अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद में प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की एक बड़ी मुहिम चलाते हुए 8500 अवैध ढांचों को जमींदोज कर दिया। यह कार्रवाई खासतौर पर चंडोला तालाब के किनारे की गई, जहां प्रशासन का दावा है कि बड़ी संख्या में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों ने कब्जा जमा रखा था।
करीब 50 बुलडोजरों और 350 नगर निगम कर्मियों की टीम ने सोमवार सुबह 7 बजे यह ऑपरेशन शुरू किया, जो देर शाम तक जारी रहा। इस दौरान 2.25 लाख वर्ग मीटर जमीन को खाली कराया गया। इस अभियान को अहमदाबाद नगर निगम और क्राइम ब्रांच सेक्टर-2 के संयुक्त प्रयास से अंजाम दिया गया।
धार्मिक ढांचे हटेंगे ‘सम्मानपूर्वक’
अहमदाबाद के जॉइंट कमिश्नर (क्राइम ब्रांच) जयपाल सिंह राठौड़ के अनुसार, “जिन धार्मिक ढांचों को हटाया जाना बाकी है, उन्हें भी कानून के दायरे में और सम्मानपूर्वक हटाया जाएगा। हमने पहले ही मकान पाने के योग्य लोगों के फॉर्म इकट्ठा कर लिए हैं।”
पहलगाम हमले के बाद तेज हुई कार्रवाई
इस कार्रवाई को हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद और भी गंभीरता से लिया गया। बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद गुजरात में अवैध रूप से रह रहे लोगों की धरपकड़ तेज कर दी गई है। पहले चरण में ही पुलिस ने 202 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया था। जॉइंट पुलिस कमिश्नर शरद सिंघल ने बताया कि, “पहले चरण में असामाजिक तत्व और अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को टारगेट किया गया था। दूसरे चरण में अतिक्रमण हटाने पर फोकस किया गया।”
बड़ी तैनाती, सख्त निगरानी
ऑपरेशन के दौरान 3000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे। 50 टीमों को सात ज़ोन में बांटकर ऑपरेशन को रणनीतिक रूप से अंजाम दिया गया।
कौन हैं मकान के लिए एलिजिबल:
अहमदाबाद नगर निगम के अनुसार, जो लोग 2010 या उससे पहले से यहां रह रहे हैं, वे वैकल्पिक आवास योजना के पात्र हैं। कई निवासियों ने पहले ही अपने घरेलू सामान नए ठिकानों पर शिफ्ट कर दिए हैं।
इस कार्रवाई को गुजरात में अब तक की सबसे बड़ी बुलडोजर मुहिम माना जा रहा है, जो अवैध अतिक्रमण और घुसपैठ के खिलाफ एक कड़ा संदेश देती है। प्रशासन का कहना है कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक पूरा क्षेत्र अतिक्रमण मुक्त नहीं हो जाता।
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