सामना के संपादकीय पर सियासी संग्राम : राम कदम का तीखा हमला, बोले- उद्धव नाक रगड़ कर माफी मांगे

Ram kadam
Political Turmoil
locationभारत
userचेतना मंच
calendar13 Jul 2025 03:11 PM
bookmark
Political Turmoil : शिवसेना (UBT) के मुखपत्र सामना में प्रकाशित एक संपादकीय ने महाराष्ट्र की राजनीति में नया तूफान खड़ा कर दिया है। भाजपा विधायक राम कदम ने इस लेख में मुंबई को लेकर प्रयोग किए गए एक विशेषण को मां मुंबा देवी और मुंबई शहर का "गंभीर अपमान" करार दिया है। उन्होंने उद्धव ठाकरे गुट से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है।

राम कदम का आरोप : 'उद्धव गुट मानसिक संतुलन खो चुका'

राम कदम ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उद्धव गुट की मति भ्रष्ट हो चुकी है। उनके लेखों में अब शालीनता का स्थान कटुता और अपमानजनक भाषा ने ले लिया है। सामना का संपादकीय बेहद लज्जाजनक और शर्मनाक है। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले यह गुट मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की बात करता था, और अब मुंबई के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर मराठी अस्मिता का अपमान कर रहा है।

'नाक रगड़कर माफी मांगें'—कदम की मांग

भाजपा विधायक ने कहा कि उद्धव गुट को सार्वजनिक रूप से मां मुंबा देवी के चरणों में "नाक रगड़कर माफी मांगनी चाहिए।" उन्होंने कहा कि मुंबई सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि महाराष्ट्र की आत्मा और गौरव है। ऐसे में किसी भी प्रकार की अवमानना बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दरअसल, रविवार को सामना के संपादकीय में मराठी मानुष, भाषा विवाद, और भाजपा पर हमले के क्रम में एक ऐसे शब्द का इस्तेमाल किया गया, जिसे भाजपा नेता आपत्तिजनक मान रहे हैं। लेख में यह भी आरोप लगाया गया था कि भाजपा "मुंबई को पूंजीपतियों के जरिए अपने कब्जे में लेना चाहती है।" राम कदम ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि यह मानसिक दिवालियापन का प्रतीक है। उद्धव गुट को अब मनोचिकित्सीय इलाज की जरूरत है।

मोदी सरकार की योजनाओं का जिक्र

राम कदम ने इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने रेलवे में 51,000 युवाओं को एक साथ नियुक्त किए जाने को ऐतिहासिक करार दिया और कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने बिना किसी अवकाश के लगातार सेवा देकर एक विश्व रिकॉर्ड रच दिया है। हम उनके 125 वर्ष के जीवन और 25 वर्ष तक देश के नेतृत्व की कामना करते हैं। उज्ज्वल निकम पर भी बोले कदम राज्यसभा के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता उज्ज्वल निकम के नामांकन को लेकर भी राम कदम ने भाजपा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भाजपा देश के लिए हीरे ढूंढ़ती है और निकम इसका प्रमाण हैं। कसाब जैसे आतंकी को सजा दिलाने वाले निकम संसद में कानून निर्माण में भी अहम भूमिका निभाएंगे। शिवसेना (यूबीटी) और भाजपा के बीच जुबानी जंग ने एक बार फिर महाराष्ट्र की राजनीति में भाषा की मर्यादा और शहर की अस्मिता को केंद्र में ला दिया है। सामना का संपादकीय फिलहाल विवादों की आग में घिरा है और राम कदम की तीखी टिप्पणियां इस मुद्दे को और गहराती दिख रही हैं।
अगली खबर पढ़ें

कानून के खिलाफ नहीं चलेगा ट्रंप मॉडल, कोर्ट ने रोकी छापेमारी

Donald Trump 13
Donald Trump
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 08:02 PM
bookmark
Donald Trump :  अमेरिका की संघीय अदालत ने ट्रंप प्रशासन को तगड़ा झटका देते हुए लॉस एंजिल्स और कैलिफोर्निया के कई अन्य क्षेत्रों में चल रही आव्रजन छापेमारी पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। यह आदेश अमेरिकी नागरिक स्वतंत्रता संघ (ACLU) द्वारा दायर एक नागरिक अधिकार याचिका पर सुनवाई के बाद सुनाया गया। यह ऐतिहासिक फैसला कैलिफोर्निया के जिला न्यायाधीश मामे इवुसी-मेन्सा फ्रिम्पोंग ने शुक्रवार को सुनाया। उन्होंने अपने आदेश में स्पष्ट रूप से कहा कि आईसीई (यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट) की कार्रवाई अमेरिका के संविधान के चौथे संशोधन का सीधा उल्लंघन है, जिसमें किसी भी व्यक्ति को उचित कानूनी आधार और वारंट के बिना हिरासत में लेने की मनाही है। संघीय जिला न्यायाधीश मामे इवुसी-मेन्सा फ्रिम्पोंग ने शुक्रवार को इस मामले में सुनवाई करते हुए स्पष्ट कहा कि यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) की यह कार्रवाई संविधान की आत्मा के खिलाफ है। उन्होंने अपने निर्णय में लिखा, आईसीई द्वारा बिना पुख्ता प्रमाण और उचित कानूनी प्रक्रिया के की गई गिरफ्तारियां चौथे संशोधन का उल्लंघन हैं।

