Technology : हाथ कि हथेली पे चलेगा स्मार्ट फोन

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Technology: Smartphone will be available on the palm of the hand
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userचेतना मंच
calendar02 Jun 2023 06:09 PM
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Technology : साल दर साल स्मार्टफोन की दुनिया बदल रही है। एक समय था जब कीपैड वाले फोन्स आते थे। उसके बाद स्मार्टफोन का जमाना आया। अब फ्लिप और फोल्ड फोन का जमाना आ गया है। आने वाले समय में क्या होगा इसको लेकर कोई अंदाजा नहीं है। एक पोस्ट सामने आया है, जहां बताया गया है कि फ्यूचर में फोन कैसे होने वाले हैं। सोशल मीडिया पर इस तस्वीर ने तहलका मचा रखा हैं। यह कब लॉन्च होगा और नाम क्या होगा इसके बारे में कुछ नहीं पता है।

Technology :

  कंपनी को मिली 100 मिलियन डॉलर की फंडिंग कंपनी का नाम Humane है ऐप्पल के पूर्व कर्मचारी इमरान चौधरी कंपनी के मालिक हैं। वैंकूवर शहर में TED टॉक के दौरान, इमरान चौधरी ने अपने प्रोडक्ट की पहली झलक प्रदर्शित की। यह झलक देखकर लगता है कि इमरान फ्यूचर एक स्मार्टफोन पर काम कर रहे हैं, जिसकी चर्चा टेक जगत में पिछले कुछ सालों से चल रही थी। बातचीत के दौरान, इमरान की हथेली पर अचानक एक नाम डिस्प्ले हुआ, जैसे कि स्मार्टफोन की स्क्रीन पर कॉल आने पर सामने वाले का नाम या नंबर दिखता है। कंपनी जल्द ही करेगी खुलासा इमरान ने अपनी जर्सी के पॉकेट में एक बहुत छोटे साइज के डिवाइस को इंस्टॉल किया था। कॉल इसी डिवाइस पर आया और उसके डिवाइस के कैमरे से वह अपनी हथेली पर उसका रिफ्लेशन देख पाया। डिवाइस के माध्यम से ही उन्होंने अपनी पत्नी से बात की। लेकिन उन्होंने डिवाइस की कीमत, फीचर्स और कब लॉन्च होगा, इसके बारे में नहीं बताया है। इमरान के अनुसार, यह डिवाइस आपकी आंखों को देखता है, आपके दिमाग को समझता है और इसका मकसद हकीकत को समझना और उसे बदलना है। इमरान के अनुसार, इस डिवाइस की शेष विशेषताओं का जल्द ही खुलासा होगा।

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Indore News: इंदौर की 20 वर्षीय अस्मी बनी एप्पल चैलेंज की विजेता

Asmi
Indore News
locationभारत
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calendar02 Dec 2025 05:24 AM
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  Indore News:/बबीता आर्या:  मध्य प्रदेश के इंदौर की 20 वर्षीय अस्मी जैन Apple WWDC23 के स्विफ्ट स्टूडेंट चैलेंज' के तीन विजेताओं मे शामिल है । वे मेडी-कैप्स विश्वविद्यालय Medi-Caps University की छात्रा हैं। एक निजी विश्वविद्यालय की छात्रा अस्मी ने आंखो के मूवमेंट को ट्रैक करने के लिये स्विफ्ट कोड लैंग्वेज का इस्तेमाल करके एप का निर्माण किया । इस चैलेंज में 30 देशों के छात्रों ने हिस्सा लिया था।इस चैलेंज के तहत हेल्थकेयर, स्पोर्ट्स, मनोरंजन और एनवायरमेंट से संबंधित एप डेवलप करने थे। एप्पल का वार्षिक कार्यक्रम वर्ल्ड वाइड डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस यानी WWDC23 पांच जून से शुरु होने जा रहा है । इससे पहले एप्पल ने स्विफ्ट कोडिंग भाषा का इस्तेमाल करके खेल,स्वास्थ्य देखभाल,मनोरंजन और पर्यावरण से संबंधित एप बनाने के लिये दुनिया भर के छात्रों को चुनौति दी थी। विजेताओं की घोषणा के दौरान एप्पल के वर्ल्ड वाइड डेवलपर्स रिलेशंस के उपाध्यक्ष सुसान प्रेस्कॉट ने कहा की हम अपने स्विफ्ट स्टूडेंट चैलेंज मे प्रवेश करने वाले युवा डेवलपर्स की प्रतिभा से चकित है ।

Indore News:  मदद के लिये बनाया एप:

