Padma Samman: पद्म सम्मान पाने वालों में दिग्गज डॉक्टर, सांप पकड़ने वाले व रसना के निर्माता भी शामिल

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calendar30 Nov 2025 12:24 AM
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Padma Samman: नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के मौके पर जिन लोगों को प्रतिष्ठित पद्म सम्मान दिए जाने की घोषणा की गई है, उनमें पांच दशकों से वंचित लोगों का इलाज कर रहे एक डॉक्टर, सांप पकड़ने वाले दो विशेषज्ञ और एक महिला शामिल हैं जिन्होंने पूरी श्रीमद्भगवद्गीता को संस्कृत में रेशम के एक कपड़े पर बुन दिया है।

Padma Samman 2023

अधिकारियों ने बताया कि पुरस्कार पाने वालों में से कई गुमनाम नायक भी हैं जो चुपचाप समाज और लोगों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं और जिन्हें नरेंद्र मोदी सरकार 2014 में सत्ता में आने के बाद से सम्मानित कर रही है।

इस साल 106 गणमान्य लोगों को पद्म सम्मान के लिए चुना गया है। इनमें छह लोगों को पद्म विभूषण, नौ लोगों को पद्म भूषण और 91 लोगों को पद्म श्री सम्मान के लिए चुना गया है। यह सम्मान पाने वाले लोगों में एक कृषि वैज्ञानिक भी शामिल हैं। इसके अलावा अंडमान- निकोबार द्वीप समूह के एक डॉक्टर को भी सम्मान के लिए चुना गया है जिन्होंने जारवा जनजाति को विलुप्त होने से बचाया। वहीं भारत के पसंदीदा पेय रसना के निर्माता को भी प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चुना गया है।

मशहूर कन्नड़ लेखक एस एल भैरप्पा को पद्म भूषण के लिए चुना गया है। उनकी रचनाओं का 14 से अधिक भाषाओं में अनुवाद किया गया है। 18 भाषाओं में 20,000 से अधिक गीतों का अपना स्वर देने वाली मशहूर गायिका वाणी जयराम के साथ ही तेलंगाना के वैदिक विद्वान और आध्यात्मिक नेता स्वामी चिन्न जीयर और दिल्ली के प्रोफेसर कपिल कपूर को भी पद्म भूषण के लिए चुना गया है।

लड़कियों को वैदिक शिक्षा प्रदान करने वाले आर्य समाज आध्यात्मिक नेता सुकमा आचार्य; सेवानिवृत्त सेना चिकित्सक और पिछले 50 वर्षों से जबलपुर में वंचित लोगों का इलाज कर रहे मुनीश्वर चंदावर; सांप पकड़ने वाले दो विशेषज्ञ- वदिवेल गोपाल और मासी सदाइयां को पद्म श्री के लिए चुना गया है।

रेशम के कपड़े पर संस्कृत में भगवद गीता की बुनाई के लिए मशहूर असम की हेमप्रभा चुटिया; बिहार की 87 वर्षीय कलाकार सुभद्रा देवी और कर्नाटक के खादर वल्ली दुदेकुला को भी पद्म श्री के लिए चुना गया है। दुदेकुला को पांच प्रकार के बाजरा को बचाने का श्रेय है जो गायब हो रहे थे।

गुजरात के अरीज खंबाटा (मरणोपरांत) ने पसंदीदा पेय रसना का उत्पादन शुरु किया था वहीं हेम चंद्र गोस्वामी मुखौटा बनाने की असम की सदियों पुरानी संस्कृति को संरक्षित कर रहे हैं। उन्हें भी पद्म श्री के लिए चुना गया है।

राधा चरण गुप्ता उत्तर प्रदेश के 87 वर्षीय वयोवृद्ध गणित हैं और उन्हें भारत में गणित के इतिहास पर शोध का श्रेय है। उनके साथ ही अहमद हुसैन और मोहम्मद हुसैन की ग़ज़ल गायक जोड़ी; उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में पीतल नक्काशी के विशेषज्ञ शिल्पकार दिलशाद हुसैन और त्रिपुरा के सामाजिक कार्यकर्ता बिक्रम बहादुर जमातिया को भी पद्म श्री के लिए चुना गया है।

