Holi 2022 : होलिका दहन के समय भूलकर भी न करें ये गलतियां

Holi 2022 : होली का त्योहार (Holi 2022) बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। लोग रंंग लगाकर एक दूसरे के साथ होली को सेलिब्रेट करते हैं। आज होली पर्व मनाया जा रहा है। सुबह से ही होलिका सजा कर पूजा अर्चना प्रारंभ हो गई है। लेकिन होलिका दहन के दौरान आपको कुछ गलतियां भूलकर भी नहीं करनी चाहिए। इन गलतियों को करने से व्यक्ति को जीवन में कई तरह ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
Holi 2022
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 17 मार्च को होलिका दहन का मुहूर्त रात 09 बजकर 06 मिनट से रात 10 बजकर 16 मिनट तक है। लेकिन इस समय में भद्रा की पूंछ रहेगी। शास्त्रों के अनुसार भद्रा पूंछ में होलिका दहन कर सकते हैं। इसलिए 17 मार्च को रात 09 बजकर 06 मिनट से होलिका दहन हो सकता है। क्योंकि इस दिन भद्रा का समापन देर रात 01 बजकर 12 मिनट पर होगा। यदि जो लोग भद्रा के बाद होलिका दहन करना चाहते हैं, तो उनके लिए मुहूर्त देर रात 01:12 बजे से 18 मार्च को सुबह 06:28 बजे तक है।
होलिका दहन के दौरान न करें ये गलतियां
मान्यता है कि होलिका दहन की अग्नि को जलते हुए शरीर का प्रतीक माना जाता है। इसलिए किसी भी नवविवाहिता को ये अग्नि नहीं देखनी चाहिए। इसे अशुभ माना गया है. इससे उनके दांपत्य जीवन में समस्याएं शुरू हो सकती हैं। साथ ही घर- परिवार बिना बजह कलह भी शुरू हो सकती है।
होलिका दहन वाले दिन किसी भी व्यक्ति को पैसा उधार नहीं देने चाहिए। ऐसा करने से घर में बरकत नहीं होती। साथ ही दरिद्री छा जाती है और जहां दरिद्री छा जाती है, वहां से मां लक्ष्मी रूठ कर चलीं जातीं हैं। साथ ही इस दिन उधार लेना भी नहीं चाहिए।
मान्यता है कि माता-पिता की इकलौती संतान होने पर होलिका दहन की अग्नि को प्रज्जवलित करने से बचना चाहिए। क्योंकि इसे शुभ नहीं माना जाता। वहीं भाई और एक बहन होने पर होलिका की अग्नि को प्रज्जवलित किया जा सकता है।
मान्यता के अनुसार होलिका दहन के लिए भूलकर भी आम, पीपल और बरगद की लकड़ी का इस्तेमाल ना करें। इन्हें जलाने से नकारात्मकता आती है। होलिका दहन के लिए गूलर और अरंडी की लकड़ी शुभ मानी जाती है। ऐसा करने से सुख- समृद्धि का वास होता है।
होली के दिन माता- पिता का आशीर्वाद जरूर लेना चाहिए। साथ ही उन्हें कोई उपहार लाकर दें, ऐसा करने से श्रीकृष्ण प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा बनी रहती है। साथ ही इस दिन किसी भी महिला का भूलकर भी अपमान न करें। वरना आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।
यह कार्य जरुर करें...
मां लक्ष्मी की पूजा अगर जीवन में धन-संपत्ति की समस्या है या फिर घर में किसी प्रकार की नाकारात्मक ऊर्जा है तो ऐसे में भगवान हनुमान और मां लक्ष्मी के आसान उपाय किए जा सकते हैं। वैसे तो धन संबंधी समस्या को दूर करने और मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए कई उपाय हैं, लेकिन होलिका दहन के दिन खास उपाय करने से धन संबंधी समस्या दूर हो सकती है। होलिका दहन यानि फाल्गुन पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करनी चाहिए। इसके लिए मां लक्ष्मी की एक मूर्ति स्थापित करें। स्नान के बाद फूल, हल्दी, धूप, दीप, मिठाई आदि से मां लक्ष्मी की पूजा करें। पूजा के दौरान ‘ॐ महा लक्ष्मयै नमः’ इस मंत्र का 108 बार जाप करें। इस उपाय से धन से जुड़ी परेशानियां तो दूर होती ही है। साथ ही नौकरी और प्रमोशन में भी मदद मिलती है।
हनुमानजी की पूजा हर काम में सफलता और घर में सुख-समृद्धि के लिए होलिका दहन की रात हनुमानजी की उपासना करें। इस दिन हनुमानजी की उपासना के लिए सबसे पहले स्नान करें। इसके बाद भगवान की मूर्ति को साफ-सुथरे स्थान पर स्थापित कर उन्हें सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें। इसके बाद उनकी आरती करें। आरती के बाद हनुमानजी को गुड़ और चने का भोग लगाएं। पूजा के बाद इस प्रसाद सभी को बांटें। इसके अलावा अगर संभव हो तो शिव मंदिर में शिवलिंग के पास दीया अर्पित करें। ऐसा करने से पारिवारिक समस्या से निजात मिलती है।
