Karwa Chauth 2021 करवा चौथ पर ऐसे रंग के कपड़े पहनने से हो सकता है अशुभ 

Black sari
Karwa Chauth 2021 Wearing such colored clothes on Karwa Chauth can be inauspicious
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 09:33 PM
bookmark

करवा चौथ (Karwa Chauth 2021)  का पर्व विवाहित महिलाओं का सबसे प्रिय पर्व और व्रत है। विवाहित महिलाएं (married woman) अपने पति की लंबी आयु के लिए इस व्रत को रखती हैं। समय बदलने के साथ साथ इस पर्व को मनाए जाने की परंपराएं भी बदल रही है। विवाहित स्त्री (married woman) जहां इस पर्व पर जमकर खरीदारी करती हैं, वहीं फैशन को अपनाते हुए अपने लिए कुछ ऐसे रंगों के कपड़ों का चयन कर लेती हैं, जो किसी भी विवाहित स्त्री (married woman) के लिए उत्तम नहीं माने जाते हैं।

आज इस आर्टिकल में हम यही बताने की कोशिश कर रहे हैं, कि करवा चौथ (Karwa Chauth 2021) व्रत पर विवाहित महिलाओं को अपने लिए किस तरह के वस्त्र और रंगों के कपड़ों का चयन करना चाहिए। करवा चौथ के दिन यदि इन रंगों के वस्त्रों का चयन किया जाता है तो उनके और उनके वैवाहिक जीवन के लिए अशुभ साबित हो सकता है।

काला रंग काल रंग शुभता का परिचायक नहीं है। हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य के दौरान काले रंग को धारण करना शुभ नहीं माना जाता है। करवा चौथ के दिन सुहागन महिलाओं को काले रंग के कपड़े बिल्कुल भी नहीं पहनने चाहिए।

सफेद रंग सफेद रंग के वस्त्रों को विधवा महिला धारण करती है। ऐसी मान्यता है कि सुहागन महिलाओं को सफेद रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। ये रंग वैसे तो शांति का प्रतीक माना जाता है। श्रृंगार के किसी पर्व पर सफेद रंग के कपड़ों को पहनना वर्जित माना जाता है। इसलिए करवा चौथ के दिन महिलाओं को सफेद रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए।

भूरा रंग जिस प्रकार काला रंग शुभता का प्रतीक नहीं होता है, वैसे ही भूरा रंग का चयन करना भी शुभ नहीं माना जाता है। भूरे रंग को उदासी भरा रंग माना जाता है। इसलिए करवा चौथ के दिन भूरे रंग के कपड़ों को पहनना वर्जित माना जाता है। यही कारण है कि भारत में कुछ जगहों पर करवा चौथ पर भूरे रंग के कपड़े पहनना अशुभ माना जाता है।

शुभ रंग करवा चौथ के दिन सुहागिन स्त्रियों के लिए लाल, गुलाबी, पीला, हरा, महरून रंग पहनना शुभ माना जाता है। इस दिन महिलाएं इन्हीं में से किसी रंग के कपड़े पहन सकती हैं। ये रंग विवाहिताओं के लिए शुभ होते हैं। पूजा के समय लाल रंग पहनना बहुत शुभ माना जाता है।

पुरुष भी करें अपने लिए वस्त्रों का चयन करवा चौथ पर्व पर अपनी जीवन संगिनी का साथ देने के लिए पुरुषों को भी आगे आना चाहिए, आखिर महिलाएं उनके लिए ही तो यह व्रत रखती हैं। इस पर्व पर पुरुषों को भी ऐसे रंगों के व्रस्त्र धारण करने चाहिए, जो शुभता के परिचायक हों। इसके अलावा करवा चौथ पर्व पर कार्य में भी महिलाओं का हाथ बंटाना चाहिए।

 - यशराज कनिया कुमार, न्यूमरोलॉजिस्ट

अगली खबर पढ़ें

Karwa Chauth 2021 करवा चौथ पर ऐसे रंग के कपड़े पहनने से हो सकता है अशुभ 

Black sari
Karwa Chauth 2021 Wearing such colored clothes on Karwa Chauth can be inauspicious
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 09:33 PM
bookmark

करवा चौथ (Karwa Chauth 2021)  का पर्व विवाहित महिलाओं का सबसे प्रिय पर्व और व्रत है। विवाहित महिलाएं (married woman) अपने पति की लंबी आयु के लिए इस व्रत को रखती हैं। समय बदलने के साथ साथ इस पर्व को मनाए जाने की परंपराएं भी बदल रही है। विवाहित स्त्री (married woman) जहां इस पर्व पर जमकर खरीदारी करती हैं, वहीं फैशन को अपनाते हुए अपने लिए कुछ ऐसे रंगों के कपड़ों का चयन कर लेती हैं, जो किसी भी विवाहित स्त्री (married woman) के लिए उत्तम नहीं माने जाते हैं।

आज इस आर्टिकल में हम यही बताने की कोशिश कर रहे हैं, कि करवा चौथ (Karwa Chauth 2021) व्रत पर विवाहित महिलाओं को अपने लिए किस तरह के वस्त्र और रंगों के कपड़ों का चयन करना चाहिए। करवा चौथ के दिन यदि इन रंगों के वस्त्रों का चयन किया जाता है तो उनके और उनके वैवाहिक जीवन के लिए अशुभ साबित हो सकता है।

