Film Festival: दक्षिण एशिया महिला फिल्म महोत्सव की शुरूआत पटना में




Dhanbad Fire Tragedy: धनबाद। स्वाति मंगलवार रात जब दुल्हन बनकर सात फेरे ले रही थी, उस समय उसे इस बात की भनक तक नहीं थी कि झारखंड में धनबाद के आशीर्वाद अपार्टमेंट में आग लगने के कारण उसकी मां, दादा और दादी समेत उसके परिवार के पांच लोगों की जान चली गई है।
दुल्हन अपने परिवार के साथ जोड़ाफाटक में आशीर्वाद टावर की चौथी मंजिल पर एक फ्लैट में रहती थी। इसी टावर की दूसरी मंजिल पर मंगलवार शाम को लगी आग अन्य फ्लैट में भी फैल गई, जिसमें स्वाति की मां, दादा, दादी, मौसी और मौसेरे भाई समेत 14 लोगों की मौत हो गई।
स्वाति अपने घर से करीब एक किलोमीटर दूर स्थित विवाह स्थल ‘सिद्धि विनायक रिज़ॉर्ट’ के लिए मंगलवार लगभग चार बजे घर से निकली, जबकि उसके पिता सुबोध लाल, उसकी मां और परिवार के अन्य सदस्य अब भी फ्लैट में थे और शादी के लिए तैयार हो रहे थे, लेकिन तभी शाम करीब सवा छह बजे दूसरी मंजिल पर आग लग गई।
परिवार के एक सदस्य ने बताया कि स्वाति के पिता आग की लपटों से बच गए, लेकिन उसकी मां, दादा-दादी और दो अन्य परिजन आग की चपेट में आ गए।
उन्होंने बताया कि इस बीच, विवाह स्थल पर शादी की रस्में शुरू हो गईं और स्वाति बार-बार अपनी मां और दादा-दादी के बारे में पूछती रही।
लाल के मित्र मनोज कुमार ने कहा कि स्वाति को घटना के बारे में तुरंत नहीं बताया गया। उसके पिता को बाद में विवाह स्थल ले जाया गया, लेकिन सदमे में होने के कारण वह अनुष्ठान में भाग नहीं ले पाए। परिवार के कुछ अन्य सदस्यों ने अनुष्ठान किए।
उन्होंने कहा कि केवल सिंदूर दान की रस्म निभाई गई। वरमाला समेत अन्य रस्में नहीं की जा सकीं।
पचपन वर्षीय लाल धनबाद कस्बे के पुराना बाजार में सौंदर्य प्रसाधनों की दुकान चलाते हैं। स्वाति की शादी गिरिडीह के रहने वाले सौरव से हुई है। वह बेंगलुरु में एक आईटी कंपनी में काम करता है।
धनबाद के जोड़ाफाटक शक्ति मंदिर रोड स्थित आशीर्वाद अपार्टमेंट में मंगलवार शाम आग लगने से 14 लोगों की मौत हो गई और 18 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गये।
धनबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि सभी घायल खतरे से बाहर हैं। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में जो बातें सामने आयी है, उसके अनुसार दूसरी मंजिल के एक फ्लैट में जलते दीपक से यह आग लगी और अन्य फ्लैट में फैल गई।
उन्होंने बताया कि धनबाद के अपराध विज्ञान प्रयोगशाला की टीम यहां जांच के लिए पहुंची। जांच के लिए आशीर्वाद टॉवर के ए और बी ब्लॉक दोनों को सील कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया और कहा कि धनबाद में आगजनी के कारण हुई मौत से बेहद दुख हुआ है। जिन्होंने इस आगजनी में अपने स्वजनों को खो दिया, उनके साथ मेरी सांत्वना है। आगजनी में झुलसे लोगों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।
उन्होंने दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार की राशि देने की घोषणा की।
इस बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को ट्वीट किया कि धनबाद के आशीर्वाद अपार्टमेंट और विगत दिनों अन्य हादसे में मरने वाले लोगों के परिवारजनों को राज्य सरकार ने चार लाख रुपए की मुआवजा राशि देने का निर्देश दिया है। इसके अलावा हादसे में घायल लोगों के समुचित इलाज एवं उन्हें अन्य सुविधा उपलब्ध कराने हेतु भी जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया है।