Holi 2022 : होली का त्योहार (Holi 2022) बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। लोग रंंग लगाकर एक दूसरे के साथ होली को सेलिब्रेट करते हैं। आज होली पर्व मनाया जा रहा है। सुबह से ही होलिका सजा कर पूजा अर्चना प्रारंभ हो गई है। लेकिन होलिका दहन के दौरान आपको कुछ गलतियां भूलकर भी नहीं करनी चाहिए। इन गलतियों को करने से व्यक्ति को जीवन में कई तरह ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
Holi 2022
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 17 मार्च को होलिका दहन का मुहूर्त रात 09 बजकर 06 मिनट से रात 10 बजकर 16 मिनट तक है। लेकिन इस समय में भद्रा की पूंछ रहेगी। शास्त्रों के अनुसार भद्रा पूंछ में होलिका दहन कर सकते हैं। इसलिए 17 मार्च को रात 09 बजकर 06 मिनट से होलिका दहन हो सकता है। क्योंकि इस दिन भद्रा का समापन देर रात 01 बजकर 12 मिनट पर होगा। यदि जो लोग भद्रा के बाद होलिका दहन करना चाहते हैं, तो उनके लिए मुहूर्त देर रात 01:12 बजे से 18 मार्च को सुबह 06:28 बजे तक है।
होलिका दहन के दौरान न करें ये गलतियां
मान्यता है कि होलिका दहन की अग्नि को जलते हुए शरीर का प्रतीक माना जाता है। इसलिए किसी भी नवविवाहिता को ये अग्नि नहीं देखनी चाहिए। इसे अशुभ माना गया है. इससे उनके दांपत्य जीवन में समस्याएं शुरू हो सकती हैं। साथ ही घर- परिवार बिना बजह कलह भी शुरू हो सकती है।
होलिका दहन वाले दिन किसी भी व्यक्ति को पैसा उधार नहीं देने चाहिए। ऐसा करने से घर में बरकत नहीं होती। साथ ही दरिद्री छा जाती है और जहां दरिद्री छा जाती है, वहां से मां लक्ष्मी रूठ कर चलीं जातीं हैं। साथ ही इस दिन उधार लेना भी नहीं चाहिए।
मान्यता है कि माता-पिता की इकलौती संतान होने पर होलिका दहन की अग्नि को प्रज्जवलित करने से बचना चाहिए। क्योंकि इसे शुभ नहीं माना जाता। वहीं भाई और एक बहन होने पर होलिका की अग्नि को प्रज्जवलित किया जा सकता है।
मान्यता के अनुसार होलिका दहन के लिए भूलकर भी आम, पीपल और बरगद की लकड़ी का इस्तेमाल ना करें। इन्हें जलाने से नकारात्मकता आती है। होलिका दहन के लिए गूलर और अरंडी की लकड़ी शुभ मानी जाती है। ऐसा करने से सुख- समृद्धि का वास होता है।
होली के दिन माता- पिता का आशीर्वाद जरूर लेना चाहिए। साथ ही उन्हें कोई उपहार लाकर दें, ऐसा करने से श्रीकृष्ण प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा बनी रहती है। साथ ही इस दिन किसी भी महिला का भूलकर भी अपमान न करें। वरना आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।
यह कार्य जरुर करें...
मां लक्ष्मी की पूजा अगर जीवन में धन-संपत्ति की समस्या है या फिर घर में किसी प्रकार की नाकारात्मक ऊर्जा है तो ऐसे में भगवान हनुमान और मां लक्ष्मी के आसान उपाय किए जा सकते हैं। वैसे तो धन संबंधी समस्या को दूर करने और मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए कई उपाय हैं, लेकिन होलिका दहन के दिन खास उपाय करने से धन संबंधी समस्या दूर हो सकती है। होलिका दहन यानि फाल्गुन पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करनी चाहिए। इसके लिए मां लक्ष्मी की एक मूर्ति स्थापित करें। स्नान के बाद फूल, हल्दी, धूप, दीप, मिठाई आदि से मां लक्ष्मी की पूजा करें। पूजा के दौरान ‘ॐ महा लक्ष्मयै नमः’ इस मंत्र का 108 बार जाप करें। इस उपाय से धन से जुड़ी परेशानियां तो दूर होती ही है। साथ ही नौकरी और प्रमोशन में भी मदद मिलती है।
हनुमानजी की पूजा हर काम में सफलता और घर में सुख-समृद्धि के लिए होलिका दहन की रात हनुमानजी की उपासना करें। इस दिन हनुमानजी की उपासना के लिए सबसे पहले स्नान करें। इसके बाद भगवान की मूर्ति को साफ-सुथरे स्थान पर स्थापित कर उन्हें सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें। इसके बाद उनकी आरती करें। आरती के बाद हनुमानजी को गुड़ और चने का भोग लगाएं। पूजा के बाद इस प्रसाद सभी को बांटें। इसके अलावा अगर संभव हो तो शिव मंदिर में शिवलिंग के पास दीया अर्पित करें। ऐसा करने से पारिवारिक समस्या से निजात मिलती है।

