यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों किनारों पर शुरू होंगी औद्योगिक गतिविधियां

हर सेक्टर में सड़क के किनारे ग्रीन बेल्ट विकसित होगा
जोनल प्लान में चंडीगढ़ की तर्ज पर हर सेक्टर में सड़क के किनारे ग्रीन बेल्ट विकसित किया जाएगा। उसमें पैदल चलने के लिए सड़क होगी। वहीं, प्रत्येक सेक्टर में अलग अलग प्रकार के ट्रैफिक के हिसाब से रिंग रोड की तर्ज पर सात सड़कें बनेगी। पर्यावरण के अनुकूल औद्योगिक गतिविधियां शुरू करने से पहले इसका सर्वेक्षण किया जाएगा, इसके बाद कंपनियों को आमंत्रित किया जाएगा। प्रारंभिक रिपोर्ट में जनसंख्या, सड़क, ट्रांसपोर्ट सिस्टम, पर्यावरण की स्थिति, सुविधाएं, उद्योग की स्थिति एवं संभावनाएं, कारोबार की स्थिति, यमुना समेत क्षेत्र में मौजूद अन्य जल स्रोत का विवरण इकट्ठा कर लिया गया है।सबसे पहले औद्योगिक गतिविधियों को ही विकसित करने की तैयारी
पहले इसे 36 गांवों की जमीन पर विकसित किया जाएगा, बाद में शहर में विस्तार होगा। सबसे पहले औद्योगिक गतिविधियों को ही विकसित करने की तैयारी है, ताकि शहर में आबादी भी बढ़ाई जा सके। दरअसल, ताज ट्रैपेजियम जोन (टीटीजेड) के तहत ताजमहल के आसपास के क्षेत्रफल को प्रदूषण रहित बनाया जाएगा। यहां पर कोई भी ऐसी गतिविधि नहीं होगी, जिससे ताजमहल की सुंदरता पर किसी भी प्रकार का प्रभाव पड़े और प्रदूषण का कारक बने। जोनल प्लान में ताजमहल को देखते हुए ग्रीन औद्योगिक इकाइयों को वरीयता देने पर विचार हुआ है। यहां पर सिर्फ प्रदूषण रहित यानी व्हाइट और ग्रीन श्रेणी की इकाइयां ही स्थापित हो सकेंगी। नया शहर आगरा के 58 गांवों की साढ़े नौ हजार ' हेक्टेयर जमीन पर बसेगा।मनोरंजन और पर्यटन विकास की है योजना
न्यू आगरा में पर्यटन और मनोरंजन के साधनों को लेकर व्यापक योजना बनाई गई है। यहां पर लोगों को लुभाने के लिए थीम पार्क, लग्जरी होटल, रिसॉर्ट व आधुनिक सम्मेलन तथा प्रदर्शनी केंद्र बनेंगे। साथ ही डिज्नीलैंड और यूनिवर्सल स्टूडियो भी रहेंगे। इसके अलावा थीम पार्क में भारतीय धरोहर, भविष्यवादी थीम और वर्चुअल और आॅगमेंटेड रियलिटी का उपयोग होगा, जिससे लोगों को पूरी तरह से एक डिजिटल वातावरण का अनुभव मिलेगा। डॉ. अरुणवीर सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यमुना प्राधिकरण ने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ किनारे पर बसने वाले नए शहर में सबसे पहले औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाएगा। खास तौर पर ताजमहल की सुंदरता को बरकरार रखने के लिए यहां पर्यावरण के अनुकूल ही कंपनी और फैक्टरियां स्थापित की जाएंगी। Greater Noida Newsजेवर एयरपोर्ट से उड़ान घरेलू और अंतरराष्ट्रीय सेवा के बीच फंसी, संचालन में देरी
ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।अगली खबर पढ़ें
हर सेक्टर में सड़क के किनारे ग्रीन बेल्ट विकसित होगा
जोनल प्लान में चंडीगढ़ की तर्ज पर हर सेक्टर में सड़क के किनारे ग्रीन बेल्ट विकसित किया जाएगा। उसमें पैदल चलने के लिए सड़क होगी। वहीं, प्रत्येक सेक्टर में अलग अलग प्रकार के ट्रैफिक के हिसाब से रिंग रोड की तर्ज पर सात सड़कें बनेगी। पर्यावरण के अनुकूल औद्योगिक गतिविधियां शुरू करने से पहले इसका सर्वेक्षण किया जाएगा, इसके बाद कंपनियों को आमंत्रित किया जाएगा। प्रारंभिक रिपोर्ट में जनसंख्या, सड़क, ट्रांसपोर्ट सिस्टम, पर्यावरण की स्थिति, सुविधाएं, उद्योग की स्थिति एवं संभावनाएं, कारोबार की स्थिति, यमुना समेत क्षेत्र में मौजूद अन्य जल स्रोत का विवरण इकट्ठा कर लिया गया है।सबसे पहले औद्योगिक गतिविधियों को ही विकसित करने की तैयारी
पहले इसे 36 गांवों की जमीन पर विकसित किया जाएगा, बाद में शहर में विस्तार होगा। सबसे पहले औद्योगिक गतिविधियों को ही विकसित करने की तैयारी है, ताकि शहर में आबादी भी बढ़ाई जा सके। दरअसल, ताज ट्रैपेजियम जोन (टीटीजेड) के तहत ताजमहल के आसपास के क्षेत्रफल को प्रदूषण रहित बनाया जाएगा। यहां पर कोई भी ऐसी गतिविधि नहीं होगी, जिससे ताजमहल की सुंदरता पर किसी भी प्रकार का प्रभाव पड़े और प्रदूषण का कारक बने। जोनल प्लान में ताजमहल को देखते हुए ग्रीन औद्योगिक इकाइयों को वरीयता देने पर विचार हुआ है। यहां पर सिर्फ प्रदूषण रहित यानी व्हाइट और ग्रीन श्रेणी की इकाइयां ही स्थापित हो सकेंगी। नया शहर आगरा के 58 गांवों की साढ़े नौ हजार ' हेक्टेयर जमीन पर बसेगा।मनोरंजन और पर्यटन विकास की है योजना
न्यू आगरा में पर्यटन और मनोरंजन के साधनों को लेकर व्यापक योजना बनाई गई है। यहां पर लोगों को लुभाने के लिए थीम पार्क, लग्जरी होटल, रिसॉर्ट व आधुनिक सम्मेलन तथा प्रदर्शनी केंद्र बनेंगे। साथ ही डिज्नीलैंड और यूनिवर्सल स्टूडियो भी रहेंगे। इसके अलावा थीम पार्क में भारतीय धरोहर, भविष्यवादी थीम और वर्चुअल और आॅगमेंटेड रियलिटी का उपयोग होगा, जिससे लोगों को पूरी तरह से एक डिजिटल वातावरण का अनुभव मिलेगा। डॉ. अरुणवीर सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यमुना प्राधिकरण ने बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ किनारे पर बसने वाले नए शहर में सबसे पहले औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाएगा। खास तौर पर ताजमहल की सुंदरता को बरकरार रखने के लिए यहां पर्यावरण के अनुकूल ही कंपनी और फैक्टरियां स्थापित की जाएंगी। Greater Noida Newsजेवर एयरपोर्ट से उड़ान घरेलू और अंतरराष्ट्रीय सेवा के बीच फंसी, संचालन में देरी
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