काला रंग काल रंग शुभता का परिचायक नहीं है। हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य के दौरान काले रंग को धारण करना शुभ नहीं माना जाता है। करवा चौथ के दिन सुहागन महिलाओं को काले रंग के कपड़े बिल्कुल भी नहीं पहनने चाहिए।

सफेद रंग सफेद रंग के वस्त्रों को विधवा महिला धारण करती है। ऐसी मान्यता है कि सुहागन महिलाओं को सफेद रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। ये रंग वैसे तो शांति का प्रतीक माना जाता है। श्रृंगार के किसी पर्व पर सफेद रंग के कपड़ों को पहनना वर्जित माना जाता है। इसलिए करवा चौथ के दिन महिलाओं को सफेद रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए।

भूरा रंग जिस प्रकार काला रंग शुभता का प्रतीक नहीं होता है, वैसे ही भूरा रंग का चयन करना भी शुभ नहीं माना जाता है। भूरे रंग को उदासी भरा रंग माना जाता है। इसलिए करवा चौथ के दिन भूरे रंग के कपड़ों को पहनना वर्जित माना जाता है। यही कारण है कि भारत में कुछ जगहों पर करवा चौथ पर भूरे रंग के कपड़े पहनना अशुभ माना जाता है।

शुभ रंग करवा चौथ के दिन सुहागिन स्त्रियों के लिए लाल, गुलाबी, पीला, हरा, महरून रंग पहनना शुभ माना जाता है। इस दिन महिलाएं इन्हीं में से किसी रंग के कपड़े पहन सकती हैं। ये रंग विवाहिताओं के लिए शुभ होते हैं। पूजा के समय लाल रंग पहनना बहुत शुभ माना जाता है।

पुरुष भी करें अपने लिए वस्त्रों का चयन करवा चौथ पर्व पर अपनी जीवन संगिनी का साथ देने के लिए पुरुषों को भी आगे आना चाहिए, आखिर महिलाएं उनके लिए ही तो यह व्रत रखती हैं। इस पर्व पर पुरुषों को भी ऐसे रंगों के व्रस्त्र धारण करने चाहिए, जो शुभता के परिचायक हों। इसके अलावा करवा चौथ पर्व पर कार्य में भी महिलाओं का हाथ बंटाना चाहिए।

 - यशराज कनिया कुमार, न्यूमरोलॉजिस्ट

अगली खबर पढ़ें

Travel Destination: उदयगिरि में घूमें रहस्यमय गुफाएं

IMG 20211021 103842
locationभारत
userचेतना मंच
calendar21 Oct 2021 05:22 AM
bookmark

भारत का उड़ीसा राज्य समुद्री तट और कई बेहतरीन दर्शनीय स्थलों के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यहां लगभग पांच सौ किलोमीटर लंबे समुद्र तट भी है, जिनमें से कुछ दुनिया के सबसे सुंदर समुद्र तटों में शामिल है। साथ ही, उदयगिरि की कई प्रसिद्ध गुफाएं भी ओडिशा में ही मौजूद हैं। इन प्राचीन और ऐतिहासिक गुफाओं को हर साल लाखों पर्यटक देखने और घूमने के लिए दूर-दूर से आते हैं। भुवनेश्वर शहर से लगभग सात किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ियों पर स्थित ये गुफाएं 350 ईस्वी पूर्व से भी प्राचीन मानी जाती हैं।

गणेश गुफा

अगर आप उदयगिरि घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो आप इस गुफा की सैर करने के लिए जरूर जाएं। क्योंकि यह गुफा उदयगिरि की सबसे महत्वपूर्ण गुफाओं में से एक है। इस गुफा का नाम यहां मौजूद गणेश की नक्काशीदार आकृति को ध्यान में रखकर रखा गया था। आप इस गुफा में प्रवेश करेंगे, तो आपको हाथियों की दो बड़ी मूर्तियां बनी हुई दिख जाएंगी।

बाजघर गुफा

उदयगिरि की बाजघर गुफा थोड़ी छोटी है लेकिन बहुत खास है। क्योंकि इस गुफा को प्राचीन काल में जैन भिक्षु विश्राम करने के लिए इस्तेमाल करते थे। शायद, इसलिए इसे बाजघर के रूप में जाना जाता है। आपको बता दें कि यह गुफा आयताकार आकार में बनाई गई है, जहां आराम करने के लिए पत्थर का बिस्तर और तकिया भी बनाया गया था, जो आज भी मौजूद है।

रानी गुफा

रानी गुफा उदयगिरि की सबसे बड़ी और प्रसिद्ध गुफाओं में से एक है। यहां आपको कई प्राचीन और सुंदर मूर्तियां देखने को मिल जाएंगी। खास बात है कि ये गुफा अति सुंदर मूर्तियों से सजी हुई है और इनमें हिंदू देवताओं, महावीर और अन्य जैन तीर्थकारों के चित्र लगे हुए हैं। अगर आप इतिहास को जानने में रुचि रखते हैं, तो इस गुफा को एक्सप्लोर करना आपके लिए बेस्ट रहेगा।

कब बनाएं प्लान?

उदयगिरि की गुफाएं पर्यटकों के घूमने के लिए प्रतिदिन सुबह से लेकर शाम तक खुली रहती हैं। यहां घूमने का सबसे अच्छा समय नवंबर और मार्च के महीनों के बीच माना जाता है। आप यहां घूमने का प्लान बना सकते हैं।