Adani Group: अडाणी समूह अपने कारोबार में बड़ा बदलाव, जानें क्या है योजना

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calendar22 Jan 2023 07:52 PM
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Adani Group: नयी दिल्ली। अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी के अडाणी समूह की योजना 2025 से 2028 के बीच निवेश का एक निश्चित स्तर हासिल करने के बाद हाइड्रोजन, हवाई अड्डा और डाटा केंद्र जैसे कारोबार को अलग करने की है। समूह के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) जुगशिंदर सिंह ने यह जानकारी दी।

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अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) के जरिये 20,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रही अडानी एंटरप्राइजेज (एईएल) समूह के लिए कारोबार ‘इनक्यूबेटर’ है। हाल के बरसों में बंदरगाह, बिजली और शहर गैस जैसे कारोबार को एईएल में शामिल किया गया। बाद में इन्हें सूचीबद्ध इकाई के रूप में अलग कर दिया गया। एईएल के पास वर्तमान में हाइड्रोजन जैसा नया कारोबार है। समूह की योजना अगले 10 साल में इसकी मूल्य श्रृंखला, तेजी से बढ़ते हवाई अड्डा क्षेत्र परिचालन, खनन, डाटा केंद्र, सड़क और लॉजिस्टिक्स में 50 अरब डॉलर का निवेश करने की है। सिंह ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘अलग करने से पहले इन कारोबार क्षेत्रों को बुनियादी निवेश स्तर और परिपक्वता हासिल करनी होगी।’’ समूह हाइड्रोजन के सबसे कम लागत वाले उत्पादकों में से एक बनना चाहता है। हाइड्रोजन को भविष्य का ईंधन माना जा रहा है जिसमें कॉर्बन उत्सर्जन शून्य होता है। इसके अलावा समूह हवाई अड्डा क्षेत्र पर भी बड़ा दांव लगा रहा है। आने वाले वर्षों में समूह का इरादा सरकारी सेवाओं से बाहर देश में सबसे बड़ा सेवा आधार बनाने का है। गौतम अडाणी (60) ने एक व्यापारी के रूप में शुरुआत की थी। उन्होंने बड़ी तेजी से बंदरगाह और कोयला खनन पर केंद्रित अपने साम्राज्य का विस्तार किया और आज वह हवाई अड्डा, डाटा केंद्र और सीमेंट के साथ-साथ हरित ऊर्जा क्षेत्र में भी उतर चुके हैं। अडाणी अब एक मीडिया कंपनी के मालिक भी हैं। सिंह ने कहा कि अनुवर्ती शेयर बिक्री का उद्देश्य अधिक खुदरा, उच्च नेटवर्थ और संस्थागत निवेशकों को लाकर शेयरधारक आधार को व्यापक करना है। एईएल एफपीओ से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल हाइड्रोजन परियोजनाओं के वित्तपोषण, हवाई अड्डा सुविधाओं के विस्तार और नए एक्सप्रेसवे के निर्माण पर करेगी। इससे वह अपने कर्ज के बोझ को भी कुछ कम कर सकेगी। कंपनी का एफपीओ 27 जनवरी को खुलकर 31 जनवरी को बंद होगा। कंपनी एफपीओ के तहत शेयरों की बिक्री 3,112 से 3,276 रुपये प्रति शेयर के मूल्य दायरे में करेगी।

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Global Investors Summit : यूपी में उद्योग के लिए माहौल बेहतर, निवेश हासिल करने के मजबूत अवसर : एसोचैम

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Better environment for industry in UP, strong opportunities to get investment: Assocham
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calendar01 Dec 2025 10:28 PM
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले महीने वैश्विक निवेशक सम्मेलन (ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट) के आयोजन को लेकर जोरदार तैयारियां की जा रही हैं। इस बीच, उद्योग मंडल एसोचैम का कहना है कि इस राज्य में उद्योग लगाने के लिए माहौल पहले के मुकाबले कहीं बेहतर है और प्रदेश के पास निवेश हासिल करने के सबसे मजबूत अवसर हैं। एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने कहा कि सरकार अब खुद ही उद्योगों की तरफ कदम बढ़ाते हुए उन्हें निवेश के अवसर दिखाने की कोशिश कर रही है। इससे न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत की अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।

Global Investors Summit in Lucknow

एसोचैम द्वारा 20-21 जनवरी को 'पर्यावरण सुरक्षा और हरित ऊर्जा अनुकूल अभियान' (जैम) के तहत आयोजित दो दिन के सम्मेलन के मौके पर लखनऊ पहुंचे सूद ने बातचीत में 10-12 फरवरी को लखनऊ में आयोजित होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन की सफलता की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर कहा कि जहां तक उत्तर प्रदेश का सवाल है तो उसके पास निवेश हासिल करने के बहुत मजबूत अवसर हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। अन्य राज्यों से इसका संपर्क बहुत अच्छा है। अब प्रदेश को लेकर कारोबारियों का अनुभव भी बेहद उत्साहजनक हैं। अगर कोई व्यक्ति कहीं निवेश करना चाहता है, तो वह एक मजबूत तथा स्थायी नीति और बेहतर कानून-व्यवस्था को ही कसौटी मानता है। अब उत्तर प्रदेश में ये दोनों चीजें बेहद सकारात्मक हैं, जो पहले नहीं हुआ करती थीं। सूद ने कहा कि हाल ही में एसोचैम के कई सदस्यों ने उत्तर प्रदेश में निवेश किया है और उनके अनुभव बहुत अच्छा संदेश देते हैं।

