2022 में इन राज्यों में किसकी बनेगी सरकार, भुगतनी पड़ेंगी परेशानियां ?
Year 2022: वर्ष 2022 का आगाज हो चुका है। पहली जनवरी की कुंडली के अनुसार वर्ष 2022 का आरंभ आंशिक कालसर्प (kaalsarp) योग, कन्या लग्न, गंडमूल नक्षत्र तथा गंड योग में हुआ है। जिससे पूरे विश्व में अलग अलग प्रभाव होंगे। भारत की बात करें तो भारत देश (india) के कई राज्यों में उथल पुथल के हालात रहने की संभावना ज्योतिष के अनुसार जताई जा रही है।
Yrar 2022ग्रहण
इसके अलावा 2022 में पृथ्वी पर 4 ग्रहण दिखाई देंगे। पहला सूर्यग्रहण - पहली मई, पहला चंद्रग्रहण- 16 मई, दूसरा सूर्य ग्रहण- 25 अक्तूबर तथा अंतिम चंद्रग्रहण- 8 नवंबर को दृश्य होंगे। अंक शास्त्र के अनुसार, 2022 का योग 6 है जो शुक्र ग्रह का प्रतीक है।
Yrar 2022विक्रमी संवत-
पहली अप्रैल को नया विक्रमी संवत 2079 आरंभ होगा जिसके अनुसार इस वर्ष राजा शनि तथा मंत्री गुरु रहेंगे। गुरु मीन राशि में 13 अप्रैल 2022 से 24 अप्रैल 2023 तक रहेंगे जबकि शनि 29 अप्रैल को मकर राशि सें कुंभ राशि में आ जाएंगे।
Yrar 2022 राज्यों की भविष्यवाणियां
हरियाणा हरियाणा की नाम राशि मिथुन तथा प्रभाव राशि मीन के अनुसार, साल का आधा भाग उथल पुथल वाला रह सकता है। किसान आंदोलन प्रदेश में एक बार फिर सरकार के लिए सिरदर्दी बन सकता है। प्रदेश सरकार उच्चतम न्यायालय की मदद ले सकती है। वर्तमान सरकार कायम रहेगी और सड़क निर्माण, आयुर्वेद, कृषि, शिक्षा ,पर्यटन, हवाई सेवाओं आदि केक्षेत्रों में हरियाणा काफी उन्नति करेगा।
पंजाब पंजाब राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत किसी पार्टी को नहीं मिल पाएगा और गठबन्धन की राजनीति का दौर आरंभ होगा। हिंसा, आंदोलन, बंद, मंहगाई आदि से जनता परेशान रहेगी। विस्फोटक घटनाएं घट सकती हैं। सीमा विवाद से जनता परेशान रहेगी।
हिमाचल प्रदेश हिमाचल प्रदेश की नाम राशि कर्क तथा प्रभाव राशि मीन के अनुसार, सरकार की प्रतिष्ठा बढ़ेगी। सड़क दुर्घटनाओं, भूस्खलन एवं भूकंप से सावधान रहना होगा। विधान सभा चुनावों में वर्तमान सरकार अपनी साख बचाने में कामयाब रहेगी।
2022 में भारत का भविष्य भारतीय ज्योतिष और अंक ज्योतिष के आधार पर आगामी वर्ष 2022 का अत्यंत उथल पुथल से भरे रहने का संकेत है। नववर्ष 2022 का प्रारंभ शनिवार से हो रहा है और साल का अंत भी शनिवार को होगा, जो शासन प्रशासन से लेकर जनजीवन तक के लिए शुभ संकेत नहीं है। साल 2022 के स्पर्श की लग्न कन्या और राशि वृश्चिक है। चंद्रमा, मंगल एवं केतु के साथ तृतीय स्थान में रहने के कारण भारतवर्ष का पराक्रम तो बढ़ेगा, किन्तु राजनीतिक अस्थिरता का भी योग बनेगा। बुध लग्नेश है, अत: बुध शनि की युति अपने आप में स्वतंत्र भाव रखती है। समाज और प्रवृत्ति में निरंकुशता को बढ़ाएगी।
