Political News : शिवराज सिंह चौहान 18 नवंबर को गुजरात में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार करेंगे

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Shivraj Singh Chouhan will campaign for BJP in Gujarat on November 18
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 10:52 AM
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भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए शुक्रवार को चुनाव प्रचार करेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

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चौहान के कैबिनेट सहयोगी नरोत्तम मिश्रा, विश्वास सारंग, अरविंद भदौरिया और इंदर सिंह परमार गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा के लिए पहले ही प्रचार कर रहे हैं। गुजरात में 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए एक दिसंबर को 89 सीट और 15 दिसंबर को 93 सीट पर दो चरण में मतदान होगा

Mohan Bhagwat: 40,000 साल से हमारा डीएनए एक है, बोले संघ प्रमुख मोहन भागवत

मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि भाजपा के 40 स्टार प्रचारकों में शामिल चौहान शुक्रवार 18 नवंबर को गुजरात के कच्छ जिले में मांडवी और अबदासा विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार भावनगर और मोरबी में भी प्रचार करेंगे।

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उल्लेखनीय है कि मोरबी में पिछले महीने एक पुल गिरने से 135 लोगों की जान चली गई थी। मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने गुजरात से फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में दावा किया कि भाजपा पश्चिमी राज्य के चुनाव में 150 से अधिक सीट जीतेगी। उन्होंने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारी लोकप्रियता के कारण भाजपा गुजरात चुनावों में जीत हासिल करेगी और पार्टी इन चुनावों में इतिहास रचेगी।’’
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Mohan Bhagwat: 40,000 साल से हमारा डीएनए एक है, बोले संघ प्रमुख मोहन भागवत

Mohan bhagwat
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:50 AM
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Mohan Bhagwat: संघ प्रमुख मोहन भागवत दो दिन के छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होने कहा कि , “हम सबके पूर्वज समान हैं। आज का विज्ञान डीएनए मैपिंग की बात कहता है। आज हमें कुछ भी लगे हम यह कहें कि हम अलग-अलग हैं। हम ऐसे हैं या वैसे हैं। पर विज्ञान कहता है कि 40,000 साल पहले से जो अखंड भारत था, काबुल के पश्चिम से छिंदविन नदी की पूर्व तक और तिब्बत के उत्तर यानी चीन की तरफ की ढलान से श्रीलंका के दक्षिण तक जो मानव समूह आज है उनका डीएनए 40,000 वर्षों से समान है।”

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https://www.youtube.com/watch?v=rcxoqbEP2N8

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Punjab: गुजरात में मतदान से पहले पंजाब में बहाल हो सकती है पुरानी पेंशन योजना

Bhagwant mann
Punjab News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 11:39 AM
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Punjab: पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार पुरानी पेंशन योजना को पुन: बहाल करने की घोषणा जल्द ही कर सकती है। संभावना जताई जा रही है कि गुजरात विधानसभा चुनाव के मतदान से पहले ही अधिसूचना जारी की जा सकती है। आपको बता दें कि 18 नवंबर को पंजाब कैबिनेट की बैठक होने वाली है और इस बैठक में पुरानी पेंशन योजना को बहाली के लिए सरकार अपनी मंजूरी प्रदान कर सकती है।

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आपको बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 19 सितंबर को ट्वीट किया था कि ‘मेरी सरकार पुरानी पेंशन प्रणाली (ओपीएस) को फिर से लागू करने पर विचार कर रही है। मैंने अपने मुख्य सचिव से इसके कार्यान्वयन की व्यवहार्यता और तौर-तरीकों का अध्ययन करने के लिए कहा है। हम अपने कर्मचारियों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं।” इसके बाद उन्होंनें ने मुख्य सचिव विजय कुमार जंजुआ को योजना के वित्तीय प्रभावों का अध्ययन करने का निर्देश दिया था।

सूत्रों से जानकारी मिली है कि पंजाब सरकार एक तरीका निकालने के लिए कानूनी राय ले रही है जिससे सरकार पीएफआरडीए अपना पैसा वापस पाने का दावा कर सके। कर्मचारी अपने वेतन का 10 प्रतिशत अंशदायी पेंशन कोष में देते हैं और सरकार 14 प्रतिशत का भुगतान करके इसकी बराबरी करती है। इसके बाद राशि पीएफआरडीए के पास जमा करा दी जाती है। यह राशि लगभग 18,000 करोड़ रुपये है जिसे पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए इसे वापस लेना होगा।

मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि चूंकि पीएफआरडीए ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ सरकारों को पैसा वापस करने से इनकार कर दिया है, इसलिए हम आधे-अधूरे मामले का जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं और उनसे साकारात्मक जवाब प्राप्त करना चाहते हैं। हालांकि राज्य के मुख्य सचिव जंजुआ ने कहा है कि इस मामले को एक दो दिन में हल कर दिया जाएगा। उधर वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि वह आज गुरुवार को मुख्यमंत्री से मिल रहे हैं और वे इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।

एक विशेषज्ञ ने कहा कि यदि प्राधिकरण सरकार को फंड वापस लेने की अनुमति देता है तो उसे कर्मचारियों के पेंशन फंड के लिए योगदान के रूप में एक बड़ी राशि मिलेगी। इससे सरकारी को खजाने भर सकते हैं लेकिन 2034 के बाद चीजें और खराब हो जाएंगी, जब कर्मचारी 2004 में भर्ती हुए और बाद में सेवानिवृत्त होने लगेंगे। उस समय राज्य को अंतिम आहरित वेतन के 50 प्रतिशत पेंशन का भुगतान करने के लिए अधिक धन की आवश्यकता होगी।

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