World Tourism Day 2025: दुबई जाने से पहले ध्यान में रखें ये 10 अहम बातें

World Tourism Day 2025: दुबई जाने से पहले ध्यान में रखें ये 10 अहम बातें
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userचेतना मंच
calendar27 Sep 2025 10:55 AM
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दुबई… नाम सुनते ही बुर्ज खलीफा की चमक-धमक और शानदार शॉपिंग मॉल्स की तस्वीर दिमाग में आ जाती है। दुनिया के सबसे लोकप्रिय टूरिस्ट डेस्टिनेशन में से एक दुबई हर साल लाखों यात्रियों को अपनी ओर खींचता है। अगर आप भी इस साल दुबई ट्रिप प्लान कर रहे हैं, तो वर्ल्ड टूरिज्म डे 2025 के मौके पर जान लें वो जरूरी बातें जो आपकी यात्रा को सुरक्षित और यादगार बना सकती हैं। हर साल 27 सितंबर को मनाया जाने वाला वर्ल्ड टूरिज्म डे केवल घूमने की खुशी तक सीमित नहीं है।  इसका उद्देश्य है लोगों को यह समझाना कि पर्यटन आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक दृष्टि से भी क्यों महत्वपूर्ण है।    World Tourism Day 2025

टूरिज्म न केवल देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान बढ़ाता है, बल्कि यह स्थानीय लोगों को रोजगार और अर्थव्यवस्था को मजबूती भी देता है। आज के समय में सस्टेनेबल टूरिज्म यानी जिम्मेदार यात्रा का महत्व और बढ़ गया है। इसका मतलब है पर्यावरण और संस्कृति का सम्मान करना, स्थानीय लोगों की मदद करना और यात्रा के दौरान नियमों का पालन करना। अगर आप दुबई जाने का प्लान कर रहे हैं, तो ध्यान दें ये 10 अहम बातें।    World Tourism Day 2025

1. पब्लिक बिहेवियर

अगर आप दुबई में अपने लव पार्टनर के साथ हैं, तो पब्लिक में थोड़ी सतर्कता बेहद जरूरी है। हाथ पकड़ना, गले लगना या किस करना जैसी नज़दीकी एक्टिविटी यहाँ सार्वजनिक तौर पर “पब्लिक डिस्प्ले ऑफ अफेक्शन” मानी जाती है और कानूनी परेशानी में डाल सकती है। हां, सही सुना आपने—यहाँ पब्लिक में डांस करना या गाना भी नियमों के उल्लंघन में शामिल हो सकता है और जुर्माना भी लग सकता है। इसलिए रोमांस की गर्माहट को सिर्फ निजी जगह तक सीमित रखें और अपनी दुबई यात्रा को बिना तनाव के एंजॉय करें।

2. होटल चेक-इन

अगर आप सोलो ट्रिप पर हैं तो कोई दिक्कत नहीं, लेकिन पार्टनर के साथ दुबई जा रहे हैं तो थोड़ा सावधान रहें। दुबई के कई होटल्स में अनमैरिड कपल्स को एक ही कमरे में ठहरने की अनुमति नहीं होती। इसलिए चेक-इन के वक्त अप्रत्याशित झटका लग सकता है। अपनी यात्रा को आरामदायक बनाने के लिए पहले से होटल की पॉलिसी जरूर चेक कर लें और रोमांच के साथ-साथ सुरक्षा का भी ख्याल रखें।

3. पहनावे का ध्यान

दुबई भले ही ग्लैमर और मॉडर्निटी की मिसाल लगे, लेकिन पब्लिक में कपड़ों का स्टाइल यहां के कल्चर का अहम हिस्सा है। पब्लिक जगहों पर बहुत खुले या अशोभनीय कपड़े पहनना कानूनी और सामाजिक दोनों नजरिए से मना है। इसलिए फैशन का मज़ा लें, लेकिन सम्मान और शालीनता के साथ—यानी स्टाइलिश बनें, लेकिन नियमों का उल्लंघन न करें।

