RAJA BHAIYA PARIWAR ME JANG: देवर के खिलाफ मुखर हुईं राजा भैया की पत्नी

RAJA BHAIYA PARIWAR ME JANG
जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भैया की पत्नी भानवी कुमारी सिंह ने एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह गोपाल पर केस दर्ज कराया है। अक्षय प्रताप को राजा भैया खेमे का नेता माना जाता है। पिछले दिनों वे काफी चर्चा में रहे थे। उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपना अलग स्थान रखने वाले प्रतापगढ़ के कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह की पत्नी भानवी कुमारी सिंह इस समय चर्चा में आ गई हैं। चर्चा उनके कराए गए केस को लेकर हो रही है। दरअसल, भानवी कुमारी सिंह ने विधान परिषद सदस्य अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल भैया पर केस दर्ज करा दिया है। उन्होंने अक्षय प्रताप सिंह गोपाल समेत 5 अन्य के खिलाफ नई दिल्ली के ईओडब्लू थाने में केस दर्ज कराया है। एमएलसी पर फर्जीवाड़े समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया गया है। इसके बाद से विवाद गहराने लगा है। अक्षय प्रताप सिंह गोपाल को राजा भैया खेमे का नेता माना जाता है। इसके बाद भी राजा भैया की पत्नी की ओर से केस दर्ज कराए जाने के बाद राजनीतिक चर्चा और कयास बाजियों का दौर शुरू हो गया है। थाने द्वारा भानवी कुमारी सिंह की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे का नंबर भी जारी कर दिया गया है। क्राइम नंबर 13/2023 में भारतीय दंड विधान की धारा 420, 467, 468, 471, 109 और 120बी लगाया गया है। अक्षय प्रताप सिंह गोपाल सांसद भी रह चुके हैं। एमएलसी को फर्जी पते पर रिवाल्वर का लाइसेंस मामले में सजा भी मिली थी। वे राजा भैया के करीबी और रिश्तेदार हैं। वो 3 बार एमएलसी और एक बार सांसद रह चुके हैं। अब उनके खिलाफ राजा भैया की पत्नी के खड़े होने को लेकर तरह-तरह की चर्चा चल रही है।पैसे की लड़ाई: एनपीएस में जमा पैसा नहीं मिलेगा राज्य सरकारों को:केन्द्र
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जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भैया की पत्नी भानवी कुमारी सिंह ने एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह गोपाल पर केस दर्ज कराया है। अक्षय प्रताप को राजा भैया खेमे का नेता माना जाता है। पिछले दिनों वे काफी चर्चा में रहे थे। उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपना अलग स्थान रखने वाले प्रतापगढ़ के कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह की पत्नी भानवी कुमारी सिंह इस समय चर्चा में आ गई हैं। चर्चा उनके कराए गए केस को लेकर हो रही है। दरअसल, भानवी कुमारी सिंह ने विधान परिषद सदस्य अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल भैया पर केस दर्ज करा दिया है। उन्होंने अक्षय प्रताप सिंह गोपाल समेत 5 अन्य के खिलाफ नई दिल्ली के ईओडब्लू थाने में केस दर्ज कराया है। एमएलसी पर फर्जीवाड़े समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया गया है। इसके बाद से विवाद गहराने लगा है। अक्षय प्रताप सिंह गोपाल को राजा भैया खेमे का नेता माना जाता है। इसके बाद भी राजा भैया की पत्नी की ओर से केस दर्ज कराए जाने के बाद राजनीतिक चर्चा और कयास बाजियों का दौर शुरू हो गया है। थाने द्वारा भानवी कुमारी सिंह की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे का नंबर भी जारी कर दिया गया है। क्राइम नंबर 13/2023 में भारतीय दंड विधान की धारा 420, 467, 468, 471, 109 और 120बी लगाया गया है। अक्षय प्रताप सिंह गोपाल सांसद भी रह चुके हैं। एमएलसी को फर्जी पते पर रिवाल्वर का लाइसेंस मामले में सजा भी मिली थी। वे राजा भैया के करीबी और रिश्तेदार हैं। वो 3 बार एमएलसी और एक बार सांसद रह चुके हैं। अब उनके खिलाफ राजा भैया की पत्नी के खड़े होने को लेकर तरह-तरह की चर्चा चल रही है।