Indian Railway: देश में प्रयागराज स्टेशन के पुनर्विकास पर सबसे ज्यादा 960 करोड़ रुपये खर्च होंगे

Screenshot 2023 08 06 144221
Indian Railway
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 06:20 PM
bookmark
Indian Railway: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को देशभर के जिन 508 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य की आधारशिला रखी, उनमें से प्रयागराज स्टेशन के पुनर्विकास पर सबसे अधिक 960 करोड़ रुपये खर्च होंगे। Indian Railway: ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत जिन 508 रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास। ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत जिन 508 रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जा रहा है, उनमें से 55 स्टेशन उत्तर प्रदेश के हैं। वर्ष 2025 के महाकुंभ को देखते हुए प्रयागराज स्टेशन का कायाकल्प किया जा रहा है, जिसके तहत इस रेलवे स्टेशन के दोनों ओर आठ मंजिला स्टेशन भवन का निर्माण शामिल है। Indian Railway: 960 करोड़ रुपये का निवेश प्रयागराज स्टेशन के पुनर्विकास पर किया जाएगा प्रयागराज जंक्शन परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उत्तर-मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि देश में सबसे अधिक 960 करोड़ रुपये का निवेश प्रयागराज स्टेशन के पुनर्विकास पर किया जाएगा। उपाध्याय के मुताबिक, “प्रयागराज स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य वृहद होने के कारण इसे दो चरणों में पूरा किया जाएगा। प्रथम चरण में कुंभ मेले से पहले सिविल लाइंस क्षेत्र के विकास का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, कुंभ मेला संपन्न होने के बाद बाकी कार्य पूरा किया जाएगा।” Indian Railway: आठ मंजिला स्टेशन भवन का निर्माण किया जाएगा [caption id="attachment_106217" align="aligncenter" width="1200"]Indian Railway Indian Railway[/caption] उन्होंने बताया कि प्रयागराज स्टेशन के दोनों ओर आठ मंजिला स्टेशन भवन का निर्माण किया जाएगा, जिसमें शुरुआती तीन मंजिल पर रेल कार्यालय और यात्री सुविधाओं, जबकि ऊपर की मंजिल पर वाणिज्यिक विकास का प्रावधान किया जाएगा। उपाध्याय के अनुसार, प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर 72 मीटर चौड़े दो ‘कॉनकोर्स’ भी बनाए जाएंगे, जिनमें 9,000 यात्रियों के बैठने के साथ ही खाने-पीने के स्टॉल और बच्चों के मनोरंजन की भी व्यवस्था होगी। Indian Railway: 15 स्टेशन का पुनर्विकास किया जाना है उन्होंने बताया कि उत्तर-मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल के अंतर्गत 15 स्टेशन का पुनर्विकास किया जाना है, जिनमें विंध्याचल, फतेहपुर, पनकी धाम, मिर्जापुर, गोविंदपुरी, मानिकपुर, टूंडला, इटावा, अनवरगंज, फिरोजाबाद, चुनार, खुर्जा, शिकोहाबाद, मैनपुरी और सोनभद्र स्टेशन शामिल हैं। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, कौशांबी के सांसद विनोद सोनकर, फूलपुर के सांसद केशरी देवी पटेल, उत्तर-मध्य रेलवे के महाप्रबंधक सतीश कुमार और रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। Chandrayaan 3: चंद्रयान 3 पर आई बड़ी अपडेट, चंद्रमा की कक्षा में पहुँचते ही इस तरह किया रिएक्ट
अगली खबर पढ़ें

New Delhi: पीएम मोदी ने लॉन्च की अमृत भारत स्टेशन योजना देश के 508 स्टेशनों का होगा नवीनीकरण

