Falgun 2023: आज से फाल्गुन माह शुरू, इन देवताओं का है खास महत्व

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Falgun 2023
locationभारत
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calendar06 Feb 2023 08:22 PM
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Falgun 2023: आज से हिन्दू पंचांग का साल का अंतिम महिमा शुरू हो गया है , फाल्गुन में भगवान कृष्ण के विभिन्न रूपों की उपासना बहुत शुभ मानी जाती है। Falgun 2023: इसी महीने में देवी पार्वती ने महाशिवरात्रि पर शिव जी को पति के रूप में पाया था. रंगो का उत्सव होली भी फाल्गुन महीने में आती है. अध्यात्म और प्रकृति के नजरिए से भी फाल्गुन बहुत खास है. आइए जानते हैं फाल्गुन महीने में चंद्रमा की पूजा का महत्व और इस महीने कौन से व्रत-त्योहार आएंगे.

Falgun 2023

फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को फाल्गुनी नक्षत्र में होने के कारण इस माह का नाम फाल्गुन पड़ा है.चंद्रमा का जन्म फाल्गुन में मास में होने के कारण इस महीने चंद्रमा की उपासना करने का विशेष महत्व है. चंद्रमा को सुख-शांति और मन का कारक माना गया है. भगवान शंकर ने अपने चंद्र को अपने सिर पर धारण किया है. चंद्र देवता को जल तत्व का देव कहा जाता है. कुंडली में चंद्रमा की  स्थिति मजबूत हो तो व्यक्ति धनवान और सुख भोगता है वहीं चंद्रमा के अशुभ होने पर मानसिक रोग घेर लेते है. ऐसे में फाल्गुन के महीने में रोजाना माता की सेवा करने इससे चंद्र की प्रसन्नता प्राप्त होती है. कुंडली में चंद्रमा को मजबूत करने के लिए चावल, सफेद वस्त्र, शंख, सफेद चंदन, दही और मोती दान करना चाहिए.
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Falgun 2023: आज से हिन्दू पंचांग का साल का अंतिम महिमा शुरू हो गया है , फाल्गुन में भगवान कृष्ण के विभिन्न रूपों की उपासना बहुत शुभ मानी जाती है। Falgun 2023: इसी महीने में देवी पार्वती ने महाशिवरात्रि पर शिव जी को पति के रूप में पाया था. रंगो का उत्सव होली भी फाल्गुन महीने में आती है. अध्यात्म और प्रकृति के नजरिए से भी फाल्गुन बहुत खास है. आइए जानते हैं फाल्गुन महीने में चंद्रमा की पूजा का महत्व और इस महीने कौन से व्रत-त्योहार आएंगे.

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फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को फाल्गुनी नक्षत्र में होने के कारण इस माह का नाम फाल्गुन पड़ा है.चंद्रमा का जन्म फाल्गुन में मास में होने के कारण इस महीने चंद्रमा की उपासना करने का विशेष महत्व है. चंद्रमा को सुख-शांति और मन का कारक माना गया है. भगवान शंकर ने अपने चंद्र को अपने सिर पर धारण किया है. चंद्र देवता को जल तत्व का देव कहा जाता है. कुंडली में चंद्रमा की  स्थिति मजबूत हो तो व्यक्ति धनवान और सुख भोगता है वहीं चंद्रमा के अशुभ होने पर मानसिक रोग घेर लेते है. ऐसे में फाल्गुन के महीने में रोजाना माता की सेवा करने इससे चंद्र की प्रसन्नता प्राप्त होती है. कुंडली में चंद्रमा को मजबूत करने के लिए चावल, सफेद वस्त्र, शंख, सफेद चंदन, दही और मोती दान करना चाहिए.
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Magha Purnima 2023 हरिद्वार और प्रयागराज में श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

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Magha Purnima 2023
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userचेतना मंच
calendar05 Feb 2023 03:22 PM
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Magha Purnima 2023: हरिद्वार/प्रयागराज। आज पूरे देश में माघ पूर्णिमा धूमधाम से मनाई जा रही है। इस अवसर पर तीर्थ स्थलों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संगम और हरिद्वार में गंगा में लाखों श्रद्धालुओं ने रविवार की तड़के आस्था की डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है।

Magha Purnima 2023

संगम में लाखों श्रद्धालुओं ने किया स्नान संगमनगरी प्रयागराज में माघ पूर्णिमा स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। शनिवार की रात से ही श्रद्धालुओं का रेला संगम तट पर उमड़ शुरू हो गया था। संगम की रेती पर कल्पवास कर रहे कल्पवासी आज से अपने अपने घरों को लौट जाएंगे। माघ मेले में माघ पूर्णिमा स्नान पर्व को देखते हुए मेला प्रशासन की तरफ से संगम तट से लेकर पूरे मेले में सुरक्षा की चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं। जगह जगह कमांडों के साथ खाकी के लोग मौजूद हैं।

हर की पौड़ी पर उमड़ी भीड़ उधर, हरिद्वार में गंगा तट पर भी श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। गंगा के हर की पौड़ी पर सर्वाधिक भीड़ देखने को मिली। इसके अलावा गंगा के अन्य घाटों पर भी श्रद्धालु माघ पूर्णिमा का स्नान किया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने प्रदेशवासियों को माघ पूर्णिमा की बधाई दी है। उन्होंने कहा कि माघ पूर्णिमा का पर्व सभी प्रदेश वासियों के जीवन में नए उत्साह और खुशियां लेकर आए।

आज है संत रविदास जयंती माघ पूर्णिमा के दिन ही संत रविदास जयंती भी मनाई जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार माघर पूर्णिमा के दिन ही संत रविदास का जन्म हुआ था। देश के विभिन्न हिस्सों में संत रविदास जयंती पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। आज के दिन संत रविदास की शोभायात्राएं निकाले जाने की भी परंपरा है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, ​हरियाणा और दिल्ली आदि प्रदेशों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

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