पैसे की लड़ाई: एनपीएस में जमा पैसा नहीं मिलेगा राज्य सरकारों को:केन्द्र
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पैसे की लड़ाई[/caption]
इस संबंधी एक सवाल के जवाब में सीतारमण ने यहां कहा, ऐसा फैसला करने वाले राज्य अगर फिर अपेक्षा करते हैं कि जो पैसा ईपीएफओ कमिश्नर के पास रखा हुआ है ... वह पैसा इकट्ठा राज्य को दे देना चाहिए तो... ऐसी अगर अपेक्षा है तो नहीं ... वह पैसा कर्मचारी का हक है।
वित्त मंत्री विभिन्न भागीदारों से बजट उपरांत चर्चा में भाग लेने के लिए यहां आई थीं। वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने भी यही बात कही और कहा कि मौजूदा नियमों के तहत नई पेंशन योजना एनपीएस के तहत जमा पैसा राज्य सरकारों को वापस नहीं मिल सकता।
कुछ राज्यों द्वारा ओपीएस बहाल किए जाने व कई वर्गों द्वारा इसकी मांग उठाए जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, इसके बारे में मैं कहना चाहूंगी कि यह ‘ट्रेंड’ बहुत अच्छा नहीं है और सिर्फ राज्य सरकारें अपनी देनदारियों को 'स्थगित' कर रही हैं। कर्मचारियों को ऐसा लग रहा है कि उनको फायदा है वह है कि नहीं है यह भी एक देखने वाली बात है।
उन्होंने कहा, जहां तक यह बात है कि राज्य सरकारें अपना हिस्सा वापस मांग रही हैं। उस बारे में मैं निवेदन करना चाहूंगी कि कानून बड़ा स्पष्ट है कि राज्य सरकार को वह पैसा नहीं मिल सकता। क्योंकि नई पेंशन योजना एनपीएस में पैसा कर्मचारी से सम्बद्ध है और यह एक समझौता कर्मचारी व एनपीएस ट्रस्ट में है।
उन्होंने कहा, अगर कर्मचारी सेवानिवृत्ति की आयु तक पहुंचने से पहले हटता है तो उसके अलग नियम है। जहां तक राज्य समझ रहे हैं कि वह हमें वापस मिल जाएगा मैं समझती हूं कि यह मौजूदा नियमों के हिसाब से संभव नहीं है।
JAIPUR CHUNAVI DANGAL[/caption]
गंगानगर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पायलट ने कहा, फरवरी का महीना है.. चुनावी साल है। कभी मोदी जी दौसा जा रहे हैं... ओवैसी टोंक जा रहे हैं। ये दोनों नेता चार साल से कहां गायब थे। सड़कों का उद्घाटन करने के लिए ...जब चुनाव आए हैं तो आप बड़े-बड़े भाषण देने आ रहे हो। चुनाव आए हैं तो आप मजहब धर्म की बात करते हैं लेकिन चुनाव से पहले भी आप नहीं थे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के दिल्ली-दौसा हिस्से के उद्घाटन के लिए दौसा जिले को सिर्फ इसलिए चुना क्योंकि वह कांग्रेस पार्टी के गढ़ में दस्तक देना चाहते हैं।
पायलट ने आगे कहा, .. और मैं वादा करता हूं कि जिस दिन राजस्थान के चुनाव खत्म हो जाएंगे ये लोग फिर यहां से गायब हो जाएंगे। हम लोग जो यहां बैठे हैं आपके सुख दुख के साथी है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी हाल ही में अलवर व भरतपुर के चुनावी दौरे पर रहे थे। इसके साथ ही पायलट ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं से जुड़े परिसरों पर की गई छापेमारी पर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा।