अखिलेश के स्वागत में उमड़ा जन सैलाब

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Oct 2021 04:58 AM
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चेतना मंच : मऊ/लखनऊ।  पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ क्षेत्र को पिछड़ों व अति पिछड़ों का गढ़ माना जाता है। इसी मऊ में कल सपा मुखिया अखिलेश यादव के स्वागत में भारी जनसैलाब उमड़ा। कल हुई इस भारी भीड़ को देखकर समीक्षक दावा कर रहे हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव में बड़ा उलट फेर होगा। इन समीक्षकों का दावा है कि कल की भीड़ ने भाजपा नेतृत्व की नींद उड़ा दी है।

सर्वविदित है कि कल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) का 19वां स्थापना दिवस था। इस मौके पर पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर ने महापंचायत बुलाई थी। इस महापंचायत के मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव थे। इस महापंचायत में लाखों की भीड़ एकत्र हुई। मऊ के चारों तरफ मानो जनसैलाब उमड़ पड़ा हो। सुभासपा के पीले झंडे व पीली टोपी तो थी ही। साथ ही सपा की लाल टोपी भी खूब चमक रही थी। एक अनुमान के अनुसार महापंचायत में डेढ़ लाख से अधिक लोग अखिलेश यादव को सुनने के लिए पहुंचे थे।

महापंचायत में उमड़ी हुई भीड़ को संबोधित करते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि यह आपके भविष्य का चुनाव है जो खोया हुआ सम्मान है उस सम्मान को पाने का चुनाव है। हमें एक साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी का सफाया करना होगा। भारतीय जनता पार्टी ने कितने सपने दिखाए, न जाने क्या षड्यंत्र किए, कितना झूठ बोला, बताओ झूठ बोलने वाली पार्टी कौन सी है? उन्होंने कहा कि झूठ बोलने वालों की कोई भी साजिश अब दलित, पिछड़ों के बीच में चलने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि सपना दिखाया कि चप्पल पहनने वाला हवाई जहाज में चलेगा, आज महंगाई के कारण चप्पल पहनने वाले व्यक्ति की मोटरसाइकिल भी खड़ी नहीं हो रही है। आज पेट्रोल की कीमत क्या है? क्या हालत कर दी उत्तर प्रदेश की।

श्री यादव ने कहा कि जिस समय लॉकडाउन लगा लोगों को अपने सहारे पर छोड़ दिया, जो जहां था उसे वैसे ही छोड़ दिया। गरीबों के लिए कोई इंतजाम नहीं किया।  ना जाने कितनों की नौकरी छिन गई। तमाम मजदूरों कि जो दूर दूर से चलकर आए थे उनकी जान चली गई। अखिलेश यादव ने कहा कि जिस समय कोरोनावायरस की बीमारी आई और सरकार को सबसे ज्यादा मदद करनी थी आपको बेसहारा छोड़ दिया। लोग दवाई के लिए घूमते रहे ना अस्पताल मिला, ना बेड मिला, ना दवाई मिली, ना ऑक्सीजन मिली। तमाम गरीबों की जान चली गई। सरकार ने कोई मदद नहीं की। श्री यादव ने कहा कि अभी सुनने में आया बड़े-बड़े मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं। 9 मेडिकल कालेज का उद्घाटन किया गया है। मेडिकल कॉलेज के आगे पर्दा लगा कर उनका उद्घाटन कर दिया गया लेकिन जब पर्दा हटाकर देखा गया तो सब के सब मेडिकल कॉलेज खोखले थे। उन मेडिकल कॉलेज के अंदर ना डॉक्टर, ना दवाई इंतजाम, ना बेड का इंतजाम, केवल गरीबों को धोखा देने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कैसी सरकार है दिल्ली वाले लखनऊ के लिए झूठ बोल रहे हैं लखनऊ वाले दिल्ली के लिए झूठ बोल रहे हैं।

आज हमारे देश में भुखमरी है, गरीबों को भरपेट खाना नहीं मिल पा रहा है, कपड़े नहीं है और जिस तरह से महंगाई बढ़ रही है इस महंगाई के कारण गरीबों को आत्महत्या करनी पड़ रही है। भारतीय जनता पार्टी ने वादा किया था कि किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी कौन सी फसल की आय दोगुनी हो गई? अभी धान पड़ा है क्या आपको धान की कीमत दोगुनी मिल जाएगी उससे आय दोगुनी हो जाएगी? बुवाई महंगी हो गई, जुताई महंगी हो गई,बीज महंगा हो गया, पेस्टिसाइड महंगे हो गए, खेती की लागत बढ़ गई। आय दोगुनी नहीं हुई, लेकिन महंगाई दोगुनी हो गई।

श्री यादव ने कहा कि जब किसान अपना हक मांगने के लिए निकला तो उन पर जीप चढ़ा दी गई। उन टायरों से किसानों को कुचल दिया। कहीं दुनिया में ऐसा होता हो तो बता दो।

इस महापंचायत में उमड़ी भीड़ को देखकर राजनीतिक समीक्षक हैरान हैं। उनका काहना है कि इससे पूर्व सपा की रैलियों में भीड़ का ऐसा उत्साह उन्होंने कभी नहीं देखा। समीक्षक दावा कर रहे हैं कि इस जन सैलाब का संकेत बिल्कुल साफ है और वह संकेत यह है कि प्रदेश में परिवर्तन की लहर चल पड़ी है। इस लहर से प्रदेश में बड़ा राजनीतिक उलट फेर हो सकता है। कुछ समीक्षकों का दावा है कि मऊ में उमड़ी भीड़ को देखकर भाजपा नेतृत्व भी हैरान है। भाजपा ओमप्रकाश राजभर को इतना मजबूत मानकर नहीं चल रही थी।

