shraddha murder case में लव-जिहाद का भी पुट है : हिमंत बिस्व शर्मा

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar25 Nov 2022 03:47 PM
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shraddha murder case: नयी दिल्ली। असम के मुख्यमंत्री व भाजपा नेता हिमंत बिस्व शर्मा ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि श्रद्धा वालकर हत्याकांड में ‘लव-जिहाद’ का पुट भी था और कहा कि सड़क और बिजली के अलावा बेटियों की सुरक्षा भी चुनावी मुद्दा है।

shraddha murder case

चुनाव प्रचार के दौरान उनके द्वारा वालकर हत्याकांड का मुद्दा उठाए जाने और ‘लव-जिहाद’ को रोकने के लिए कड़े कानून बनाने की मांग किए जाने को लेकर किए गए सवालों पर शर्मा ने कहा कि यह मामला महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ा है और इसमें ‘‘लव-जिहाद का पुट’’ भी है।

टाइम्स नाउ सम्मिट में उन्होंने कहा, ‘‘....आफताब (पूनावाला) श्रद्धा को शादी करने के लिए दिल्ली लेकर आया था। उसने (पूनावाला) उसके (श्रद्धा) के शव को 35 टुकड़ों में काटा और उसे फ्रीज में रखा... फिर उसी कमरे में दूसरी लड़की को लेकर आया... यह महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ा है, यह मेरी बेटी की सुरक्षा से जुड़ा है, और इसमें लव-जिहाद का पुट है।’’

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Congress politics गहलोत ने मुझे 'निकम्मा, गद्दार' कहा; मेरा लालन-पालन ऐसी भाषा के प्रयोग की अनुमति नहीं देता : पायलट

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Congress politics
locationभारत
userचेतना मंच
calendar25 Nov 2022 02:45 AM
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Congress politics / नयी दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ‘गद्दार’ वाले बयान पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने पलटवार करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि इतने अनुभवी किसी व्यक्ति को ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना शोभा नहीं देता। इसके साथ ही पायलट ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने और राहुल गांधी का हाथ मजबूत करने के लिए एकजुट होकर लड़ना प्राथमिकता होनी चाहिए। पायलट ने कहा कि गहलोत उन्हें "निकम्मा, नाकारा, गद्दार आदि’’ कहते रहे हैं, लेकिन उनका लालन-पालन उन्हें इस प्रकार की भाषा के प्रयोग की अनुमति नहीं देता है।

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राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट ने पीटीआई-भाषा से कहा कि अभद्र शब्दों का प्रयोग, कीचड़ उछालने और आरोप-प्रत्यारोप का जो दौर चल रहा है, उससे कोई उद्देश्य पूरा नहीं होने वाला है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में प्रवेश करने के कुछ दिन पहले, गहलोत ने पायलट को ‘गद्दार’ करार देते हुए कहा कि उन्होंने 2020 में पार्टी के खिलाफ बगावत की थी और राज्य सरकार गिराने की कोशिश की थी इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा सकता।

गहलोत की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए पायलट ने पीटीआई-भाषा से कहा, 'मैंने अशोक गहलोत जी के आज के बयानों को देखा है जो मेरे खिलाफ है। इतने अनुभव वाले किसी वरिष्ठ व्यक्ति को, जिन्हें पार्टी ने इतना कुछ दिया है, उनका ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना, पूरी तरह झूठे और निराधार आरोप लगाना शोभा नहीं देता।’’

पूर्व केंद्रीय मंत्री पायलट ने कहा, "इससे कोई उद्देश्य नहीं पूरा होता, जब हमें एकजुट होकर भाजपा से लड़ना है...पहले भी अशोक गहलोत जी लंबे समय से मुझ पर ऐसे आरोप लगाते रहे हैं।"

पायलट ने कहा कि अभी प्राथमिकता गुजरात में विधानसभा चुनाव जीतना है, जहां अशोक गहलोत पार्टी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक हैं। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही राहुल गांधी और पार्टी के हाथ को भी मजबूत करना जरूरी है।

मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा में बृहस्पतिवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ पैदल चलने वाले पायलट ने कहा, "हमारे लिए यह समय भाजपा को हराने की खातिर एक साथ काम करने का है क्योंकि केवल कांग्रेस ही भाजपा को हरा सकती है। मुझे लगता है कि अभद्र शब्दों के प्रयोग, कीचड़ उछालने और आरोप-प्रत्यारोप से कोई उद्देश्य नहीं पूरा होने वाला है।’’

गहलोत ने एनडीटीवी से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि जब पायलट के नेतृत्व में कांग्रेस के कुछ विधायक गुरुग्राम के एक रिसॉर्ट में एक महीने से अधिक समय तक रहे थे, तब इस बगावत में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की भी भूमिका थी।

राजस्थान में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद से ही मुख्यमंत्री पद को लेकर गहलोत और पायलट के बीच गतिरोध रहा है।

गहलोत का कहना है कि पायलट को अधिकतर कांग्रेस विधायकों का समर्थन नहीं है, वहीं पायलट खेमा दावा कर रहा है कि विधायक नेतृत्व परिवर्तन चाहते हैं।

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Khatauli by-election: खतौली विधानसभा क्षेत्र में फँस गया भाजपा का घोड़ा, जयंत चौधरी पड़ रहे भारी

BJP
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 02:02 AM
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Khatauli by-election: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की दिग्विजय का घोड़ा लगता है खतौली में आकर फंस गया है। विधानसभा उपचुनाव में लोकदल नेता जयन्त चौधरी के सामने यहां भाजपा की सारी चाल और तिकड़म फेल होती नजर आ रही हैं। जैसे जैसे मतदान की तारीख नजदीक आती जा रही है लोकदल की स्थिति लगातर मजबूत होती जा रही है।

Khatauli by-election

आपको बता दें कि खतौली विधानसभा सीट पर उप चुनाव हो रहा है। यह चुनाव 2022 के चुनाव में जीते भाजपा विधायक विक्रम सैनी को कोर्ट से सजा होने और इस कारण विधानसभा से उनकी सदस्यता समाप्त होने के कारण हो रहा है। विक्रम सैनी को 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों के लिए न्यायालय द्वारा दोषी ठहराया गया था। भाजपा ने विक्रम सैनी की पत्नी राजकुमारी को प्रत्याशी बनाया है। सपा-लोकदल गठबंधन ने पूर्व विधायक मदन भैया को यहां मैदान में उतारा है। चंद्रशेखर आजाद वाली आजाद समाज पार्टी ने भी गठबंधन प्रत्याशी को समर्थन दे दिया है। साथ ही कांग्रेस ने भी गठबंधन प्रत्याशी का खुला समर्थन किया है ।क्षेत्र में चुनावी हवा मदन भैया के पक्ष में नज़र आ रही है। क्षेत्र का सामाजिक समीकरण गठबंधन के पक्ष में है। गुर्जर, जाट और दलित वोटों के साथ मुस्लिम वोट के जुड़ने से मदन भैया की स्थिति बहुत मजबूत हो गईं है। लोकदल नेताओं का कहना है कि वे कैराना लोकसभा उपचुनाव के फार्मूले को इस चुनाव में दुबारा सफल करना चाहते हैं। जिस तरह हिन्दू-मुस्लिम एकता के बल पर कैराना में भाजपा को धूल चटाई थी उसी प्रयोग को खतौली में दोहराया जाएगा।

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