UP News : ट्रैक्टर ट्राली पर पाबंदी के खिलाफ भाकियू करेगी आंदोलन

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Rakesh Tikait
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 11:51 AM
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UP News  : सिसौली (मुजफ्फरनगर)। भारतीय किसान यूनियन ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ट्रैक्टर-ट्राली पर पाबंदी लगाये जाने के खिलाफ 17 अक्टूबर को आंदोलन का ऐलान किया है। यह ऐलान भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किया है। भारतीय किसान यूनियन के संस्थापक और देश के प्रसिद्ध किसान नेता चौ. महेन्द्र सिंह टिकैत की जयंती पर एक बार फिर विपक्ष के नेताओं और किसानों ने अपनी एकजुटता का अहसास केन्द्र की सरकार को करा दिया है। किसानों के मसीहा चौ. महेन्द्र सिंह टिकैत की 87वीं जयंती पर उनके पैतृक गांव सिसौली में स्थित सिसौली भवन में  राजनीतिक दिग्गजों का जमावड़ा लगा।

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भाकियू के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान बारूद के ढेर पर बैठा है। किसानों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं होगा और सरकार के खिलाफ आंदोलन को और तेज किया जाएगा। जयंती के मौके पर पहुंचे राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि देश में  जो सियासी माहौल बन रहा है, उसमें सभी विपक्षी दलों व किसान संगठनों को भाजपा सरकार के खिलाफ एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि फौज की नौकरी मंे युवा उत्साह के साथ जाते थे और कई सालों तक मेहनत करते थे, लेकिन सरकार ने उसे भी खत्म करने का काम किया है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि आप पार्टी संसद से लेकर सड़क तक किसानों के साथ है। चौ. महेन्द्र सिंह टिकैत द्वारा किसानों के हक के लिए किये गये संघर्ष हमारे लिए प्रेरणा है और उनके विचार हमेशा जिंदा रहेंगे। जनजनायक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला ने कहा कि बाबा चौ. महेन्द्र सिंह टिकैत के मजबूत इरादों ने सरकार को झुका दिया था। सरकार को उनके दरवाजे पर नाक रगड़नी पड़ी थी। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता व प्रसिद्ध किसान नेता राकेश टिकैत भी केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने हमेशा किसानों के साथ धोखा किया है। तीन काले कृषि कानून वापस लेने के बाद सरकार ने वादा किया था कि एमएसपी लागू होगा, किसानों पर दर्ज मुकदमे खत्म होंगे तथा जिन किसानों की आंदोलन के दौरान मृत्यु हुई थी, उनके परिजनों को आर्थिक मदद मिलेगी, लेकिन लम्बा समय बीतने के बावजूद वादे पूरे नहीं हुए हैं। अब प्रदेश सरकार ने ट्रैक्टर ट्राली पर पाबंदी लगा दी है, जिसका भारतीय किसान यूनियन कड़ा विरोध करती है और 17 अक्टूबर को शामली में इसके विरोध में  आंदोलन किया जाएगा। सिसौली भवन में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों, राजनेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और किसानों ने स्व. चौ0 महेन्द्र सिंह टिकैत को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
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UP Political News : अकड़ से बात न कर पहलवान... मैं शहर का नहीं हूं, न ‘बनिए की औलाद’ हूं,

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Minister Dinesh Khatik
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userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 07:27 PM
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UP Political News : मेरठ। विवादों में रहना उनका शगल है। अपनी तुनकमिजाजी के कारण अक्सर चर्चाओं में रहने वाले यूपी की योगी सरकार में मंत्री दिनेश खटीक एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वे अपनी तुनकमिजाजी के लिए नहीं, बल्कि बदजुबानी के लिए निशाने पर हैं। शुक्रवार को उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे कह रहे हैं, ‘अकड़ से बात न कर पहलवान! मैं एमएलए बन गया, लेकिन गांव का ही हूं, शहर का नहीं हूं, न ‘बनिए की औलाद’ हूं।’ इस वीडियो के वायरल होने के बाद सियासी हलकों में विवाद छिड़ गया है। वैश्य समाज के लिए की गई अमर्यादित टिप्पणी पर लोग सवाल उठा रहे हैं।  

UP Political News :