शनि बुद्ध के कारण जहां दर्घटना, दैवीय एवं प्राकृतिक आपदा आएगी, वहीं शासन स्तर पर यथोचित न्याय की स्थापना होगी। जनकल्याण के लिए उत्तम योजनाएं बनेंगी, जो देश की आर्थिक व्यवस्था को मजबूत करेंगी। शनि की दृष्टि राहु पर होने के कारण ग्रह स्थिति इस वर्ष विश्वभर में अघटित एवं अप्रत्याशित घटनाचक्र का आभास कराएगी। भारत में पश्चिमोत्तर क्षेत्र भूकंप एवं भयंकर आंधी-तूफान की चपेट में आ सकते हैं। धन और जन की हानि हो सकती है।
आर्थिक क्षेत्र में भारत में विदेशी पूंजी की वृद्धि होगी। लोहा एवं खाद्य-अखाद्य तेलों के मूल्य में वृद्धि होगी। देश में विविध प्रकार के रोगों की अधिकता रहेगी। इन सब के बावजजूद अंक ज्योतिष के आधार पर कहा जाता सकता है कि साल 2022 का पूर्णांक 6 है, जो शुक्र ग्रह का द्योतक है। अत: शनि, शुक्र और लग्नेश बुध की परस्पर मित्रता के कारण भारतवर्ष आर्थिक दृष्टि से विश्व के सफल एवं पूंजी समृद्ध देश की श्रेणी में जबरदस्त छलांग लगाएगा। कई स्वर्णिम लोकोपकारी योजनाएं मूर्त रूप लेंगी। इस वर्ष 2022 में जुलाई से अक्टूबर के मध्य कोई ऐसी घटना घट सकती है, जिसके कारण पूरा विश्व भारत की ओर अपेक्षा की दृष्टि से देखेगा। कुल मिलाकर नया साल 2022 भारतवर्ष के लिए कुछ प्राकृतिक आपदाओं के साथ स्वर्णयुक्त प्रगति की ओर आगे बढ़ेगा।
ज्योतिषाचार्य मदन गुप्ता सपाटू
Year 2022: वर्ष 2022 का आगाज हो चुका है। पहली जनवरी की कुंडली के अनुसार वर्ष 2022 का आरंभ आंशिक कालसर्प (kaalsarp) योग, कन्या लग्न, गंडमूल नक्षत्र तथा गंड योग में हुआ है। जिससे पूरे विश्व में अलग अलग प्रभाव होंगे। भारत की बात करें तो भारत देश (india) के कई राज्यों में उथल पुथल के हालात रहने की संभावना ज्योतिष के अनुसार जताई जा रही है।
Yrar 2022ग्रहण
इसके अलावा 2022 में पृथ्वी पर 4 ग्रहण दिखाई देंगे। पहला सूर्यग्रहण - पहली मई, पहला चंद्रग्रहण- 16 मई, दूसरा सूर्य ग्रहण- 25 अक्तूबर तथा अंतिम चंद्रग्रहण- 8 नवंबर को दृश्य होंगे। अंक शास्त्र के अनुसार, 2022 का योग 6 है जो शुक्र ग्रह का प्रतीक है।
Yrar 2022विक्रमी संवत-
पहली अप्रैल को नया विक्रमी संवत 2079 आरंभ होगा जिसके अनुसार इस वर्ष राजा शनि तथा मंत्री गुरु रहेंगे। गुरु मीन राशि में 13 अप्रैल 2022 से 24 अप्रैल 2023 तक रहेंगे जबकि शनि 29 अप्रैल को मकर राशि सें कुंभ राशि में आ जाएंगे।
Yrar 2022 राज्यों की भविष्यवाणियां
हरियाणा हरियाणा की नाम राशि मिथुन तथा प्रभाव राशि मीन के अनुसार, साल का आधा भाग उथल पुथल वाला रह सकता है। किसान आंदोलन प्रदेश में एक बार फिर सरकार के लिए सिरदर्दी बन सकता है। प्रदेश सरकार उच्चतम न्यायालय की मदद ले सकती है। वर्तमान सरकार कायम रहेगी और सड़क निर्माण, आयुर्वेद, कृषि, शिक्षा ,पर्यटन, हवाई सेवाओं आदि केक्षेत्रों में हरियाणा काफी उन्नति करेगा।