Dhanbad Fire Tragedy: धनबाद। स्वाति मंगलवार रात जब दुल्हन बनकर सात फेरे ले रही थी, उस समय उसे इस बात की भनक तक नहीं थी कि झारखंड में धनबाद के आशीर्वाद अपार्टमेंट में आग लगने के कारण उसकी मां, दादा और दादी समेत उसके परिवार के पांच लोगों की जान चली गई है।
दुल्हन अपने परिवार के साथ जोड़ाफाटक में आशीर्वाद टावर की चौथी मंजिल पर एक फ्लैट में रहती थी। इसी टावर की दूसरी मंजिल पर मंगलवार शाम को लगी आग अन्य फ्लैट में भी फैल गई, जिसमें स्वाति की मां, दादा, दादी, मौसी और मौसेरे भाई समेत 14 लोगों की मौत हो गई।
स्वाति अपने घर से करीब एक किलोमीटर दूर स्थित विवाह स्थल ‘सिद्धि विनायक रिज़ॉर्ट’ के लिए मंगलवार लगभग चार बजे घर से निकली, जबकि उसके पिता सुबोध लाल, उसकी मां और परिवार के अन्य सदस्य अब भी फ्लैट में थे और शादी के लिए तैयार हो रहे थे, लेकिन तभी शाम करीब सवा छह बजे दूसरी मंजिल पर आग लग गई।
परिवार के एक सदस्य ने बताया कि स्वाति के पिता आग की लपटों से बच गए, लेकिन उसकी मां, दादा-दादी और दो अन्य परिजन आग की चपेट में आ गए।
उन्होंने बताया कि इस बीच, विवाह स्थल पर शादी की रस्में शुरू हो गईं और स्वाति बार-बार अपनी मां और दादा-दादी के बारे में पूछती रही।
लाल के मित्र मनोज कुमार ने कहा कि स्वाति को घटना के बारे में तुरंत नहीं बताया गया। उसके पिता को बाद में विवाह स्थल ले जाया गया, लेकिन सदमे में होने के कारण वह अनुष्ठान में भाग नहीं ले पाए। परिवार के कुछ अन्य सदस्यों ने अनुष्ठान किए।
उन्होंने कहा कि केवल सिंदूर दान की रस्म निभाई गई। वरमाला समेत अन्य रस्में नहीं की जा सकीं।
पचपन वर्षीय लाल धनबाद कस्बे के पुराना बाजार में सौंदर्य प्रसाधनों की दुकान चलाते हैं। स्वाति की शादी गिरिडीह के रहने वाले सौरव से हुई है। वह बेंगलुरु में एक आईटी कंपनी में काम करता है।
धनबाद के जोड़ाफाटक शक्ति मंदिर रोड स्थित आशीर्वाद अपार्टमेंट में मंगलवार शाम आग लगने से 14 लोगों की मौत हो गई और 18 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गये।
धनबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि सभी घायल खतरे से बाहर हैं। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में जो बातें सामने आयी है, उसके अनुसार दूसरी मंजिल के एक फ्लैट में जलते दीपक से यह आग लगी और अन्य फ्लैट में फैल गई।
उन्होंने बताया कि धनबाद के अपराध विज्ञान प्रयोगशाला की टीम यहां जांच के लिए पहुंची। जांच के लिए आशीर्वाद टॉवर के ए और बी ब्लॉक दोनों को सील कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया और कहा कि धनबाद में आगजनी के कारण हुई मौत से बेहद दुख हुआ है। जिन्होंने इस आगजनी में अपने स्वजनों को खो दिया, उनके साथ मेरी सांत्वना है। आगजनी में झुलसे लोगों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।
उन्होंने दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार की राशि देने की घोषणा की।
इस बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को ट्वीट किया कि धनबाद के आशीर्वाद अपार्टमेंट और विगत दिनों अन्य हादसे में मरने वाले लोगों के परिवारजनों को राज्य सरकार ने चार लाख रुपए की मुआवजा राशि देने का निर्देश दिया है। इसके अलावा हादसे में घायल लोगों के समुचित इलाज एवं उन्हें अन्य सुविधा उपलब्ध कराने हेतु भी जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया है।
