ऑस्ट्रेलिया की धरती पर खेले गए टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान को हराकर इंग्लैंड विश्व विजेता बन गया। उसने बेहद कड़े और संघर्षपूर्ण मुकाबले में पाकिस्तान को छह विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। 11 साल के लंबे इंतजार के बाद उसने दूसरी बार कप पर कब्जा किया।
इंग्लैंड के अलावा वेस्टइंडीज की टीम ने दो बार टी-20 विश्वकप का खिताब जीता है। इंग्लैंड ने 2010 में फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को हराकर यह खिताब जीता था। इंग्लैंड के कप्तान जॉस बटलर ने टॉस जीतकर पाकिस्तान को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। पाकिस्तान ने 8 विकेट के नुकसान पर 137 रनों का स्कोर खड़ा किया। जीत के लिए इंग्लैंड को 138 रन बनाने थे। इंग्लैंड की टीम ने 5 विकेट के नुकसान पर इसे हासिल कर लिया।
T-20 World Cup :
हालांकि, 138 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। पिछले मैच के हीरो एलेक्स हेल्स आज 1 रन के स्कोर पर ही शाहीन अफरीदी के शिकार हुए। बाद में कप्तान जॉस बटलर ने कुछ शानदार स्टोक जरूर खेली। लेकिन वह भी हरीश रउफ के शिकार बने। चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे बेन स्टोक्स ने आज एक बार फिर से इंग्लैंड के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हुए। 2019 के 50 ओवर के विश्व कप में इंग्लैंड को विजेता बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले बेन स्टोक्स में आज भी शानदार पारी खेलते हुए अपनी टीम को जीत दिलवाई। दबाव की परिस्थिति में भी बेन स्टोक्स ने एक छोड़ को संभाले रखा और अंततः टीम को विश्व विजेता बना कर ही वापस लौटे।
बेन स्टोक्स ने 49 गेंदों में 52 रनों की पारी खेली, जिसमें 5 चौके और 1 छक्के शामिल हैं। मैच के दौरान पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा झटका शाहीन अफरीदी का चोटिल होना भी रहा। शाहीन अफरीदी कैच लेने के चक्कर में चोटिल हुए थे। हालांकि, पाकिस्तान के गेंदबाजों ने भी शानदार और सधी हुई गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड को एक वक्त पर बैकफुट पर ला दिया था। बावजूद इसके इंग्लैंड ने इस मुकाबले को जीतने में सफलता हासिल की है। इससे पहले इंग्लैंड के बायें हाथ के तेज गेंदबाज सैम करन और लेग स्पिनर आदिल राशिद ने पाकिस्तानी बल्लेबाजी लाइनअप को इतने दबाव में ला दिया कि प्रतिद्वंद्वी टीम रविवार को टी-20 विश्व कप फाइनल में आठ विकेट पर 137 रन ही बना सकी। इस साल के शुरू में चोट से वापसी करने वाले करन इंग्लैंड के लिये बेहतरीन गेंदबाज रहे हैं और उन्होंने चार ओवर में 12 रन देकर तीन विकेट हासिल कर बड़े मैच में अपनी काबिलियत साबित की।
T-20 World Cup :
राशिद भी पीछे नहीं रहे, उन्होंने मध्य के ओवरों में रन गति पर लगाम कसी, जिसमें उन्होंने और करन ने मिलकर 25 डॉट गेंद डाली। राशिद ने अपने शानदार प्रयास से फिर दिखाया कि भारतीय टीम प्रबंधन ने पूरे टूर्नामेंट में युजवेंद्र चहल का इस्तेमाल नहीं कर किस तरह मौका गंवाया। एमसीजी की पिच पर काफी उछाल और तेजी है, लेकिन बटलर की सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली गेंदबाजी जोड़ी (करन और राशिद) ने इसके विपरीत गेंदबाजी की, दोनों ने अपनी गेंदों की रफ्तार कम की। राशिद ने 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की, जबकि करन ने 126 से 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी, जिससे पाकिस्तानी बल्लेबाजों के लिये रन जोड़ना मुश्किल हो गया। बाबर आजम (28 गेंद में 32 रन) और मोहम्मद रिजवान (14 गेंद में 15 रन) ने सतर्क शुरूआत की जैसा कि वे पिछले एक साल से करते रहे हैं। करन इंग्लैंड के लिये पूरे टूर्नामेंट में सबसे निरंतर प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज रहे हैं, उन्होंने कोण लेती फुल लेंथ पर रिजवान को बोल्ड किया।