ट्रंप और जेलेंस्की के बीच हुई तीखी बहस, अमेरिका ने सहायता रोकी

Tramp jelenski
Russia Ukraine War
locationभारत
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calendar01 Mar 2025 09:40 PM
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Russia Ukraine War : अमेरिका और यूक्रेन के बीच हालिया बैठक के बाद तनाव और बढ़ गया है। वॉशिंगटन डी.सी. में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच हुई तीखी बहस ने अप्रत्याशित मोड़ ले लिया, जिसके बाद अमेरिका ने यूक्रेन को दी जाने वाली सभी आर्थिक और सैन्य सहायता पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का फैसला किया है। इस फैसले से रूस-यूक्रेन युद्ध में एक बड़ा मोड़ आ सकता है, क्योंकि अमेरिका अब तक यूक्रेन का सबसे बड़ा सैन्य सहयोगी रहा है।

आखिर बैठक में क्या हुआ

बैठक के दौरान ट्रंप ने जेलेंस्की से स्पष्ट रूप से कहा कि अमेरिका के समर्थन के बिना यूक्रेन के पास रूस के खिलाफ कोई मजबूत विकल्प नहीं बचेगा। ट्रंप प्रशासन यूक्रेन के प्राकृतिक संसाधनों, खासकर खनिजों तक अमेरिका की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए एक समझौता चाहता था, लेकिन जेलेंस्की ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया। इसके बाद दोनों नेताओं के बीच गरमागरम बहस हुई, और जेलेंस्की बैठक बीच में छोड़कर चले गए। इस विवाद के कारण दोनों देशों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी रद कर दी गई।

अमेरिका की ओर से कड़ा फैसला

बैठक के बाद अमेरिका ने न सिर्फ यूक्रेन को दी जा रही सैन्य और आर्थिक सहायता पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी, बल्कि विदेशी सहायता के अन्य कार्यक्रमों को भी रोकने का निर्णय लिया। हालांकि, इजराइल और मिस्र को इस फैसले से छूट दी गई है। इस फैसले का असर न केवल यूक्रेन बल्कि अन्य उन देशों पर भी पड़ेगा, जिन्हें अमेरिका से वित्तीय सहायता मिलती रही है। इस तरह से यूक्रेन के राष्ट्रपति की सख्ती का असर जल्द ही दिखाई देने लगेगा। हालांकि अब जेलेंस्की सहायता के लिए इंगलैंड का मनाने की कोशिश में जुट गए हैं।

यूक्रेन पर असर

अमेरिकी मदद पर रोक लगने से यूक्रेन की सैन्य क्षमताएं कमजोर पड़ सकती हैं। अमेरिका ने यूक्रेन को हथियारों, मिसाइलों और सैन्य उपकरणों की आपूर्ति जारी रखी थी, जो अब बाधित हो जाएगी। इसके अलावा, अमेरिका ने यूक्रेन की स्टारलिंक इंटरनेट सेवाओं की पहुंच भी बंद करने की धमकी दी है। अगर ऐसा होता है, तो यूक्रेन की सैन्य संचार प्रणाली पर गंभीर असर पड़ेगा, जिससे रूस के खिलाफ उसकी युद्ध रणनीति प्रभावित हो सकती है।

यूरोप की प्रतिक्रिया

अमेरिका के इस फैसले के बाद अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या यूरोपीय देश यूक्रेन की मदद जारी रखेंगे? जर्मनी और फ्रांस ने पहले ही यूक्रेन को समर्थन देने की बात कही है, लेकिन अमेरिका जैसी बड़ी सैन्य और आर्थिक सहायता की भरपाई करना यूरोपीय देशों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। जेलेंस्की सहायता प्राप्त करने के लिए इंग्लैंड रवाना हो गए हैं। देखना है अब युक्रेन अपना युद्ध किस तरह जारी रख पाएगा, क्यों कि उसका सबसे बड़ा सहयोगी सहायता करने वाला अमेरिका ने हर तरह की सहायता पर रोक लगा दी है।