4. दवाओं का नियम

दुबई में ड्रग्स को लेकर कानून बेहद कड़ा है, और सिर्फ़ यही नहीं भारत से ले जाने वाली कुछ सामान्य दवाएं भी वहां प्रतिबंधित हैं। इसलिए यात्रा से पहले पूरी जानकारी लेना बेहद जरूरी है। छोटा सा चूक भी आपकी ट्रिप को बड़ा झटका दे सकता है। सुरक्षित और बेफिक्र यात्रा के लिए, दवाओं की लिस्ट और नियमों की जांच पहले से कर लें।

5. अल्कोहल और स्मोकिंग

दुबई में शराब पीने का मज़ा लेना है तो थोड़ी समझदारी जरूरी है। यहां केवल लाइसेंसधारी होटल या क्लब ही अल्कोहोल सर्व कर सकते हैं। सार्वजनिक जगहों पर शराब पीना या किसी भी तरह का नशा करना कानून का उल्लंघन माना जाता है और भारी जुर्माना या कानूनी परेशानी हो सकती है।

6. फोटोग्राफी के नियम

दुबई की खूबसूरती कैमरे में कैद करना तो दिल चाहता है, लेकिन थोड़ा सतर्क रहें। सैन्य क्षेत्रों, सरकारी इमारतों और पब्लिक स्पेस की फोटो लेना यहां मना है। साथ ही, निजी लोगों की प्राइवेसी का भी पूरा ध्यान रखें। याद रखिए, सही जगह पर क्लिक करें और अपनी यादें सुरक्षित बनाएं—वरना एक फोटो आपकी ट्रिप को मुसीबत में डाल सकती है।

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7. पासपोर्ट और वीजा

दुबई की यात्रा प्लान कर रहे हैं? तो सबसे पहले अपने पासपोर्ट की वैधता चेक कर लें—कम से कम 6 महीने का वैध पासपोर्ट होना जरूरी है। साथ ही, भारतीय नागरिकों के लिए दुबई वीज़ा लेना अनिवार्य है, और इसे हमेशा आधिकारिक चैनल से ही बनवाएं। याद रखिए, सही दस्तावेज़ के बिना आपकी ग्लैमरस ट्रिप का सपना आधा रह सकता है।

8. वापसी टिकट

दुबई पहुंचते ही सिर्फ पासपोर्ट और वीज़ा ही नहीं, बल्कि अपना रिटर्न टिकट भी दिखाना होगा। यानी आपकी वापसी की योजना पहले से पक्की होनी चाहिए। ये छोटा सा ध्यान आपकी यात्रा को आरामदायक और झंझट-मुक्त बना सकता है। बिना टिकट, आपका स्वागत थोड़ी मुश्किल हो सकता है, तो हमेशा तैयारी के साथ जाएँ।

9. फाइनेंशियल प्रूफ

दुबई की ट्रिप का मजा लेने के लिए ये जरूरी है कि आपके पास खर्च उठाने के पर्याप्त पैसे हों। यहां पहुंचते वक्त आपको अपने फाइनेंशियल प्रूफ को दिखाना होगा, ताकि यह साबित हो सके कि आप अपनी यात्रा के दौरान खुद का खर्चा आसानी से संभाल सकते हैं। यानी, पैसों की तैयारी के बिना दुबई की चमक-धमक का मज़ा अधूरा रह सकता है।  World Tourism Day 2025

10. ठहरने की जानकारी

दुबई में ठहरने की प्लानिंग से ही आपकी ट्रिप की शुरुआत स्मार्ट बनती है। आपको यह स्पष्ट करना होगा कि आप कहाँ ठहरेंगे—क्या किसी रिश्तेदार के पास या किसी होटल में। ये जानकारी अधिकारी देख सकते हैं, इसलिए पहले से सब तय कर लें, ताकि आपकी यात्रा बिना किसी झंझट और पूरी तरह आरामदायक हो।    World Tourism Day 2025

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अमेरिका में दवा भेजने वाली इन 5 भारतीय कंपनियों पर बड़ा संकट