पंजाब पंजाब राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत किसी पार्टी को नहीं मिल पाएगा और गठबन्धन की राजनीति का दौर आरंभ होगा। हिंसा, आंदोलन, बंद, मंहगाई आदि से जनता परेशान रहेगी। विस्फोटक घटनाएं घट सकती हैं। सीमा विवाद से जनता परेशान रहेगी।
हिमाचल प्रदेश हिमाचल प्रदेश की नाम राशि कर्क तथा प्रभाव राशि मीन के अनुसार, सरकार की प्रतिष्ठा बढ़ेगी। सड़क दुर्घटनाओं, भूस्खलन एवं भूकंप से सावधान रहना होगा। विधान सभा चुनावों में वर्तमान सरकार अपनी साख बचाने में कामयाब रहेगी।
2022 में भारत का भविष्य भारतीय ज्योतिष और अंक ज्योतिष के आधार पर आगामी वर्ष 2022 का अत्यंत उथल पुथल से भरे रहने का संकेत है। नववर्ष 2022 का प्रारंभ शनिवार से हो रहा है और साल का अंत भी शनिवार को होगा, जो शासन प्रशासन से लेकर जनजीवन तक के लिए शुभ संकेत नहीं है। साल 2022 के स्पर्श की लग्न कन्या और राशि वृश्चिक है। चंद्रमा, मंगल एवं केतु के साथ तृतीय स्थान में रहने के कारण भारतवर्ष का पराक्रम तो बढ़ेगा, किन्तु राजनीतिक अस्थिरता का भी योग बनेगा। बुध लग्नेश है, अत: बुध शनि की युति अपने आप में स्वतंत्र भाव रखती है। समाज और प्रवृत्ति में निरंकुशता को बढ़ाएगी।
शनि बुद्ध के कारण जहां दर्घटना, दैवीय एवं प्राकृतिक आपदा आएगी, वहीं शासन स्तर पर यथोचित न्याय की स्थापना होगी। जनकल्याण के लिए उत्तम योजनाएं बनेंगी, जो देश की आर्थिक व्यवस्था को मजबूत करेंगी। शनि की दृष्टि राहु पर होने के कारण ग्रह स्थिति इस वर्ष विश्वभर में अघटित एवं अप्रत्याशित घटनाचक्र का आभास कराएगी। भारत में पश्चिमोत्तर क्षेत्र भूकंप एवं भयंकर आंधी-तूफान की चपेट में आ सकते हैं। धन और जन की हानि हो सकती है।
आर्थिक क्षेत्र में भारत में विदेशी पूंजी की वृद्धि होगी। लोहा एवं खाद्य-अखाद्य तेलों के मूल्य में वृद्धि होगी। देश में विविध प्रकार के रोगों की अधिकता रहेगी। इन सब के बावजजूद अंक ज्योतिष के आधार पर कहा जाता सकता है कि साल 2022 का पूर्णांक 6 है, जो शुक्र ग्रह का द्योतक है। अत: शनि, शुक्र और लग्नेश बुध की परस्पर मित्रता के कारण भारतवर्ष आर्थिक दृष्टि से विश्व के सफल एवं पूंजी समृद्ध देश की श्रेणी में जबरदस्त छलांग लगाएगा। कई स्वर्णिम लोकोपकारी योजनाएं मूर्त रूप लेंगी। इस वर्ष 2022 में जुलाई से अक्टूबर के मध्य कोई ऐसी घटना घट सकती है, जिसके कारण पूरा विश्व भारत की ओर अपेक्षा की दृष्टि से देखेगा। कुल मिलाकर नया साल 2022 भारतवर्ष के लिए कुछ प्राकृतिक आपदाओं के साथ स्वर्णयुक्त प्रगति की ओर आगे बढ़ेगा।
ज्योतिषाचार्य मदन गुप्ता सपाटू

