Noida news : सर्दी शुरू होते ही हड्डियों और जोड़ों का दर्द बढ़ा

Dr keshav goel e1671084105818
Bone and joint pain increased as soon as winter started : Dr Keshav Goel
locationभारत
userचेतना मंच
calendar15 Dec 2022 05:01 PM
bookmark
Noida news :   मौसम के यूटर्न लेते ही सर्दी संबंधी दिक्कतें बढ़ जाती हैं। पहले से आर्थराइटिस के पीडि़तों की परेशानी बढ़ गई हैं। सर्दी की शुरुआत होते ही आर्थराइटिस के पुराने मरीजों का मर्ज बढ़ जाता है। ठंड में संक्रमण के साथ मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों के दर्द की समस्या अचानक बढ़ जाती है। खासकर उस समय जब दिसंबर और जनवरी में जब कड़ाके की ठंड पड़ रही होती है।

Noida news :

फेलिक्स हॉस्पिटल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ केशव गोयल के मुताबिक बदलते लाइफस्टाइल के चलते नौजवानों में भी यह समस्याएं बढ़ गई हैं। रुमेटाइड आर्थराइटिस में जोड़ों के साथ कुछ दूसरे अंग या पूरा शरीर भी प्रभावित होता है। हाथ पैरों के जोड़ों में दर्द, सूजन, टेढ़ापन, मांसपेशियों में कमजोरी, बुखार आदि इसके लक्षण हैं। लगभग हर किसी को जोड़ों और हड्डियों में दर्द की शिकायत आम है। खासकर 40 साल से अधिक उम्र वालों में तो यह अधिक देखी जा रही है। ठंड में हम अपने शरीर और जोड़ों को गर्म कपड़ों से कवर करके नहीं रखते तो जोड़ों के सॉफ्ट टिशू के अंदर इंफलामेशन ज्यादा हो जाती है। इसे हम सॉफ्ट टिशू में स्वेलिंग होना भी कहते हैं। यह स्वेलिंग ज्वाइंट के आसपास के सॉफ्ट टिशू में होने लगती है। इसके अलावा ठंड के दौरान तापमान में कमी आने पर खूून की धमनियां संकुचित हो जाती हैं। इससे खून का प्रवाह सामान्य ढंग से नहीं हो पाता। शरीर के विभिन्न अंगों तक खून, पानी और ऑक्सीजन सही मात्रा में नहीं पहुंचती। इसी वजह से शरीर की तंत्रिकाओं में तनाव पैदा हो जाता है। जोड़ों में अकडऩ के साथ दर्द महसूस होता है। ऐसे में जरूरी है कि सर्दियां शुरू होते ही अच्छे गर्म कपड़े पहनें। लगातार कई घंटों तक एक ही कुर्सी और कंप्यूटर के आगे बैठे-बैठे आपके जोड़ अकड़ जाते हैं, इसलिए ऑफिस में हर आधे घंटे या एक घंटे में सीट छोड़कर सात मिनट के लिए घूमे-फिरें, शरीर को स्ट्रेच करें। मरीज विशेषज्ञ की देखरेख में ही एक्सर्साइज और योग करें। महिलाएं ऊंची हील की सैंडिल पहनने से बचें। इससे एड़ी, घुटने और पिंडलियों के साथ कमर पर भी असर पड़ता है। पौष्टिक खानपान दूर करता है दर्द स्वस्थ और मजबूत हड्डियों के लिए अच्छा व पौष्टिक भोजन करना बहुत जरूरी है। मौसमी फल व सब्जियों का सेवन करें। अपने खानपान में दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियां, सोयाबीन शामिल करें। इन चीजों में कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है जो हड्डियों के लिए बेहद लाभदायक है। डॉक्टर के सुझाव से कैल्शियम और विटामिन डी की गोलियां का सेवन करें। विटामिन -डी का सबसे अच्छा स्रोत है सूर्य की रोशनी। रोजाना सुबह के समय 15 मिनट धूप सेकें।
अगली खबर पढ़ें

Noida news : सर्दी शुरू होते ही हड्डियों और जोड़ों का दर्द बढ़ा

Dr keshav goel e1671084105818
Bone and joint pain increased as soon as winter started : Dr Keshav Goel
locationभारत
userचेतना मंच
calendar15 Dec 2022 05:01 PM
bookmark
Noida news :   मौसम के यूटर्न लेते ही सर्दी संबंधी दिक्कतें बढ़ जाती हैं। पहले से आर्थराइटिस के पीडि़तों की परेशानी बढ़ गई हैं। सर्दी की शुरुआत होते ही आर्थराइटिस के पुराने मरीजों का मर्ज बढ़ जाता है। ठंड में संक्रमण के साथ मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों के दर्द की समस्या अचानक बढ़ जाती है। खासकर उस समय जब दिसंबर और जनवरी में जब कड़ाके की ठंड पड़ रही होती है।

Noida news :

