Political News: प्रशांत किशोर को कांग्रेस में शामिल कराने पर सोनिया गांधी लेगी अंतिम फैसला

Prashant kishore Sonia Gandhi
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:14 AM
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चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर पार्टी नेताओं के अलग-अलग मत हैं। वरिष्ठ नेताओं को ऐतराज हैकि किसी बाहरी व्यक्ति को अतिमहत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं सौंपी जानी चाहिए। जबकि कुछ नेताओं का मानना है कि प्रशांत को आजमाया जाना चाहिए।इसके बाद अब यह मामला कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास पहुंच गया है। जल्द ही वे इस मामले में फैसला कर सकती हैं।

पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,सोनिया गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं खासकर जी-23 के ऐतराज को खारिज कर दिया है। क्योंकि इन नेताओं ने प्रशांत किशोर को जिम्मेदारी देने पर तो ऐतराज किया,लेकिन पार्टी कैसे इस बुरे दौर से उबरेगी,इसको लेकर कोई कार्ययोजना नहीं दिया। इसके अलावा ऐतराज करने वाले ज्यादातर नेता चुनावी राजनीति में खुद ही मात खाए हुए लोग हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर को लेकर चल रही उहापोह जल्द ही खत्म हो जाएगी। सूत्र बताते हैंकि उनका कांग्रेस में शामिल होना तकरीबन तय है। उन्हें क्या जिम्मेदारी दी जाएगी,यही तय किया जाना बाकी है। इसी मुद्दे पर सोनिया गांधी पार्टी के वफादार नेताओं से सलाह-मशविरा कर रही हैं। बतादें कि अहमद पटेल के निधन के बाद पार्टी में एक बड़े रणनीतिकार कमी हो गई है। वहीं चुनावी रणनीतिकार के रूप में किशोर की धाक जम चुकी है। हाल के पश्चिमबंगाल में तृणमूल कांग्रेस की बड़ी जीत के बाद कई राज्यों से उन्हें काम करने का प्रस्ताव मिला है। लेकिन वे अब व्यावसायिक न होकर किसी पार्टी में शामिल होकर काम करना चाहते हैं।

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fasts and festivals : सितंबर माह में मनाए जाएंगे ये प्रमुख त्योहार, देखिए पूरा कैलेंडर

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Sep 2021 10:59 AM
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अगस्त माह समाप्त चुका है और सितंबर माह प्रारंभ हो चुका है। अगस्त मे जहां हम स्वतंत्रता दिवस और रक्षा बंधन जैसे पर्व मना चुके हैं, वहीं अब सितंबर के महीने में गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा। यहां हम लाएं हैं आपके लिए सितंबर महीने के त्योहारों की पूरी लिस्ट, जिसके जरिए आप जान सकते हैं कि कब है हरतालिका तीज और कब है गणेश चतुर्थी। आपको बता दें कि सितंबर का महीना पूरी तरह से व्रत और त्योहारों से भरा हुआ है। सितंबर माह के व्रत एवं त्योहार 03 सितंबर (शुक्रवार) अजा एकादशी, पर्युषण पर्वारंभ 04 सितंबर (शनिवार) शनि प्रदोष व्रत (कश्मीर) 05 सितंबर (रविवार) मासिक शिवरात्रि, शिक्षक दिवस 06 सितंबर (सोमवार) कुशोत्पाटिनी अमावस्या, पोला 07 सितंबर (मंगलवार) भाद्रपद अमावस्या (समाप्ति) 09 सितंबर (गुरुवार) हरतालिका तीज, वाराह जयंती 10 सितंबर (शुक्रवार) गणेश चतुर्थी 11 सितंबर (शनिवार) ऋषि पंचमी (गुरु पंचमी) 13 सितंबर (सोमवार) ललिता सप्तमी, दुर्वा अष्टमी 14 सितंबर (मंगलवार) गौरी विसर्जन, हिंदी दिवस 17 सितंबर (शुक्रवार) परिवर्तनी एकादशी, कन्या संक्रांति, विश्वकर्मा पूजा, रामदेव जयंती 18 सितंबर (शनिवार) शनि प्रदोष व्रत (स) 19 सितंबर (रविवार) अनंत चतुर्दशी (गणेश विसर्जन) 20 सितंबर (सोमवार) भाद्रपद पूर्णिमा व्रत 21 सितंबर (मंगलवार) पितृपक्ष आरंभ 24 सितंबर (शुक्रवार) गणेश संकष्टी चतुर्थी, भरणी श्राद्ध 29 सितंबर (बुधवार), जिवित्पुत्रिका व्रत, अष्टमी श्राद्ध 30 सितंबर (गुरुवार), मातृ नवमी श्राद्ध

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saharanpur : को-एजुकेशन से बच्चों को बचाएं अभिभावक, बोले जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना मदनी

saharanpur : को-एजुकेशन से बच्चों को बचाएं अभिभावक, बोले जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना मदनी
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 05:12 AM
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सहारनपुर। जमीयत उलेमा-ए-हिंद (अरशद गुट) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में को-एजुकेशन के दुष्प्रभाव के कारण मुस्लिम अभिभावकों से अपने बच्चों को इस से रोकने का आहवान किया गया। साथ ही तहजीब और संस्कृति की रक्षा के लिए हिंदू भाइयों से भी इसका विरोध करने की अपील की गई। दिल्ली स्थित जमीयत मुख्यालय पर आयोजित हुई बैठक में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि बच्चों को उच्च शिक्षित बनाना बहेद जरूरी है। लेकिन सहशिक्षा के दुष्प्रभाव से नौजवानों को बचाने के लिए जरूरी है कि लडक़ें और लड़कियों को अलग अलग शिक्षा दिलाई जाए। मौलाना ने कहा कि कोई भी समाज या धर्म बेशरमी को बढ़ावा नहीं देता है। सहशिक्षा के जो दुष्परिणाम हमारे सामने आ रहे हैं वह झंकझौर देने वाले हैं। इसलिए न केवल मुसलमान बल्कि देश में रहने वाले हिंदू भाई भी अपनी तहजीब और संस्कृति को बचाने के लिए सहशिक्षा के खिलाफ आवाज उठाएं और अपने बच्चों को इससे बचाने का प्रयास करें। मौलाना मदनी ने बेटियों को उच्च शिक्षित बनाने के लिए अलग से बहतरीन शिक्षण संस्थान खोले जाने पर भी जोर दिया।

मौलाना मदनी के ब्यान से दारुल उलूम भी सहमत इस्लामी तालीम के प्रमुख केंद्र दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी ने जमीयत उलेमा ए हिंद द्वारा समाज को गंदगी से बचाने के लिए को-एजुकेशन क विरोध किये जाने का समर्थन किया है। मुफ्ती अबुल कासिम ने कहा कि वह जमीयत अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी की बातों से पूरी तरह सहमत हैं, और उनके को-एजुकेशन से अपने बच्चों को बचाने के बयान का पूर्ण समर्थन करते हैं।

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