रंगभेद और मनमानी कार्रवाई के आरोप

एसीएलयू और अन्य आप्रवासी अधिकार संगठनों ने अपने तर्कों में कहा कि संघीय एजेंट रंग के आधार पर लोगों को निशाना बना रहे हैं, बिना वारंट छापेमारी कर रहे हैं और हिरासत में लिए गए व्यक्तियों को कानूनी सलाह का अधिकार भी नहीं दे रहे। वकील मोहम्मद ताजसर ने बयान में कहा, “चाहे किसी की भाषा, नस्ल या नौकरी कुछ भी हो — हर किसी को संविधान ने गिरफ्तारी से सुरक्षा दी है।”

मुकदमे के दौरान ट्रंप प्रशासन के वकीलों ने आरोपों का विरोध किया और इन आरोपों को बेबुनियाद बताया। वहीं, अमेरिकी न्याय विभाग ने फिलहाल इस फैसले के खिलाफ अपील को लेकर कोई स्थिति स्पष्ट नहीं की है। अमेरिकी अटॉर्नी बिल एसेली ने फैसले के बाद एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “हम अदालत के निर्णय से असहमत हैं। हमारे एजेंट हमेशा संविधान और कानून के अनुरूप ही कार्य करते हैं । गवर्नर गेविन न्यूसम ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा, “यह फैसला एक स्पष्ट संदेश है कि नस्लीय भेदभाव और अधिकारों के उल्लंघन की किसी भी सरकारी कोशिश को कानून बर्दाश्त नहीं करेगा।

जज की नियुक्ति और कानूनी आधार

यह उल्लेखनीय है कि जज फ्रिम्पोंग की नियुक्ति राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल में हुई थी। उन्होंने अपने निर्णय में कहा, “बिना संदेह के सड़कों पर निगरानी दलों की मौजूदगी चौथे संशोधन और वकीलों तक पहुंच न देना पांचवें संशोधन का उल्लंघन है।” उन्होंने दो अस्थायी निषेधाज्ञाएं भी जारी की हैं, जिससे आईसीई की छापेमारी तत्काल प्रभाव से रोक दी गई है।

इस पूरे मामले का केंद्र बिंदु मोंटेबेलो निवासी ब्रायन गाविडिया हैं, जिन्हें आव्रजन एजेंटों ने बीते महीने हिरासत में लिया था। गुरुवार को अदालत के बाहर उन्होंने मीडिया से कहा, “मैंने अमेरिकी नागरिक होने का प्रमाण देने की कोशिश की, लेकिन एजेंटों ने मेरा फोन जब्त कर लिया और मेरी बात नहीं सुनी। यह मेरे अधिकारों का सीधा हनन था।   Donald Trump

अगली खबर पढ़ें

गुरु पूजन के बाद यूपी के सीएम ने लगाया जनता दरबार, सुनी शिकायतें

CM Yogi 13
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 01:59 AM
bookmark
UP News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज गोरखपुर में है। गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महायोगी गुरू गोरखनाथ का नाथ पंथ की परंपरा के अनुसार विशिष्ट पूजन किया। गुरु पूर्णिमा पर्व पर आनुष्ठानिक कार्यक्रम की व्यस्तता के बावजूद जनता दर्शन का आयोजन किया। उन्होंने लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। सीएम योगी उत्तर प्रदेश के अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर व्यक्ति की समस्या का निस्तारण उनकी सरकार की विशेष प्राथमिकता है, इसलिए पीड़ितों की समस्याओं को गंभीरता और संवेदनशीलता से लेते हुए उनका समाधान त्वरित और संतुष्टिपरक तरीके से कराना सुनिश्चित कराएं।

जमीनी विवादों का समाधान तेज गति से करने के निर्देश

गुरुवार सुबह गुरु पूर्णिमा पूजन के बाद गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब 200 लोगों से मुलाकात की। मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन सभागार में कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक मुख्यमंत्री खुद गए और एक-एक कर उनकी समस्याओं को सुना। सबको आश्वस्त किया कि किसी को भी घबराने करने की आवश्यकता नहीं है, सबकी समस्या का समाधान हर हाल में किया जाएगा। जनता दर्शन में कुछ महिलाएं जमीन से जुड़े विवादों में प्रार्थना पत्र लेकर पहुंची थीं। कुछ की शिकायत थी कि उनकी जमीनों पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। इन शिकायतों पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कहा कि जमीनी विवादों का समाधान तत्परतापूर्वक इस तरह होना चाहिए जिससे पीड़ित व्यक्ति संतुष्ट दिखे। प्रार्थना पत्रों को उन्होंने अधिकारियों को हस्तगत करते हुए निर्देश दिया कि हर समस्या का निस्तारण त्वरित, गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिप्रद होना चाहिए।

पैसों की तंगी से नहीं रुकने दिया जाएगा इलाज

जनता दर्शन में गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक मदद की गुहार लेकर पहुंचे लोगों को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आश्वस्त किया कि पैसे की तंगी से किसी का भी इलाज नहीं रुकने दिया जाएगा। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया कि संबंधित मरीज के इलाज संबंधी इस्टीमेट की प्रक्रिया को पूर्ण कर इसे जल्द से जल्द शासन को उपलब्ध कराया जाए। इस्टीमेट मिलते ही इलाज के लिए धन अवमुक्त हो जाएगा। जनता दर्शन के दौरान कुछ महिलाओं संग पहुंचे उनके बच्चों को मुख्यमंत्री ने प्यार-दुलार और आशीर्वाद देते हुए चॉकलेट दिया।