Screenshot 2023 08 06 122448
New Delhi
locationभारत
userचेतना मंच
calendar24 Nov 2025 07:34 PM
bookmark
New Delhi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये देशभर के 508 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बताया कि प्रधानमंत्री ने जिन रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखी, उनमें उत्तर प्रदेश और राजस्थान के 55-55, बिहार के 49, महाराष्ट्र के 44, पश्चिम बंगाल के 37, मध्य प्रदेश के 34, असम के 32, ओडिशा के 25, पंजाब के 22, गुजरात एवं तेलंगाना के 21-21, झारखंड के 20, आंध्र प्रदेश तथा तमिलनाडु के 18-18, हरियाणा के 15 व कर्नाटक के 13 स्टेशन शामिल हैं। पीएमओ ने बताया था कि इस पुनर्विकास परियोजना की लागत 24,470 करोड़ रुपये होगी और इसके तहत यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। उसने बताया था कि स्टेशन भवनों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा। पीएमओ ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी अक्सर अत्याधुनिक सार्वजनिक परिवहन के प्रावधान पर जोर देते हैं और रेलवे लोगों के लिए परिवहन का पसंदीदा साधन है। उसने कहा था कि मोदी ने रेलवे स्टेशन पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के महत्व को प्राथमिकता दी है। New Delhi: पीएमओ के मुताबिक, प्रधानमंत्री के इस दृष्टिकोण के मद्देनजर 1,309 स्टेशन के पुनर्विकास के लिए 'अमृत भारत स्टेशन योजना' शुरू की गई है। उसने कहा कि 'अमृत भारत स्टेशन योजना' के तहत प्रधानमंत्री ने रविवार को 508 स्टेशन के पुनर्विकास कार्य की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये अमृत भारत स्टेशन योजना को लॉन्च किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पूरे भारत में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि 'भारत, जो विकसित होने के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, अपने अमृत काल की शुरुआत में है। नई ऊर्जा, नई प्रेरणा और नए संकल्प हैं और इसी भावना के साथ, भारतीय रेलवे के इतिहास में एक नया अध्याय शुरू हो रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने रिमोट का बटन दबाकर 508 स्टेशनों के पुनर्विकास की नींव रख दी है। पीएम मोदी ने एक ट्वीट करके कहा कि '6 अगस्त रेलवे क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। '508 अमृत भारत रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास पर काम आज से शुरू हो रहा है। लगभग 25,000 करोड़ इन 508 अमृत भारत स्टेशनों के पुनर्विकास पर खर्च किया जाएगा। आप कल्पना कर सकते हैं कि बुनियादी ढांचे, रेलवे और सबसे महत्वपूर्ण रूप से मेरे देश के आम लोगों के लिए यह कितना बड़ा अभियान होगा।Ó पीएम मोदी ने कहा कि 'पिछले कुछ वर्षों में रेलवे में बहुत सारे काम हुए हैं। पिछले नौ वर्षों में दक्षिण अफ्रीका, यूक्रेन, पोलैंड, यूके और स्वीडन में रेलवे नेटवर्क से भी अधिक रेलवे ट्रैक बिछाए गए हैं। आप काम के पैमाने की कल्पना कर सकते हैं। भारत मे आज आधुनिक ट्रेनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। आज देश का लक्ष्य है कि रेलवे की यात्रा हर यात्री के लिए, हर नागरिक के लिए सुलभ हो और सुखद भी हो। अब ट्रेन से लेकर स्टेशन तक आपको बेहतर अनुभव देने का प्रयास है। New Delhi: हर व्यक्ति और नागरिक के लिए रेल यात्रा को आरामदायक और संतोषजनक बनाना [caption id="attachment_106166" align="aligncenter" width="766"]New Delhi New Delhi[/caption] पीएम मोदी ने कहा कि देश का लक्ष्य हर व्यक्ति और नागरिक के लिए रेल यात्रा को आरामदायक और संतोषजनक बनाना है। यह लोगों को ट्रेन से स्टेशन तक बेहतरीन अनुभव देने का एक प्रयास हैज्आज देश के हजारों रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त वाईफाई कनेक्शन है। रेलवे को हमारे देश की लाइफ लाइन कहा जाता है। इसके साथ ही हमारे शहरों की पहचान भी उनके रेलवे स्टेशन से जुड़ी होती है। पीएम मोदी ने कहा कि शहरों की सारी गतिविधियां रेलवे स्टेशन के आसपास ही होती हैं। इसलिए, हमारे रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास और आधुनिकीकरण करना और रेलवे के क्षेत्र का इष्टतम उपयोग करना महत्वपूर्ण है। सरकार ने स्टेशनों को शहर और राज्यों की पहचान से जोडऩे के लिए वन स्टेशन- वन प्रोडक्ट योजना भी शुरू की है, इससे पूरे इलाके के लोगों को, कामगारों-कारीगरों को फायदा होगा साथ ही जिले की ब्रांडिंग भी होगी। New Delhi: आजादी के अमृतकाल में देश ने अपनी विरासत पर गर्व का भी संकल्प लिया पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में देश ने अपनी विरासत पर गर्व का भी संकल्प लिया है। ये अमृत रेलवे स्टेशन उसके भी प्रतीक बनेंगे। इन स्टेशनों में देश की संस्कृति और स्थानीय विरासत की झलक दिखेगी। हर अमृत स्टेशन, शहर की आधुनिक आकांक्षाओं और प्राचीन विरासत का प्रतीक बनेगा। