Ghaziabad Breaking : पीएम सीएम सांसद के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाला गिरफ्तार

Rahul tyagi
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 01:23 PM
bookmark
Ghaziabad : गाजियाबाद l देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गौतम बुध नगर के सांसद डॉ महेश शर्मा के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र भाषा और अशोभनीय टिप्पणी करने वाले राहुल त्यागी को साहिबाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है l राहुल त्यागी लोनी में नवजीवन अस्पताल का संचालन करता हैl उसने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया था l जिसमें वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी कर रहा था और गौतम बुध नगर के सांसद डॉ महेश शर्मा को जान से मारने की धमकी भी देने का आरोप राहुल त्यागी पर हैl इस मामले का संज्ञान पुलिस ने लिया और सोता है मुकदमा दर्ज करायाl इसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है l गाजियाबाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले की पुष्टि की है l   गौरतलब है कि विगत 5 अगस्त को नोएडा के भाजपा पालिक श्रीकांत त्यागी ने एक महिला के साथ अभद्र टिप्पणी की थीl जिसका वीडियो वायरल हुआ उसके बाद श्रीकांत त्यागी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया l यह मामला पिछले एक पखवाड़े से राजनीतिक सुर्खियां बना हुआ है l नोएडा में कल रविवार को इस मामले में एक पंचायत आहूत की थीl बताया जाता है कि राहुल त्यागी इस पंचायत में भी शामिल होने के लिए गया थाl पुलिस इसके कुछ और सहयोगियों की तलाश भी करने के संकेत दे रही है l
अगली खबर पढ़ें

New Delhi : पूर्व विधायक ने माना पांच को पीट पीटकर मार डाला, एफआईआर दर्ज

WhatsApp Image 2022 08 22 at 3.17.29 PM
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 01:06 AM
bookmark
New Delhi : नई दिल्ली। राजस्थान के अलवर जिले के गोविंदगढ़ इलाके में सामूहिक हिंसा का शिकार हुए चिरंजी लाल सैनी की हत्या पर शोक प्रकट करने पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने यह कहकर सनसनी फैला दी कि उन्होंने 5 लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी है। उनकी इस विवादित दावेदारी के बाद अलवर के गोविंदगढ़ थाने में ज्ञानदेव आहूजा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। गोविंदगढ़ थाना प्रभारी शिव शंकर ने आहूजा के खिलाफ आईपीसी की धारा 153-ए के तहत दर्ज एफाईआर की पुष्टि करते हुए कहा कि ज्ञानदेव आहूजा के खिलाफ धर्म के आधार पर नफरत एवं दुश्मनी को बढ़ावा देने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि चिरंजी लाल सैनी की मौत के बाद आहूजा दो दिन पहले परिवार को सांत्वना देने उसके घर पहुंचे थे। 45 वर्षीय सब्जी विक्रेता चिरंजी लाल सैनी इलाके के मेव मुस्लिम समुदाय की हिंसा का शिकार हुए थे। इस समुदाय ने उन पर ट्रैक्टर चोरी का शक जताते हुए सामूहिक हमला कर दिया था। उपचार के दौरान चिरंजी लाल सैनी की मौत हो गई थी। चिरंजी लाल सैनी की मौत के बाद शोक व्यक्त करने पहुंचे आहूजा ने भीड़ हिंसा पर एक विवादित बयान दे डाला। जिस बयान के आधार पर आहूजा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उसमें वह यह कहते नजर आ रहे हैं कि गाय की तस्करी को लेकर वह अब तक 5 लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर चुके हैं। अपने इस विवादित बयान के सार्वजनिक हो जाने के बावजूद आहूजा ने किसी तरह की कोई सफाई नहीं दी है। जिसके आधार पर कहा जा सकता है कि वह अपने बयान पर अभी भी कायम हैं।
अगली खबर पढ़ें

AIIMS New Delhi : एम्स की आर्थिक सेहत सुधारने को भीख मांग रहे मेडिकल छात्र

WhatsApp Image 2022 08 22 at 3.10.43 PM 1
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 03:23 PM
bookmark
New Delhi : नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित अस्पताल व चिकित्सा संस्थान एम्स (AIIMS)में हॉस्टल की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे आंदोलनकारी छात्रों ने ‘भीख मांग अभियान’ भी शुरू कर दिया है। आंदोलनकारी छात्रों से निपटने के लिए एम्स प्रशासन की ओर से जारी नोटिस की परवाह किए बगैर पैरामेडिकल छात्रों का धरना निदेशक कार्यालय पर लगातार जारी है। आंदोलन के तेज होने के साथ ही पैरामेडिकल छात्र अभिषेक मालवीय की मौत का मामला भी अब तूल पकड़ता जा रहा है। अभिषेक को न्याय, उसके परिवार को आर्थिक सहायता और छात्रावास निर्माण की मांग को लेकर कुछ छात्र भूख हड़ताल पर भी बैठ गए हैं। गौरतलब है कि एम्स परिसर में छात्रावास उपलब्ध न होने के कारण पैरामेडिकल छात्रों को परिसर के बाहर किराये पर जगह लेकर रहना पड़ता है। उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते पैरामेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र अभिषेक मालवीय की तबीयत बिगड़ने पर उसके साथियों ने एम्स प्रशासन से एंबुलेंस के लिए मदद मांगी थी। लेकिन, एंबुलेंस उपलब्ध न कराए जाने के बाद अभिषेक के कुछ सहयोगी उसे बाइक से लेकर अस्पताल पहुंचे थे। तब तक काफी देर हो चुकी थी और अभिषेक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। आंदोलनकारी पैरामेडिकल स्टूडेंट यूनियन अभिषेक की मौत को हत्या करार देते हुए उसके परिजनों को आर्थिक मदद की मांग पर भी अड़ी हुई है। वर्ष-2019 से पहले तक पैरामेडिकल के छात्रों को एम्स परिसर में ही हॉस्टल सुविधा उपलब्ध थी। लेकिन, साल-2019 के सत्र में उस सुविधा को बंद कर दिया गया था। इसके बाद से ही पैरामेडिकल के छात्र लगातार हॉस्टल की मांग करते आ रहे हैं, जो अभिषेक की मौत के बाद और मुखर हो गई है। दूसरी ओर, एम्स प्रशासन की ओर से आंदोलनकारी छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया है। नोटिस में पूछा गया है कि सरकारी कामकाज में बाधा डालने व संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए क्यों ना उन पर कार्रवाई हो? नोटिस का जवाब देने के बजाए छात्रों ने हाथों में दान पात्र लेकर लोगों के बीच जाकर हॉस्टल के लिए दान मांगना शुरू कर दिया है। दान पात्र पर लिखा स्लोगन ‘एम्स गरीब है, जिसके पास हॉस्टल बनाने का भी पैसा नहीं है’ लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहा है।