Meta Layoffs : क्या संकट में है फेसबुक, फिर से गहराया नौकरी का संकट.

Uttrakhand लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तराखंड की पांचों सीटें फिर भाजपा के हिस्से आएंगी : धामी
Meta Layoffs :
आखिर क्यों है यह चिंता का विषय. द वाल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक मेटा कंपनी एक बड़े स्तर पर कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है. जाहिर तौर पर अगर मेटा कंपनी कर्मचारियों की छंटनी करती है तो इसका सीधा असर फेसबुक में चल रहें प्रोजेक्ट पर भी पड़ेगा तथा वित्तीय बाजार में भी एक संकट का माहौल उत्पन्न हो जाएगा जिससे कही न कही दिग्गज कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों में भी असुरक्षा का माहौल उत्पन्न हो जाएगा.US News : ट्रंप के विनियमन नीतियों को पलटने के लिए कांग्रेस को एकजुट होने की जरूरत : रो खन्ना
क्या यह आथिर्क संकट का इशारा है. दो साल पहले ही मेटा ने 21000 कर्मचारियों को काम पर रखा था तथा उसके साल भर बाद ही उसने कंपनी में तेरह प्रतिशत की छंटनी कर दी और अब फिर से एक बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है. मेटा के इस फैसले का असर वित्तीय बाजार पर पड़ने वाला है. दरअसल कोविड के बाद से अधिकांश बड़ी कंपनिया वर्क फोर्म होम को अपना रही है इससे उनका वित्तीय खर्च भी कम हुआ है ऐसे में देखने वाली बात यह है की इस प्रकार की छंटनी बार-बार करने से मेटा अपनी वित्तीय स्थिती को कैसे मजबूत करती है. नीलाभ प्रकाशअगली खबर पढ़ें
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Meta Layoffs :
आखिर क्यों है यह चिंता का विषय. द वाल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक मेटा कंपनी एक बड़े स्तर पर कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है. जाहिर तौर पर अगर मेटा कंपनी कर्मचारियों की छंटनी करती है तो इसका सीधा असर फेसबुक में चल रहें प्रोजेक्ट पर भी पड़ेगा तथा वित्तीय बाजार में भी एक संकट का माहौल उत्पन्न हो जाएगा जिससे कही न कही दिग्गज कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों में भी असुरक्षा का माहौल उत्पन्न हो जाएगा.US News : ट्रंप के विनियमन नीतियों को पलटने के लिए कांग्रेस को एकजुट होने की जरूरत : रो खन्ना
क्या यह आथिर्क संकट का इशारा है. दो साल पहले ही मेटा ने 21000 कर्मचारियों को काम पर रखा था तथा उसके साल भर बाद ही उसने कंपनी में तेरह प्रतिशत की छंटनी कर दी और अब फिर से एक बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है. मेटा के इस फैसले का असर वित्तीय बाजार पर पड़ने वाला है. दरअसल कोविड के बाद से अधिकांश बड़ी कंपनिया वर्क फोर्म होम को अपना रही है इससे उनका वित्तीय खर्च भी कम हुआ है ऐसे में देखने वाली बात यह है की इस प्रकार की छंटनी बार-बार करने से मेटा अपनी वित्तीय स्थिती को कैसे मजबूत करती है. नीलाभ प्रकाशसंबंधित खबरें
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