सीएम योगी ने मक्का मदीना और महाकुंभ का अंतर बताया, सनातन विराधियों पर निशाना

Yogi sadan
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calendar02 Dec 2025 04:43 AM
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UP News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान महाकुंभ और मक्का-मदीना की तीर्थयात्राओं के बीच महत्वपूर्ण अंतर पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि महाकुंभ मेला, जो हर 12 वर्ष में प्रयागराज में आयोजित होता है, अपनी विशालता और श्रद्धालुओं की संख्या के लिए विश्वविख्यात है। मुख्यमंत्री ने बताया कि महाकुंभ के दौरान 45 दिनों में लगभग 64 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान करते हैं, जबकि मक्का-मदीना में 24 दिनों में लगभग 1.4 करोड़ लोग हज यात्रा में शामिल होते हैं। यह तुलना महाकुंभ की अद्वितीयता और उसकी विशालता को दर्शाती है।

यूपी में कठमुल्लापन की शिक्षा नीति को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा

इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश में कठमुल्लापन की शिक्षा नीति को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बच्चों को आधुनिक और वैज्ञानिक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे वे मुल्ला-मौलवी बनने के बजाय समाज के प्रगतिशील नागरिक बन सकें। इस दृष्टिकोण का उद्देश्य राज्य में समावेशी और प्रगतिशील शिक्षा प्रणाली को स्थापित करना है। जो सभी धर्मों के बच्चों को समान शिक्षा और रोजी रोजगार के अवसर देगा।

महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में हुए विकास कार्यों पर प्रकाश डाला

मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में हुए विकास कार्यों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस अवधि में 200 से अधिक सड़कों का निर्माण, सिंगल लेन सड़कों को दो लेन और चार लेन में परिवर्तित करना, और 14 फ्लाईओवर का निर्माण किया गया। इन विकास कार्यों ने न केवल महाकुंभ के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि क्षेत्र की आधारभूत संरचना को भी सुदृढ़ किया। UP News

महाकुंभ के दौरान 28,000 से अधिक लापता लोग अपने परिवारों से मिले

मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के दौरान फैलाई गई अफवाहों और दुष्प्रचार का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि कुछ तत्वों ने महाकुंभ के आयोजन को बदनाम करने का प्रयास किया, लेकिन वास्तविकता में यह आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के दौरान 28,000 से अधिक लापता लोग अपने परिवारों से पुन: मिल सके, जो आयोजन की उत्कृष्ट व्यवस्था का प्रमाण है। यह व्यवस्था का उत्कृष्ट उदाहरण है। अंतत:, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ की भव्यता, राज्य में शिक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता, और आयोजन के दौरान किए गए विकास कार्यों को रेखांकित किया, जिससे उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को सुदृढ़ किया जा सके। UP News

यूपी में जल्द ही पुलिस में 30000 नई भर्तियां की जाएंगी, महिलाओं को आरक्षण

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यूपी में जल्द ही पुलिस में 30000 नई भर्तियां की जाएंगी, महिलाओं को आरक्षण

Yogi pulice
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 02:54 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान घोषणा की कि प्रदेश में जल्द ही 30,000 नई पुलिस भर्तियाँ की जाएंगी। उन्होंने बताया कि 2017 से अब तक पुलिस विभाग में 1,56,000 पदों पर नियुक्तियाँ की गई हैं, और वर्तमान में 60,200 पुलिस कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि मिशन शक्ति के तहत पुलिस भर्ती में महिलाओं को 20% आरक्षण प्रदान किया गया है।

योगी ने कहा-सरकार कानून के राज को स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध

इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था में सुधार का दावा करते हुए बताया कि 2016 की तुलना में वर्तमान में डकैती, लूट, हत्या, बलवा, फिरौती के लिए अपहरण, दहेज हत्या, और बलात्कार जैसी घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पुलिस की सख्त कार्रवाई से कुछ लोगों को आपत्ति हो रही है, लेकिन सरकार कानून के राज को स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

