राम हमारी संस्कृति का आधार, प्यार, उलाहनों और कहावतों में सदियों से रचे बसे हैं राम

राम नाम है हर जगह, राम जाप चहुंओर। चाहे जाकर देख लो, नभ तल के हर छोर।।