गौतमबुद्ध नगर से मिली चौंकाने वाली खबर, ये जानकर हो जाएंगे हैरान
भारत
चेतना मंच
29 Nov 2025 06:27 PM
नई दिल्ली: देश में कोविड (Corona Cases In India) के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के बढ़ते खतरे के बीच गौतमबुद्ध नगर से एक खबर चर्चा में बनी हुई है जिसको सुनकर आप पूरी तरह से हैरान हो जाएंगे। जानकारी के मुताबिक बीते 21 नवंबर से जिले में कुल 3187 यात्री विदेशों से लौट चुके हैं लेकिन उनमें से सिर्फ 90 लोगों की कोविड (Covid Cases In India) जांच की गई है। यही हाल पड़ोसी जिले गाजियाबाद के रहने वाले लोगों का हो चुका है। यहां भी 2362 यात्रियों (Passengers) में से सिर्फ 367 की जांच हुई है। अधिकारियों का मानना है कि इस धीमी रफ्तार के पीछे खुद लोग ही जिम्मेदार माने जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, गौतमबुद्ध नगर के प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा है कि टेस्टिंग (Corona Testing) की इस धीमी रफ्तार की वजह खुद यात्री ही माने जा रहे हैं, जो जांच कराने में लापरवाही बरतते नजर आ रहे हैं। मामले को लेकर जिले के चीफ मेडिकल ऑफिसर (CMO) डॉ. सुनील कुमार शर्मा ने जानकारी दिया है कि सरकार की गाइडलाइन (Corona Guidelines) के मुताबिक 'ऐट रिस्क' कैटेगरी वाले देशों से आने वाले सभी यात्रियों की 7 दिन के बाद टेस्टिंग करवाना जरुरी है।
वहीं उन्होंने यह भी बताया कि अभी हाल में ही हमें लखनऊ से आदेश मिल चुका है कि अब विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की 7 दिन का क्वारेंटीन पीरियड (Quarantine Period) खत्म होने के बाद टेस्टिंग करवाने के नियम का पालन किया जाए।
टेस्टिंग की इस रफ्तार पर सीएमओ (CMO) ने बताया कि जांच के लिए लोग तैयार नहीं हुए हैं, फिर भी हम उन्हें काउंसल करके कोविड टेस्ट के लिए कोशिश हो रही है। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि कई ऐसे भी यात्री हैं जिनको ट्रेस किया जाना बेहद जरुरी है।
कोविड टेस्टिंग को लेकर गाजियाबाद (Ghaziabad) के स्वास्थ्य अधिकारियों ने जानकारी दिया है कि वे शुरू से ही सभी देशों से आने वाले यात्रियों की जांच करने वाले प्लान के अनुसार ही काम कर रहे हैं.
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29 Nov 2025 06:27 PM
नई दिल्ली: देश में कोविड (Corona Cases In India) के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के बढ़ते खतरे के बीच गौतमबुद्ध नगर से एक खबर चर्चा में बनी हुई है जिसको सुनकर आप पूरी तरह से हैरान हो जाएंगे। जानकारी के मुताबिक बीते 21 नवंबर से जिले में कुल 3187 यात्री विदेशों से लौट चुके हैं लेकिन उनमें से सिर्फ 90 लोगों की कोविड (Covid Cases In India) जांच की गई है। यही हाल पड़ोसी जिले गाजियाबाद के रहने वाले लोगों का हो चुका है। यहां भी 2362 यात्रियों (Passengers) में से सिर्फ 367 की जांच हुई है। अधिकारियों का मानना है कि इस धीमी रफ्तार के पीछे खुद लोग ही जिम्मेदार माने जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, गौतमबुद्ध नगर के प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा है कि टेस्टिंग (Corona Testing) की इस धीमी रफ्तार की वजह खुद यात्री ही माने जा रहे हैं, जो जांच कराने में लापरवाही बरतते नजर आ रहे हैं। मामले को लेकर जिले के चीफ मेडिकल ऑफिसर (CMO) डॉ. सुनील कुमार शर्मा ने जानकारी दिया है कि सरकार की गाइडलाइन (Corona Guidelines) के मुताबिक 'ऐट रिस्क' कैटेगरी वाले देशों से आने वाले सभी यात्रियों की 7 दिन के बाद टेस्टिंग करवाना जरुरी है।
वहीं उन्होंने यह भी बताया कि अभी हाल में ही हमें लखनऊ से आदेश मिल चुका है कि अब विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की 7 दिन का क्वारेंटीन पीरियड (Quarantine Period) खत्म होने के बाद टेस्टिंग करवाने के नियम का पालन किया जाए।
