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Sania Mirza : टेनिस मेरे जीवन का एक बड़ा हिस्सा पर पूरा जीवन नहीं।

Sania Mirza

भारत की टेनिस स्टार Sania Mirza ने 36 साल की उम्र में खेल को अलविदा कह दिया। उन्होंने Australian Open 2023 में आखिरी बार टेनिस कोर्ट पर उतर कर अपने जीवन की इस एक लम्बी पारी को समाप्त किया। PTI को दिए गए साक्षात्कार में Sania Mirza ने कहा कि जो मानसिकता उन्हें हमेशा कोर्ट पर आक्रामक बनाती थी वह हमेशा “हारने का डर न होना” थी। उन्होंने यह भी कहा कि टेनिस हमेशा उनके जीवन का एक बड़ा हिस्सा था और रहेगा लेकिन यह उनका पूरा जीवन नहीं है। शायद यही सोच लेकर वे हमेशा टेनिस कोर्ट में उतरती थीं और सोचती थीं कि वे हारने के बाद दोबारा प्रयास कर सकती हैं। इस सोच ने ही उन्हें लम्बे समय तक नंबर वन बने रहने में भी मदद की।

क्या हार Sania Mirza पर कोई असर नहीं डालती?

इस सवाल के जवाब में सानिया ने कहा कि, नहीं ऐसा नहीं है, हार ने उन्हें हमेशा प्रभावित किया और कभी -कभी तो दूसरे खिलाड़ियों की तुलना में बहुत अधिक। लेकिन उनके लिए वह हार का एक पल था। उन्हें पता था कि ये एक टेनिस मैच की हार है, उनके पूरे जीवन की नहीं और वे फिर से कोशिश करेंगी।

लोगों की बातों की परवाह नहीं

जब कलाई में चोट के चलते Sania Mirza ने एकल को छोड़ा तब काफी लोगों ने उन्हें आसान रास्ता चुनने की बात कही। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि वे लोगों की बातों की ज्यादा परवाह नहीं करती हैं और वे इस पर प्रतिक्रिया भी नहीं देना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि एकल में भी उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन कुछ सर्जरी के बाद वे दोबारा युगल में चली गयीं। Sania Mirza का कहना है कि वे स्वाभाव से काफी जुझारू हैं लेकिन कभी कभी आपका शरीर आपको कमजोर महसूस करने पर मजबूर कर देता है।

Sania Mirza

अपने खेल के लम्बे समय को याद करते हुए भारत की महान टेनिस स्टार सानिया कहती हैं कि उन्होंने जो भी हासिल किया है वे उनके लिए बहुत मायने रखता है। देश का चार ओलम्पिक में नेतृत्व करना उनके लिए हमेशा यादगार रहेगा।

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