प्रदेश में 56 लाख गरीबों के लिए आवास बनाए गए

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी द्वारा लागू की गई योजनाओं को सपा सरकार ने पहले ढाई वर्षों में प्रदेश में लागू नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि 2017 के बाद से प्रदेश में 56 लाख गरीबों के लिए आवास बनाए गए हैं, और पौने तीन करोड़ परिवारों को शौचालय की सुविधा प्रदान की गई है। इस तरह जब से योगी की सरकार आई है लगातार गरीब आवास योजना की संख्या में इजाफा ही हुआ है।

प्रदेश की जीडीपी में बढ़ोतरी हुई

प्रदेश की आर्थिक प्रगति पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि 2016-17 में प्रति व्यक्ति आय 48,520 थी, जो 2023-24 में बढ़कर 93,514 हो गई है। साथ ही, प्रदेश की जीडीपी 2016-17 में 12.82 लाख करोड़ से बढ़कर 2023-24 में 25.48 लाख करोड़ हो गई है, और चालू वित्तीय वर्ष में यह 30 लाख करोड़ तक पहुँचने की उम्मीद है। इन घोषणाओं और आंकड़ों से स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश सरकार राज्य की कानून-व्यवस्था और आर्थिक विकास में सुधार के लिए सक्रिय प्रयास कर रही है। UP News

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आज़म ख़ान के बेटे अब्दुला को मिली जमानत, 17 महीने बाद हुआ जेल से रिहा

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:30 AM
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उत्तर प्रदेश न्यूज: उत्तर प्रदेश राज्य के सपा नेता आज़म खान को एक बड़ी राहत मिली है। उनका बेटा अब्दुल्ला 17 महीने बाद जेल से रिहा हो गया है। जानकारी के लिए बता दे आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आज़म खान, जो कि उत्तर प्रदेश राज्य में सपा पार्टी के पूर्व विधायक रह चुके है, को 17 महीने पहले धोखाधड़ी के मामले में हरदोई जेल में बंद किया गया था। अब कोर्ट ने उनकी जमानत मंजूर कर ली है और पूरे 17 महीने बाद उन्हें जेल से रिहाई मिली है।

2 जन्म प्रमाण पत्र मामले में अब्दुला आजम खान को हुई थी जेल

गौरतलब है अब्दुल्ला आजम खान को दो जन्म प्रमाण पत्र पेश करने के मामले में, धोखाधड़ी का मुकदमा लगाते हुए अक्टूबर 2023 में कोर्ट द्वारा 7 साल की सजा सुनाई गई थी। जिसके उपरांत अब्दुल्ला आजम को न्यायिक अभिरक्षा में लेते हुए रामपुर जिला जेल भेज दिया था। इनके अलावा पिता आजम खान और मां तजीन फात्मा को भी जेल भेजा गया था। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आजम खान को सीतापुर जेल और अब्दुल्ला आजम खान को हरदोई जेल में डाला गया था। तब से ये दोनों जेल में ही बंद थे, हालांकि इनकी मां तजीन फात्मा को जमानत मिल गई थी। अब पूरे 17 महीने बाद अब्दुल्ला की भी जमानत की अर्जी मंजूर हो गई है। अब्दुल्ला के वकील नासिर सुल्तान ने बताया कि जमानत की अर्जी कुछ दिन पहले ही मंजूर हो गई थी लेकिन कुछ कार्यवाही करना बाकी था, जिसकी प्रक्रिया में थोड़ा टाइम लग गया। सोमवार को रिहाई परवाना जारी हुआ, जिसके बाद मंगलवार को कुछ शर्तों के साथ अब्दुल्ला को रिहाई मिल गई।

देश से बाहर नहीं जा सकते अब्दुल्ला:

सपा के पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम खान जेल से बाहर भले ही आ गए हैं, लेकिन उन्हें कुछ शर्तों का पालन करना पड़ेगा। शर्तों के मुताबिक अब्दुल्ला आजम खान जमानत अवधि के दौरान बिना अनुमति के देश के बाहर नहीं जा सकते। न्यायालय की तिथि पर हमेशा मौजूद रहेंगे। गवाहों के साथ कोई छेड़छाड़ न करने की भी हिदायत दी गई है। पूर्व क्रिकेटर के विवादास्पद बयान से उठा बवाल, जानें कौन है वो