China : चीन का नया Ai,लॉन्च किया नया Ai 'Manus AI' असिस्टेंट टूल

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China
locationभारत
userचेतना मंच
calendar13 Mar 2025 07:36 PM
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China : चीन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए अपना नया एआई टूल 'Manus AI' लॉन्च कर दिया है। इससे पहले Deepseek AI ने टेक्नोलॉजी जगत में तहलका मचाया था, और अब Manus AI अपने उन्नत फीचर्स और क्षमताओं के चलते सुर्खियों में है।

AI की दुनिया में क्रांतिकारी बदलाव

पिछले कुछ वर्षों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले हैं। हर टेक्नोलॉजी कंपनी अपनी AI क्षमताओं को बेहतर बनाने के लिए नए-नए टूल्स लॉन्च कर रही है। Deepseek AI के बाद अब चीन का Manus AI टेक्नोलॉजी की दुनिया में छाया हुआ है। यह एक साधारण चैटबॉट से कहीं अधिक उन्नत और उपयोगी साबित हो रहा है।

Manus AI की खासियतें

Manus AI टूल को चीन की स्टार्टअप कंपनी Butterfly Effect ने विकसित किया है। इस कंपनी के को-फाउंडर यिचाओ पीक ने इसे 'मनुष्य और मशीन के नए युग' का प्रतीक बताया है। यह AI टूल विभिन्न कार्यों को पूरी दक्षता के साथ अंजाम देता है, जिसमें: (1) शेयर बाजार का विश्लेषण (2) टिकट बुकिंग (3) रिज्यूम फ़िल्टरिंग (4) पर्सनल गाइडबुक निर्माण Manus AI अन्य चैटबॉट्स की तुलना में अधिक स्वायत्त रूप से कार्य करता है। जहाँ Deepseek और ChatGPT केवल उपयोगकर्ता के प्रश्नों के उत्तर देते हैं, वहीं Manus AI स्वचालित रूप से डेटा का विश्लेषण कर निर्णय लेने में सक्षम है।

Manus AI की लोकप्रियता और पहुंच

इस टूल को फिलहाल इनवाइट-ओनली एक्सेस के तहत उपलब्ध कराया गया है। इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लॉन्च के कुछ ही समय में यह 1.7 लाख से अधिक यूजर्स तक पहुंच चुका है। Manus AI का नाम "Mens et Manus" से लिया गया है, जिसका अर्थ 'मन और हाथ' होता है। यह AI टूल सिर्फ टेक्स्ट आधारित उत्तर देने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जटिल निर्णय लेने और डेटा विश्लेषण में भी विशेषज्ञता रखता है।

कैसे अलग है Manus AI?

सिंगापुर के एक रिसर्चर के अनुसार, Manus AI अन्य एआई टूल्स से काफी अलग है। इसका मुख्य अंतर यह है कि यह स्वायत्त रूप से कार्य कर सकता है, जबकि Deepseek और ChatGPT केवल यूजर द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब तक सीमित हैं।

Manus AI की प्रमुख विशेषताएँ

(1) स्वायत्त निर्णय लेने की क्षमता (2) तेजी से डेटा विश्लेषण (3) विभिन्न क्षेत्रों में उपयोगिता (फाइनेंस, पर्सनल असिस्टेंस, HR, ट्रैवल बुकिंग आदि)

भविष्य में Manus AI का प्रभाव

AI तकनीक में यह नया कदम दुनिया भर में AI विकास की गति को और तेज कर सकता है। विशेष रूप से शेयर बाजार, कॉर्पोरेट सेक्टर, यात्रा, और व्यक्तिगत सहायक सेवाओं में इसका महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। China   

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डोभाल की पाक को चेतावनी वाला वीडियो वायरल

Dobhl
Balochistan Issue
locationभारत
userचेतना मंच
calendar13 Mar 2025 07:11 PM
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Balochistan Issue : पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हाल ही में हुए ट्रेन बंधक कांड के बाद, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर फिर से चर्चा में है। इस वीडियो में डोभाल स्पष्ट रूप से चेतावनी देते हैं कि यदि पाकिस्तान 26/11 मुंबई हमले जैसी घटना को दोहराता है, तो भारत की रणनीति बदल सकती है, जिससे पाकिस्तान बलूचिस्तान को खो सकता है।

भारत रक्षात्मक होने के बजाय सक्रिय कदम उठा सकता है

वीडियो में डोभाल कहते हैं कि यदि आप मुझ पर 100 पत्थर फेंकते हैं, तो मैं 90 को रोक सकता हूं, लेकिन फिर भी मैं घायल हो सकता हूं और जीत नहीं सकता। लेकिन यदि हम "डिफेंसिव आॅफेंस" की रणनीति अपनाएं, तो हम संतुलन को अपने पक्ष में मोड़ सकते हैं। उनका इशारा पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के प्रति भारत की प्रतिक्रिया से था, जिसमें भारत केवल रक्षात्मक होने के बजाय सक्रिय कदम उठा सकता है।