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधरी के अनुसार, विश्व के सबसे बड़े और व्यस्ततम रेलवे नेटवर्क्स में से एक है, जो देश के हजारों शहरों और नगरों को परस्पर जोड़ते हुए लाखों लोगों को यातायात का एक महत्वपूर्ण साधन उपलब्ध कराता है। पिछले नौ वर्षों से भारतीय रेल के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया चल रही है। इसके अंतर्गत आधारभूत ढांचे, तकनीक और यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत रेलवे स्टेशनों की पुनर्सज्जा, नई रेलवे लाइनें बिछाने, शत-प्रतिशत विद्युतीकरण और यात्रियों एवं परिसंपत्तियों की संरक्षा को बढ़ाने जैसी व्यापक गतिविधियां शामिल हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में बताया कि इस पुनर्विकास परियोजना की लागत 24,470 करोड़ होगी और इससे यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान होंगी। प्रधानमंत्री जिन रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे। [caption id="attachment_106167" align="aligncenter" width="730"]New Delhi New Delhi[/caption] New Delhi: विश्व स्तरीय सुविधाएं देना प्राथमिकता पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर अत्याधुनिक सार्वजनिक परिवहन के प्रावधान पर जोर देते हैं और रेलवे लोगों के परिवहन का पसंदीदा साधन है। उन्होंने रेलवे स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के महत्व को प्राथमिकता दी है। इस दृष्टिकोण से 1,309 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए 'अमृत भारत स्टेशन योजनाÓ शुरू की गई। योजना के तहत पीएम मोदी 508 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए आधारशिला रखेंगे।? New Delhi: सिटी सेंटर के रूप में होंगे विकसित पीएमओ ने कहा, इसके तहत शहर के दोनों किनारों के समुचित एकीकरण के साथ इन स्टेशनों को 'सिटी सेंटर' के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं। यह एकीकृत दृष्टिकोण शहर के समग्र शहरी विकास के समग्र दृष्टिकोण से प्रेरित है, जो रेलवे स्टेशन के आसपास केंद्रित है। New Delhi: 508 स्टेशनों की बदलेगी सूरत उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 55-55, बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्य प्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22 स्टेशन शामिल हैं। इसके अलावा, गुजरात और तेलंगाना में 21-21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 18-18, हरियाणा में 15, कर्नाटक में 13 और अन्य कई राज्यों के कई स्टेशन शामिल हैं। 508 स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए है। New Delhi: यूपी में किया जा रहा कई प्रमुख स्टेशनों का नवीनीकरण उत्तर प्रदेश में लखनऊ का बादशाहनगर, कानपुर सेंट्रल और झांसी राज्य में पुनर्विकसित किए जा रहे प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से हैं। अगले 3 साल के दौरान कानपुर सेंट्रल स्टेशन के पुनर्विकास पर लगभग 767 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जबकि झांसी पर 477 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। New Delhi: इन स्टेशनों का विकास हमारी सरकार का एक प्रमुख फोकस है : अश्विनी वैष्णव रेल विभाग का लक्ष्य इन स्टेशनों के पुनर्विकास काम को 2025 तक पूरा करना है। प्रधानमंत्री मोदी खुद इस परियोजना के काम की निगरानी कर रहे हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इन स्टेशनों का विकास हमारी सरकार का एक प्रमुख फोकस है। हमारे प्रधानमंत्री निजी रूप से इन रेलवे स्टेशनों की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने इन स्टेशनों के डिजाइन में इनपुट दिए हैं।

