गलियों मे घूम कर कागज की पुड़िया में नमकीन बेचने वाले “काका” बने नामी ब्रांड के मालिक
इसके रसगुल्ले हो ,बीकानेरी नमकीन हो या फिर तीखी भुजिया इसका स्वाद ऐसा है कि जुबान भूलती ही नहीं है
इसके रसगुल्ले हो ,बीकानेरी नमकीन हो या फिर तीखी भुजिया इसका स्वाद ऐसा है कि जुबान भूलती ही नहीं है