पाकिस्तान की कमजोरियां भारत की तुलना में अधिक

अजित डोभाल ने पाकिस्तान में एक जासूस के रूप में भी सेवा की है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की कमजोरियां भारत की तुलना में अधिक हैं। यदि पाकिस्तान समझता है कि भारत ने रक्षात्मक से आक्रामक रक्षा की ओर रुख किया है, तो उनके लिए इसे सहन करना असंभव होगा। आप एक मुंबई कर सकते हैं, लेकिन आप बलूचिस्तान खो सकते हैं। इसके लिए न तो परमाणु युद्ध की आवश्यकता होगी और न ही सैनिकों की सीधी तैनाती। यदि वे चालें जानते हैं, तो हम भी जानते हैं।

बीएलए की मांग स्वतंत्र बलूचिस्तान

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) बलूचिस्तान में सबसे सक्रिय विद्रोही संगठन है, जिसे पाकिस्तान और अमेरिका दोनों ने आतंकी संगठन घोषित किया है। बीएलए का आरोप है कि पाकिस्तान ने 1948 में बलूचिस्तान का जबरन विलय किया और उसके तेल एवं खनिज संसाधनों का दोहन कर रहा है। यह संगठन स्वतंत्र बलूचिस्तान की मांग कर रहा है और स्थानीय संसाधनों पर अपने लोगों के अधिकार की लड़ाई लड़ रहा है। अजित डोभाल के इस बयान से स्पष्ट होता है कि भारत अपनी सुरक्षा के प्रति सतर्क है और आवश्यक होने पर आक्रामक रणनीति अपनाने से नहीं हिचकेगा।

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 Trump : कनाडा और यूरोपीय संघ का पलटवार, टैरिफ फैसले पर कड़ा जवाब

Trump
Trump
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 07:20 PM
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Trump : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा स्टील और एल्युमीनियम के आयात पर टैरिफ बढ़ाने के फैसले के खिलाफ कनाडा और यूरोपीय संघ (EU) ने कड़ा रुख अपनाया है। जवाबी कार्रवाई के तहत इन दोनों व्यापारिक साझेदारों ने कई अमेरिकी उत्पादों पर भारी टैक्स लगाने की घोषणा की है, जिससे वैश्विक व्यापार संतुलन प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है।

कनाडा का जवाबी कदम

कनाडा, जो अमेरिका को स्टील और एल्युमीनियम का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है, ने घोषणा की है कि वह अमेरिकी स्टील उत्पादों पर 25% का जवाबी टैरिफ लगाएगा। इसके अलावा, उपकरण, कंप्यूटर और सर्वर, डिस्प्ले मॉनिटर, खेल उपकरण और कच्चे लोहे के उत्पादों समेत कई अन्य वस्तुओं पर भी अतिरिक्त कर लागू किया जाएगा। इस कदम से अमेरिकी उद्योगों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है, जिससे व्यापार संबंधों में तनाव और बढ़ सकता है।

यूरोपीय संघ का कड़ा रुख

यूरोपीय संघ ने भी अमेरिका के इस फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए अमेरिकी बीफ, मुर्गी पालन, बॉर्बन, मोटरसाइकिल, पीनट बटर और अन्य कमोडिटी उत्पादों पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की है। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि इन टैरिफ से यूरोप और अमेरिका दोनों में कीमतें बढ़ेंगी और नौकरियों पर खतरा मंडराएगा। उन्होंने कहा, "हमें इस फैसले पर गहरा खेद है। टैरिफ व्यापार के लिए हानिकारक होते हैं और उपभोक्ताओं के लिए यह और भी अधिक नुकसानदायक साबित होते हैं।"

कंपनियों और उपभोक्ताओं पर असर

नए टैरिफ के कारण कंपनियों को अरबों डॉलर का नुकसान झेलना पड़ सकता है। इससे बाजार में अनिश्चितता बढ़ेगी और कंपनियों को अपने उत्पादों की कीमतें बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। संभावना है कि इस अतिरिक्त लागत का बोझ अंततः उपभोक्ताओं पर ही पड़ेगा, जिससे आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ सकती हैं।

कनाडा के भावी प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया

कनाडा के भावी प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने बुधवार को संकेत दिया कि वह अमेरिका के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके लिए ट्रंप प्रशासन को ‘कनाडाई संप्रभुता के प्रति सम्मान’ दिखाना होगा और व्यापार को लेकर एक अधिक व्यापक दृष्टिकोण अपनाना होगा। कार्नी ने कहा कि यदि दोनों देश सहयोग के लिए तैयार हों, तो आर्थिक और सुरक्षा साझेदारी को पुनः मजबूत किया जा सकता है।

वैश्विक व्यापार पर प्रभाव

अमेरिका, कनाडा और यूरोपीय संघ के बीच टैरिफ युद्ध से वैश्विक व्यापार प्रणाली पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इससे बहुपक्षीय व्यापार समझौतों की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठ सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे संरक्षणवादी नीतियों से व्यापार में अस्थिरता बढ़ेगी और आर्थिक विकास दर प्रभावित हो सकती है। Trump  

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