नवरात्रि के पहले दिन मंदिरों में भक्‍तों की भारी भीड़

Crowd of devotees
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 12:02 PM
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 देश भर में आज से नवरात्रि का महापर्व शुरू हो गया है। नवरात्रि को ध्यान में रखते हुए घरों से लेकर मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया है। हिन्दू माह के अनुसार नवरात्रि वर्ष में चार बार आती है। चार बार का अर्थ यह कि यह वर्ष के महत्वपूर्ण चार पवित्र माह में आती है। यह चार माह हैं-पौष, चैत्र, आषाढ़ और अश्विन। उक्त प्रत्येक माह की प्रतिपदा यानी एकम् से नवमी तक का समय नवरात्रि का होता है। अश्विन मास की शुक्ल की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि शुरू हो जाती है। इस साल 7 अक्टूबर यानि आज से यह पर्व शुरू हो गया है। नवरात्रि के 9 दिनों में भक्त मां के 9 रूपों की पूजा-आराधना करते हैं। मंदिरों में होने वाली भारी भीड़ को देखते हुए सरकार ने मंदिर प्रबंधकों को कोरोना गाइड लाइन का पालन करवाने की सख्त ताकीद दी है। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर परिसरों में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।

मां जगदंबा के लिए इस कई खास चीजें बाजार में आई हैं। जो लोगों को आकर्षित कर रही हैं। मां के लिए दुकानदार इस बार लाल और पीले रंग की मनमोहक चुनरी तो लाएं ही है साथ ही माता के लिए चमकदार वस्त्र भी दुकानों पर उपलब्ध है। जो लोगों को खूब भा रहा है। महामारी से बचाव के लिए दुकानदारों ने इस बार पूजन सामग्री के पैकेट तैयार किए हैं। यह पैकेट सौ रूपये से लेकर 500 रुपये तक हैं। ग्राहक अपने बजट के अनुसार पूजन सामग्री की खरीदारी कर रहे हैं। पूजन सामग्री के पैकेट में कलश, दीया, धूप-अगरबत्ती, कपूर, सिंदुर, तिल तेल, देसी घी, चुनरी, बताशा, मेवा-मिष्ठान्न उपलब्ध हैं। नवरात्र में देवी-दरबारों को सजाने और घरों में पूजा-पाठ करने के लिए फूलों की आवश्यकता होती है। आज फूल मंडी में गुड़हल, गुलाब और गेंदे के फूलों के माला की सबसे ज्यादा मांग रही। फूलों की बढ़ती मांग को देखते हुए फूल वालों में फूल-मालाओं के दामों में भारी इजाफा कर दिया है। आम दिनों में पांच से दस रुपये में मिलने वाली गुड़हल और गुलाब के फूल की माला 15 से 20 रुपये में बिक रही है।

दिल्ली,गाजियाबाद, नोएडा सहित प्रदेश व देश के सभी मुख्य मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। माता के दर्शन के लिए भक्तों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। मंदिर परिसरों में भक्तों को माता के दर्शन आसानी से मिल सकें और कोरोना गाइड लाइन का पालन भी हो सके इसके लिए मंदिरों में विशेष प्रबंध किए गए है। मंदिर परिसरों में बांस-बल्लियों को बांधकर मंदिर तक पहुंचने के लिए रास्ता बनाया गया है जिससे भक्त बिना भीड़ किए लाइन में रहकर माता के दर्शन और पूजन कर सकें। मंदिरों की सुरक्षा व्यव्स्था को ध्यान में रखते हुए शासन और प्रशासन मुस्तैद है और उसने इसके मद्देनजर चुस्त-दुरुस्त बंदोबस्त कर रखे हैं।

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नवरात्रि के पहले दिन मंदिरों में भक्‍तों की भारी भीड़