टेस्टिंग की इस रफ्तार पर सीएमओ (CMO) ने बताया कि जांच के लिए लोग तैयार नहीं हुए हैं, फिर भी हम उन्हें काउंसल करके कोविड टेस्ट के लिए कोशिश हो रही है। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि कई ऐसे भी यात्री हैं जिनको ट्रेस किया जाना बेहद जरुरी है।
कोविड टेस्टिंग को लेकर गाजियाबाद (Ghaziabad) के स्वास्थ्य अधिकारियों ने जानकारी दिया है कि वे शुरू से ही सभी देशों से आने वाले यात्रियों की जांच करने वाले प्लान के अनुसार ही काम कर रहे हैं.
नोएडा। कोरोना के नये स्वरूप ओमिक्रॉन(Omicron ) से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पुख्ता इंतजाम कर लिये हैं। सरकारी और निजी चिकित्सालयों में जहां सतर्कता बढ़ा दी गयी है वहीं कोविड जांच (Covid Test ) का दायरा भी बढ़ा दिया गया है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा ने दी। उन्होंने कहा कि जनपद में हालांकि ओमिक्रॉन का अभी तक कोई भी मामला सामने नहीं आया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) ने बताया- कोविड से निपटने के लिए जनपद के 31 चिकित्सालयों में 4582 बेड आरक्षित कर लिये गये हैं। उन्होंने बताया जनपद में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है। दो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों बिसरख और दादरी सहित विभिन्न सरकारी चिकित्सालयों में ऑक्सीजन के 11 प्लांट क्रियाशील किये जा चुके हैं। वहीं अन्य सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर 686 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था है। यह कंसंट्रेटर आपात स्थिति से तत्काल निपटने में मदद करेंगे। उन्होंने बताया कि जनपद में छह ऐसे निजी अस्पताल हैं जहां ऑक्सीजन के पर्याप्त इंतजाम हैं।
डा. सुनील कुमार शर्मा ने बताया- कोरोना की दूसरी लहर में एकाएक बड़ी ऑक्सीजन की मांग को देखते हुए अब ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था की गयी है। उन्होंने बताया- कोविड अस्पताल में जहां 2500 लीटर प्रति मिनट क्षमता के चार ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हैं।
रैंडम जांच शुरू
सीएमओ ने बताया दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की निगरानी बढ़ा दी गयी है। बस स्टेशन पर तैनात विभाग की टीम आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच कर रही हैं। उन्होंने बताया यदि किसी भी व्यक्ति की एंटीजन रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उसकी तुरंत आरटीपीसीआर जांच करायी जाएगी और इस बीच उसे आइसोलेशन में रखा जाएगा।
सांस के मरीजों की निगरानी बढ़ायी
डा. सुनील कुमार शर्मा ने बताया सरकारी और निजी चिकित्सालयों को अलर्ट जारी कर सांस के मरीजों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिये गये हैं। किसी भी मरीज में आईएलआई (इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस) और सारी (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन) के लक्षण दिखते हैं तो तुरंत सतर्कता बरती जाए।
लक्षण दिखने पर कोविड टेस्ट कराएं
सीएमओ ने कहा- जुकाम, खांसी, बुखार आईएलआई (इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस) या सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (सारी) के लक्षण आने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लेकर अपना कोविड टेस्ट कराएं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह सुविधा निशुल्क उपलब्ध है।
टीके की दोनों डोज जरूर लगवाएं