सोशल मीडिया पर आज यानि 7 अक्टूबर की सुबह से ही एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में योगी के मंत्री दिनेश खटीक कुछ लोगों के बीच जमीन पर बैठे दिख रहे हैं। उनसे एक व्यक्ति कुछ सवाल कर रहा है। उसके सवाल पर दिनेश खटीक उत्तेजित हो जाते हैं और कहते हैं- ‘अकड़ से बात न कर पहलवान! मैं एमएलए बन गया, लेकिन गांव का ही हूं. शहर का नहीं हूं, न ‘बनिए की औलाद’ हूं।’ वैश्य समाज के लिए किए गए इस अमार्यादित टिप्पणी पर लोग सवाल उठा रहे हैं। लोगों का कहना है कि दूसरों को उपदेश देना आसान है, लेकिन उस पर मंत्री खुद अमल क्यों नहीं करते हैं। उत्तर प्रदेश के मेरठ के हस्तिनापुर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए दिनेश खटीक को दूसरी बार प्रदेश सरकार में मंत्री बनाया गया है। योगी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान 26 सितंबर 2021 को उन्हें जल शक्ति और बाढ़ नियंत्रण राज्य मंत्री बनाया गया था। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी उन्हें जल शक्ति राज्य मंत्री बनाया गया। हालांकि, इस बार सरकार के 100 दिन पूरे होने के बाद भी उनके काम का बंटवारा नहीं होने और अफसरों के रवैये से नाराज दलित समाज से आने वाले दिनेश खटीक ने अपना इस्तीफा सीएम योगी को दे दिया और दूसरी ओर, सीधे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को एक चिट्ठी लिख डाली। हालांकि सीएम ने उनके इस्तीफे को नामंजूर कर दिया था। हालांकि तब भी सवाल खड़े हुए थे कि क्या वे किसी के इशारे पर इस्तीफे की धमकी से लेकर दलित समाज की उपेक्षा के नाम पर राजनीति कर रहे हैं? उनके कारनामों पर सवाल कई हैं, लेकिन जवाब सिर्फ खटीक के पास है, लेकिन वह अपना स्टैंड बदलते रहते हैं। [video width="1440" height="1080" mp4="https://chetnamanch.com/wp-content/uploads/2022/10/video-blur-1.mp4"][/video] दरअसल, दिनेश खटीक का परिवार संघ से जुड़ा रहा है। वह खुद भी संघ के कार्यकर्ता हैं। ऐसे में वे सीधे पार्टी या नेता पर कोई हमला करने से परहेज करते हैं। उन्होंने अपनी नाराजगी से संबंधित पत्र केंद्रीय गृह मंत्री को लिखा। उसमें विस्तार से पूरे मामले को रखा है। दिनेश खटीक ने क्षेत्र में अपने कार्यों से अपनी पहचान बनाई है। प्राचीन नगरी में विकास के कई बड़े कार्य उन्होंने किए। उन्हें अपने काम और कामयाबी की अकड़ है, शायद इसीलिए बीते दिनों उन्होंने आमंत्रण के बावजूद सीएम योगी में भी जाने की जहमत नहीं उठाई। बता दें कि भूजल सप्ताह के समापन पर लखनऊ के लोक भवन में एक कार्यक्रम रखा गया था। सीएम योगी आदित्यनाथ इसमें मुख्य अतिथि बनाए गए थे। जल शक्ति विभाग के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और दोनों राज्य मंत्रियों दिनेश खटीक और रामकेश निषाद को भी बुलाया गया। उस कार्यक्रम का बहिष्कार कर वह मेरठ आ गए।
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UP News :  पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर धंस गई सड़क

Photo 3
Road collapsed on Purvanchal Expressway
locationभारत
userचेतना मंच
calendar07 Oct 2022 06:24 PM
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UP News : लखनऊ । लखनऊ से बलिया तक बने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण में एक बार फिर खामियां उजागर हुई हैं। इलाके में भारी बारिश के चलते पूर्वांचल एक्सप्रेसवे एक स्थान पर धंस गया है। सड़क धंस जाने से हलियापुर क्षेत्र में करीब 15 फीट का गढ्ढा बन गया। गढ्ढे में लखनऊ की ओर जा रही कार घुस गई। पीछे आ रही कई गाडिय़ां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। कार सवार लोगों को मामूली चोटें आईं हैं। पुलिस और यूपीडा ने राहत कार्य शुरू कर दिया है। इस बीच एक्सप्रेसवे पर आ रहे वाहनों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है। करीब 12 घंटे बाद पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर हलियापुर के पास आवागमन बहाल हुआ। अब छोटी गाडिय़ों को पास कराया जा रहा। बड़े वाहनों पर अभी भी रोक लगी है। मिट्टी डालकर मशीन व रोलर से गड्ढे को भरा गया है। हालांकि बरसात के कारण डामर नहीं डाला गया। ज्ञात हो कि बीते साल नवंबर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लखनऊ से बलिया तक बने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया था। एक वर्ष के भीतर हुए गढ्ढे ने निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब हलियापुर थाने के 83वें किलोमीटर पर सड़क धंसी है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे नौ जिलों लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुलतानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़ , मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरता है। यह चंद सराय गांव, लखनऊ जिले से शुरू होता है और हैदरिया गांव, एनएच-31, गाजीपुर जिले में समाप्त होता है। 341 किमी लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को बनाने में 22,497 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस पर टोल टैक्स भी वसूला जा रहा है।