योजना का उद्देश्य

स्टेशनों का सिटी सेंटरों के रूप में विकास। शहर के दोनों छोरों का एकीकरण। स्टेशन भवनों का सुधार व पुनर्विकास। आधुनिक यात्री सुविधाओं का प्रावधान। बेहतर यातायात व्यवस्था और इंटरमोडल इंटीग्रेशन। मार्गदर्शन के लिए एक-समान और सहायक सूचक चिन्ह। मास्टर प्लान में उचित संपत्ति विकास का प्रावधान। लैंडस्केपिंग, स्थानीय कला और संस्कृति। 24470 करोड़ होगी परियोजना की लागत। Loksabha Election 2024: यूपी में चलेगा मोदी और योगी का जादू! जानिए लोकसभा चुनाव में किसका पलड़ी भाड़ी
अगली खबर पढ़ें

Indian Railways: रेलवे मे कमर्शियल इंस्पेक्टर के पद के लिये अब एमबीए अनिवार्य

RAIL
Indian Railways
locationभारत
userचेतना मंच
calendar07 Jul 2023 04:25 PM
bookmark
  Indian Railways: भारतीय रेल मे सुधार के तहत कामर्शियल इंस्पेक्टर की नौकरी के लिये स्नातक होने के साथ एमबीए होना जरुरी होगा।  फिलहाल कमर्शियल इंस्पेक्टर के पद के लिए ग्रेजुएट युवा आवेदन करते हैं लेकिन भविष्य में केवल एमबीए डिग्रीधारक ही इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदनकर्ता तभी आवेदन कर सकता है जब उसके पास ग्रेजुएशन के साथ-साथ एमबीए की डिग्री भी हो। रेलवे मे खाली पदों पर आवेदन के लियें इस न्यूनतम योग्यता को अनिवार्य कर दिया गया है । रेलवे बोर्ड ने इस जानकारी को 28 जून को सभी रेलवे जोन मे आदेश जारी कर दिया है । Indian Railways रेलवे बोर्ड की ओर से टिकट चेकिंग,स्टाफ,कॉमर्शियल क्लर्क,इन्क्वायरी कम रिजर्वेशन क्लर्क के पदो को विलय करने की प्रक्रिया पहले से चल रही है । रेलवे अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल कॉमर्शियल विभाग (ग्रुप-सी) के सभी कर्मचारियों की ड्यूटी बंटी हुई है और वे एक-दूसरे का काम नहीं कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, वाणिज्यिक विभाग में, टीटीईएस ट्रेन में टिकटों की जांच करता है, जबकि टीसी प्लेटफार्मों और गेटों पर टिकटों की जांच करता है। बुकिंग क्लर्क रेलवे टिकट काउंटरों पर टिकट बुकिंग करते हैं और वाणिज्यिक निरीक्षक ट्रेनों और स्टेशनों पर अवैध शादियों आदि को रोकने का काम करते हैं। टीटीई बुकिंग क्लर्क का काम नही कर सकता और बुकिंग क्लर्क ट्रेन मे टिकट चेकिंग का काम नहीं कर सकता ।

Indian Railways : केंद्र सरकार की योजना:

केंद्र सरकार ने नई योजना के तहत रेलवे के कई वाणिज्य विभाग के सभी कैडरों का विलय करना शुरू कर दिया है ताकि जरूरत के मुताबिक उनकी ड्यूटी लगाई जा सके। रेलवे के वाणिज्यिक विभाग में 85,000 कर्मचारी कार्यरत हैं। कॉमर्शियल विभाग मे 15 प्रतिशत पर सीधी भर्ती की जाएगी। कॉमर्शियल इंस्पेक्टर के पद के लिये अभ्यर्थी को स्नातक के साथ एमबीए होना जरुरी होगा। कॉमर्शियल विभाग मे कार्यरत 10 फीसदी कर्मियों को उनकी योग्यता के आधार पर पदोन्नति दी जायेगी । इसके 75 फीसदी पदों को योग्यता के आधार पर भरा जायेगा। रेलवे सभी पदों के लिये कर्मियों का पृथक प्रशिक्षण कराएगी ।  

यूनियन के मुताबिक:

यूनियन का कहना है कि रेलवे मल्टीटास्क स्टाफ के नाम पर रेलवे के कर्मचारियों की संख्या कम करना चाहता है और एक ही कर्मचारी से कई तरह के काम लेना चाहता है । #irctc #indianrailway #mba #jobs #breaking #centralgovt #modi

Modi Defamation Case : राहुल गांधी पर आज फैसला सुनाएगी गुजरात हाईकोर्ट