जिंदगी बदल देगी ‘राष्ट्रकवि’ की ये बातें, एक बार जरूर देख लें
Aaj ke Anmol Vachan : “अस्तमान सूर्य होने को मत रुको। चीजें तुम्हें छोड़ने लगे, उससे पहले तुम्हीं उन्हें छोड़…
Aaj ke Anmol Vachan : “अस्तमान सूर्य होने को मत रुको। चीजें तुम्हें छोड़ने लगे, उससे पहले तुम्हीं उन्हें छोड़…
क्षमादान! संहार तू रोज करता है तापस भूमि के कण-कण को रौंदकर , कौन सा साम्राज्य तेरे ह्रदय को भरता…