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उन्होंने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में स्थापित डाटा सेंटर का जिक्र करते हुए कहा कि देश के सबसे बड़े केंद्रों में गिना जाने वाला यह केंद्र आश्चर्यजनक रूप से बहुत जल्द बनकर तैयार हो गया। सरकार प्रदेश में उद्योगों को जिस तरह बढ़ावा दे रही है, उसके लिए वह बधाई की पात्र है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में औद्योगिक विकास की दिशा में जो काम हो रहा है, वह बेहद उत्साहजनक है।

Global Investors Summit

उत्तर प्रदेश को एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सरकार के लक्ष्य के बारे में पूछे जाने पर सूद ने कहा कि यह बहुत बड़ा लक्ष्य है, लेकिन अगर वाहन, हार्डवेयर और इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर जैसे क्षेत्रों में क्षमता का निर्माण कर लिया जाए, तो प्रदेश में अनंत संभावनाएं इंतजार कर रही हैं। उन्होंने कहा कि 1,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करने के लिए छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करने पड़ेंगे। पहले 500 अरब डॉलर का लक्ष्य हासिल करना होगा। उसके बाद 700 अरब और फिर 1,000 अरब डॉलर तक पहुंचने का लक्ष्य हासिल किया जाए। मगर 1,000 अरब डॉलर अंतिम लक्ष्य अंतिम नहीं होना चाहिए, बल्कि उत्तर प्रदेश को उसके आगे भी सोचना होगा।

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सूद ने कहा कि दरअसल, एक सतत पाइपलाइन की जरूरत है। इसके लिए जमीन की उपलब्धता, मूलभूत अवसंरचना, पानी तथा पर्यावरणीय स्वीकृतियां, श्रम शक्ति का उन्नयन और बाजार का विकास करना होगा। कुल मिलाकर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ानी होगी। यह सब चीजें होती हैं, जिन पर सरकार रूपरेखा बनाकर काम करेगी। मुझे उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश 1,000 अरब डॉलर अर्थव्यवस्था बनने की स्थिति में है। निवेश समझौतों को जमीन पर उतारे जाने में विलंब के सवाल पर एसोचैम महासचिव ने कहा कि किसी निवेश समझौते को लेकर बहुत सारी बातें होती हैं। कोई जरूरी नहीं है कि कोई एक समझौता एक ही साल के अंदर जमीन पर उतार दिया जाए। कई निवेश होते हैं, जिन पर अमलीजामा पहनाने में वक्त लगता है। वैश्विक निवेशक सम्मेलन में एसोचैम की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर संगठन के महासचिव ने कहा कि हमारे सभी सदस्य इस समिट में भाग लेंगे। यह जाहिर है कि सरकार को निवेश चाहिए, मगर एक कारोबारी को अवसरों की तलाश रहती है। हम उद्यमियों तक पहुंच बनाने में सरकार की मदद करते हैं। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार 15 लाख करोड़ रुपये के निवेश के लक्ष्य के साथ अगले महीने 10 से 12 फरवरी तक राजधानी लखनऊ में ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ का आयोजन कर रही है। इसके लिए तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं। मुख्यमंत्री खुद इन तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। इस निवेशक सम्मेलन को प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिहाज से मील का पत्थर बनाने की कोशिश की जा रही है। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida
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Stock Market: शेयर बाजार में होता रहा बदलाव, इन शेयर्स से निवेशकों को लगा झटका

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 05:37 PM
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शेयर बाजार में आखरी दिन गिरने के बाद बन्द हो गया था। बाजार में 236 अंक कम होने के बाद 60621 पर पहुंचकर कारोबार हो गया था। सेंसेक्स के कुछ शेयर्स में गिरावट देखने को मिली है। वहीं लगातार उतार- चढ़ाव की वजह से होने से निवेशकों को नुकसान हुआ है। वहीं हफ्ते के आखरी दिन हिन्दुस्तान यूनिलिवर को सबसे अधिक नुकसान हो गया था। अडाणी एंटरप्राइजेज के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर की बात करें तो 27 जनवरी को सब्सक्रिप्शन को लेकर खुलने जा रहा है। इस FPO को 31 जनवरी तक सब्सक्राइब कर फायदा लिया जा सकता है। वहीं एंकर निवेशक 25 जनवरी को बोली लगाया जा सकता है।

इस हफ्ते इन शेयर्स में हुई उछाल

इस बार बात की जाए तो HCL, टेक महिंद्रा, Infosys, कोल इंडिया पाॅवर ग्रिड, HDFC Bank, टाटा मोटर्स, अडाणी इंटरप्राजेज में बढ़त हुई है।

इन शेयर्स में हुई गिरावट

हफ्ते के दौरान कुछ (Stock Market) शेयर्स में गिरावट देखी गई है। इसमें अडाणी एंटरप्राइजेज, एशियल पेंट्स, टाटा मोटर्स, इंडसइंड बैंक, अडाणी पोर्ट्स, कोटक बैंक, HUL, , Bajaj Finance, Hdfc Life और हिन्दुस्तान यूनिलीवर में गिरावट हुई है। इन दिनों सोने की चमक बढ़ना शुरु हो गई है। और इसका नतीजा है कुछ बदलाव होना शुरु हो गया है। आज सोमवार को सोने ने फिर नया ऑल टाइम हाई बना दिया है। 16 जनवरी को सर्राफा बाजार में सोना 56 हजार 883 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच चुका है। वहीं देखा जाए तो 13 जनवरी को सोने ने पिछला हाई बना दिया गया था।

रुपया 23 पैसे चढ़ने के बाद हो गया बन्द

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 23 पैसे चढ़ने के बाद 81.12 के स्तर पर पहुंचकर क्लोज हो गया था। इससे पिछले सत्र में यह 81.35 के स्तर पर पहुंचकर बन्द हुआ था। इसके उतार-चढ़ाव से लगातार रुपये की वैल्यू में बदलाव हो रहा है।