अमेरिका में दवा भेजने वाली इन 5 भारतीय कंपनियों पर बड़ा संकट
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userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:47 AM
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दुनिया के सामने अपनी ‘टैरिफ वॉर’ नीति को स्पष्ट कर दिया है। इस बार उनका निशाना फार्मास्युटिकल सेक्टर है। ट्रंप ने ऐलान किया है कि 1 अक्टूबर 2025 से अमेरिका में बनने वाली दवाओं को छोड़कर बाकी सभी ब्रांडेड और पेटेंटेड दवाओं पर 100% टैरिफ लगाया जाएगा। इससे भारत की फार्मा इंडस्ट्री खासकर वे कंपनियां जो अमेरिका को दवाएं सप्लाई करती हैं गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती हैं। Trump Pharma Tariff 2025

अमेरिका पर टिकी हैं भारत की ये 5 फार्मा कंपनियां

भारत की फार्मा इंडस्ट्री दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इंडस्ट्री है (वॉल्यूम के हिसाब से) और अमेरिका इस इंडस्ट्री का सबसे बड़ा बाजार है। भारत का कुल फार्मा निर्यात 30 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जिसमें से अकेले अमेरिका को 8.7 अरब डॉलर की दवाएं भेजी जाती हैं। भारत की जिन कंपनियों को ट्रंप के टैरिफ से सबसे बड़ा झटका लग सकता है उनमें डॉ. रेड्डीज लैब्स, सन फार्मा, जाइडस लाइफसाइंसेज, ग्लैंड फार्मा और औरोबिंदो फार्मा शामिल हैं। इन कंपनियों की 30% से 50% तक की कमाई अमेरिका के बाजार से होती है जो अब खतरे में पड़ सकती है।

ट्रंप का साफ अल्टीमेटम

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर यह घोषणा की कि 1 अक्टूबर 2025 से सभी ब्रांडेड या पेटेंटेड दवाओं पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा, अगर उनकी मैन्युफैक्चरिंग अमेरिका में नहीं हो रही या निर्माण की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। इसका मतलब है कि भारत की जिन कंपनियों के अमेरिका में प्रोडक्शन प्लांट्स नहीं हैं, उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। हालांकि, जो कंपनियां पहले से अमेरिका में निवेश कर रही हैं वे इस नियम से बाहर रहेंगी।

दवा निर्यात में भारत की स्थिति

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का फार्मा निर्यात 30 अरब डॉलर तक पहुंचा। केवल अगस्त 2025 में ही 2.51 अरब डॉलर की दवाएं एक्सपोर्ट की गईं जो पिछले साल की तुलना में 6.94% अधिक है। अमेरिका इस निर्यात का सबसे बड़ा भागीदार है इसलिए टैरिफ का असर सीधे भारत की एक्सपोर्ट ग्रोथ पर पड़ेगा।

सरकार की तैयारी और योजनाएं

भारत सरकार ने फार्मा इंडस्ट्री को मजबूती देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। PLI स्कीम के तहत सरकार ने 15,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है जिससे कैंसर और डायबिटीज जैसी बीमारियों की दवाएं बनाने वाले 55 प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। वहीं SPI स्कीम के तहत 500 करोड़ रुपये का फंड छोटे और मझोले उद्यमों को प्रतिस्पर्धी बनाने और लैब्स को आधुनिक करने के लिए दिया जा रहा है। हालांकि, इन योजनाओं के असर दिखने में समय लगेगा।

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टैरिफ की लिस्ट में और भी कई उत्पाद

फार्मा सेक्टर के अलावा ट्रंप ने घरेलू उत्पादों पर भी टैरिफ बढ़ाने की घोषणा की है। किचन कैबिनेट्स और बाथरूम वैनिटी पर 50% टैरिफ, असबाबदार फर्नीचर पर 30% टैरिफ। इन फैसलों से साफ है कि ट्रंप अपने चुनावी एजेंडे के तहत घरेलू निर्माण को बढ़ावा देने के लिए आक्रामक टैरिफ पॉलिसी अपना रहे हैं जिसका असर भारत जैसे साझेदार देशों पर पड़ना तय है। Trump Pharma Tariff 2025
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साइबर फ्रॉड पर अंतरराष्ट्रीय जीत, 40 देशों में 439 मिलियन डॉलर बरामद

