के त्योहार धूमधाम से मनाए जाते हैं । ऐसे स्कूल भी अनगिनत हैं जहां प्रतिदिन सर्वधर्म प्रार्थना होती है। सरकारी स्तर पर भी सभी धर्मों के समान आदर का भाव कुछ साल पहले तक रहा है। सभी धर्मों के प्रमुख दिनों पर सार्वजनिक अवकाश भी रहता ही है मगर अब तो हवाएं कुछ ज्यादा ही जहरीली होती जा रही हैं। असुद्दीन ओवैसी कहता है कि जब योगी मोदी नहीं रहेंगे तब तुम्हे कौन बचाएगा। कपिल मिश्रा जैसे कहते हैं कि तुम्हे योगी के डंडे से कौन बचाएगा। हरिद्वार में कथित धर्म संसद में संतों के वेश में गुंडे सरेआम मुस्लिमों के कत्लेआम की बात कर रहे हैं। छोटे मोटे नेताओ का क्या रोना रोएं, बड़े बड़े नेता जहर उगल रहे हैं। खैर, हमारी तो बीत गई यह सब देखते देखते। इसके प्रभाव से जिन्हे जहरीला होना था वे हो भी गए और जिन्होंने खुद को बचा लिया, वे आजतक बचे हुए हैं। मुझे तो फिक्र उन बच्चों की हो रही है जिनके स्कूलों में जाकर अब सांप्रदायिक जहर (Communal Poison) उगला जा रहा है और दूसरे धर्मों का भी सम्मान करने के भाव को दूषित किया जा रहा है। मैं तो डर रहा हूं कि यह सब देख कर हमारे देश में भी अब न जाने कितने जोजो रैबिट तैयार होंगे?
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Corona Vaccine For Children: बच्‍चे 1 जनवरी से करा सकेंगे वैक्‍सीन के लिए रजिस्‍ट्रेशन

Vaccine
Corona Vaccine For Children
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Nov 2025 02:55 AM
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नई दिल्‍ली। देश में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के बीच 15 साल से 18 साल की उम्र तक के बच्‍चों को वैक्‍सीन लगाने (Corona Vaccine For Children) का काम अगले साल 3 जनवरी से शुरू हो जाएगा। बच्‍चों को वैक्‍सीन लगवाने के लिए कोविन एप पर रजिस्‍ट्रेशन करना होगा। इसके लिए अगले साल पहली जनवरी से रजिस्‍ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. इसके लिए बच्‍चों का स्‍कूल सर्टिफिकेट या स्‍कूल आईडी कार्ड उनके आयु प्रमाण पत्र के तौर इस्‍तेमाल किया जाएगा। 15 से 18 साल के बच्‍चों को कोवैक्सिन और जायडस कैडिला कंपनी की वैक्‍सीन में लगेंगी। कोविन प्‍लेटफार्म के प्रमुख आरएस शर्मा ने कहा है कि कुछ किशोरों या बच्‍चों का आधार कार्ड संभवत: नहीं बना होगा, इसलिए वे स्‍कूल आईडी कार्ड के जरिये वैक्‍सीन (Corona Vaccine For Children) लगवा सकेंगे। पिछले दिनों कुछ शर्तों के साथ 12 साल से अधिक उम्र के किशोरों के लिए भारत बायोटेक के कोरोना वैक्‍सीन कोवैक्सिन को आपातकालीन इस्‍तेमाल की मंजूरी दे दी गई है। इसके साथ ही जायडस कैडिला की वैक्‍सीन भी लगाई जानी है।   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसंबर को को घोषणा की थी कि अगले साल तीन जनवरी से 15 से 18 साल की उम्र के बीच के किशोरों के लिए कोरोना वायरस से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा। साथ ही 10 जनवरी से देश में स्वास्थ्य और फ्रंट वर्कर्स और अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 60 साल की उम्र से अधिक के बुजुर्गों को तीसरी खुराक दिए जाने की शुरुआत की जाएगी। इसे प्रीकॉशन डोज नाम दिया गया है।
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पेट्रोल डीजल के दाम हुए धड़ाम, यहाँ पर देखें नई कीमत

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 03:56 PM
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नई दिल्ली: सरकारी तेल कंपनियों (IOCL) ने पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी कर दिया गया है। चारों महनगरों में आज भी दोनों पारंपरिक ईंधनों की कीमतों (Fuel price) में कोई बदलाव नहीं हुआ है। जानकारी के मुताबिक, आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम (Petrol Price) 95.41 रुपये प्रति लीटर हो गया है। वहीं डीजल 86.67 रुपये प्रति लीटर पर बिकता नजर आ रहा है।

प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम हुए कम

अभी महानगरों में पेट्रोल की दाम में गिरावट हुई है। दिल्ली में पेट्रोल 95.41 रुपये और डीजल 86.67 रुपये प्रति लीटर, मुंबई-पेट्रोल 109.98 रुपये और डीजल 94.14 रुपये प्रति लीटर, चेन्नई-पेट्रोल 101.40 रुपये और डीजल 91.43 रुपये प्रति लीटर, कोलकाता पेट्रोल 104.67 रुपये और डीजल 89.79 रुपये प्रति लीटर, लखनऊ पेट्रोल 95.28 रुपये और डीजल 86.80 रुपये प्रति लीटर, गांधीनगर पेट्रोल 95.35 रुपये और डीजल 89.33 रुपये प्रति लीटर, पोर्ट ब्‍लेयर में पेट्रोल 82.96 रुपये और डीजल 77.13 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई है।

हर दिन 6 बजे कीमत में होता है बदलाव

हर सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल (Petrol-Diesel Price) की कीमतों में बदलाव किया जाता है। सुबह छह बजे से ही नए रेट्स लागू होता है। पेट्रोल व डीजल के दाम में कीमत में एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty), डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो गया है। पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमत को कम करने के लिए सरकार नया प्लान तैयार करने की योजना बना रही है। भारत कच्चे तेल की कीमतों में कमी लाने के लिए अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं (Economy) के साथ तालमेल बैठाकर अपने रणनीतिक तेल भंडार से तेल निकासी की योजना पर काम करने जा रहा है।