रूस को होगा फायदा

अमेरिका की ओर से समर्थन बंद होने के बाद रूस को इस युद्ध में एक रणनीतिक बढ़त मिल सकती है। पुतिन प्रशासन पहले से ही पश्चिमी देशों की मदद को लेकर सवाल उठाता रहा है, और अब अमेरिकी सहायता बंद होने से रूस को आक्रामक रणनीति अपनाने का मौका मिल सकता है। रूस ने अमेरिका के सहायता रोकते ही नए सिरे से आक्रमण की रूपरेखा तैयार करना शुरू कर दिया है, जो जल्द ही सबके सामने आने वाला है।

रूस से ठोस सुरक्षा गारंटी के बाद ही जेलेंस्की शांति वार्ता करेंगे

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि वे किसी भी कीमत पर रूस से बिना किसी ठोस सुरक्षा गारंटी के शांति वार्ता नहीं करेंगे। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अमेरिका इस फैसले पर दोबारा विचार करेगा या फिर यूरोपीय देश यूक्रेन की मदद के लिए आगे आएंगे। इस घटनाक्रम के बाद अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मच गई है और पूरी दुनिया इस बात पर नजर गड़ाए हुए है कि आगे क्या होने वाला है।

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विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस के लिए 1 मार्च को ही क्यों चुना गया? यहां जानें इतिहास

World Civil Defence Day
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locationभारत
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calendar01 Mar 2025 04:14 PM
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World Civil Defence Day : पूरे विश्व में नागरिकों की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण विषय है। आए दिन लोगों को किसी न किसी चीज को लेकर अपनी सुरक्षा का डर सताता है। इसी को देखते हुए अंतर्राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा संगठन (ICDO) द्वारा नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर साल 1 मार्च को विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस (World Civil Defence Day) मनाया जाता है, जब पूरी दुनिया का ध्यान नागरिक सुरक्षा और आपातकालीन तैयारियों पर केंद्रित होता है। विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस का उद्देश्य मुख्य रूप से लोगों को यह बताना और सिखाना है कि वे दुर्घटनाओं और आपदाओं जैसी स्थितियों से कैसे निपट सकते हैं और उनके लिए कैसे तैयार हो सकते हैं। विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस मुख्य रूप से उन लोगों का सम्मान करने के लिए है जो नागरिक सुरक्षा से जुड़ी सेवाओं में काम करते हैं।

विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस का इतिहास

विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस की शुरुआत अंतरर्राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा संगठन (ICDO) द्वारा की गई थी, जो हर साल इस दिन से जुड़ी गतिविधियां आयोजित करता है। यह दिन आपदाओं के दौरान नागरिक सुरक्षा सेवाओं द्वारा किए गए प्रयासों को सम्मानित करने के लिए भी मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को दुर्घटनाओं या आपदाओं के दौरान आत्म-सुरक्षा और बचाव उपायों की अहमियत के बारे में बताना भी है। बता दें कि, अंतरर्राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा संगठन की स्थापना 1931 में सर्जन-जनरल जॉर्ज सेंट-पॉल ने की थी।

विश्व नागरिक सुरक्षा दिवस का महत्त्व क्या है?

नागरिक सुरक्षा का मतलब है लोगों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए उन्हें रोकथाम, तैयारी के कौशल को सिखाना। 1972 में, ICDO के सदस्य देशों द्वारा संगठन के संविधान को मंजूरी दी गई थी जो 1 मार्च 1972 को लागू हुआ था। समय के साथ, इस संगठन का नाम बदलकर वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा संगठन (ICDO) रखा गया है। जो अब एक अंतर-सरकारी संगठन बन गया है और इसका उद्देश्य जीवन, संपत्ति और पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

नॉर्थ कोरिया को बड़ी राहत, पांच साल बाद कहा वेलकम टूरिस्ट

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नॉर्थ कोरिया को बड़ी राहत, पांच साल बाद कहा वेलकम टूरिस्ट

North Korea
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calendar01 Dec 2025 12:13 PM
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North Korea : नॉर्थ कोरिया देश को बहुत ही सुन्दर समुद्री बीच (Sea ​​Beach) तथा आकर्षक नाइट लाइफ (Night Life) के लिए जाना जाता है। नॉर्थ कोरिया का नाम वहां के चर्चित शासक किम जोंग उन (Kim Jong Un) के कारण भी चर्चा में रहता है। हाल ही में नार्थ कोरिया से अच्छी खबर आई है। पूरे पांच साल तक दुनिया से कटे रहे नार्थ कोरिया ने दुनिया भर के पर्यटकों के लिए अपनी सीमाएं खोल दी हैं। पांच साल बाद कोई भी विदेशी टूरिस्ट नॉर्थ कोरिया में घूमने जा सकता है।