डा. शर्मा ने कहा - कोविड रोधी टीका लगवाने से कोविड की गंभीरता का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है, इसलिए यदि अभी तक जिन लोगों ने टीकाकरण नहीं करवाया है वह अवश्य कराएं। इसके साथ ही जिन लोगों ने अभी तक केवल टीके की एक डोज ली है वह समय पर दूसरी डोज भी अवश्य लें।
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चेतना मंच
29 Nov 2025 09:47 PM
नोएडा। कोरोना के नये स्वरूप ओमिक्रॉन(Omicron ) से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पुख्ता इंतजाम कर लिये हैं। सरकारी और निजी चिकित्सालयों में जहां सतर्कता बढ़ा दी गयी है वहीं कोविड जांच (Covid Test ) का दायरा भी बढ़ा दिया गया है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा ने दी। उन्होंने कहा कि जनपद में हालांकि ओमिक्रॉन का अभी तक कोई भी मामला सामने नहीं आया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) ने बताया- कोविड से निपटने के लिए जनपद के 31 चिकित्सालयों में 4582 बेड आरक्षित कर लिये गये हैं। उन्होंने बताया जनपद में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है। दो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों बिसरख और दादरी सहित विभिन्न सरकारी चिकित्सालयों में ऑक्सीजन के 11 प्लांट क्रियाशील किये जा चुके हैं। वहीं अन्य सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर 686 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था है। यह कंसंट्रेटर आपात स्थिति से तत्काल निपटने में मदद करेंगे। उन्होंने बताया कि जनपद में छह ऐसे निजी अस्पताल हैं जहां ऑक्सीजन के पर्याप्त इंतजाम हैं।
डा. सुनील कुमार शर्मा ने बताया- कोरोना की दूसरी लहर में एकाएक बड़ी ऑक्सीजन की मांग को देखते हुए अब ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था की गयी है। उन्होंने बताया- कोविड अस्पताल में जहां 2500 लीटर प्रति मिनट क्षमता के चार ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हैं।
रैंडम जांच शुरू
सीएमओ ने बताया दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की निगरानी बढ़ा दी गयी है। बस स्टेशन पर तैनात विभाग की टीम आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच कर रही हैं। उन्होंने बताया यदि किसी भी व्यक्ति की एंटीजन रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उसकी तुरंत आरटीपीसीआर जांच करायी जाएगी और इस बीच उसे आइसोलेशन में रखा जाएगा।
सांस के मरीजों की निगरानी बढ़ायी
डा. सुनील कुमार शर्मा ने बताया सरकारी और निजी चिकित्सालयों को अलर्ट जारी कर सांस के मरीजों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिये गये हैं। किसी भी मरीज में आईएलआई (इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस) और सारी (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन) के लक्षण दिखते हैं तो तुरंत सतर्कता बरती जाए।
लक्षण दिखने पर कोविड टेस्ट कराएं
सीएमओ ने कहा- जुकाम, खांसी, बुखार आईएलआई (इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस) या सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (सारी) के लक्षण आने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लेकर अपना कोविड टेस्ट कराएं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह सुविधा निशुल्क उपलब्ध है।
टीके की दोनों डोज जरूर लगवाएं
डा. शर्मा ने कहा - कोविड रोधी टीका लगवाने से कोविड की गंभीरता का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है, इसलिए यदि अभी तक जिन लोगों ने टीकाकरण नहीं करवाया है वह अवश्य कराएं। इसके साथ ही जिन लोगों ने अभी तक केवल टीके की एक डोज ली है वह समय पर दूसरी डोज भी अवश्य लें।
Health: वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने के 9 माह बाद लोग सकेंगे बुस्टर खुराक
omicron को लेकर डॉक्टरों ने दी सलाह.