साइबर फ्रॉड पर अंतरराष्ट्रीय जीत, 40 देशों में 439 मिलियन डॉलर बरामद
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userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 08:11 PM
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इंटरपोल ने वैश्विक स्तर पर साइबर अपराधियों के खिलाफ एक जबरदस्त कार्रवाई करते हुए Operation HAECHI VI के तहत 40 देशों के साथ मिलकर करीब 439 मिलियन डॉलर (लगभग 3,700 करोड़ रुपये) की राशि बरामद की है। इस बड़े ऑपरेशन में 68,000 से अधिक बैंक खातों को ब्लॉक किया गया वहीं लगभग 400 क्रिप्टो वॉलेट भी फ्रीज किए गए हैं। Operation HAECHI अप्रैल से अगस्त 2025 तक चले इस ऑपरेशन में कुल 342 मिलियन डॉलर सरकारी धन और 97 मिलियन डॉलर नकद व वर्चुअल संपत्ति बरामद की गई है। इसके साथ ही संदिग्ध अवैध कमाई के 16 मिलियन डॉलर क्रिप्टो वॉलेट से जब्त किए गए हैं।

7 प्रकार के साइबर फ्रॉड पर निगरानी

Operation HAECHI VI का मुख्य लक्ष्य सात प्रमुख प्रकार के साइबर फ्रॉड थे जिनमें वॉइस फिशिंग, रोमांस स्कैम, ऑनलाइन सेक्सटॉर्शन, निवेश धोखाधड़ी, अवैध ऑनलाइन जुआ से मनी लॉन्ड्रिंग, बिजनेस ईमेल कॉम्प्रोमाइज, ई-कॉमर्स फ्रॉड शामिल हैं।

कहीं-कहीं से हुई जबरदस्त कार्रवाई

इस ऑपरेशन के दौरान विभिन्न देशों में कई महत्वपूर्ण छापेमारी और गिरफ्तारी हुई। फिलीपींस में POGO से जुड़े मामलों की जांच हुई। मकाऊ, चीन में मोबाइल और ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म पर काम करने वाले धोखाधड़ी गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की गई। ब्राजील में इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग फ्रॉड को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया गया। पुर्तगाल में सामाजिक सुरक्षा फंड्स से चोरी करने वाले गिरोह के 45 आरोपी गिरफ्तार किए गए और 228,000 यूरो जब्त किए गए। थाईलैंड में बिजनेस ईमेल स्कैम से 6.6 मिलियन डॉलर की चोरी रोकी गई। मलेशिया में स्कैम गिरोह से दर्जनों लैपटॉप और सिम कार्ड जब्त किए गए। कोरिया-दुबई के बीच धोखाधड़ी से चोरी गई 6.6 बिलियन कोरियन वोन (लगभग 3.91 मिलियन डॉलर) राशि I-GRIP सिस्टम की मदद से रोकी और लौटाई गई।

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वैश्विक सहयोग की मिसाल

इंटरपोल के Financial Crime और Anti-Corruption सेंटर के डायरेक्टर थेओस बैडेगे ने इस बड़ी सफलता को वैश्विक सहयोग का बेहतरीन उदाहरण बताया। उन्होंने कहा, "बहुत लोग सोचते हैं कि फ्रॉड और स्कैम से खोया गया पैसा वापस नहीं मिलता, लेकिन Operation HAECHI दिखाता है कि यह संभव है।" इस ऑपरेशन में भारत के अलावा अल्बानिया, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, जर्मनी, जापान, मलेशिया, फिलीपींस, पुर्तगाल, सिंगापुर, थाईलैंड, यूएई, अमेरिका समेत कुल 40 देश शामिल थे। Operation HAECHI