नॉर्थ कोरिया ने पांच साल बाद बोला-"वेलकम टूरिस्ट"

आखिरकार पांच साल में पहली बार, नॉर्थ कोरिया ने देश और दुनिया के टूरिस्ट्स के लिए अपने देश में एंट्री देने की अनुमति दे दी है। बता दें, साल 2020 में कोरोना वायरस के कारण इस देश ने खुद को अन्य देशों से अलग-थलग कर दिया था, लेकिन अब धीरे- धीरे देश में टूरिस्ट्स आना शुरू हो गए हैं। अब नॉर्थ कोरिया ने कहा है कि "वेलकम टूरिस्ट"। अगर आप भी नॉर्थ कोरिया घूमने का प्लान कर रहे हैं तो पहले आपको कुछ जरूरी बातें पता होनी चाहिए, ताकि इस ट्रैवलिंग के दौरान किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़ें। महामारी से पहले हजारों विदेशी टूरिस्ट्स जिनमें ज्यादातर चीन से थे, उन्होंने नॉर्थ कोरिया की अर्थव्यवस्था में योगदान दिया था, जिससे नॉर्थ कोरिया की टूरिज्म इंडस्ट्री ने काफी ग्रो किया था। हालांकि 5 साल बाद अब जो भी टूरिस्ट्स इस देश में घूमने आ रहे हैं, उनके लिए सख्त नियम लागू कर दिए गए हैं। बता दें, टूरिस्ट्स को हर समय स्थानीय गाइड के साथ घूमना जरूरी है।

नॉर्थ कोरिया में फोटो खींचना मना है

जब भी हम कहीं घूमने जाते हैं, तो याद के तौर पर फोटो खींच लेते हैं, लेकिन अगर आप नॉर्थ कोरिया घूमने जा रहे हैं, तो फोटो लेते समय सावधानी बरतनी होगी। दरअसल इस देश ने कहा है, जो भी टूरिस्ट्स यहां आएंगे वह फोटो तो ले सकते हैं, लेकिन उन्हें संवेदनशील स्थलों (Sensitive sites) की फोटोग्राफी करने की अनुमति नहीं है। हालांकि टूरिस्ट्स इस नियम से खुश नजर नहीं आते हैं। नॉर्थ कोरिया की राजधानी प्योंगयांग है। नॉर्थ कोरिया घूमने जाने वाले प्योंगयांग घूमने जाना सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। इस शहर की सबसे खास बात ये है कि यहां आपको इस देश के इतिहास को करीब से जानने का मौका मिलेगा। इसी के साथ यहां के बाजार और खान- पान हर टूरिस्ट्स को अपनी ओर अट्रैक्ट करते है। इस शहर में आने के बाद 'मंसू हिल' जा सकते हैं, यह स्थान बहुत सुन्दर है। नॉर्थ कोरिया आपको दुनिया के सबसे सुंदर समुद्री बीच देखने को मिलेंगे। अगर आप बीच लवर हैं, तो यकीन मानिए ये देश आपको बिल्कुल निराश नहीं करेगा। यूं तो यहां पर कई बीचेस हैं, लेकिन 'सोंगडाउन बीच' काफी फेमस है। इस बीच का साफ पानी और सफेद रेत देखकर आपका मन खुश हो जाएगा।

शानदार है नॉर्थ कोरिया की नाइट लाइफ

अगर आपको ऐसा लगता है, नॉर्थ कोरिया की नाइट लाइफ बोरिंग होगी तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। बता दें, यहां की नाइटलाइफ एंटरटेनमेंट से भरी हुई होती है। रात भर सड़कें जगमगाते तारों की तरह चमकती है। इस देश के लोग नाइटलाइफ को काफी एंजॉय करते हैं। खासकर इस देश की राजधानी में तो आपको अलग ही नाइट लाइफ देखने को मिलेगी, जहां लोग नाचते- गाते हैं और कई कहानियां सुनाते हैं। नॉर्थ कोरिया की नाइट लाइफ में वह सब कुछ है जो किसी भी टूरिस्ट को लुभाने के लिए होना चाहिए।

दुनिया भर में बजा भारत का डंका, खास मामले में टॉप की तरफ

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