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 देश भर में आज से नवरात्रि का महापर्व शुरू हो गया है। नवरात्रि को ध्यान में रखते हुए घरों से लेकर मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया है। हिन्दू माह के अनुसार नवरात्रि वर्ष में चार बार आती है। चार बार का अर्थ यह कि यह वर्ष के महत्वपूर्ण चार पवित्र माह में आती है। यह चार माह हैं-पौष, चैत्र, आषाढ़ और अश्विन। उक्त प्रत्येक माह की प्रतिपदा यानी एकम् से नवमी तक का समय नवरात्रि का होता है। अश्विन मास की शुक्ल की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि शुरू हो जाती है। इस साल 7 अक्टूबर यानि आज से यह पर्व शुरू हो गया है। नवरात्रि के 9 दिनों में भक्त मां के 9 रूपों की पूजा-आराधना करते हैं। मंदिरों में होने वाली भारी भीड़ को देखते हुए सरकार ने मंदिर प्रबंधकों को कोरोना गाइड लाइन का पालन करवाने की सख्त ताकीद दी है। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर परिसरों में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।

मां जगदंबा के लिए इस कई खास चीजें बाजार में आई हैं। जो लोगों को आकर्षित कर रही हैं। मां के लिए दुकानदार इस बार लाल और पीले रंग की मनमोहक चुनरी तो लाएं ही है साथ ही माता के लिए चमकदार वस्त्र भी दुकानों पर उपलब्ध है। जो लोगों को खूब भा रहा है। महामारी से बचाव के लिए दुकानदारों ने इस बार पूजन सामग्री के पैकेट तैयार किए हैं। यह पैकेट सौ रूपये से लेकर 500 रुपये तक हैं। ग्राहक अपने बजट के अनुसार पूजन सामग्री की खरीदारी कर रहे हैं। पूजन सामग्री के पैकेट में कलश, दीया, धूप-अगरबत्ती, कपूर, सिंदुर, तिल तेल, देसी घी, चुनरी, बताशा, मेवा-मिष्ठान्न उपलब्ध हैं। नवरात्र में देवी-दरबारों को सजाने और घरों में पूजा-पाठ करने के लिए फूलों की आवश्यकता होती है। आज फूल मंडी में गुड़हल, गुलाब और गेंदे के फूलों के माला की सबसे ज्यादा मांग रही। फूलों की बढ़ती मांग को देखते हुए फूल वालों में फूल-मालाओं के दामों में भारी इजाफा कर दिया है। आम दिनों में पांच से दस रुपये में मिलने वाली गुड़हल और गुलाब के फूल की माला 15 से 20 रुपये में बिक रही है।

दिल्ली,गाजियाबाद, नोएडा सहित प्रदेश व देश के सभी मुख्य मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। माता के दर्शन के लिए भक्तों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। मंदिर परिसरों में भक्तों को माता के दर्शन आसानी से मिल सकें और कोरोना गाइड लाइन का पालन भी हो सके इसके लिए मंदिरों में विशेष प्रबंध किए गए है। मंदिर परिसरों में बांस-बल्लियों को बांधकर मंदिर तक पहुंचने के लिए रास्ता बनाया गया है जिससे भक्त बिना भीड़ किए लाइन में रहकर माता के दर्शन और पूजन कर सकें। मंदिरों की सुरक्षा व्यव्स्था को ध्यान में रखते हुए शासन और प्रशासन मुस्तैद है और उसने इसके मद्देनजर चुस्त-दुरुस्त बंदोबस्त कर रखे हैं।

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Dharam Karma : वेद वाणी

Rig Veda
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 10:18 AM
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Sanskrit: ऋतेन ऋतमपिहितं ध्रुवं वां सूर्यस्य यत्र विमुचन्त्यश्वान्। दश शता सह तस्थुस्तदेकं देवानां श्रेष्ठं वपुषामपश्यम्॥ ऋग्वेद ५-६२-१॥

Hindi:  हे शिक्षकों और उपदेशकों! सूर्य के उत्तम रूप को तुम जानो। सूर्य असंख्य किरणों को छोड़ता है। यह अनेक गुणों से युक्त है। सूर्य का सौर मंडल में वैभव अद्भुत है। विभिन्न ग्रह इस पर आधारित हैं। इस सत्य को तुम भी जानों। (ऋग्वेद ५-६२-१) #vedgsawana

English:  O teachers and preachers! You know the best form of the sun. The sun radiates innumerable rays. It is endowed with many qualities. The splendor of the Sun in the Solar System is amazing. Various planets are based on this. You also know this truth. (Rig Veda 5-62-1) #vedgsawana