फेलिक्स हॉस्पिटल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ केशव गोयल के मुताबिक बदलते लाइफस्टाइल के चलते नौजवानों में भी यह समस्याएं बढ़ गई हैं। रुमेटाइड आर्थराइटिस में जोड़ों के साथ कुछ दूसरे अंग या पूरा शरीर भी प्रभावित होता है। हाथ पैरों के जोड़ों में दर्द, सूजन, टेढ़ापन, मांसपेशियों में कमजोरी, बुखार आदि इसके लक्षण हैं। लगभग हर किसी को जोड़ों और हड्डियों में दर्द की शिकायत आम है। खासकर 40 साल से अधिक उम्र वालों में तो यह अधिक देखी जा रही है। ठंड में हम अपने शरीर और जोड़ों को गर्म कपड़ों से कवर करके नहीं रखते तो जोड़ों के सॉफ्ट टिशू के अंदर इंफलामेशन ज्यादा हो जाती है। इसे हम सॉफ्ट टिशू में स्वेलिंग होना भी कहते हैं। यह स्वेलिंग ज्वाइंट के आसपास के सॉफ्ट टिशू में होने लगती है। इसके अलावा ठंड के दौरान तापमान में कमी आने पर खूून की धमनियां संकुचित हो जाती हैं। इससे खून का प्रवाह सामान्य ढंग से नहीं हो पाता। शरीर के विभिन्न अंगों तक खून, पानी और ऑक्सीजन सही मात्रा में नहीं पहुंचती। इसी वजह से शरीर की तंत्रिकाओं में तनाव पैदा हो जाता है। जोड़ों में अकडऩ के साथ दर्द महसूस होता है। ऐसे में जरूरी है कि सर्दियां शुरू होते ही अच्छे गर्म कपड़े पहनें। लगातार कई घंटों तक एक ही कुर्सी और कंप्यूटर के आगे बैठे-बैठे आपके जोड़ अकड़ जाते हैं, इसलिए ऑफिस में हर आधे घंटे या एक घंटे में सीट छोड़कर सात मिनट के लिए घूमे-फिरें, शरीर को स्ट्रेच करें। मरीज विशेषज्ञ की देखरेख में ही एक्सर्साइज और योग करें। महिलाएं ऊंची हील की सैंडिल पहनने से बचें। इससे एड़ी, घुटने और पिंडलियों के साथ कमर पर भी असर पड़ता है। पौष्टिक खानपान दूर करता है दर्द स्वस्थ और मजबूत हड्डियों के लिए अच्छा व पौष्टिक भोजन करना बहुत जरूरी है। मौसमी फल व सब्जियों का सेवन करें। अपने खानपान में दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियां, सोयाबीन शामिल करें। इन चीजों में कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है जो हड्डियों के लिए बेहद लाभदायक है। डॉक्टर के सुझाव से कैल्शियम और विटामिन डी की गोलियां का सेवन करें। विटामिन -डी का सबसे अच्छा स्रोत है सूर्य की रोशनी। रोजाना सुबह के समय 15 मिनट धूप सेकें।
अगली खबर पढ़ें

Noida News : नोवरा टीम ने किया प्राथमिक विद्यालय का दौरा

Government school 1
Noida News : Nowra team visited the primary school
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:57 AM
bookmark
Noida News :  नोएडा विलेज रेसिडेंट्स एसोसिएशन ने रोहिलपुर सेक्टर-132 स्थित प्राथमिक विद्यालय का दौरा किया और विद्यालय की समस्याओं को जाना। इस दौरान पता चला की विद्यालय में कम से कम दो कमरों की आवश्यकता है। इसके अलावा कमरे नीचे पडऩे से बारिश के दौरान पानी भर जाता है जिसे दुरुस्त करने की आवश्यकता है। इसके अलावा विद्यालय के कमरों में कई जगह या तो शीशे टूटे हैं या फिर खिड़की बंद नहीं होती जिससे सर्दियों में बच्चों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

Noida News :

संस्था के अध्यक्ष रंजन तोमर ने बताया कि बच्चों के शौचालय को भी ठीक करवाने की आवश्यकता है जो सही से काम नहीं कर रहे हैं या एक या अधिक सीट टूटी हुई हैं। विद्यालय में बच्चों के खेलने के झूले भी टूटे हुए हैं, जिनकी शिकायत कई बार प्राधिकरण से की जा चुकी है। संस्था के अध्यक्ष रंजन तोमर ने कहा कि इन सब कमियों के बावजूद विद्यालय में शिक्षिकाएं मन लगाकर पढाई करवा रही हैं। रंजन तोमर ने कहा कि इन समस्याओं को सम्बंधित अधिकारीयों तक पहले भी पहुँचाया गया है लेकिन पूर्ण समाधान एक बार भी नहीं मिला। इस दौरान संस्था के महासचिव पुनीत राणा और नितीश चौहान उपस्थित थे।