Uttar Pradesh: टेली कंसल्टेंसी और टेलीमेडिसिन से लैस होंगे यूपी के पीएचसी

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 01:21 PM
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Uttar Pradesh: उत्‍तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं के महत्व पर जोर देते हुए रविवार को कहा कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) बहुत शीघ्र 'टेली कंसल्टेंसी' और 'टेलीमेडिसिन' जैसी सुविधाओं से लैस होंगे।

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वाराणसी में 'यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज (यूएचसी) दिवस 2022' के समापन समारोह को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने यह बात कही।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के 4600 से अधिक पीएचसी को राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल के साथ ही एसजीपीजीआई तथा केजीएमयू से जोड़ दिया जाएगा। इसके लिए प्रदेश के स्वास्थ्यकर्मियों को विशेष रूप से प्रशिक्षित भी किया जाएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही उत्तर प्रदेश के हर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को टेली-परामर्श की सुविधा से जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही टेलीमेडिसिन के लिए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर हेल्थ एटीएम भी लगाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के 4600 से अधिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एटीएम से जोड़ा जाएगा, जिससे एक ही केंद्र पर 60 प्रकार की बीमारियों की जांच की सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए पैरामेडिकल स्टाफ को उचित प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने सम्मेलन की विषय वस्तु 'टू बिल्ड द वर्ल्ड, वी वांट हेल्दी फ्यूचर फॉर ऑल' (दुनिया का निर्माण करने के लिए, हम सभी के लिए एक स्वस्थ भविष्य चाहते हैं) को भारतीय भावना 'सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे संतु निरामया' के साथ जोड़ा। उन्होंने कहा कि भारत ने जाति, मत, मजहब की बात नहीं की, बल्कि पूरी दुनिया में सबके सुख और आरोग्य की कामना की।

उन्होंने विश्व योग दिवस को इसका सबसे बड़ा उदाहरण बताया और कहा कि भारत के योग के साथ दुनिया के 200 देश जुड़ चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को स्वास्थ्य एवं आरोग्य केंद्र के बड़े अड्डे के रूप में देखा जा रहा है, हमें भी इसे हाथोंहाथ लेना होगा।

मुख्यमंत्री ने समारोह में देश के 22 राज्यों से आए स्वास्थ्य अधिकारियों और पांच राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों और 900 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि काशी भगवान शिव की नगरी होने के साथ भगवान धन्वंतरि की जन्मस्थली भी है।

उन्होंने कहा कि यह पवित्र शहर दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कर्मभूमि है और काशी में स्वास्थ्य को लेकर यह कार्यशाला देश को एक नया संदेश देगी।

प्रधानमंत्री की तारीफों के पुल बांधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण चीज समय पर सही फैसले करना है, दुनिया की सबसे बड़ी महामारी के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सटीक और सही निर्णय लिए।

उन्होंने कहा कि भारत का स्वास्थ्य आधारभूत ढांचा उतना मजबूत नहीं था जितना दुनिया के कई विकसित देशों में था, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री की समय पर निर्णय लेने की क्षमता ने इसे दुनिया के लिए एक मॉडल बना दिया।

सम्मेलन में आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दादरा नगर हवेली और दमन एवं दीव, गोवा, गुजरात, जम्मू और कश्मीर, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम के स्वास्थ्य अधिकारियों सहित 22 राज्यों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

राज्‍य सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि सम्मेलन के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया भी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने इन्सेफलाइटिस जैसी जानलेवा बीमारी का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के लगभग 38 जिलों में आधी सदी तक इस बीमारी ने मासूमों को असमय काल का ग्रास बनाया और 40 वर्ष में 50 हजार से ज्यादा बच्चों की मौत हुई।

उन्होंने कहा कि जापान में वर्ष 1905 में इसका टीका बना दिया गया था, मगर भारत में इसका टीका विकसित करने में 100 वर्ष लगे।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार ने अंतरविभागीय समन्वय स्थापित करके इस बीमारी पर 95 प्रतिशत तक काबू पा लिया है और अब सरकार इसे पूर्ण रूप से समाप्त करने की दिशा में तेजी से बढ़ रही है।

Uttar Pradesh: अनूठी पहल से दिव्यांग बच्चों को मिल रही नयी जिंदगी

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Corona Case Update : भारत में कोविड-19 के 210 नए मामले, उपचाराधीन मामलों की संख्या घटकर 4,047 हुई

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Corona Case Update: 210 new cases of Kovid-19 in India, the number of cases under treatment decreased to 4,047
locationभारत
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calendar30 Nov 2025 02:28 AM
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Corona Case Update : भारत में एक दिन में कोविड-19 के 210 नए मामले सामने आए तथा उपचाराधीन मरीजों की संख्या और कम होकर 4,047 रह गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण के कुल मामलों की संख्या अब 4.46 करोड़ (4,46,74,649) हो गई है। केरल द्वारा संक्रमण से मौत के मामलों की सूची में एक और मामला जोड़े जाने के बाद मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 5,30,654 हो गई है।

Corona Case Update :

स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.01 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 98.80 प्रतिशत हो गई है। बीते 24 घंटे में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 181 मामलों की कमी दर्ज की गई है। इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,41,39,948 हो गई है जबकि मृतकों की संख्या 1.19 फीसदी है। देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 219.96 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। गौरतलब है कि भारत में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 25 जनवरी को संक्रमण के कुल मामले चार करोड़ के पार हो गए थे।