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Political News : अखिलेश व राजभर में हुआ समझौता

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 04:53 PM
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लखनऊ  lउत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने सोहेल देव भारतीय समाज पार्टी के साथ  गठबंधन किया हैl अब दोनों दल मिलकर एक साथ  उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे
आज सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की | मुलाकात के दौरान दोनों दलों के नेताओं के बीच  एक साथ चुनाव लड़ने को लेकर व्यापक चर्चा हुई|  चर्चा के दौरान दोनों दोनों ने आपसी सहमति से एक साथ चुनाव लड़ने का निर्णय लिया|
समाजवादी पार्टी तथा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के गठबंधन होने से भारतीय जनता पार्टी समेत अन्य दलों को भारी  झटका लगा है ,राजनीतिक विश्लेषकों का दावा  है कि यह दोनों दल मिलकर आगामी चुनाव में भाजपा को करारी टक्कर दे सकते हैं |
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Political: तीन दशकों के वनवास का मिथक तोड़ पाएगी कांग्रेस !

Congress
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:18 AM
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अरूण सिन्हा

नोएडा। आज रामनवमी है। प्रभु श्रीराम चौदह वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या वापस आ रहे हैं, लेकिन नोएडा में कांग्रेस पार्टी पिछले तीन दशक से झेल रहे वनवास का मिथक क्या वर्ष-2022 के विधानसभा चुनाव में तोड़ पाएगी।यह एक यक्ष प्रश्न है। जिसका जवाब न तो पार्टी कार्यकर्ताओं के पास है और न ही शीर्ष नेतृत्व के पास।

सर्वविदित है कि नोएडा विधानसभा क्षेत्र (पूर्व में दादरी विधानसभा क्षेत्र) में 1985 में कांग्रेस के विजयपाल चुनाव जीतकर विधायक बने थे। इसके बाद से कांग्रेस का कोई भी प्रत्याशी यहां से जीत हासिल नहीं कर सका। यदि पिछले 20 वर्षों के चुनाव पर नजर डाली जाए तो कांग्रेस का प्रत्याशी अमूमन तीसरे या चौथे पायदान पर ही रहा। हालांकि इस बार प्रियंका गांधी द्वारा उत्तर प्रदेश की कमान संभालने के बाद कार्यकर्ताओं में जोश तो बढ़ा है, लेकिन यह जोश इस मिथक को तोड़ पाएगा, कहना मुश्किल है। वर्ष-2017 में हुए नोएडा विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की साइकिल पर कांग्रेस सवार हुई थी इसके बाद भी भाजपा ने संयुक्त प्रत्याशी सुनील चौधरी को 104066 मतों से शिकस्त दी थी। सपा-कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी सुनील चौधरी को 58401 वोट मिले थे। वहीं भाजपा प्रत्याशी पंकज सिंह को 162417 वोट मिले थे। वर्ष-2014 में हुए मध्यावधि चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी राजेन्द्र अवाना को 17212 वोट मिले थे। तथा वे तीसरे स्थान पर रहे थे। वर्ष-2012 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी डा. वी.एस. चौहान को 25482 वोट हासिल करके चौथे स्थान पर संतोष करना पड़ा था। बता दें कि नोएडा विधानसभा क्षेत्र का गठन वर्ष 2012 में हुआ था इसके पहले दादरी विधानसभा क्षेत्र हुआ करता था।

वर्ष 2007 के चुनाव में दादरी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रघुराज सिंह को 23875 वोट हासिल हुए थे तथा वे चौथे स्थान पर रहे थे। वर्ष-2002 में हुए चुनाव में अलबत्ता कांग्रेस प्रत्याशी रघुनाथ सिंह को 39019 वोट मिले थे तथा वे दूसरे स्थान पर रहे थे। कुल मिलाकर 1985 के बाद से कांग्रेस की स्थिति यहां पर बद से बदतर होती चली गयी। कार्यकर्ता इसका प्रमुख कारण शीर्ष नेतृत्व की गलत नीतियां एवं निर्णय के अलावा संगठन की कमजोरी को मानते हैं। इस बार विधानसभा चुनाव के लिए हालांकि पार्टी में 19 लोगों ने टिकट के लिए आवेदन किया है। लेकिन क्या इस बार पार्टी का प्रत्याशी तीन दशकों के वनवास के मिथक को तोड़ पाएगा, यह चर्चा का विषय है।

नोएडा विधानसभा (पूर्व में दादरी विधानसभा क्षेत्र ) वर्ष 2017 2014 2012 2007 2002 प्रत्याशी

सुनील चौधरी (सपा-कांग्रेस संयुक्त प्रत्याशी) राजेन्द्र अवाना डा. वी.एस. चौहान रघुराज सिंह रघुराज सिंह

वोट 58401 17212 25482 23875 39019

स्थिति

दूसरे स्थान पर तीसरे स्थान पर चौथे स्थान पर चौथे स्थान पर दूसरे स्थान पर वोट का प्रतिशत

10.45 12.15 10.29 20.38