एप्पल ने अस्मी जैन को तब चुना जब उन्होनें अपनी दोस्त के चाचा की मदद के लिये एक एप बनाया । उनकी सहेली के चाचा की मष्तिस्क की सर्जरी हुई थी,जिसके बाद उन्हें आंखो मे दिक्कत हुई और फिर पैरालिसिस हो गया।उनकी समस्या को ध्यान मे रख कर अस्मी ने एक ऐसा एप बनाया जो आंखो के मूवमेंट को ट्रैक कर सकता है । इस एप का इस्तेमाल आंखो की मांसपेशियों को मजबूत करने मे हो सकता है । अस्मी को उम्मीद है कि इस एप का उपयोग विभिन्न प्रकार की आंखो की समस्या या चोट लगने पर इलाज के दौरान हो सकेगा। इस एप की मदद से लोगों की एक्सरसाइज भी कर सकते हैं। यह एप उनके लिए काफी मददगार है जिन्हें आंखों की गंभीर समस्या है या आंखों का पैरालिसिस है। असमी का अगला लक्ष्य एक ऐसे एप को तैयार करना है जिसकी मदद से लोग अपने चेहरे की एक्सरसाइज कर सकें।

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World Milk Day- कभी दूध की कमी वाला देश, आज है दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक

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calendar01 Jun 2023 02:25 PM
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World Milk Day - एक खाद्य पदार्थ के रूप में दूध की कितनी उपयोगिता है, ये बताने की आवश्यकता नहीं है। कई पोषक तत्वों से भरपूर दूध ही किसी मनुष्य के जन्म के बाद का पहला आहार होता है। दूध के अनगिनत लाभ से सभी को रूबरू कराने, और दूध को वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 1 जून का दिन वर्ल्ड मिल्क डे के रूप में मनाया जाता है।

वर्ल्ड मिल्क डे का इतिहास-

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (Food and Agriculture Organization, FAO) द्वारा साल 2001 में वर्ल्ड मिल्क डे (World Milk Day) मनाने की घोषणा की गई। इस दिन को मनाने की शुरुआत वैश्विक भोजन के रूप में दूध के महत्व को प्रदर्शित करने और पोषण को बढ़ावा देने एवं आजीविका का समर्थन करने में डेयरी क्षेत्रों की भूमिका को उजागर करने के लिए शुरू किया गया था। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन द्वारा पहली बार 1 जून 2001 को विश्व दुग्ध सभा (World Milk Assembly) का आयोजन किया गया और इसके बाद से प्रतिवर्ष 1 जून का दिन वर्ल्ड मिल्क डे के रूप में मनाया जाने लगा।

World milk Day 2023 Theme- वर्ल्ड मिल्क डे 2023 थीम -

प्रतिवर्ष वर्ल्ड मिल्क डे मनाने के लिए एक थीम निर्धारित की जाती है। साल 2023 के लिए जो थीम निर्धारित की गई है वो है - ' दिखाना है कि कैसे डेयरी अपने पर्यावरण पदचिन्हों को कम कर पौष्टिक खाद्य पदार्थ के रूप में लोगों को आजीविका भी प्रदान कर रही है (Showcasing how dairy is reducing its environmental footprint, while also providing nutritious foods and livelihoods'।

दूध का महत्व -

दूध को एक संतुलित आहार माना जाता है, क्योंकि इसमें विटामिन, प्रोटीन, कैल्शियम सहित विभिन्न आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होते हैं। दूध के सेवन से लगभग सभी आयु समूहों के व्यक्तियों के स्वास्थ्य को लाभ मिलता है। दूध से मिलने वाले इन्हीं लाभ को ध्यान में रखते हुए वर्ल्ड मिल्क डे मनाया जाता है जिसका मुख्य उद्देश्य दूध और डेयरी उद्योग के प्रयासों पर प्रकाश डालना है, जो ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को कम करने, जलापूर्ति को संरक्षित करने और पशु कल्याण को बढ़ावा देने जैसी स्थाई प्रथाओं को अपनाकर कार्य करता है।

दूध उत्पादन में भारत का स्थान -

भारत देश जो कभी दूध की कमी वाले देशों में गिना जाता था, आज दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है। वैश्विक दुग्ध उत्पादन में 23% हिस्सा भारत का है। साल 1950-60 के दशक में भारत को दूध के लिए अन्य देशों पर निर्भर होना पड़ता था। उस दौर में प्रति व्यक्ति दूध की खपत भी कम थी। साल 1970 में 107 ग्राम प्रति व्यक्ति दूध की खपत थी, साल 2022 में ये बढ़कर 444 ग्राम प्रति व्यक्ति हो गई।

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