 Pregnancy Tips: मां बनने के लिए सेक्स की जरूरत नहीं

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 Pregnancy Tips: मां बनने के लिए सेक्स की जरूरत नहीं

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Pregnancy Tips:
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calendar30 Nov 2025 08:08 AM
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Pregnancy Tips:  हर किसी में यह धारणा है ​कि बिना सेक्स के महिलाएं मां नहीं बन सकतीं। कुछ शारीरिक कारणों से तो कोई किसी अन्य कारणों से। कुछ महिलाएं मर्दो के साथ सेक्स बनाने की इच्छुक नहीं होतीं। लेकिन, ऐसा नहीं है। अब तो बिना सेक्स के भी महिलाएं मां बन सकती हैं। उनका गोद अब सूना नहीं रहेगा। वे वेआलौद नहीं कहीं जाएंगी। मां बनने का दर्जा उनको मिलेगा। मां शब्द वे सुन सकती हैं। उनके आंगन में भी किलकारियां गूजेंगी। इसके लिए उनको बस, सिर्फ ये पांच तरीके अपनाने पड़ेंगे।

Pregnancy Tips:

यहां मैं आपको यह बता रहा हूं कि बिना सेक्स के मां बनने के वे कौन से पांच तरीके हैं जिसको अपनाकर नि:संतान महिलाएं मां होने का दर्जा प्राप्त कर सकती हैं। प्रेग्नेंट होने के विकल्प: गर्भवती होने के लिए स्पर्म का फर्टिलाइज स्पॉट पर जमा किया जाना चाहिए, जहां उसे एग से मिलने की जरूरत होती है। गर्भावस्था तब शुरू होती है जब एक फर्टिलाइज्ड एग गर्भाशय (fertilized egg implants) की दीवार में प्रत्यारोपित हो जाता है, इसके बाद यह एक भ्रूण बढ़ता है। परंपरागत रूप से सेक्स को गर्भधारण करने के सबसे प्राकृतिक तरीके के रूप में देखा गया है, लेकिन कई ऐसे ऑप्शन हैं जो अब उन लोगों के लिए मौजूद हैं, जो यौन संबंध बनाने से pregnant नहीं हो सकते हैं या जो बनाना नहीं चाहते हैं। Intrauterine Insemination (IUI) Tips for Pregnancy अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान (Intrauterine Insemination) (IUI) एक प्रकार का कृत्रिम गर्भाधान है जिसका उपयोग अक्सर बांझपन के इलाज के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान, शुक्राणु को एक छोटे कैथेटर का उपयोग करके सीधे गर्भाशय में पहुंचाया जाता हैै। कई स्वस्थ शुक्राणु अंडे के सामने रखे जाते हैं, जिससे फर्टिलाइजेशन की संभावना बढ़ जाती है। In Vitro Fertilization (IVF) Tips for Pregnancy इस प्रोसीजर में मेच्योर एग को फीमेल (mature eggs) के ओवरी से निकालते हैं। फिर लैबोरटरी में पुरुष के स्पर्म्स के साथ मिक्स करते हैं। इसके बाद वो एक या एक से अधिक एम्ब्रियो यानि फर्टिलाइजेड एग को सीधे महिला के यूटेरस में डालते हैं। Tips for Pregnancy इसके बाद देखा जाता है कि इंजेक्ट किये गए सारे एग्स में से कोई एक यूटेरस की लाइनिंग से अटैच हो सके। IVF के कई स्टेप्स की प्रोसेस है। इसे पूरा होने में कई महीने लग सकते हैं। कई बार यह पहली बार में ही सफल हो जाता है, लेकिन कुछ लोगों को कई बार कोशिश करनी पड़ती है। Turkey Buster Method टर्की बस्टर विधि को इंट्रासर्वाइकल इनसेमिनेशन (Intracervical Insemination) (ICI) के रूप में भी जाना जाता है। यह घरेलू गर्भाधान (home insemination) की प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया में शुक्राणु को गर्भाशय ग्रीवा (cervix) के पास इंजेक्ट किया जाता है। शुक्राणु को इंजेक्ट करने के लिए एक सुई रहित सिरिंज का उपयोग किया जाता है। Tips for Pregnancy इसके लिए स्पर्म को साफ और सूखे कप में लिया जाता है, फिर इसे एक साफ सिरिंज में लेकर महिला की गर्भाशय ग्रीवा (cervix) में इंजेक्ट किया जाता है। घर पर ही प्रक्रिया ठीक से करनी चाहिए, नहीं तो कई जोखिम होने की संभावना है. सरोगेसी: सरोगेसी (surrogacy) के जरिए एक महिला भी मां बन सकती है, लेकिन बच्चा उसके गर्भ में नहीं बल्कि किसी और के गर्भ में पलता है। इसमें होने वाली मां के एग और पिता के sperm को लिया जाता है, फिर इसे निषेचित किया जाता है। सरोगेट मां के गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है।आजकल कई सेलेब्स इस तरीके से मां बन रही हैं। स्प्लैश गर्भावस्था: स्प्लैश गर्भावस्था तब होती है जब शुक्राणु अचानक योनी के आसपास के बाहरी क्षेत्र में पहुंच जाते हैं। शुक्राणु एग्स तक पहुंचने के लिए अपना रास्ता बनाता है जिससे महिला बिना SEX किए ही गर्भवती हो जाती है। इसे वर्जिन प्रेग्नेंसी भी कहते हैं। सलाह: कोई भी कदम उठाने से पहले आप डॉक्टर से सलाह जरूर लें, ये खबर सिर्फ सूचना के लिए है।