वंचित बच्चों को मुफ्त कोचिंग प्रदान करने वाले बिहार के आनंद कुमार को भी इस सम्मान के लिए चुना गया है।

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National : ईडी को अपराध तय करने का अधिकार नहीं : DHC

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calendar29 Nov 2025 01:01 PM
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National : नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) के पास सिर्फ धन शोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत अपराध की जांच करने की शक्ति है और जांच एजेंसी यह अनुमान नहीं लगा सकती कि एक अपराध हुआ है।

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दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि जिस अपराध के बारे में अनुमान लगाया गया है, उसकी अवश्य ही जांच करनी होगी और उस सिलसिले में कानूनी रूप से अधिकृत प्राधिकारों द्वारा सुनवाई करनी होगी। साथ ही, ईडी यह अपराध कथित तौर पर हुए होने की जांच करने की शक्ति नहीं हथिया सकती है।

हाईकोर्ट अदालत ने कहा कि इस बात पर जोर दिये जाने की जरूरत है कि पीएमएलए ईडी को सिर्फ धारा 3 के तहत हुए अपराधों की जांच करने की शक्तियां देता है। जांच करने की इसकी शक्तियां इस धारा में परिभाषित धन शोधन के अपराध तक सीमित हैं।

न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा ने 24 जनवरी को जारी 111 पन्नों के एक फैसले में कहा कि अनुमानित अपराध की अवश्य जांच करनी होगी और इसकी सुनवाई इस सिलसिले में कानून द्वारा अधिकार प्राप्त प्राधिकारों द्वारा करनी होगी।

उच्च न्यायालय ने कहा कि इस तरह के अपराधों की जांच और सुनवाई का प्राथमिक कार्य उन स्वतंत्र विधानों के तहत गठित प्राधिकारों में निहित है...किसी भी मामले में, यह (ईडी) खुद से यह तय नहीं कर सकती कि एक खास तथ्यों का समूह एक अनुमानित अपराध का साक्ष्य है, जिसके आधार पर पीएमएलए के तहत कार्रवाई शुरू करने की जरूरत है।

प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड और प्रकाश थर्मल पावर लिमिटेड की दो अलग-अलग याचिकाओं पर उच्च न्यायालय का यह फैसला आया है।

यह आरोप है कि दोनों कंपनियों ने कोयला ब्लॉक खरीदने के लिए अपनी कुल संपत्ति के बारे में सही आंकड़े नहीं दिये थे।

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Supreme Court : एमबीबीएस छात्रा की मौत के मामले की हो सीबीआई जांच : सुप्रीम कोर्ट

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Delhi News
locationभारत
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calendar26 Jan 2023 11:13 PM
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नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने सीबीआई को एमबीबीएस की 19 वर्षीय उस छात्रा की मौत के मामले की जांच करने का आदेश दिया है, जिसने 2017 में उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में छात्रावास के अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

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जांच एजेंसियों की विरोधाभासी रपटों को ध्यान में रखते हुए, न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस और न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया की पीठ ने सीबीआई को जांच के निष्कर्ष के बाद एक उपयुक्त अदालत के समक्ष रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया। पीठ ने कहा कि एक युवा लड़की की, मेडिकल की पढ़ाई के दौरान अप्राकृतिक मौत हो गई है। दो जांच एजेंसियों ने रिपोर्ट दी है। एक की रिपोर्ट आरोप पत्र के रूप में है, जिसमें दो व्यक्तियों को आरोपी के रूप में पेश किया गया है और दूसरी ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है। पीठ ने कहा कि इस तथ्य के मद्देनजर कि दो जांच एजेंसियों द्वारा दायर की गई दो रपटों में विरोधाभास प्रतीत होता है। इन मामलों की प्रकृति को देखते हुए, हमारी राय है कि आगे की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा की जानी चाहिए। साथ ही, दो जांच एजेंसियां ​​इस संबंध में सीबीआई की सहायता करेंगी।

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शीर्ष अदालत उस छात्रा के पिता की याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसका एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए एक शैक्षणिक संस्थान में दाखिला हुआ था। छात्रा की पांच सितंबर, 2017 को अप्राकृतिक मौत हो गई। उसके पिता ने 11 सितंबर, 2017 को उसी जिले के न्यायाधिकार वाले पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida   #ChetnaManch  #चेतनामंच