नई दिल्ली: रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत को कई सारी बुलंदियों पर पहुंचना है। भारतीय क्रिकेट टीम अलग तरीके से सीखने का प्रयास कर रही है। भारत के लिए सबसे अहम ऑस्ट्रेलिया में होने जा रही टी20 सीरीज जीतना है। इसके हिसाब से भारत की तैयारी का पता चलेगा। ऐसे में भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के मुख्य कोच बनने के अलावा ही भारतीय टीम उस दिशा की ओर आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी लिया था और इसकी तैयारी का अंदेशा द्विपक्षीय सीरीजों और एशिया कप में प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ वाली जीत दर्ज करने को समझा जा रहा है।
ओपनिंग ऑर्डर में सुधार की है जरूरत
एशिया कप के शुरुआती वाले दोनों मुकाबलों में देखा जाए तो भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है और अपने प्रतिद्वंद्वियों को करारी शिकस्त दी। वहीं कुछ एग्रेसिव रवैया अपनाने की बात हुई थी जिसको अपनाना काफी अहम है। वहीं इसकी जिम्मेदारी टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों पर बनी हुई है। कप्तान रोहित शर्मा, उपकप्तान केएल राहुल और पूर्व कप्तान विराट कोहली जैसे खिलाड़ी या तो सस्ते पर पवेलियन लौट जाते हैं या फिर विरोधियों की रणनीति में फंसना शुरू होते हैं। हांगकांग के खिलाफ विराट कोहली ने बेहतरीन बेलेबाजी किया। इसकी वजह उनके फॉर्म में वापस लौटने का संकेत मिल रहा है।
विराट कोहली ने 44 गेंद में 134 के शानदार स्ट्राइक रेट से 59 रनों की बेहतरीन पारी खेली। इस दौरान उन्होंने एक चौका और तीन छक्के लगाया था। इसके अलावा रोहित शर्मा ने विराट कोहली से गेंदबाजी भी करवाया था। विराट कोहली ने एक ओवर में केवल 6 रन दिया। जबकि आवेश खान ने 4 ओवर के स्पैल में 53 रन खर्च किया था।
हांगकांग के खिलाफ हुए मैच में केएल राहुल का बल्ला नहीं चला । उन्होंने 92 के स्ट्राइक रेट की बल्लेबाजी की और 39 गेंद में 36 रन की पारी खेली। जिसकी वजह से टीम पर दबाव बढ़ना शुरू हो गया। केएल राहुल का टी20 इंटरनेशनल की पिछली कुछ पारियों में 150 या फिर इससे कम के स्ट्राइक रेट से रन बनाया है। रोहित शर्मा की ने 21 रन की अपनी पारी में 2 चौके और एक छक्का लगाया।