भारत
चेतना मंच
27 Nov 2025 11:55 PM
राष्ट्रीय ब्यूरो,नईदिल्ली। ओमिक्रॉन (Omicron) वेरिएंट के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार(Central Government) अब लोगों को कोरोना वैक्सीन(Corona Vaccine) की बुस्टर खुराक देने पर विचार कर रही है। सरकार की ओर से कहा गया है कि वैक्सीन की दोनों खुराक लेने के 9 माह बाद बुस्टर खुराक ली जा सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि संसदीय समिति की बैठक को सूचित किया गया हैकि अगर जरूरत पड़ी तो कोरोना वैक्सीन की तीसरी खुराक भी ली जा सकती है। लेकिन यह खुराक दूसरी खुराक के 9 महीने बाद ही ली जा सकेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, आईसीएमआर के महानिदेशक व मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों ने गुरुवार को कोविड-19 ओमिक्रॉन वेरिएंट द्वारा उत्पन्न चुनौतियों के संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय की संसद की स्थायी समिति की एक बैठक में हिस्सा लिया। जिसकी अध्यक्षता राज्यसभा सांसद व सपा नेता रामगोपाल यादव ने किया। बैठक के दौरान स्वास्थ्य अधिकारियों ने ओमिक्रॉन वेरिएंट और कोविड-19 से संबंधित अन्य मुद्दों पर एक विस्तृत रिपोर्ट पेश की। अधिकारियों ने समिति को बताया भारत में ओमिक्रॉन के 23 मामले सामने आ चुके हैं।
सदस्यों ने कोविड-19 वायरस(Covid-19 Virus ) से निपटने के बारे में बात करते हुए सुझाव दिया कि उन्हें ‘वायरस से आगे’ रहना चाहिए। साथ ही यह भी कहाकि कोविड-19 से निपटना पुलिस-चोर के खेल जैसा है। वहीं अब 100 से ज्यादा देश अंतर्राष्ट्रीय यात्रा के लिए भारत सरकार द्वारा जारी किए गए टीके के प्रमाणपत्र को मान्यता दे चुके हैं।
भारत
चेतना मंच
27 Nov 2025 11:55 PM
राष्ट्रीय ब्यूरो,नईदिल्ली। ओमिक्रॉन (Omicron) वेरिएंट के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार(Central Government) अब लोगों को कोरोना वैक्सीन(Corona Vaccine) की बुस्टर खुराक देने पर विचार कर रही है। सरकार की ओर से कहा गया है कि वैक्सीन की दोनों खुराक लेने के 9 माह बाद बुस्टर खुराक ली जा सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि संसदीय समिति की बैठक को सूचित किया गया हैकि अगर जरूरत पड़ी तो कोरोना वैक्सीन की तीसरी खुराक भी ली जा सकती है। लेकिन यह खुराक दूसरी खुराक के 9 महीने बाद ही ली जा सकेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, आईसीएमआर के महानिदेशक व मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों ने गुरुवार को कोविड-19 ओमिक्रॉन वेरिएंट द्वारा उत्पन्न चुनौतियों के संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय की संसद की स्थायी समिति की एक बैठक में हिस्सा लिया। जिसकी अध्यक्षता राज्यसभा सांसद व सपा नेता रामगोपाल यादव ने किया। बैठक के दौरान स्वास्थ्य अधिकारियों ने ओमिक्रॉन वेरिएंट और कोविड-19 से संबंधित अन्य मुद्दों पर एक विस्तृत रिपोर्ट पेश की। अधिकारियों ने समिति को बताया भारत में ओमिक्रॉन के 23 मामले सामने आ चुके हैं।
सदस्यों ने कोविड-19 वायरस(Covid-19 Virus ) से निपटने के बारे में बात करते हुए सुझाव दिया कि उन्हें ‘वायरस से आगे’ रहना चाहिए। साथ ही यह भी कहाकि कोविड-19 से निपटना पुलिस-चोर के खेल जैसा है। वहीं अब 100 से ज्यादा देश अंतर्राष्ट्रीय यात्रा के लिए भारत सरकार द्वारा जारी किए गए टीके के प्रमाणपत्र को मान्यता दे चुके हैं।